UP PGT Hindi Question Paper 2010

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यूपी पीजीटी हिंदी प्रश्न-पत्र

UP PGT Hindi question paper 2010 को यहाँ दिया गया है। TGT, PGT hindi की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्रों को इसे जरूर देखना चाहिए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज (UPSESSB) द्वारा आयोजित PGT Hindi Exam- 2010 के question paper को हल कर अपना स्व मूल्यांकन आप कर सकते हैं। up pgt hindi previous year question paper के अंतर्गत यह सातवां प्रश्न-पत्र है।

पीजीटी हिंदी- 2010

1. ‘पवन’ का शुद्ध संधि-विच्‍छेद है-
पो + अन
‘पवन’ का सही संधि-विच्छेद ‘पो’ + ‘अन’ है।
पव + अन्
प: + अवन
पव + न्
2. निम्‍नलिखित में ‘द्वंद्व समास’ का शब्‍द है-
आज-कल
‘आज-कल’ द्वंद्व समास का उदाहरण है, जिसमें दोनों शब्द समान महत्व के होते हैं।
रातो-रात
दिन-दिन
वीर-पुरुष
3. निम्‍नलिखित में कौन ‘अथ’ शब्‍द का विलोम है?
इति
‘अथ’ शब्द का विलोम ‘इति’ है।
आदि
अन्‍त
प्रारम्‍भ
4. निम्‍नलिखित में कौन ‘शाश्‍वत’ शब्‍द का विलोम है?
मृत्‍यु
मर्त्‍य
नश्‍वर
क्षणिक
‘शाश्वत’ शब्द का विलोम ‘क्षणिक’ है।
5. निम्‍नलिखित में शुद्ध वर्तनी वाला शब्‍द है-
उच्‍श्रृंखल
उच्शृंखल
उच्‍च्‍छृंखल
उच्‍छृंखल
‘उच्‍छृंखल’ शब्द की वर्तनी सही है, जो ‘बेहद शरारती’ के अर्थ में प्रयोग होता है।
6. निम्‍नलिखित में शुद्ध वर्तनी वाला शब्‍द है-
ज्‍योत्‍स्‍ना
‘ज्‍योत्‍स्‍ना’ शब्द की वर्तनी शुद्ध है, जो रात्रि में चाँदनी का प्रतीक है।
ज्यौत्‍सना
ज्‍योतसना
ज्‍योतस्‍ना
7. निम्‍नलिखित में शुद्ध वर्तनी वाला शब्‍द है-
सदृश्‍य
‘सदृश्‍य’ शब्द की वर्तनी शुद्ध है, जो समानता या मिलते-जुलते होने का संकेत करता है।
सदृश
सदृष्‍य
सद्रश
8. ‘गोद में लड़का शहर भर में ढिंढोरा’ मुहावरा का सही अर्थ है-
छोटे शिशु को तलाशना
अत्‍यधिक शरारती बालक
पास में वस्‍तु रहते हुए चारों ओर खोजना
इस मुहावरे का अर्थ है पास में वस्‍तु रहते हुए चारों ओर खोजना।
छोटे बालक की प्रशंसा करना
9. ‘ओ, औ’ किस प्रकार के वर्ण हैं?
तालव्‍य
मूर्द्धन्‍य
दन्‍तोष्‍ठय
कंठोष्‍ठय
‘ओ’ और ‘औ’ ये कंठोष्‍ठ्य वर्ण हैं, जो कंठ से उच्चारित होते हैं।
10. ‘काव्‍यशोभाकरान् धर्मानलंकारत् प्रचक्षते’- उक्‍ति के लेखक हैं-
आचार्य भामह
आचार्य विश्‍वनाथ
आचार्य मम्‍मट
आचार्य दण्‍डी
यह उक्ति आचार्य दण्‍डी की है।
11. तुलसीदास की इस पंक्‍ति में कौन-सा काव्‍य प्रयोजन स्‍पष्‍ट है?
कीरत भनिति भूति भलि सोई।
सुरसरि सम सब कँह हित होई॥
यश की प्राप्ति
स्‍वान्‍त: सुखाय
लोक मंगल
इस पंक्‍ति में तुलसीदास ने लोक मंगल की कामना की है, जहाँ सभी का कल्याण होता है।
धनार्जन
12. अति सूधो स्‍नेह को मारग है, जहाँ नेकु सयानप बाँक नहीं। –पंक्‍ति के लेखक हैं?
मतिराम
देव
घनानंद
यह पंक्‍ति घनानंद की है, जिसमें सूझबूझ और प्रेम के मार्ग की बात की गई है।
बिहारी
13. ‘सरहपाद’ को हिंदी का प्रथम कवि माना है-
रामकुमार वर्मा
आचार्य रामचंद्र शुक्‍ल
हजारी प्रसाद द्विवेदी
पं. राहुल सांकृत्‍यायन
सरहपाद को राहुल सांकृत्‍यायन ने उन्हें हिंदी का प्रथम कवि कहा है।
14. अब्‍दुल रहमान कृत ‘सन्‍देशरासक’ है-
महाकाव्‍य
खण्‍डकाव्‍य
प्रबंध काव्‍य
‘सन्‍देशरासक’ एक प्रबंध काव्‍य है, जिसे अब्‍दुल रहमान ने लिखा है।
मुक्‍तक काव्‍य
15. आल्‍हा और ऊदल नामक दो वीर सरदारों की वीरतापूर्ण लड़ाइयों का वर्णन मिलता है-
परमाल रासो में
आल्‍हा और ऊदल की वीरता का वर्णन ‘परमाल रासो’ में किया गया है।
पृथ्‍वीराज रासो में
खुमाण रासो में
हम्‍मीर रासो में
16. ‘रामरक्षा स्‍तोत्र’ रचना के लेखक हैं?
केशवदास
नाभादास
ईश्‍वरदास
रामानंद
‘रामरक्षा स्‍तोत्र’ का लेखन रामानंद ने किया है, जो राम की रक्षा के लिए एक स्तोत्र है।
17. ‘सुजान विनोद’ के रचनाकार हैं?
घनानंद
देव
‘सुजान विनोद’ की रचनाकार देव हैं।
पद्माकर
मतिराम
18. चिंतामणि द्वारा रचित ‘प्रबंध काव्‍य’ है-
कृष्‍ण चरित
चिंतामणि द्वारा रचित प्रबंध काव्‍य ‘कृष्‍ण चरित’ है।
काव्‍य प्रकाश
श्रृंगार मंजरी
रसविलास
19. हिंदी का पहला समाचार पत्र ‘उदंत मार्तण्‍ड’ प्रकाशित हुआ?
सन् 1840 ई. में
सन् 1826 ई. में
हिंदी का पहला समाचार पत्र ‘उदंत मार्तण्‍ड’ 1826 ई. में प्रकाशित हुआ था।
सन् 1830 ई. में
सन् 1844 ई. में
20. निम्‍नलिखित में दिनकर की काव्‍य रचना नहीं है-
हुंकार
कुरुक्षेत्र
उर्वशी
त्रिधारा
‘त्रिधारा’ दिनकर की काव्‍य रचना नहीं है। दिनकर की प्रसिद्ध रचनाएँ ‘हुंकार’, ‘कुरुक्षेत्र’, और ‘उर्वशी’ हैं।
21. ‘साहित्‍यालोचन’ कृति के रचनाकार है?
श्‍यामसुंदर दास
श्‍यामसुंदर दास ने ‘साहित्‍यालोचन’ कृति की रचना की है।
लक्ष्‍मीकांत वर्मा
रामकुमार वर्मा
अशोक वाजपेयी
22. जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित गीतिनाट्य है-
राज्‍यश्री
विशाख
करुणालय
जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित ‘करुणालय’ एक प्रसिद्ध गीतिनाटय है।
ध्रुवस्‍वामिनी
23. प्रेमचंद द्वारा उर्दू भाषा में लिखा गया उपन्‍यास ‘बाजारे हुश्‍न’ का हिंदी रूपान्‍तरण है-
कायाकल्‍प
सेवासदन
प्रेमचंद द्वारा उर्दू में लिखा उपन्‍यास ‘बाजारे हुश्‍न’ का हिंदी रूपान्‍तरण ‘सेवासदन’ है।
गबन
रंगभूमि
24. रंगमंच पर पर्दे के पीछे का स्‍थान क्‍या कहलाता है?
पृष्‍ठमंच
दर्शक दीर्घा
नेपथ्‍य
रंगमंच पर पर्दे के पीछे का स्‍थान ‘नेपथ्‍य’ कहलाता है।
कलाकार दीर्घा
25. ‘प्लाट का मोर्चा’ शमशेर बहादुर सिंह कृत है-
कहानी
संस्‍मरण
रिपोर्ताज
‘प्लाट का मोर्चा’ शमशेर बहादुर सिंह द्वारा रचित रिपोर्ताज है।
यात्रा वृतांत
26. ‘काला जल’ उपन्‍यास के लेखक हैं:
बदीउज्‍जमा
रमेश वक्षी
शानी
‘काला जल’ उपन्‍यास के लेखक शानी हैं।
कृष्‍णा सोबती
27. ‘मै उस जनपद का कवि हूँ’ काव्‍य रचना किस कवि की है?
नागार्जुन
रांगेय राघव
त्रिलोचन
‘मै उस जनपद का कवि हूँ’ काव्‍य रचना त्रिलोचन की है।
केदारनाथ अग्रवाल
28. ‘एक पति के नोट्स’ कहानी के लेखक हैं-
गिरिराज किशोर
महेन्‍द्र भल्‍ला
‘एक पति के नोट्स’ कहानी के लेखक महेन्‍द्र भल्‍ला हैं।
गोविन्‍द मिश्र
राजी सेठ
29. आलवार भक्‍तों की संख्‍या कितनी मानी गई है?
9
20
12
आलवार भक्‍तों की संख्‍या 12 मानी गई है।
15
30. ‘प्रेमचंद: सामन्‍त का मुंशी’ पुस्‍तक के लेखक हैं-
विवेकी राय
मुद्राराक्षस
डॉ. धर्मवीर
‘प्रेमचंद: सामन्‍त का मुंशी’ पुस्‍तक के लेखक डॉ. धर्मवीर हैं।
प्रेमचंद
31. सदल मिश्र की भाषा की विशेषता है-
पूरबीपन
सदल मिश्र की भाषा की विशेषता ‘पूरबीपन’ है।
उर्दू की प्रमुखता
सहज एवं प्रवाहमयी भाषा
किस्‍सा गोई
32. ‘अँधेरे में’ कविता किसने लिखी है?
मुक्‍तिबोध
‘अँधेरे में’ कविता मुक्‍तिबोध ने लिखी है।
नागार्जुन
त्रिलोचन
धूमिल
33. प्रयोगवादी कवियों की रचनायें, किस सप्‍तक में संगृहीत हैं?
तार सप्‍तक
प्रयोगवादी कवियों की रचनायें ‘तार सप्‍तक’ में संगृहीत हैं।
दूसरा सप्‍तक
तीसरा सप्‍तक
चौथा सप्‍तक
34. ‘उज्‍जवल नीलमणि’ किसका ग्रंथ है?
विश्‍वनाथ
वात्‍स्‍यायन
रूप गोस्‍वामी
‘उज्‍जवल नीलमणि’ रूप गोस्‍वामी का ग्रंथ है।
केशव मिश्र
35. ‘रूपकों का बादशाह’ किसे कहा जाता है?
तुलसीदास
सूरदास
‘रूपकों का बादशाह’ सूरदास को कहा जाता है।
कबीरदास
परमानंद दास
36. सूफी प्रेमाख्‍यानक रचनाओं की भाषा कौन-सी है?
अवधी
सूफी प्रेमाख्‍यानक रचनाओं की भाषा ‘अवधी’ है।
ब्रज
बुंदेली
खड़ी बोली
37. नाथपंथ के प्रणेता कौन थे-
आदिनाथ
मछंदरनाथ
नाथपंथ के प्रणेता मछंदरनाथ थे।
गोरखनाथ
चुणकरनाथ
38. ‘अद्भुत रस’ का स्‍थायी भाव क्‍या है?
क्रोध
उत्‍साह
विस्‍मय
‘अद्भुत रस’ का स्‍थायी भाव विस्‍मय है।
जुगुप्‍सा
39. ‘दलित साहित्‍य का सौन्‍दर्य शास्त्र’ पुस्‍तक किसने लिखी है?
कँवल भारती
मोहनदास नैमिष राय
श्‍यौराज सिंह ‘बेचैन’
ओम प्रकाश बाल्‍मीकि
‘दलित साहित्‍य का सौन्‍दर्य शास्त्र’ पुस्‍तक ओम प्रकाश बाल्‍मीकि ने लिखी है।
40. ‘कंधा’ का तत्‍सम है-
इस्‍कंध
स्‍कंध
‘कंधा’ का तत्‍सम ‘स्‍कंध’ है।
कक्षु
कंधु
41. ‘रेखायें बोल उठीं’ रेखाचित्र किसने लिखा है?
शांतिप्रिय द्विवेदी
देवेन्‍द्र सत्‍यार्थी
‘रेखायें बोल उठीं’ रेखाचित्र देवेन्‍द्र सत्‍यार्थी ने लिखा है।
शिवपूजन सहाय
उपेन्‍द्रनाथ अश्‍क
42. ‘साधना’ गद्य काव्‍य किसने लिखा है?
अज्ञेय
दिनकर
राधकृष्‍ण दास
‘साधना’ गद्य काव्‍य राधकृष्‍ण दास ने लिखा है।
माखनलाल चतुर्वेदी
43. डॉ. नामवर सिंह की पुस्‍तक ‘दूसरी परम्‍परा की खोज’ किस पर केंद्रित है?
जयशंकर प्रसाद
हजारी प्रसाद द्विवेदी
डॉ. नामवर सिंह की पुस्‍तक ‘दूसरी परम्‍परा की खोज’ हजारी प्रसाद द्विवेदी पर केंद्रित है।
जगदीश गुप्‍त
प्रेमचंद
44. ‘आपका बंटी’ उपन्‍यास किसने लिखा है?
निरुपमा सेवती
शिवानी
राजी सेठ
मन्‍नू भंडारी
‘आपका बंटी’ उपन्‍यास मन्‍नू भंडारी ने लिखा है।
45. ‘नयी कहानी-आंदोलन’ के प्रमुख कहानीकार हैं-
जैनेंद्र
यशपाल
इलाचंद्र जोशी
मोहन राकेश
‘नयी कहानी-आंदोलन’ के प्रमुख कहानीकार मोहन राकेश हैं।
46. उपमा, पद-लालित्‍य और अर्थगौरव की दृष्‍टि से एक साथ तीनों गुणों से युक्‍त कौन-सा संस्‍कृत-कवि प्रसिद्ध है?
कालिदास
भारवि
दण्‍डी
माघ
उपमा, पद-लालित्‍य और अर्थगौरव की दृष्‍टि से एक साथ तीनों गुणों से युक्‍त संस्‍कृत-कवि माघ प्रसिद्ध है।
47. ‘मैंने स्मृति के दीप जलाये’ किसी रचना है?
राजर्षि पुरुषोत्तम दास दण्‍डन
रामवृक्ष बेनीपुरी
लक्ष्‍मी नारायण सुधांशु
‘मैंने स्मृति के दीप जलाये’ रचना लक्ष्‍मी नारायण सुधांशु की है।
रामनाथ सुमन
48. निम्‍न पंक्‍तियों में कौन-सा अलंकार है?
नाक का मोती अधर की कान्ति से
बीज दाड़िम का समझ कर भ्रान्ति से
देखकर सहसा हुआ शुक मौन है
सोचता है अन्‍य शुक यह कौन है
संदेह
भ्रांतिमान
‘बीज दाड़िम का समझ कर भ्रान्ति से’ पंक्ति में भ्रांतिमान अलंकार है।
प्रतीप
निदर्शना
49. निम्‍नलिखित पंक्‍तियों में कौन-सा अलंकार है?
एक म्‍यान में दो तलवारें कभी नहीं रह सकती हैं।
किसी और पर प्रेम नारियाँ पति का क्‍या सह सकती हैं?
दृष्‍टान्‍त
उपरोक्त पंक्ति में दृष्‍टान्‍त अलंकार है।
समासोक्‍ति
विभावना
विरोधाभास
50. ‘माटी की मूरतें’ नामक रेखाचित्र किसने लिखा?
महादेवी वर्मा
निराला
सुमित्रानंदन पंत
रामवृक्ष बेनीपुरी
‘माटी की मूरतें’ नामक रेखाचित्र रामवृक्ष बेनीपुरी ने लिखा है।
51. मैथिलीशरण गुप्‍त द्वारा रचित ‘जयद्रथ-वध’ क्‍या है?
महाकाव्‍य
प्रबन्‍ध काव्‍य
खण्‍ड काव्‍य
‘जयद्रथ-वध’ मैथिलीशरण गुप्‍त द्वारा रचित खण्‍ड काव्‍य है।
इनमें से कोई नहीं
52. हिंदी साहित्‍य में ‘महाप्राण’ किस कवि के लिये प्रयुक्‍त होता है?
तुलसीदास
निराला
हिंदी साहित्‍य में ‘महाप्राण’ निराला के लिये प्रयुक्‍त होता है।
जयशंकर प्रसाद
सूरदास
53. ‘सती चन्‍द्रावली’ और ‘अमर सिंह राठौर’ नाटकों की रचना किसने की?
राधा चरण गोस्‍वामी
‘सती चन्‍द्रावली’ और ‘अमर सिंह राठौर’ नाटकों की रचना राधा चरण गोस्‍वामी ने की।
बालकृष्‍ण भट्ट
भारतेंदु हरिशचंद्र
प्रताप नारायण मिश्र
54. ‘तन पर नहीं लत्ता, पान खाये अलबत्ता’ का सही अर्थ होगा-
बुरी आदत का शिकार होना
झूठा दिखावा करना
‘तन पर नहीं लत्ता, पान खाये अलबत्ता’ का सही अर्थ है झूठा दिखावा करना।
बहुत गरीब होना
रोब डालना
55. निम्‍न में से कौन विट्ठलनाथ का शिष्‍य था?
सूरदास
चतुर्भुज दास
विट्ठलनाथ का शिष्‍य चतुर्भुज दास था।
परमानंद दास
कृष्णदास
56. ‘गणेशाय नम:’ में प्रयुक्‍त विभक्‍ति है-
प्रथमा
द्वितीया
चतुर्थी
‘गणेशाय नम:’ में प्रयुक्‍त विभक्‍ति चतुर्थी है।
षष्‍ठी
57. ‘खग कुल कुल-कुल सा बोल रहा’ रेखांकित शब्‍दों का अलंकार है-
श्‍लेष
उपमा
यमक
‘खग कुल कुल-कुल सा बोल रहा’ में रेखांकित शब्‍दों का अलंकार यमक है।
रूपक
58. निम्‍नलिखित पंक्‍तियाँ किस कवि की हैं?
खने-खन नयनकोन अनुसरई।
खने-खन वसन धूलि-तन भरई॥
विद्यापति
‘खने-खन नयनकोन अनुसरई’ ये पंक्तियाँ विद्यापति की हैं।
बल्‍लभाचार्य
विट्ठलनाथ
निम्‍बार्काचार्य
59. निम्‍नलिखित रचनाओं में कौन-सी ऐसी पुस्‍तक है जो भारत पाकिस्‍तान विभाजन को लेकर नहीं लिखी गई है?
तमस
आधा गाँव
कितने पाकिस्‍तान
राग दरबारी
‘राग दरबारी’ पुस्‍तक भारत पाकिस्‍तान विभाजन को लेकर नहीं लिखी गई है।
60. हिंदी की प्रसिद्ध कहानी ‘कसाई बाड़ा’ के लेखक हैं-
ओम प्रकाश बाल्‍मीकि
कँवल भारती
शिव मूर्ति
हिंदी की प्रसिद्ध कहानी ‘कसाई बाड़ा’ के लेखक शिव मूर्ति हैं।
श्‍योराज सिंह ‘बेचैन’
61. ‘प्रभु जी तुम चंद्रन हम पानी, जाकी अंग अंग बास समानी’ – पंक्‍ति किस संत कवि की है?
कबीरदास
दादूदयाल
धर्मदास
रैदास
यह पंक्‍ति रैदास की है।
62. रज्‍जब अली खाँ के गुरु थे-
नानक
दादूदयाल
रज्‍जब अली खाँ के गुरु दादूदयाल थे।
मलूकदास
धन्‍ना
63. शुद्धाद्वैतवाद दर्शन’ के प्रवर्तक हैं-
शंकराचार्य
मध्‍वाचार्य
बल्‍लभाचार्य
विष्‍णु स्‍वामी
शुद्धाद्वैतवाद दर्शन के प्रवर्तक विष्‍णु स्‍वामी हैं।
64. ‘कृष्‍ण गीतावली’ ग्रंथ के रचनाकार हैं-
सूरदास
तुलसीदास
‘कृष्‍ण गीतावली’ ग्रंथ के रचनाकार तुलसीदास हैं।
नंददास
मीरा
65. तुलसीदास कृत ‘विनयपत्रिका’ रचित है-
अवधी में
ब्रजभाषा
‘विनयपत्रिका’ रचना ब्रजभाषा में की गई है।
खड़ी बोली में
वैदिक संस्‍कृत में
66. ‘भौ’ निबंध के लेखक हैं-
पं. विद्यानिवास मिश्र
सरदार पूर्ण सिंह
हरिशंकर परसाई
प्रतापनारायण मिश्र
‘भौ’ निबंध के लेखक प्रतापनारायण मिश्र हैं।
67. ‘चिरगाँव’ किस कवि का जन्‍म स्‍थान है?
माखनलाल चतुर्वेदी
मैथिलीशरण गुप्‍त
‘चिरगाँव’ मैथिलीशरण गुप्‍त का जन्‍म स्‍थान है।
सुभद्रा कुमारी चौहान
सुमि‍त्रानंदन पंत
68. ‘हंस’ पत्रिका का प्रकाशन कहाँ से हुआ?
मुम्‍बई
बनारस
‘हंस’ पत्रिका का प्रकाशन बनारस से हुआ।
दिल्‍ली
जयपुर
69. आचार्य शुक्‍ल ने एडविन आर्नल्‍ड के आख्‍यान काव्‍य ‘लाइट ऑफ एशिया’ का ‘बुद्धचरित’ नाम से किस भाषा में अनुवाद किया?
खड़ी बोली में
अवधी में
ब्रजभाषा
आचार्य शुक्‍ल ने ‘लाइट ऑफ एशिया’ का ‘बुद्धचरित’ ब्रजभाषा में अनुवाद किया।
इनमें से कोई नहीं
70. ‘ज्ञानराशि के संचित कोष ही का नाम साहित्‍य है।’ यह उक्‍ति किस साहित्‍यकार की है?
हजारी प्रसाद द्विवेदी
नंद दुलारे वाजपेयी
महावीर प्रसाद द्विवेदी
यह उक्‍ति महावीर प्रसाद द्विवेदी की है।
मुक्‍तिबोध
71. ‘भट्ट लोल्‍लट’ द्वारा प्रतिपादित मत कौन-सा है?
अभिव्‍यक्‍तिवाद
उत्पत्ति‍वाद
‘भट्ट लोल्‍लट’ द्वारा प्रतिपादित मत उत्पत्ति‍वाद (अरोपवाद) है।
भोगवाद
अनुमितिवाद
72. ‘शांत रस’ का स्थायीभाव है-
रति
शोक
निर्वेद
‘शांत रस’ का स्थायीभाव निर्वेद है।
विस्‍मय
73. संचारी भावों की संख्‍या मानी गयी है-
32
30
34
33
संचारी भावों की संख्‍या 33 मानी गयी है।
74. रीति संप्रदाय के प्रवर्तक आचार्य हैं-
भरतमुनि
कुन्‍तक
वामन
रीति संप्रदाय के प्रवर्तक आचार्य वामन हैं।
क्षेमेन्‍द्र
75. निम्न पंक्ति में कौन-सा अनुभाव है?
ज्‍यौं ज्यौं पटु झटकति, हठतिं, हँसति नचावति नैन।
त्‍यौं त्‍यौं निपट उदारहुं फगुवा देत बनै न॥
वाचिक अनुभाव
कायिक अनुभाव
इस पंक्ति में कायिक अनुभाव व्यक्त हो रहा है।
मानसिक अनुभाव
सात्विक अनुभाव
76. ‘घी के दिये जलाना’ मुहावरा का सही अर्थ है-
दीपावली मनाना
खुशी मनाना
‘घी के दिये जलाना’ मुहावरा का सही अर्थ है खुशी मनाना।
रईसी प्रकट करना
अपने को विशिष्‍ट समझना
77. ‘सोने में सुगंध’ मुहावरा का सही अर्थ है-
सुगंधित सोना
सुंदर वस्‍तु में और गुण होना
‘सोने में सुगंध’ मुहावरा का सही अर्थ है सुंदर वस्‍तु में और गुण होना।
सुगंध से युक्‍त आभूषण
सुंदर आभूषण होना
78. ‘आँख का अंधा गाँठ का पूरा’ लोकोक्‍ति का सही अर्थ है-
अंधा परन्‍तु विवेकशील होना
मूर्ख धनी
‘आँख का अंधा गाँठ का पूरा’ लोकोक्‍ति का सही अर्थ है मूर्ख धनी होना।
अंधे के पास धन होना
आँखों का रोग
79. निम्‍नलिखित में तत्‍सम शब्‍द है-
मेघ
‘मेघ’ एक तत्‍सम शब्‍द है।
ठेस
भौंरा
जेठ
80. निम्‍नलिखित लेखकों में व्‍यंग्‍कार कौन है?
मोहन राकेश
कन्‍हैया लाल मिश्र ‘प्रभाकर’
बेढब बनारसी
पाण्‍डेय बेचन शर्मा ‘उग्र’
पाण्‍डेय बेचन शर्मा ‘उग्र’ व्‍यंग्‍कार हैं।
81. ‘किंकर्त्तव्‍य-विमूढ़’ शब्‍द का सही अर्थ है?
जिसे अपने कर्त्तव्‍य का बोध न हो
‘किंकर्त्तव्‍य-विमूढ़’ शब्‍द का सही अर्थ है, जिसे अपने कर्त्तव्‍य का बोध न हो।
जिसे यह न सूझ पड़े कि अब क्‍या करना चाहिए
जो कर्त्तव्य के प्रति सचेत हो
जो कर्त्तव्‍य से विमुक्‍त हो
82. ‘अन्‍त्‍यज’ शब्‍द का सही अर्थ है-
जो जन्‍म से अपंग हो
जो जन्‍म के उपरान्‍त त्‍याग दिया गया हो
जिसका जन्‍म निम्‍न (अछूत) वर्ग में हुआ हो
‘अन्‍त्‍यज’ शब्‍द का सही अर्थ है, जिसका जन्‍म निम्‍न (अछूत) वर्ग में हुआ हो।
जो जन्‍म से कुरुप हो
83. ‘बहुज्ञ’ शब्‍द का सही अर्थ है-
जानने की इच्‍छा रखने वाला
जो बहुत जानकार हो
‘बहुज्ञ’ शब्‍द का सही अर्थ है, जो बहुत जानकार हो।
जो अध्‍ययनशील हो
जो कम जानता हो
84. ‘तरकश’ का पर्यायवाची शब्‍द है-
तीर
धनुष
प्रतिंचा
निषंग
‘तरकश’ का पर्यायवाची शब्‍द है निषंग।
85. ‘स्‍त्री’ का पर्यायवाची शब्‍द नहीं है-
तरुणी
प्रमदा
ललाम
‘स्‍त्री’ का पर्यायवाची शब्‍द ‘ललाम’ नहीं है।
ललना
86. ‘तुलसी: आधुनिक वातायन से’ पुस्‍तक के लेखक हैं-
माता प्रसाद गुप्‍त
अशोक वाजपेयी
रमेश कुन्‍तल मेघ
‘तुलसी: आधुनिक वातायन से’ पुस्‍तक के लेखक रमेश कुन्‍तल मेघ हैं।
विश्‍वनाथ प्रसाद मिश्र
87. ‘मारेसि मोहि कुठांव’ एवं ‘कछुआ धर्म’ निबंध के लेखक हैं-
बाबू गुलाब राय
बाल मुकुंद गुप्‍त
चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’
‘मारेसि मोहि कुठांव’ एवं ‘कछुआ धर्म’ निबंध के लेखक चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ हैं।
सरदार पूर्ण सिंह
88. ‘मिलन का मत नाम लो, मैं विरह में चिर हूँ।’ यह पंक्‍ति किस रचनाकार की है?
मीराबाई
सहजोबाई
सुभद्रा कुमारी चौहान
महादेवी वर्मा
यह पंक्ति महादेवी वर्मा की है।
89. ‘कुआनो नदी’ काव्‍य संग्रह के रचनाकार हैं-
धूमिल
कुँवर नारायण
दुष्‍यंत कुमार
सर्वेश्‍वर दयाल सक्‍सेना
‘कुआनो नदी’ काव्‍य संग्रह के रचनाकार सर्वेश्‍वर दयाल सक्‍सेना हैं।
90. ‘मंगलेश डबराल’ की रचना है-
जख्म पर धूल
पहाड़ पर लालटेन
‘मंगलेश डबराल’ की रचना है ‘पहाड़ पर लालटेन’।
सुनो कारीगर
सुदामा पाण्‍डेय का प्रजातंत्र
91. निम्‍नलिखित में निराला की व्‍यंग्‍यपरक कविता कौन-सी है?
तुलसीदास
कुकुरमुत्ता
निराला की व्‍यंग्‍यपरक कविता ‘कुकुरमुत्ता’ है।
सरोज स्‍मृति
तोड़ती पत्‍थर
92. ‘यदि प्रेम ही जीवन का सत्‍य है, तो संसार ज्‍वालामुखी है।’ इस कथन का संबंध है-
चंद्रगुप्‍त-कार्नेलिया
ध्रुवस्‍वामिनी–कोमा
चंद्रगुप्‍त-अलका
इस कथन का संबंध ‘चंद्रगुप्‍त-अलका’ से है।
स्‍कन्‍दगुप्‍त-बसन्‍तसेना
93. कालिदास ने ‘सुलभ कोपो महर्षि: किसे कहा है?
दुर्वासा को
कालिदास ने ‘सुलभ कोपो महर्षि:’ दुर्वासा को कहा है।
परशुराम को
वशिष्‍ठ को
विश्‍वामित्र को
94. ‘कविता की तीसरी आँख’ के रचनाकार हैं-
शेरजंग गर्ग
मृदुला गर्ग
प्रभाकर श्रोत्रिय
‘कविता की तीसरी आँख’ के रचनाकार प्रभाकर श्रोत्रिय हैं।
इनमें से कोई नहीं
95. अब्‍दुल बिस्मिल्‍लाह कृत ‘झीनी-झीनी बीनी चदरिया’ में किसका चित्रण है?
कबीर के जीवनकाल का
भारत की साम्‍प्रदायिक समस्‍या का
बुनकरों के जीवन संघर्ष का
अब्‍दुल बिस्मिल्‍लाह कृत ‘झीनी-झीनी बीनी चदरिया’ में बुनकरों के जीवन संघर्ष का चित्रण है।
इनमें से कोई नहीं
96. समस्‍या पूर्ति किस युग की विशेषता है?
भारतेंदु युग
समस्‍या पूर्ति भारतेंदु युग की विशेषता है।
प्रगतिवादी युग
द्विवेदी युग
छायावाद युग
97. नवगीत- दशक 1, 2, 3 का संपादक कौन था?
शंभुनाथ सिंह
नवगीत- दशक 1, 2, 3 के संपादक शंभुनाथ सिंह हैं।
अज्ञेय
नरेश मेहता
उमाशंकर तिवारी
98. ‘अधैर्य का कवि’ किसे कहा गया है?
त्रिलोचन
अज्ञेय
गिरिजा कुमार माथुर
दिनकर
‘अधैर्य का कवि’ दिनकर को कहा गया है।
99. भक्‍तिकाल को हिंदी काव्‍य का स्‍वर्णयुग सर्वप्रथम किसने कहा?
मिश्र बन्‍धु
आचार्य रामचंद्र शुक्‍ल
ग्रियर्सन
भक्‍तिकाल को हिंदी काव्‍य का स्‍वर्णयुग सर्वप्रथम ग्रियर्सन ने कहा।
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
100. आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने ‘वाणी का डिक्‍टेटर’ किसे कहा था?
रैदास
कबीर
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने ‘वाणी का डिक्‍टेटर’ कबीर को कहा था।
दादू
नानक
101. ‘कौरवी’ किस बोली को कहते हैं?
मारवाड़ी
खड़ी बोली
‘कौरवी’ खड़ी बोली को कहते हैं।
अवधी
छत्तीसगढ़ी
102. निम्नलिखित काव्‍यांश में प्रयुक्‍त काव्‍यगुण का नाम है-
‘मैं जो नया ग्रंथ विलोकता हूँ-
भाता मुझे सो नव मित्र-सा है।
देखूँ उसे मैं नित बार-बार
मानो मिला मित्र मुझे पुराना।’
प्रसाद
ओज
माधुर्य
उपर्युक्‍त काव्‍यांश में प्रयुक्‍त काव्‍यगुण माधुर्य है।
इनमें से कोई नहीं
103. ‘पूर्णकुटी’ शब्‍द का समास है-
तत्‍पुरुष
‘पूर्णकुटी’ शब्‍द का समास तत्‍पुरुष है।
बहुब्रीहि
द्वन्‍द्व
कर्मधारय
104. निम्न पंक्तियों के रचनाकार हैं-
राष्‍ट्रगीत में भला कौन वह भारत भाग्‍य विधाता है।
फटा सुथन्‍ना पहने जिसका गुन हर चरना गाता है।
रघुवीर सहाय
राष्‍ट्रगीत में उपर्युक्‍त पंक्तियाँ रघुवीर सहाय की हैं।
दिनकर
नागार्जुन
केदारनाथ सिंह
105. ‘ए हिस्‍ट्री ऑफ हिंदी लिटरेचर’ के लेखक हैं-
मैक्‍स मूलर
जार्ज अब्राहम ग्रियर्सन
रामचंद्र शुक्‍ल
फ्रैंक ई.के
‘ए हिस्‍ट्री ऑफ हिंदी लिटरेचर’ के लेखक फ्रैंक ई.के. हैं।
106. ‘उच्‍चारण’ शब्‍द में उपसर्ग है-
उच्
उच्‍च
उत्
‘उच्‍चारण’ शब्‍द में उपसर्ग ‘उत्’ है।
इनमें से कोई नहीं
107. ‘टालस्‍टाय और साइकिल’ किसकी काव्‍य कृति है?
लीलाधर जगूड़ी
अरूण कमल
ज्ञानेन्‍द्र पति
केदानाथ सिंह
‘टालस्‍टाय और साइकिल’ के काव्‍य कृति के लेखक केदानाथ सिंह हैं।
108. निम्‍नलिखित की सही वर्तनी होगी-
अनुषंगिक
आनुषंगिक
‘आनुषंगिक’ शब्द की सही वर्तनी है।
अनुसंगिक
आनुसंगिक
109. ‘कृत’ शब्‍द का निर्माण किस प्रत्‍यय के योग से हुआ है?
क्‍त
क्तिन
‘कृत’ शब्‍द का निर्माण ‘क्तिन’ प्रत्‍यय के योग से हुआ है।
तव्‍य
इनमें से कोई नहीं
110. ‘न कान्‍तमपि निर्भूषं विभाति वनिता मुखम्’ इस उक्‍ति के लेखक हैं-
भामह
‘न कान्‍तमपि निर्भूषं विभाति वनिता मुखम्’ इस उक्‍ति के लेखक भामह हैं।
दण्‍डी
उद्भट
रुद्रट
111. अपभ्रंश का भवभूति किसे माना जाता है?
शालिभद्र सूरि
पुष्‍पदंत
अपभ्रंश का भवभूति पुष्‍पदंत को माना जाता है।
कनकामर
धनपाल
112. ‘विद्यालयं निकषा नदी अस्ति’ में कौन-सी विभक्‍ति है?
द्वितीया
‘विद्यालयं निकषा नदी अस्ति’ में द्वितीया विभक्‍ति है।
तृतीया
चतुर्थी
पंचमी
113. निम्न पंक्‍तियों में किस रस का निरुपण हुआ है?
एक ओर अजगरहिं लखि एक ओर मृगराय।
बिकल बटोही बीच ही परयो मूरछा खाय॥
अद्भुत रस
भयानक रस
उपर्युक्‍त पंक्तियों में भयानक रस का निरुपण हुआ है।
हास्‍य रस
वीभत्‍स रस
114. ‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’ उपन्‍यास की रचना किसने की?
गिरिराज किशोर
काशीनाथ सिंह
अरुण कमल
विनोद कुमार शुक्‍ल
‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’ उपन्‍यास की रचना विनोद कुमार शुक्‍ल ने की है।
115. निम्‍नलिखित नाटककारों में ऐतिहासिक नाटककार कौन हैं?
लक्ष्‍मी नारायण लाल
डॉ. धर्मवीर भारती
उपेन्‍द्र नाथ अश्क
डॉ. रामकुमार वर्मा
डॉ. रामकुमार वर्मा ऐतिहासिक नाटककार हैं।
116. ‘रिपोर्ताज’ किस भाषा का शब्‍द है?
फ्रांसीसी
‘रिपोर्ताज’ शब्द फ्रांसीसी भाषा का है।
अंग्रेजी
पुर्तगाली
जापानी
117. भारतेंदु युग के नाटककार हैं-
प्रसाद
श्री निवास दास
भारतेंदु युग के नाटककार श्री निवास दास हैं।
हरिकृष्‍ण ‘प्रेमी’
वृन्‍दावन लाल वर्मा
118. ‘मादा कैक्‍टस’ नाटक किसने लिखा है?
रांगेय राघव
हरिकृष्‍ण ‘प्रेमी’
जयशंकर प्रसाद
लक्ष्‍मी नारायण लाल
‘मादा कैक्‍टस’ नाटक लक्ष्‍मी नारायण लाल ने लिखा है।
119. ‘अंधायुग’ किसकी रचना है?
भारतेंदु
यशपाल
धर्मवीर भारती
‘अंधायुग’ धर्मवीर भारती की रचना है।
गोविंद बल्‍लभ पंत
120. ‘चिंतामणि’ किस निबंधकार का महत्‍वपूर्ण निबंध संग्रह है?
आचार्य रामचंद्र शुक्‍ल
‘चिंतामणि’ निबंध संग्रह आचार्य रामचंद्र शुक्‍ल का महत्‍वपूर्ण निबंध संग्रह है।
बाल कृष्‍ण भट्ट
गुलाबराय
महादेवी वर्मा
121. निम्‍नलिखित में ‘यथा विधि’ का सही समास कौन-सा है?
तत्‍पुरुष
कर्मधारय
बहुब्रीहि
अव्‍ययीभाव
‘यथा विधि’ का सही समास अव्‍ययीभाव है।
122. रस-निरूपण के प्रथम व्‍याख्‍याता थे-
दण्‍डी
भामह
भरत मुनि
रस-निरूपण के प्रथम व्‍याख्‍याता भरत मुनि थे।
भट्ट लोल्‍लट
123. सूची-I के समूहों का मिलान सूची- II से कीजिए और दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए:
(a) प्रिय प्रवास (i) मैथिलीशरण गुप्‍त
(b) रंग में भंग (ii) राय देवीप्रसाद पूर्ण
(c) मृत्‍युंजय (ii) हरिऔध
(d) पथिक (iv) रामनरेश त्रिपाठी
कूट:(a), (b), (c), (d)
(iii), (iv), (ii), (i)
(ii), (i), (iv), (iii)
(iii), (i), (ii), (iv)
(iv), (ii), (iii), (i)
124. सूची-I के समूहों का मिलान सूची- II से कीजिए और दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए:
(a) खचाखच (i) योगरूढ़ शब्‍द
(b) मुरलीधर (ii) तद्भव शब्‍द
(c) टिकटधर (iii) देशज शब्‍द
(d) साँप (v) संकर शब्‍द
कूट:(a), (b), (c), (d)
(ii), (iii), (i), (iv)
(iii), (i), (iv), (ii)
(iii), (i), (ii), (iv)
(iii), (ii), (iv), (i)
125. निम्‍नलिखित आत्‍मकथा & लेखक में कौन-सा जोड़ा सुमेलित नहीं है?
(i) मेरी जीवन यात्रा- राहुल सांकृत्‍यायन
(ii) सिंहावलोकन- यशपाल
(iii) नीड़ का निर्माण फिर- हरिवंश राय बच्‍चन
(iv) बसेरे से दूर- अज्ञेय
केवल (i)
केवल (ii), (iii)
केवल (iii)
केवल (iv)
‘बसेरे से दूर’- हरिवंश राय बच्‍चन की आत्मकथा है।

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