संयुक्त राष्ट्र में हिंदी | sanyukt rashtra men hindi
वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की छह आधिकारिक भाषाएँ– अंग्रेज़ी, अरबी, चीनी, फ्रेंच, रूसी और स्पेनिश हैं। भारत काफी समय से यह प्रयास...
विश्व हिंदी सम्मेलन: परिकल्पना, उद्देश्य और महत्त्व
विश्व हिंदी सम्मेलन की परिकल्पना
‘विश्व हिंदी सम्मेलन’ हिंदी भाषा का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिंदी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा...
हिंदी ब्लॉग: सीमाएँ और समस्याएं | Hindi Blogs
अब हिंदी केवल सम्प्रेषण की भाषा तक सीमित नहीं है। ज्ञान-विज्ञान के दूसरे क्षेत्रों तक उसका प्रचार-प्रसार हुआ है। लेकिन यह सब एक सीमा...
अपठित अवतरण पर आधारित प्रश्नों को हल करने हेतु निर्देश
अपठित अवतरण का अर्थ या अभिप्राय
अधिकतर परीक्षाओं में हिंदी के ऐसे अवतरण (गद्यांश-पद्यांश) संबंधी प्रश्न पूछे जाते हैं। इन दिए गए गद्यांशों का पाठ्य...
हिंदी के प्रचार-प्रसार में राजनीतिक संस्थाओं की भूमिका
उन्नीसवीं शताब्दी में हुए धार्मिक व सामाजिक आंदोलन के परिणाम स्वरूप शिक्षित भारतीयों के मध्य राजनीतिक चेतना का उदय हुआ। चूँकि उन्नीसवीं शताब्दी में...
हिंदी भाषा का भौगोलिक या क्षेत्र-विस्तार | kshetr vistar
हिंदी भाषा के क्षेत्र या भौगोलिक विस्तार पर बात करने से पहले दो-तीन बातों पर विचार कर लेना उपयुक्त होगा। जैसे की आपलोग जानते हैं की...
कोश की परिभाषा और प्रकार | शब्दकोश
इस पोस्ट में कोश किसे कहते हैं, कोश की परिभाषा क्या है, कोश निर्माण की प्रक्रिया क्या है, कोश के कितने प्रकार हैं, एकभाषिक कोश-...
हिंदी के प्रचार-प्रसार में साहित्यिक संस्थाओं की भूमिका
भारतेंदु युग में हिंदी साहित्य निर्माण का कार्य प्रचुर मात्रा में हुआ, खासकर हिंदी गद्य साहित्य में। हिंदी को मजबूत धरातल प्रदान करने में भारतेंदु और भारतेंदु...
हिंदी के प्रचार-प्रसार में धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं की भूमिका
अंग्रेजों की सत्ता स्थापित होने के बाद राष्ट्रीयता की एक अखिल भारतीय संकल्पना उभर कर आती है। भाषा का मुद्दा प्रमुख हो उठता है।...
पहाड़ी हिंदी की प्रमुख बोलियाँ और विशेषताएँ | pahadi hindi
खश (कुछ नये मतों के अनुसार शौरसेनी) अपभ्रंश से पहाड़ी भाषाएँ निकली हैं। इनकी लिपि देवनागरी है। हिमालय के तराई (निचले) भागों में बोली...