UP PGT Hindi question paper 2005 को हल करने के लिए इसे देख सकते हैं। TGT, PGT हिंदी की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्रों को जरूर लाभ होगा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज (UPSESSB) द्वारा आयोजित PGT Hindi Exam- 2005 के question paper को यहाँ दिया जा रहा है। up pgt hindi previous year question paper के अंतर्गत यह पाँचवाँ प्रश्न-पत्र है।
PGT Hindi- 2005
1. किस कवि की ‘सतसई’ पर हिंदी का प्रसिद्ध ‘मंगला प्रसाद पारितोषिक’ प्रदान किया गया?
बिहारी
मतिराम
दुलारेलाल भार्गव
वियोगी हरि
वियोगी हरि की ‘सतसई’ को हिंदी का प्रसिद्ध ‘मंगला प्रसाद पारितोषिक’ प्रदान किया गया।
2. ‘उड्डयनम्’ का संधि विच्छेद होगा-
उत + डयनम्
‘उड्डयनम्’ का सही संधि विच्छेद उत + डयनम् है।
उद् + डयनम्
उड + अयनम्
उड् + डयनम्
3. ‘अदस्’ (वह) शब्द के स्त्रीलिंग, पंचमी विभक्ति, बहुवचन में रूप होगा-
अमूभ्य:
‘अदस्’ शब्द के स्त्रीलिंग, पंचमी विभक्ति, बहुवचन का रूप ‘अमूभ्य:’ होता है।
अमुष्या:
अमू:
अमुया
4. ‘वह स्त्री जिसका पति परदेश से आने वाला हो’ के लिए एक शब्द है-
आगतपतिका
प्रवत्स्यतपतिका
प्रोषितपतिका
आगमिस्यतपतिका
‘वह स्त्री जिसका पति परदेश से आने वाला हो’ के लिए एक शब्द ‘आगमिस्यतपतिका’ है।
5. ‘वकील’ किस भाषा का शब्द है?
फारसी का
अरबी का
‘वकील’ अरबी भाषा का शब्द है।
तुर्की का
पुर्तगाली का
6. ‘सट्टक’ है-
एक प्रकार का छंद
एक प्रकार की युद्ध शैली
एक प्रकार का नाटक
‘सट्टक’ एक प्रकार का नाटक है।
एक प्रकारका गीत
7. ‘कस्तुरी कुंडल बसै’ आत्मकथा है-
शीला झुनझुनवाला की
मैत्रेयी पुष्पा की
‘कस्तुरी कुंडल बसै’ मैत्रेयी पुष्पा की आत्मकथा है।
कुसुम अंचल की
गोपाल प्रसाद व्यास की
8. कृष्णा सोबती द्वारा लिखित संस्मरण कृति है-
‘हम हशमत (2)’
कृष्णा सोबती द्वारा लिखित संस्मरण कृति ‘हम हशमत (2)’ है।
‘स्मृतियों का शुक्ल पक्ष’
‘सुधियाँ उस चन्दन के वन की’
‘संस्मरण और श्रद्धांजलियाँ’
9. निबंध-संग्रह ‘शाब्दिता’ के निबंधकार हैं-
विवेकी राय
निर्मल वर्मा
धर्मवीर भारती
निबंध-संग्रह ‘शाब्दिता’ के निबंधकार धर्मवीर भारती हैं।
पं. विद्यानिवास मिश्र
10. ‘अलंकेश’ पर्यायवाची शब्द है-
बादल का
कल्पवृक्ष का
कुबेर का
‘अलंकेश’ कुबेर का पर्यायवाची शब्द है।
चपला का
11. ‘अनभिज्ञ’ शब्द का विलोम है-
भिज्ञ
अज्ञ
अभिज्ञ
‘अनभिज्ञ’ का विलोम ‘अभिज्ञ’ है।
अतिभिज्ञ
12. ‘नी’ धातु के ‘लङ्: लकार’ मध्यम पुरूष एकवचन में रूप होगा-
अनयम्
अनयन्
अनयत्
अनय:
‘नी’ धातु का ‘लङ्: लकार’ मध्यम पुरूष एकवचन में रूप ‘अनय:’ होता है।
13. ‘निराला की साहित्य-साधना’ आलोचना कृति के कितने भाग हैं?
दो
एक
तीन
‘निराला की साहित्य-साधना’ आलोचना कृति के तीन भाग हैं।
चार
14. ‘तुमुन्’ प्रत्यय का प्रयोग निम्नलिखित में से किस अर्थ में होता है?
चाहिए
योग्य
के लिए
‘तुमुन्’ प्रत्यय का प्रयोग ‘के लिए’ के अर्थ में होता है।
करके
15. ‘संस्कार’ शब्द में किस उपसर्ग का प्रयोग हुआ है?
सम्
‘संस्कार’ शब्द में ‘सम्’ उपसर्ग का प्रयोग हुआ है।
सन्
सम्स
सन्स
16. गाँव के चारों ओर जल है। -उपर्युक्त वाक्य का निम्नलिखित में से कौन-सा संस्कृत अनुवाद सही है?
ग्रामम् परित: जलम् अस्ति
सही अनुवाद है: ‘ग्रामम् परित: जलम् अस्ति।’
ग्रामस्य परित: जलम् अस्ति
ग्रामस्य चहुँदिशासु जलम् अस्ति
ग्रामस्य चहुँदिशासु जलम् सन्ति
17. ‘सु + आगतम् = स्वागतम्’ इस संधि में निम्नलिखित में से कौन-सा सूत्र लागू होगा?
अक: सवर्णे दीर्घ:
आद् गुण:
इकोयणचि
‘सु + आगतम् = स्वागतम्’ में ‘इकोयणचि’ सूत्र लागू होता है।
वृद्धिरेचि
18. ‘स्तो:श्चुना श्चु:’ सूत्र के अनुसार श्चुत्व संधि का निम्नलिखित में से कौन-सा उदाहरण सही है?
रामस् + चिनौति = रामश्चिनौति
‘रामस् + चिनौति = रामश्चिनौति’ श्चुत्व संधि का सही उदाहरण है।
रामस् + टीकते = रामष्टीकते
रामस् + षष्ठ: = रामषष्ठ:
उपर्युक्त में से कोई नहीं
19. आचार्य भरतमुनि के बाद ‘रसनिष्पति’ को लेकर मुख्य रूप से जिन विद्वानों ने रस के विषय में अपने विचार दिए हैं उनके नामों का कौन-सा क्रम सही है?
भट्टलोल्लट, भट्टशंकुक, भट्टनायक, अभिनवगुप्त
यह क्रम ‘रसनिष्पति’ के विकास में विचार देने वाले विद्वानों का सही क्रम है।
अभिनवगुप्त, भट्टनायक, भट्टशंकुक, भट्टलोल्लट
भट्टनायक, भट्टशंकुक, भट्टलोल्लट, अभिनवगुप्त
भट्टशंकुक, भट्टलोल्लट, भट्टनायक, अभिनवगुप्त
20. निम्न काव्य-पंक्तियों में मुख्य रूप से कौन-सा अलंकार लक्षित हो रहा है?
‘माँ के शुचि उपकारों का, जीवन में अंत नहीं है।निस्वार्थ साधना पथ पर, माँ जैसा संत नहीं है।’
विभावना
विशेषोक्ति
प्रतीप
इन काव्य-पंक्तियों में ‘प्रतीप’ अलंकार लक्षित हो रहा है।
अनन्वय
21. निम्नलिखित काव्य पंक्तियों में कौन-सा रस अभिव्यंजित हो रहा है?
‘मन की उत्तप्त वेदना, मन ही मन में बहती थी।चुप रहकर अन्तर्मन में, कुछ मौन व्यथा कहती थी॥
दुर्गम पथ पर चलने का, वो सम्बल छूट गया था।
अविचल, अविकल वह प्राणी, भीतर से टूट गया था॥’
शांत
वियोग श्रृंगार
करूण
उपर्युक्त काव्य पंक्तियों में ‘करूण’ रस अभिव्यंजित हो रहा है।
वात्सल्य
22. अर्थबोध कराने के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है?
अभिधा शब्दशक्ति लक्षणा पर आश्रित होती है।
लक्षणा शब्दशक्ति व्यंजना पर आश्रित होती है।
अभिधा शब्दशक्ति लक्षणा व व्यंजना दोनों पर आश्रित होती है।
लक्षणा एवं व्यंजना दोनो शब्द शक्तियाँ अभिधा पर आश्रित होती है।
लक्षणा और व्यंजना शब्द शक्तियाँ अभिधा पर आधारित होती हैं।
23. निम्नलिखित काव्य-पंक्तियों में कौन-सा छंद है?
‘हम जो कुछ देख रहे हैं, सुंदर है सत्य नहीं है।यह दृश्य जगत भासित है, बिन कर्म शिवत्व नहीं है॥’
चौदह-चौदह मात्राओं की यति से 28 मात्राओं वाला मात्रिक छंद
यह छंद चौदह-चौदह मात्राओं की यति से 28 मात्राओं वाला मात्रिक छंद है।
दस-दस वर्णो की यति से 20 वर्णों वाला वर्णिक छंद है
तेरह-तेरह मात्राओं की यति से 26 मात्राओं वाला मात्रिक छंद
पन्द्रह-पन्द्रह मात्राओं की यति से 30 मात्राओं वाला मात्रिक छंद
24. निम्न काव्य-पंक्तियों में कौन-सा काव्यगुण व्यंजित हो रहा है?
‘जब द्रास, बटालिक, टाइगर हिल की, सीमा लगी लरजने।जब शहादत लेते हिमगिरि की, चट्टानें लगीं गरजने।
तब जाग उठे ये शेर बबर, पौरूष हुंकार उठा था।
मातृ भूमि की बलिवेदी पर, लहू पुकार उठा था।’
माधुर्य
ओज
इन काव्य पंक्तियों में ‘ओज’ काव्यगुण व्यंजित हो रहा है।
प्रसाद
उपर्युक्त तीनों
25. निम्नलिखित काव्य-पंक्तियों में कौन-सा काव्यदोष लक्षित हो रहा है-
‘हिलते थे छाती पर हार।मुखरित था कलरव, गीतों में स्वर लय का होता अभिसार।
बिछुड़े तेरे सब आलिंगन, पुलक स्पर्श का पता नहीं।
मधुमय चुम्बन कातरतायें, आज न मुख को सता रहीं।’
कालदोष
वचनदोष
इन काव्य पंक्तियों में ‘वचनदोष’ लक्षित हो रहा है।
लिंगदोष
च्युत संस्कृति दोष
26. निम्नलिखित में भाषा की प्रमुख प्रकृति कौन-सी है?
सरलता से क्लिष्टता की ओर
जटिलता से सरलता की ओर
भाषा की प्रमुख प्रकृति ‘जटिलता से सरलता की ओर’ होती है।
भावों से विचारों की ओर
विचारों से भावों की ओर
27. ‘चरणदास चोर’ किसकी नाट्यकृति है?
मुद्राराक्षस
बलराज पंडित
हबीब तनवीर
‘चरणदास चोर’ हबीब तनवीर की नाट्यकृति है।
नाग दोषों
28. निम्नलिखित में से कौन-सा रचना लघुत्रयी में नहीं आती है?
रघुवंश
कुमारसम्भव
मेघदूत
ॠतुसंहार
‘ॠतुसंहार’ लघुत्रयी में नहीं आती है।
29. निम्नलिखित में से कौन कवि कालिदास से पूर्ववर्ती है?
भारवि
भास
भास, कालिदास से पूर्ववर्ती कवि हैं।
दण्डी
भवभूति
30. निम्नलिखित में से कौन कवि ‘अर्थगौरव’ के लिए प्रसिद्ध है?
भारवि
कवि भारवि ‘अर्थगौरव’ के लिए प्रसिद्ध हैं।
भास
कालिदास
श्रीहर्ष
31. ‘बभूव’ धातुरूप किस लकार का है?
लङ्
लुङ्
लिट्
‘बभूव’ धातु का रूप लिट् लकार का है, जो भूतकाल के कर्म में व्यक्त होता है।
लिङ्
32. ‘उपसर्ग’ से संबंधित सूत्र है-
प्रादय:
उपसर्ग से संबंधित सूत्र ‘प्रादय:’ है।
परश्च
गतिश्च
इनमें से कोई नहीं
33. ‘विष्णवे’ का संधि विच्छेद है-
विष्णु + ए
विष्णो + ए
‘विष्णवे’ शब्द का संधि विच्छेद ‘विष्णो + ए’ है।
विष्णु + अए
विष्णु + अवे
34. निम्नलिखित कथाकृतियों में किसका संबंध काशी से नहीं है?
काशी का अस्सी
गली आगे मुड़ती है
झीनी-झीनी बीनी चदरिया
अलग-अलग वैतरणी
‘अलग-अलग वैतरणी’ का काशी से कोई संबंध नहीं है, यह अन्य कथाओं से जुड़ी कृति है।
35. ‘काव्यादर्श’ के रचनाकार निम्नलिखित में से कौन है?
माघ
भास
भवभूति
दण्डी
‘काव्यादर्श’ के रचनाकार दण्डी हैं।
36. निम्नलिखित में से कौन-सी कृति कालिदास कृत नहीं है?
कुमारसम्भव
अभिज्ञान शाकुन्तलम्
उत्तररामचरितमानस्
‘उत्तररामचरितमानस्’ काव्य भारवि द्वारा रचित है।
रघुवंशम्
37. निम्नलिखित में से ‘पितरौ’ शब्द का कौन-सा ‘समास विग्रह’ उपयुक्त है?
माता पिता च
माता च पिता
पिता च माता
माता च पिता च
‘पितरौ’ शब्द का समास विग्रह ‘माता च पिता च’ है।
38. लोट् लकार का प्रयोग किस अर्थ में होता है?
भूतकाल के लिए
वर्तमान काल के लिए
आज्ञा व आर्शीवाद के लिए
लोट् लकार का प्रयोग मुख्यत: आज्ञा और आर्शीवाद के लिए होता है।
चाहिए के अर्थ में
39. ‘अस्भ्यम्’ शब्द रूप है-
‘अस्मद्’ शब्द के तृतीय एकवचन का
‘अस्मद्’ शब्द के षष्ठी एकवचन का
‘अस्मद्’ शब्द के षष्ठी बहुवचन का
‘अस्मद्’ शब्द के चतुर्थी बहुवचन का
‘अस्भ्यम्’ शब्द ‘अस्मद्’ शब्द के चतुर्थी बहुवचन का रूप है।
40. पठ धातु के लङ् लकार, उत्तम पुरूष बहुवचन का रूप निम्नलिखित में से कौन-सा होगा?
अपठाम
पठ धातु के लङ् लकार, उत्तम पुरूष बहुवचन का रूप ‘अपठाम’ होगा।
अपठाय
अपठम
अपठन
41. ’मत्याम्’ शब्द रूप है-
‘मति’ शब्द के द्वितीय एकवचन का
‘मति’ शब्द के द्वितीय बहुवचन का
‘मति’ शब्द के षष्ठी बहुवचन का
‘मति’ शब्द के सप्तमी एकवचन का
‘मत्याम्’ शब्द ‘मति’ शब्द के सप्तमी एकवचन का रूप है।
42. ‘मुकुट’ शब्द निम्नलिखित में से किस कोटि का है?
देशज
तद्भव
संकर
सप्तम
‘मुकुट’ शब्द सप्तम कोटि का है।
43. ‘अंगिका’ किस राज्य की बोली है?
बंगाल
छतीसगढ़
मध्य प्रदेश
बिहार
‘अंगिका’ बिहार राज्य की बोली है, जो मुख्य रूप से बिहार के अंग क्षेत्र में बोली जाती है।
44. त्रिलोचन शास्त्री की कविताएं हिंदी के अतिरिक्त किस अन्य उपभाषा में है?
ब्रज
मैथिली
अवधी
त्रिलोचन शास्त्री की कविताएं हिंदी के साथ-साथ अवधी उपभाषा में भी हैं।
भोजपुरी
45. कर्ता के साथ ‘ने’ का प्रयोग न होना किस उपभाषा की प्रमुख विशेषता है?
पश्चिमी हिंदी
राजस्थानी हिंदी
पहाड़ी हिंदी
पूर्वी हिंदी
पूर्वी हिंदी में कर्ता के साथ ‘ने’ का प्रयोग न होने की प्रमुख विशेषता है।
46. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द शुद्ध है?
अधिशाषी
अधिसाशी
अधिषाशी
अधिशासी
‘अधिशासी’ शब्द शुद्ध है, जिसका अर्थ होता है अधिकारी या प्राधिकारी।
47. ‘युधिष्ठिर:’ में कौन-सा समास है?
तत्पुरुष
बहुब्रीहि
अलुक्
‘युधिष्ठिर:’ में अलुक् समास है।
कर्मधारय
48. ‘कवि’ का स्त्रीलिंग है-
कविइत्री
कवित्री
कवयित्री
‘कवि’ का स्त्रीलिंग ‘कवयित्री’ है।
कवियित्री
49. ‘ॠषि’ का स्त्रीलिंग है-
ॠषिणी
ॠषि पत्नी
ॠषिका
‘ॠषि’ का स्त्रीलिंग ‘ॠषिका’ है।
ॠषी
50. ‘जो पूजा के योग्य हो’ उसे कहा जाएगा-
पूज्यनीय
‘जो पूजा के योग्य हो’ उसे ‘पूज्यनीय’ कहा जाएगा।
पूज्य
पुज्यनीय
पुजनीय
51. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द अशुद्ध है?
अभिज्ञ
भिज्ञ
‘भिज्ञ’ शब्द अशुद्ध है।
विज्ञ
अनभिज्ञ
52. निम्नलिखित में से कौन-सा अल्पविराम चिह्न है?
(.)
(.)
(,) यह अल्पविराम चिह्न है, जिसका उपयोग वाक्य या वाक्यांश में थोड़े समय के लिए रुकने के लिए किया जाता है।
(;)
(।)
53. संज्ञाओं के साथ आने वाली विभक्तियों को क्या कहा जाता है?
संश्लिष्ट
विश्लिष्ट
संज्ञाओं के साथ आने वाली विभक्तियों को ‘विश्लिष्ट’ कहा जाता है।
श्लिष्ट
उपर्युक्त में कोई नहीं
54. राजशेखर की निम्नलिखित रचनाओं में से कौन रचना अधूरी है?
बालरामायण
काव्य-मीमांसा
कर्पूरमंजरी
बाल भारत
राजशेखर की ‘बाल भारत’ रचना अधूरी है।
55. ‘यमक’ की निम्न परिभाषा किस आचार्य ने दी है?
‘सत्यर्थे पृथगर्थाया: स्वरज्वयनसंहते: क्रमेण तेनेवावृतिर्यमंक विनिगद्यते’। मम्मट
विश्वनाथ
‘यमक’ की परिभाषा ‘विश्वनाथ’ ने दी है।
राजशेखर
उपर्युक्त में से किसी ने भी नहीं
56. हिंदी भाषा में ‘वचन’ कितने प्रकार के है?
3
2
हिंदी में ‘वचन’ के दो प्रकार होते हैं- एकवचन और बहुवचन।
4
5
57. लिंग की दृष्टि से ‘दही’ क्या है?
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
‘दही’ पुल्लिंग शब्द है।
नपुंसक लिंग
उभय लिंग
58. वर्तनी की दृष्टि से कौन-सा शब्द सही है?
ज्योतसना
ज्योत्स्ना
सही रूप ‘ज्योत्स्ना’ है।
ज्योतिस्ना
जोत्स्ना
59. वर्तनी की दृष्टि से कौन-सा शब्द सही है?
सन्यासी
संन्यासी
सही रूप ‘संन्यासी’ है।
सनियासी
सनयासी
60. जिसका कोई शत्रु पैदा ही नहीं हुआ हो, उसे कहते हैं-
आजानुबाहु
अजातशत्रु
‘जिसका कोई शत्रु पैदा ही नहीं हुआ हो, उसे ‘अजातशत्रु’ कहते हैं।
अज्ञातशत्रु
अजातपूर्व
UP PGT Hindi Question Paper 2021
UP TGT Hindi Question Paper 2021
61. ‘कृतज्ञ’ का विलोम क्या है?
कठिन
कृपण
कृतघ्न
‘कृतघ्न’ शब्द ‘कृतज्ञ’ का विलोम है।
करुण
62. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द ‘बादल’ का पर्यायवाची नहीं है-
जलद
नीरद
वारिधि
‘वारिधि’ शब्द समुद्र का पर्यायवाची है।
मेघ
63. कौन-सा वाक्य सही है?
बैल और बकरी घास चरती हैं
बैल और बकरी घास चरते हैं
‘बैल और बकरी’ एक साथ होते हुए बहुवचन होते हैं, इसलिए वाक्य का रूप ‘चरते हैं’ होना चाहिए।
बैल और बकरी घास चरता है
बैल और बकरी घास चरती है
64. ‘उसने कहा कि मैं घर जाऊँगा’- किस तरह का वाक्य है?
सरल वाक्य
संयुक्त वाक्य
मिश्र वाक्य
यह वाक्य मिश्र वाक्य है क्योंकि इसमें एक से अधिक वाक्य जुड़े हुए हैं।
प्रश्नवाचक वाक्य
65. ‘कादम्बरी’ किसकी रचना है?
कालिदास
बाणभट्ट
‘कादम्बरी’ बाणभट्ट की रचना है।
भवभूति
भास
66. ‘वाक्यं रसात्मक काव्य’ किसका कथन है?
विश्वनाथ
‘वाक्यं रसात्मक काव्य’ का कथन विश्वनाथ का है।
राजशेखर
श्रीहर्ष
भास
67. निम्नलिखित कृतियों में से कौन-सी भारवि द्वारा रचित है?
शिशुपाल वध
कुमारसम्भव
किरातार्जुनीयम्
‘किरातार्जुनीयम्’ भारवि द्वारा रचित है।
नैषधीय चरितम्
68. ‘मुद्राराक्षस’ नाटक का रचयिता कौन है?
कुमारदास
शूद्रक
अमर सिंह
विशाखदत्त
‘मुद्राराक्षस’ नाटक का रचयिता विशाखदत्त है।
69. ‘प्रसन्नता’ शब्द में कौन-सी ध्वनि है?
संयुक्त ध्वनि
सम्पृक्त ध्वनि
युग्मक ध्वनि
‘प्रसन्नता’ शब्द में युग्मक ध्वनि है, जिसमें दो ध्वनियाँ एक साथ आकर एक नया रूप बनाती हैं।
उपर्युक्त में से कोई नहीं
70. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द स्त्रीलिंग है?
उत्साह
चक्रव्यूह
मृत्यु
‘मृत्यु’ शब्द स्त्रीलिंग है।
संकल्प
71. अयोगवाह कहा जाता है?
विसर्ग को
विसर्ग को अयोगवाह कहा जाता है, क्योंकि यह ध्वनि का उपसर्ग नहीं होता।
महाप्राण को
संयुक्त व्यंजन को
अल्पप्राण को
72. ‘सूर्य’ का पर्यायवाची नहीं है-
रवि
भास्कर
हंस
सारंग
‘सारंग’ सूर्य का पर्यायवाची नहीं है।
73. ‘अंतरंग’ का सही विलोम है-
बहुरंग
बहिरंग
‘अंतरंग’ का विलोम ‘बहिरंग’ है, जिसका अर्थ बाहरी होता है।
सबरंग
कुरंग
74. शब्द युग्म ‘पर्यन्त-पर्यक’ के सही अर्थ भेद का चयन कीजिए-
तक-कीचड़
तक-पलंग
‘पर्यन्त’ और ‘पर्यक’ का सही अर्थ भेद ‘तक-पलंग’ है।
पर्याप्त-पलंग
समग्र-पीड़क
75. ‘भूसन बिनु न विराजई कविता वनिता मित।’ -यह कथन है?
तुलसीदास
भिखारीदास
केशवदास
यह कथन केशवदास का है।
मतिराम
76. आचार्य देव ने किस भाव को चौतीसवाँ संचारी भाव कहा है?
छल
आचार्य देव ने ‘छल’ को चौतीसवाँ संचारी भाव कहा है।
स्मृति
पुलक
रोमांच
77. ‘एकोरस: करुणेव’ किस कवि की उक्ति है?
कालिदास
बाणभट्ट
भवभूति
यह उक्ति भवभूति की है।
माघ
78. ‘चरण कमल बन्दौ हरि राई’ में कौन-सा अलंकार है?
उपमा
उत्प्रेक्षा
रूपक
‘चरण कमल बन्दौ हरि राई’ में ‘कमल’ का प्रयोग रूपक अलंकार के रूप में किया गया है।
श्लेष
79. ‘सिन्धु सेज पर धरा-वधु अब तनिक संकुचित बैठी सी’- इस अवतरण में कौन-सी शब्दशक्ति है?
अभिधा
व्यंजना
इस अवतरण में व्यंजना शब्दशक्ति है, जिसमें व्यंजन के रूप में संकुचन की स्थिति को व्यक्त किया गया है।
तात्पर्य
लक्षणा
80. किस तिथि को ‘हिंदी’ को राजभाषा बनाने का निर्णय लिया गया है?
15 अगस्त, 1947
26 जनवरी 1950
14 सितम्बर, 1949
हिंदी को राजभाषा बनाने का निर्णय 14 सितम्बर, 1949 को लिया गया था।
14 सितम्बर, 1950
81. हिंदी वर्णमाला में वर्ण है-
50
52
हिंदी वर्णमाला में 52 वर्ण होते हैं, जिनमें स्वर और व्यंजन दोनों शामिल हैं।
54
56
82. ‘संकर’ शब्द का अर्थ है-
तत्सम शब्द
तद्भव
विदेशी शब्द
दो भाषाओं के शब्दों से मिलकर बना शब्द
‘संकर’ शब्द दो भाषाओं के शब्दों से मिलकर बने शब्दों को कहा जाता है।
83. जिन शब्दों की व्युत्पति का पता नहीं चलता, उन्हें कहा जाता है-
तत्सम
तद्भव
देशज
जिन शब्दों की व्युत्पति का पता नहीं चलता, उन्हें ‘देशज’ शब्द कहा जाता है।
संकर
84. भक्तिकाल की समय सीमा क्या है?
संवत् 1275 से संवत् 1700 तक
संवत् 1275 से संवत् 1800 तक
संवत् 1375 से संवत् 1850 तक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
भक्तिकाल की समय सीमा को लेकर विभिन्न मत हैं, लेकिन आमतौर पर यह 14वीं से 17वीं शताबदी के बीच माना जाता है।
85. ‘ज्ञानमार्गी शाखा’ के कवियों को किस नाम से पुकारा जाता है?
सिद्ध कवि
नाथपंथी कवि
भक्ति कवि
संत कवि
‘ज्ञानमार्गी शाखा’ के कवियों को ‘संत कवि’ के नाम से पुकारा जाता है, क्योंकि वे भक्ति और ज्ञान का मिश्रण करते थे।
86. ‘जायसी’ किस धारा के कवि है?
ज्ञानमार्गी काव्यधारा
प्रेमाख्यानक काव्यधारा
‘जायसी’ प्रेमाख्यानक काव्यधारा के कवि हैं।
नाथपंथी काव्यधारा
रसक काव्यधारा
87. ‘पद्मावत’ के रचनाकार का नाम है-
अमीर खुसरो
अब्दुल रहमान
मुहम्मद इकबाल
मलिक मुहम्मद जायसी
‘पद्मावत’ के रचनाकार मलिक मुहम्मद जायसी हैं, जो प्रमुख भक्ति कवि थे।
88. ‘रसापकर्षका दोषा:’ उक्ति किस आर्चाय की है?
वामन
विश्वनाथ
‘रसापकर्षका दोषा:’ उक्ति विश्वनाथ की है।
मम्मट
भरत
89. निम्नलिखित पंक्तियों में तुलसीदास ने किस काव्य प्रयोजन को महत्व दिया है?
‘कीरति भनिति भूति भलि सोई।सुरसरि सम सब कहँ हित होई॥’
कीर्ति की प्राप्ति
स्वान्त: सुखाय
लोकमंगल
तुलसीदास ने इन पंक्तियों में लोकमंगल का महत्त्व बताया है, जिसमें समाज की भलाई की बात की गई है।
अर्थप्राप्ति
90. ‘मुख-कमल समीप सजे थे, दो किसलय दल पुराइन के।’ उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है?
रूपक
इन पंक्तियों में रूपक अलंकार है, क्योंकि इसमें मुख को कमल तथा कान को पत्तों का रूप दिया गया है।
अतिश्योक्ति
उत्प्रेक्षा
उपमा
91. रीति संप्रदाय से संबंधित काव्य शास्त्रीय ग्रंथ है-
काव्यालंकार सूत्र
‘काव्यालंकार सूत्र’ (आचार्य वामन) रीति संप्रदाय से संबंधित काव्य शास्त्रीय ग्रंथ है, जिसमें काव्य के अलंकारों की चर्चा की गई है।
काव्यालंकार
काव्यालंकार सूत्रवृत्ति
काव्यादर्श
92. घनाक्षरी छंद है-
मात्रिक
वर्णिक
घनाक्षरी छंद वर्णिक छंद है, जिसमें प्रत्येक पंक्ति में 16 वर्ण होते हैं।
आक्षरिक
इनमें से कोई नहीं
93. आचार्य भरत के अनुसार गुण होते हैं-
5
10
आचार्य भरत के अनुसार काव्य के 10 गुण होते हैं, जिनमें प्रभाव, रस आदि का समावेश होता है।
9
8
94. भाव शांति, भाव संधि और भाव सबलता का संबंध भाव के किस भेद से है?
अनुभाव
स्थायी भाव
विभाव
संचारि भाव
भाव शांति, भाव संधि और भाव सबलता का संबंध संचारि भाव से है, जो काव्य में भाव की तरंगों को दर्शाता है।
95. निम्न दोहे में कौन-सी शब्द शक्ति है?
‘चिरजीवौ जोरी जुरैक्यों न सनेह गंभीर।
को घटि ये वृषभानुजा
ये हलधर के वीर॥
अभिधा
लक्षणा
व्यंजना
इस दोहे में व्यंजना शब्द शक्ति है।
उपर्युक्त सभी
96. ‘बघेली’ बोली का संबंध किस उपभाषा से है?
राजस्थानी
पूर्वी हिंदी
‘बघेली’ बोली का संबंध पूर्वी हिंदी उपभाषा से है, जो मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बोली जाती है।
बिहारी
पश्चिमी हिंदी
97. ‘रेलगाड़ी’ शब्द है-
तद्भव
देशज
संकर
‘रेलगाड़ी’ शब्द संकर शब्द है।
विदेशी
98. ‘प्लॉट का मोरचा’- रिपोर्ताज के लेखक का नाम है:
रांगेय राघव
फणीश्वनाथ रेणू
शमशेर बहादुर सिंह
‘प्लॉट का मोरचा’ रिपोर्ताज के लेखक शमशेर बहादुर सिंह हैं।
रामवृक्ष बेनीपुरी
99. ‘अरे यायावर रहेगा याद’ किस विधा की रचना है?
काव्य
यात्रा-वृतांत
‘अरे यायावर रहेगा याद’ अज्ञेय का यात्रा-वृतांत है ।
जीवनी
डायरी
100. हिंदी के काव्यभाषा-परक समीक्षक का नाम है-
विजयदेव नारायण साही
डॉ. रघुवंश
नेमिचंद्र जैन
रामस्वरूप चतुर्वेदी
हिंदी के काव्यभाषा-परक समीक्षक रामस्वरूप चतुर्वेदी थे, जिन्होंने हिंदी काव्य की भाषा और संरचना पर महत्वपूर्ण कार्य किया।
101. इनमें से कौन-सा उपन्यास जीवनीपरक है?
खंजननयन
‘खंजन नयन’ अमृतलाल नागर का जीवनीपरक उपन्यास है।
मृगनयनी
आपका बंटी
कलिकथा वाया बाईपास
102. ‘कसाईबाड़ा’ कहानी के लेखक हैं-
शिवमूर्ती
‘कसाईबाड़ा’ कहानी के लेखक शिवमूर्ती है।
सतीश जमाली
अखिलेश
मंजूर एहतेशाम
103. ‘इन मुसलमान हरिजन पर कोटिक हिन्दुन बारिए’ -यह कथन किसका है?
रसखान का
भारतेंदु हरिशचंद्र का
यह कथन भारतेंदु हरिशचंद्र का है।
आचार्य परशुराम चतुर्वेदी का
सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ का
104. ‘संवेदनात्मक ज्ञान’ और ‘ज्ञानात्मक संवेदन’ सूत्र के प्रयोक्ता हैं-
रमेश कुन्तल मेघ
विजयदेव नारायण साही
गजानन माधव मुक्तिबोध
‘संवेदनात्मक ज्ञान’ और ‘ज्ञानात्मक संवेदन’ सूत्र गजानन माधव मुक्तिबोध का है।
मनोहर श्याम जोशी
105. ‘अपभ्रंश का वाल्मीकि’ किसे कहा जाता है?
पुष्पदंत को
धनपाल को
शालिभद्र सूरि को
स्वयंभू को
‘अपभ्रंश का वाल्मीकि’ स्वयंभू को कहा जाता है।
106. किस विद्वान ने हिंदी साहित्य के प्रारम्भिक काल को ‘वीरगाथा काल’ नाम दिया?
जार्ज ग्रियर्सन ने
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने हिंदी साहित्य के प्रारम्भिक काल को ‘वीरगाथा काल’ नाम दिया।
राहुल सांकृत्यायन ने
डॉ. रामकुमार वर्मा ने
107. चंदवरदाई किसके दरबारी कवि थे?
महाराज हम्मीर के
महाराज बीसलदेव के
महाराणा प्रताप के
महाराज पृथ्वीराज चौहान के
चंदवरदाई पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि थे।
108. ‘पृथ्वीराज रासो’ किस कवि की रचना है?
चंदवरदाई
‘पृथ्वीराज रासो’ चंदवरदाई की रचना है, जो पृथ्वीराज चौहान के जीवन और वीरता को वर्णित करता है।
जगनिक
मुल्ला दाऊद
इनमें से कोई नहीं
109. आदिकालीन साहित्य का प्रमुख रस है-
शांत
हास्य
करूण
वीर
आदिकालीन साहित्य में प्रमुख रस वीर रस है।
110. कवि जगनिक की रचना का नाम है-
खुमान रासो
मृगावती
आल्हखण्ड
कवि जगनिक की रचना का नाम ‘आल्हखण्ड’ है, जो हिंदी साहित्य की महत्वपूर्ण वीर गाथा काव्य है।
पद्मावती समय
111. भक्तिकाल का नाम ‘पूर्व मध्यकाल’ किस आचार्य ने दिया?
डॉ. नगेंद्र ने
डॉ. नगेंद्र ने भक्तिकाल को ‘पूर्व मध्यकाल’ नाम दिया था।
डॉ. रामकुमार वर्मा ने
आचार्य नंददुलारे बाजपेयी ने
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने
112. मलिक मुहम्मद जायसी को ‘जायस’ कहा जाता है क्योंकि वे-
जायस गोत्र में पैदा हुए थे
जायस मत के मानने वाले थे
जायस नामक स्थान के निवासी थे
मलिक मुहम्मद जायसी को ‘जायस’ कहा जाता है क्योंकि वे जायस नामक स्थान के निवासी थे।
उपर्युक्त में से कोई नहीं
113. हिंदी साहित्य में रीतिकाल को ‘श्रृंगार काल’ कहा है-
मिश्र बंधुओं ने
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने
आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने
आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने रीतिकाल को ‘श्रृंगार काल’ कहा।
डॉ. गुलाब राय ने
114. रीतिकाल का वह कौन-सा कवि है, जो अपनी मात्र एक कृति से हिंदी साहित्य में अमर हो गया?
रहीम
मतिराम
बिहारी
बिहारी अपनी मात्र एक कृति ‘बिहारी सतसई’ के कारण हिंदी साहित्य में अमर हो गए।
देव
115. ‘कठिन काव्य का प्रेत’ किस कवि को कहा जाता है?
सेनापति को
चिंतामणि को
मतिराम को
केशवदास को
‘कठिन काव्य का प्रेत’ केशवदास को कहा जाता है, जो काव्य रचनाओं में कठिन भाषा के प्रयोग के लिए प्रसिद्ध थे।
116. ‘द्विवेदीयुग’ का नामकरण किसके नाम पर हुआ है?
शांतिप्रिय द्विवेदी
महावीर प्रसाद द्विवेदी
‘द्विवेदीयुग’ का नामकरण महावीर प्रसाद द्विवेदी के नाम पर हुआ है।
हजारी प्रसाद द्विवेदी
रामअवध द्विवेदी
117. हिंदी साहित्य के आधुनिक काल को इन नाम से भी अभिहित किया जाता है-
जीवनीकाल
पद्यकाल
संस्मरण काल
गद्यकाल
हिंदी साहित्य के आधुनिक काल को गद्यकाल के नाम से भी अभिहित किया जाता है, क्योंकि इसमें गद्य साहित्य का विशेष विकास हुआ।
118. छायावाद का पूर्वाभास किस कवि की रचनाओं में प्रकट हुआ?
मुकुटधर पाण्डेय
छायावाद का पूर्वाभास मुकुटधर पाण्डेय की रचनाओं में प्रकट हुआ है।
रूपनारायण पाण्डेय
लोचन प्रसाद पाण्डेय
श्याम नारायण पाण्डेय
119. कवि त्रिलोचन का पूरा नाम है-
राधिका रमण सिंह
शिव प्रसाद सिंह
वासुदेव सिंह
कवि त्रिलोचन का पूरा नाम वासुदेव सिंह है।
इनमें से कोई नहीं
120. ‘हिंदी प्रदीप’ के यशस्वी संपादक का नाम है-
राधाकृष्ण गोस्वामी
बालकृष्ण भट्ट
‘हिंदी प्रदीप’ पत्रिका के संपादक बालकृष्ण भट्ट थे।
अम्बिकादत्त व्यास
लाल भगवान दीन
121. निम्नलिखित में से कौन-सा नाटक प्रसाद का नहीं है?
जनमेजय का नागयज्ञ
स्कंदगुप्त
ध्रुवस्वामिनी
सिन्दूर की होली
‘सिन्दूर की होली’ नाटक लक्ष्मीनारायण मिश्र का है।
122. ‘उसने कहा था’ के मुख्य पात्र का नाम है-
खालसा सिंह
करतार सिंह
लहना सिंह
‘उसने कहा था’ कहानी के मुख्य पात्र का नाम लहना सिंह है।
परमिंदर सिंह
123. निम्नलिखित में कौन ‘सरस्वती’ पत्रिका को संपादक नहीं रहे हैं?
श्याम सुंदर दास
महावीर प्रसाद द्विवेदी
श्रीनारायण चतुर्वेदी
शांतिप्रिय द्विवेदी
शांतिप्रिय द्विवेदी ‘सरस्वती’ पत्रिका के संपादक नहीं रहे किंतु सरस्वती पत्रिका के साथ उनका जुड़ाव रहा है। ।
124. जयशंकर प्रसाद के ‘करुणालय’ का नाट्य रूप है-
एकांकी
प्रतीकात्मक नाटक
ऐतिहासिक नाटक
गीति नाट्य
जयशंकर प्रसाद के ‘करुणालय’ का नाट्य रूप गीति नाट्य है, जो संगीत और कविता के मिश्रण से सृजित हुआ है।
125. सूची-I एवं सूची- II के साथ सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
(a) कालिदास – (i) स्वप्नवासवदत्तम्(b) भास – (ii) मेघदूतम्
(c) मम्मट – (iii) साहित्य दर्पण
(d) विश्वनाथ – (iv) काव्य प्रकाश
कूट:(a), (b). (c), (d)
(ii), (i), (iv), (iii)
(i), (ii), (iii), (iv)
(iii), (iv), (i), (ii)
(iv), (iii), (ii), (i)
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