अकाल और उसके बाद कविता की व्याख्या और समीक्षा | नागार्जुन
नागार्जुन प्रगतिशील काव्यधारा के कवि हैं। नयी कविता के समांतर चलने वाली जो काव्यधारा है, उसके कवि हैं। इनके यहाँ सबसे ज्यादा वैविध्य और...
रंगों का पर्व होली और हिंदी कविता | holi 2022
होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला भारतीय लोगों का महत्वपूर्ण त्यौहार है। रंगो की वजह से इसका लोकहर्षक रूप दिखाई देता है। यदि...
भक्तिकाल के प्रमुख संत कवि और उनकी रचनाएँ | sant kavya
डॉ. पीताम्बर दत्त बड़ध्वाल ने संत शब्द का संबंध शांत से माना है जिसका अर्थ है निवृति मार्गी या वैरागी। भक्तिकाल में संत कवि...
rekhachitra | हिंदी के प्रमुख रेखाचित्र और रेखाचित्रकार
रेखाचित्र
रेखाचित्र अंग्रेज़ी के ‘स्केच’ (sketch) शब्द का समानार्थी है। रेखाचित्र (rekhachitra) मूल रूप से चित्रकला का शब्द है। वहीं से इस शब्द को लेकर...
यह दीप अकेला कविता की व्याख्या और प्रमुख तथ्य | अज्ञेय
यह दीप अकेला कविता- अज्ञेय
अज्ञेय का मूल नाम सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन है। इनका जन्म 7 मार्च 1911 ई. को कुशीनगर, देवरिया, उत्तर प्रदेश में हुआ...
गीत-फरोश कविता की व्याख्या और प्रमुख तथ्य
गीत-फरोश: भवानीप्रसाद मिश्र
भवानी प्रसाद मिश्र नई कविता के दौर के कवि हैं। दूसरे सप्तक (1951 ई.) में शामिल भवानी एक गांधीवादी कवि माने जाते हैं। ‘गीत फरोश’ कविता...
प्रगतिवादी काव्य और उनके प्रमुख कवि
प्रगतिवादी काव्य धारा का समय (समय-सीमा) 1936 से 1943 ई. तक माना गया है। सन् 1934 ई. में गोर्की के नेतृत्व में रूस में...
छायावादी युग के कवि और उनकी रचनाएं | Chhayavadi kavi
छायावाद की कालावधि 1920 या 1918 से 1936 ई. तक मानी जाती है। वहीं इलाचंद्र जोशी, शिवनाथ और प्रभाकर माचवे ने छायावाद का आरंभ लगभग 1912-14...
भारतेंदु युग के कवि और उनकी रचनाएँ
हिन्दी साहित्य के इतिहास में आधुनिक काल के प्रथम चरण को ‘भारतेंदु युग’ के नाम से जाना जाता है। भारतेंदु हरिश्चंद्र को हिन्दी साहित्य...
द्विवेदी युग के कवि और उनकी रचनाएँ
आधुनिक कविता के दूसरे पड़ाव (सन् 1903 से 1916) को द्विवेदी-युग के नाम से जाना जाता है। डॉ. नगेन्द्र ने द्विवेदी युग को ‘जागरण-सुधार काल’ भी कहा जाता है...