UP TGT Hindi 2016 के question paper को यहाँ दिया जा रहा है। यह परीक्षा 08-03-2019 को आयोजित हुई थी। TGT, PGT Hindi की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्रों को इसे एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज (UPSESSB) द्वारा आयोजित प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक चयन परीक्षा (TGT Hindi) 2016 के question paper का व्याख्यात्मक हल को पढ़कर आप अपना मूल्यांकन कर सकते हैं। up tgt hindi previous year question paper के अंतर्गत यह दसवाँ प्रश्न-पत्र है।
टीजीटी हिंदी- 2016
1. निम्न पंक्ति में कौन-सा रस है-
निसि दिन बरसत नैन हमारे,सदा रहत पावस ऋतु हम पर जब ते श्याम सिधारे।
करुण
वियोग श्रृंगार रस
उपर्युक्त पंक्ति में वियोग श्रृंगार रस है। परस्पर प्रेम करने वाले व्यक्तियों के बिछड़ जाने की दशा वियोग श्रृंगार कहलाती है।
शांति रस
हास्य रस
2. निम्न पंक्ति में कौन-सा रस है-
‘जसोदा हरि पालनै झुलावै।हलरावै, दुलराय मल्हाबै जाई-सोई कछु गावै।’
अद्भुत रस
वात्सल्य रस
उपर्युक्त पंक्ति में वात्सल्य रस है। बच्चों के सौंदर्य, उनकी चेष्टाओं आदि को देखकर मन मेन जो स्नेह भाव उत्पन्न होता है उसी से वात्सल्य रस निष्पन्न होता है।
रौद्र रस
भयानक रस
3. इनमें से किस बोली का ‘बिहारी हिंदी’ से संबंध नहीं है?
अवधी
बिहारी हिंदी मागधी अपभ्रंश की उप भाषा है जिसके अंतर्गत भोजपुरी, मगही, मैथिली बोलियाँ आती हैं। वहीं अवधी पूर्वी हिंदी की बोली है जो अर्द्धमागधी अपभ्रंश के अंतर्गत आती है।
मगही
भोजपुरी
मैथिली
4. ‘मगही’ किस प्रदेश की बोली है?
मध्य प्रदेश
बिहार
‘मगही बिहार राज्य की बोली है।
राजस्थान
छत्तीसगढ़
5. सिंधी भाषा का विकास अपभ्रंश की किस बोली से माना गया है?
ब्राचड़
सिंधी भाषा का विकास ब्राचड़ अपभ्रंश से माना गया है।
पैचासी
मागधी
अर्द्धमागधी
6. निम्न काव्य पंक्तियाँ किस बोली में हैं-
हिंदू मग पर पाँव न राखेउ।का जो बहुतै हिंदी भाखेउ॥
ब्रज
भोजपुरी
अवधी
ये काव्य पंक्तियाँ अवधी बोली में हैं। इसके रचनाकार सूफी परंपरा के अंतिम कवि नूर मुहम्मद हैं, यह उनके ग्रंथ अनुराग बांसुरी से ली गई हैं।
बुंदेली
7. इनमें से कौन-सा पश्च स्वर है?
आ
जीभ के प्रयोग के आधार पर स्वरों के तीन प्रकार हैं- 1. अग्र स्वर- जिन स्वरों का उच्चारण में जीभ का अगला भाग काम करता है, जैसे- इ, ई, ए, ऐ। 2. मध्य स्वर- जिन स्वरों का उच्चारण में जीभ का मध्य भाग काम करता है, जैसे- अ। 3. पश्च स्वर- जिन स्वरों का उच्चारण में जीभ का पिछला भाग काम करता है, जैसे- आ, उ, ऊ, ओ, औ।
इ
ई
अ
8. निम्नलिखित में से कौन ‘देशज’ शब्द है?
खिड़की
‘खिड़की’ देशज शब्द है। वहीं मित्र- तत्सम शब्द, कालीन- उर्दू शब्द और रेल- अंग्रेजी भाषा का शब्द है।
मित्र
कालीन
रेल
9. निम्नलिखित में कौन तालव्य ध्वनि है?
च
उच्चारण स्थान के आधार पर च, छ, ज, झ (च वर्ग) और य, श, इ, ई तालव्य ध्वनि हैं।
प
ल
ह
10. इनमें से कौन-सी लिपि नहीं है?
अरबी
गुरुमुखी
देवनागरी
अंग्रेजी
अंग्रेजी भाषा है, इसकी लिपि रोमन है। वहीं अरबी भाषा की लिपि अरबी, पंजाबी की गुरुमुखी और हिंदी की देवनागरी है।
11. ‘छ’ ध्वनि का उच्चारण स्थान है?
दंत्य
ओष्ठय
तालव्य
‘छ’ ध्वनि का उच्चारण स्थान तालव्य है। तालव्य व्यंजन वो व्यंजन होते हैं जिनके उच्चारण में जीभ के पिछले भाग को तालू से संघर्ष करना पड़ता है, जैसे- च, छ, ज, झ, ञ, य, श, इ, ई।
वत्स्य
12. ‘उसके प्राण सूख गए।’ इस वाक्य में ‘प्राण’ का वचन निर्धारित कीजिए-
एकवचन
बहुवचन
‘प्राण’ हमेशा बहुवचन में होता है।
द्विवचन
इनमें से कोई नहीं
13. ‘सज्जन’ का संधि-विच्छेद क्या होगा?
सद् + जन
सत् + जन
‘सज्जन’ का संधि-विच्छेद ‘सत् + जन’ होगा। व्यंजन संधि से।
सत् + जान
सज् + जन
14. ‘ऋणमुक्त’ शब्द में कौन-सा समास है?
संबंध तत्पुरुष
संप्रदान तत्पुरुष
अधिकरण तत्पुरुष
अपादान तत्पुरुष
‘ऋणमुक्त’ शब्द में अपादान तत्पुरुष समास है। जिस शब्द में कारक चिह्न ‘से’ का लोप होता है वहाँ अपादान तत्पुरुष समास होता है। जैसे- ऋणमुक्त = ऋण से मुक्त
15. इनमें से एक ‘मोक्ष’ का पर्यायवाची शब्द है-
निर्वाण
‘मोक्ष’ का पर्यायवाची शब्द- निर्वाण, मुक्ति, छुटकारा आदि हैं।
दशा
गति
चाल
16. ‘चर्म’ शब्द का समभिन्नार्थक क्या है?
चरम
‘चर्म’ शब्द का समभिन्नार्थक शब्द ‘चरम’ है।
चमड़ा
चित्र
अंतिम
17. ‘खाक में मिलना’ मुहावरे का सही अर्थ है-
सब तोड़ देना
कीचड़ में मिला देना
नष्ट कर देना
‘खाक में मिलना’ मुहावरे का अर्थ ‘नष्ट कर देना’ है।
हानि पहुँचाना
18. इनमें से कौन कालिदास की दूसरी रचना है?
रघुवंशम्
अभिज्ञान शकुंतलम्
‘अभिज्ञान शकुंतलम्’ नाटक कालिदास की दूसरी रचना है। वहीं रघुवंशम् कालिदास का महाकाव्य, दशरूपक धनंजय और प्रतिभा नाटकम् भास का ग्रंथ है।
दशरूपक
प्रतिभा नाटकम्
19. ‘मालतीमाधव’ किसकी रचना है?
भट्टगोपाल
भवभूति
‘मालतीमाधव’ भवभूति की 10 अंकों का शृंगार प्रधान रचना है।
श्रीहर्ष
दंडी
20. ‘दशकुमारचरित’ किसकी रचना है?
कालिदास
भवभूति
दंडी
‘दशकुमारचरित’ दंडी की रचना है।
भास
21. ‘रामू घर से निकला।’ इस वाक्य में ‘घर से’ में कौन-सा कारक है?
करण
अपादान
‘रामू घर से निकला।’ इस वाक्य में ‘घर से’ में अपादान कारक है। जिस संज्ञा या सर्वनाम से किसी वस्तु का अलग होने का बोध हो, उसे अपादान कारक कहते हैं।
कर्ता
संप्रदान
22. ‘गठरी’ शब्द है-
स्त्रीलिंग
‘गठरी’ शब्द स्त्रीलिंग है। स्त्री जाति का बोध कराने वाले संज्ञा शब्दों को स्त्रीलिंग कहते हैं।
पुल्लिंग
विधिलिंग
नपुंसकलिंग
23. ‘अत्याचार’ शब्द में कौन-सी संधि है?
दीर्घ
यण्
‘अत्याचार’ शब्द में यण् संधि है। जब इ या ई के बाद कोई असवर्ण स्वर आए तो इ या ई के स्थान पर य हो जाता है, जैसे- अति + आचार = अत्याचार।
गुण
वृद्धि
24. ‘उत्तर-दक्षिण’ में कौन-सा समास है?
बहुव्रीहि
द्वंद्व
‘उत्तर-दक्षिण’ में द्वंद्व समास है। जब दोनों पद प्रधान हों तो द्वंद्व समास होता है।
अव्ययीभाव
द्विगु
25. ‘राम: रावणं ममार।’ में कौन-सा लकार है?
लिट् लकार
‘राम: रावणं ममार।’ वाक्य में लिट् लकार है।
लङ् लकार
लृट लकार
लट् लकार
26. ‘मति:’ शब्द रूप में कौन-सी विभक्ति है?
प्रथमा
‘मति:’ शब्द रूप में प्रथमा विभक्ति है।
सप्तमी
तृतीया
चतुर्थी
27. ‘इदं रमेश पुस्तकम् अस्ति।’ का हिंदी अनुवाद कीजिए-
यह रमेश की पुस्तक है।
‘इदं रमेश पुस्तकम् अस्ति।’ का हिंदी अनुवाद- यह रमेश की पुस्तक है।
वह रमेश की पुस्तक है।
ये रमेश की पुस्तक होगी।
वो रमेश की पुस्तक होगी।
28. ‘बालिका गच्छन्ती अस्ति।’ का हिंदी अनुवाद है-
बालिका जाएगी।
बालिका जाती होगी।
बालिका जा रही थी।
बालिका जा रही है।
‘बालिका गच्छन्ती अस्ति।’ का हिंदी अनुवाद- बालिका जा रही है।
29. सूफी साधना के चार पड़ावों में से कौन-सा नहीं है-
शरीअत
तरीकत
मलकत
सूफी दर्शन में इश्क हकीकी (साधना) तक पहुँचने के लिए साधक को चार पड़ाओं से गुजरना पड़ता है- शरीअत- धर्म ग्रंथों का विधि निषेध, तरीकत- हृदय की शुद्धता, हकीकत- भक्त उपासना से सत्य बोध, मारिफत- सिद्धावस्था
मारिफत
30. ‘कुआनों नदी’ इनमें से किस कवि की कृति है?
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
‘कुआनों नदी’ सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की रचना है। काठ की घंटियाँ, बाँस का पुल, एक सूनी नाव, गर्म हवाएँ, जंगल का दर्द, खुटियों पर टंगे लोग, क्या कहकर पुकारु, कोई मेरे साथ चले, मेघ आए आदि उनके काव्य संग्रह हैं।
शमशेर बहादुर सिंह
कुँवर नारायण
कीर्ति चौधरी
31. नाथ संप्रदाय के प्रवर्तक इनमें से कौन थे?
गोरखनाथ
नाथ संप्रदाय के प्रवर्तक गोरखनाथ थे। मिश्रबंधुओं ने गोरखनाथ को हिंदी का प्रथम कवि माना है। गोरखनाथ का नाथपंथ बौद्धों की वज्रयान शाखा से निकला हुआ माना जाता है।
महानाथ
चर्पटनाथ
नेमिनाथ
32. महापुराण के रचनाकार कौन हैं?
अब्दुर्रहमन
पुष्यदंत
महापुराण के रचनाकार पुष्यदंत हैं। पुष्यदंत को हिंदी का भवभूति कहा जाता है। शिवसिंह सेंगर ने इन्हें ‘भाखा की जड़’ कहा है। तिरसठी महापुरिस गुणालंकार, णयकुमार चरिउ और जसहर चरिउ इनके महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं।
धनपाल
स्वयंभू
33. ‘रसमंजरी’ किस कवि की कृति है?
केशवदास
भूषण
नंददास
‘रसमंजरी’ कवि नंददास की कृति है। यह एक प्रेमाख्यान काव्य है। अनेकार्थ मंजरी, मानमंजरी, सुदामा चरित, रूपमंजरी, विरहमंजरी, प्रेम बारह खड़ी, श्याम सगाई, रुक्मणी मंगल, भँवरगीत, रासपंचाध्यायी, दशमस्कंध आदि इनके अन्य ग्रंथ हैं।
छीतस्वामी
34. मृगावती के रचनाकार हैं?
मंझन
आलम
कुतुबन
मृगावती के रचनाकार कुतुबन हैं। कुतुबन को शुक्ल जी सूफी काव्य का प्रथम कवि मानते हैं।
मुल्ला दाऊद
35. भ्रमणगीत का उपजीव्य ग्रंथ कौन-सा है?
श्रीमद्भागवत महापुराण
भ्रमणगीत का उपजीव्य ग्रंथ श्रीमद्भागवत महापुराण है।
विष्णु पुराण
हरिवंश पुराण
शिव पुराण
36. विनय पत्रिका की रचना किस भाषा में हुई है?
अवधी
ब्रजभाषा
विनय पत्रिका की रचना ब्रजभाषा में हुई है। तुलसीदास की वैराग्य संदीपनी, कृष्णगीतावली, गीतावली, दोहवाली, कवितावली आदि रचनाएँ भी ब्रजभाषा में रचित हैं।
मैथिली
हिंदी
37. इनमें से कौन संत कवि नहीं है?
कबीरदास
तुलसीदास
तुलसीदास सगुण काव्यधारा के प्रमुख कवि हैं। वहीं कबीर, सुंदरदास और मलूकदास संत कवि हैं।
सुंदरदास
मलूकदास
38. ‘राघव चेतन’ इनमें से किस सूफी काव्य का पात्र है?
मधुमालती
मृगावती
पद्मावत
‘राघव चेतन’ जायसी कृत सूफी काव्य ‘पद्मावत’ (1540 ई.) का पात्र है। रत्नसेन, पद्मावती, हीरामन तोता, नागमती, अलाउद्दीन आदि इसके अन्य पात्र हैं।
चंदायन
39. कुतुबन द्वारा रचित ग्रंथ का नाम है-
मृगावती
कुतुबन द्वारा रचित ग्रंथ का नाम मृगावती (1503 ई.) है।
मधुमालती
हंस जवाहिर
चंदायन
40. रामभक्ति शाखा में रसिकोपासना का समावेश किसने किया?
केशवदास
अग्रदास
रामभक्ति शाखा में रसिकोपासना का समावेश कर स्वामी अग्रदास ने रसिक संप्रदाय की स्थापना की। रसिक संप्रदाय में इन्हें अग्रअली नाम से भी जाना जाता है।
लालदास
नाभादास
41. ‘मदनाष्टक’ के रचयिता का नाम क्या है?
केशवदास
रसखान
रहीम
‘मदनाष्टक’ के रचयिता का नाम रहीम है। दोहावली, नगर शोभा, शृंगार सोरठा, बरवै रामायण आदि इनकी अन्य रचनाएँ हैं।
नरोत्तमदास
42. केशवदास को किस वर्ग में रखना समीचीन है?
रीतिबद्ध
आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने केशवदास को रीतिबद्ध कवि माना है, नगेंद्र ने केशव को रीतिकाल का प्रवर्तक माना है। वहीं रामचंद्र शुक्ल केशव को भक्तिकाल में रखते हैं।
रीतिमुक्त
रीतिसिद्ध
स्वच्छंदतावादी कवि
43. ‘शिवा बावनी’ के रचयिता का नाम है-
जसवंत सिंह
केशव
भूषण
‘शिवा बावनी’ के रचयिता का नाम भूषण है। शिवराज भूषण और छत्रसाल दशक इनकी अन्य रचनाएँ हैं। शिवा बावनी में शिवा जी की कीर्ति और छत्रसाल दशक में छत्रसाल बुंदेला का यशोगान किया गया है। वहीं शिवराज भूषण अलंकार संबंधी ग्रंथ है जिसमें 500 अलंकारों तथा 284 छ्ंदों का वर्णन है।
पद्माकर
44. भारतेन्दु युग का एक अन्य नाम है-
प्रगति प्रयोग काल
जागरण सुधार काल
पुनर्जागरण काल
भारतेन्दु युग का एक अन्य नाम पुनर्जागरण काल है।
नव सामंत काल
45. इनमें से भारतेन्दु युगीन लेखक कौन है?
पं. प्रताप नारायण मिश्र
पं. प्रताप नारायण मिश्र भारतेन्दु युगीन लेखक हैं।
हरिऔध
विद्यानिवास मिश्र
रायकृष्ण दास
46. ‘तारसप्तक’ का प्रकाशन किस सन् में हुआ?
1930 ई.
1940 ई.
1935 ई.
1943 ई.
‘तारसप्तक’ का प्रकाशन सन् 1943 ई. में अज्ञेय के संपादकत्व में हुआ। तारसप्तक के प्रकाशन से प्रयोगवाद की शुरुवात मानी जाती है।
47. इनमें से कौन-सा उपन्यास यशपाल का नहीं है?
दादा कामरेड
कब तक पुकारूँ
कब तक पुकारूँ उपन्यास रांगेव राघव का है। वहीं दादा कामरेड, दिव्या और झूठा सच उपन्यास यशपाल का है।
दिव्या
झूठा सच
48. तीसरा सप्तक कब प्रकाशित हुआ?
1960 ई.
1959 ई.
तीसरा सप्तक सन् 1959 ई. में अज्ञेय के संपादकत्व में हुआ।
1951 ई.
1970 ई.
49. ‘पुष्प की अभिलाषा’ नामक कविता के रचयिता कौन हैं?
बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’
रामधारी सिंह दिनकर
माखनलाल चतुर्वेदी
‘पुष्प की अभिलाषा’ नामक कविता के रचयिता माखनलाल चतुर्वेदी हैं। हिमकिरीटनी, हिमतरंगिनी आदि इनकी अन्य रचनाएँ हैं।
रामनरेश त्रिपाठी
50. आधुनिक मीरा किसे कहा जाता है?
सुभद्रा कुमारी चौहान
मन्नू भण्डारी
महादेवी वर्मा
आधुनिक मीरा छायावादी कवयित्री महादेवी वर्मा को कहा जाता है।
उषा प्रियंवदा
51. ‘प्रकृति का सुकुमार राजकुमार’ किसे कहा जाता है?
प्रसाद
पंत
‘प्रकृति का सुकुमार राजकुमार’ सुमित्रानंदन पंत को कहा जाता है।
निराला
बच्चन
52. हिंदी खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य कौन-सा है?
साकेत
सामधेनी
हल्दीघाटी
प्रियप्रवास
हिंदी खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य हरिऔध का प्रियप्रवास है।
53. ‘कलम का सिपाही’ का लेखक कौन हैं?
प्रेमचंद
अमृतराय
‘कलम का सिपाही’ का लेखक अमृतराय हैं। यह प्रेमचंद की जीवनी है। वहीं ‘प्रेमचंद घर में’ शिवरानी देवी और निराला की साहित्य साधना निराला की कृत है। निराला की साहित्य साधना 3 खंडों में प्रकाशित है।
रामविलास शर्मा
शिवरानी देवी
54. ‘मुझे चाँद चाहिए’ किस विधा की कृति है?
कविता
नाटक
कहानी
उपन्यास
‘मुझे चाँद चाहिए’ सुरेंद्र वर्मा का उपन्यास है। इस उपन्यास के लिए उन्हें 1996 ई. में साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। अँधेरे से परे, दो मुर्दों के लिए गुलदस्ताँ आदि उनके अन्य उपन्यास हैं।
55. ‘सारा आकाश’ किसकी कृति है?
मन्नू भंडारी
राजेंद्र यादव
‘सारा आकाश’ राजेंद्र यादव का उपन्यास है। प्रेत बोलते हैं, उखड़े हुये लोग, कुलटा, शह और मात, एक इंच मुस्कान (मन्नू भंडारी के साथ), अनदेखे अनजाने पुल, मंत्र विद्या आदि उनके अन्य उपन्यास हैं।
कमलेश्वर
अज्ञेय
56. ‘संशय की एक रात’ किस कवि की कृति है?
अज्ञेय
नरेश मेहता
‘संशय की एक रात’ नरेश मेहता का प्रबंध काव्य है। महाप्रस्थान, प्रवाद पर्व, शबरी इनके अन्य प्रबंध काव्य तथा वन पाखी सुनों, बोलने दो चीड़ को, समर्पित एकांत, चैत्या आदि काव्य संग्रह हैं।
नरेंद्र शर्मा
केसरी कुमार
57. ‘आषाढ़ का एक दिन’ नामक नाटक के रचयिता हैं?
जयशंकर प्रसाद
सुरेंद्र वर्मा
लक्ष्मीनारायण मिश्र
मोहन राकेश
‘आषाढ़ का एक दिन’ नामक नाटक के रचयिता मोहन राकेश हैं। लहरों के राजहंस और आधे अधूरे इनके अन्य नाटक हैं।
58. ‘कवित्त रत्नाकर’ के रचयिता हैं-
जगन्नाथ रत्नाकर
सेनापति
‘कवित्त रत्नाकर’ और ‘कल्पद्रुम’ के रचयिता सेनापति हैं।
मतिराम
बोधा
59. इनमें से कौन-सा जोड़ा सही है?
श्री संप्रदाय- मध्वाचार्य
रुद्र संप्रदाय- विष्णु स्वामी
सुमेलित- रुद्र संप्रदाय- विष्णु स्वामी, श्री संप्रदाय- रामानुजाचार्य, सनकादि संप्रदाय- निम्बर्काचार्य और राधा बल्लभ संप्रदाय- श्री हितहरिवंश
सनकादि संप्रदाय- श्री हितहरिवंश
राधा बल्लभ संप्रदाय- निम्बर्काचार्य
60. 500 ई. से 1100 ई. तक संस्कृत काव्यशास्त्र को क्या कहा जाता है?
प्रवर्तन काल
प्रतिपादन काल
संस्कृत काव्यशास्त्र का काल विभाजन- प्रारम्भिक काल: (वैदिक काल-650 ई.), रचनात्मक काल (650 ई.-850 ई.), निर्णयात्मक काल: (850 ई.-1050 ई.), व्याख्या काल: (1050 ई.-1750 ई.)
व्याख्या काल
भाष्य काल
61. ‘निर्धन के धन-सी तुम आई।’ में कौन-सा अलंकार है?
उपमा
‘निर्धन के धन-सी तुम आई।’ में उपमा अलंकार है। जहाँ दो भिन्न वस्तुओं में रूप, गुण आदि की समानता दिखाई जाती है, वहाँ उपमा अलंकार होता है।
रूपक
उत्प्रेक्षा
अनुप्रास
62. इन पंक्तियों में किस छ्ंद का प्रयोग हुआ है-
‘रहिमन पानी रखिये, बिनु पानी सब सून।पानी गये न ऊबरै, मोती मानुष चून॥’
दोहा
इन पंक्तियों में दोहा छ्ंद का प्रयोग हुआ है। दोहे के विषम चरण में 13-13 और सम चरण में 11-11 मात्राएँ होती हैं और सम चरणों के अंत में गुरु होता है।
गीतिका
चौपाई
कवित्त
63. इन पंक्तियों में कौन-सा छ्ंद है?
‘करते अभिषेक पयोद हैं, बलिहारी इस देश की।हे मातृभूमि! तू सत्य ही, सगुण मूर्ति सर्वेश की॥’
दोहा
चौपाई
उल्लाला
इन पंक्तियों में उल्लाला छ्ंद है। उल्लाला के विषम चरणों में 15-15 मात्राएँ और सम चरणों में 13-13 मात्राएँ होती हैं।
गीतिका
64. इन पंक्ति में कौन-सा रस है?
‘कहा-कैकेयी ने सक्रोधदूर-हट! अरी निर्बोध।’
वात्सल्य रस
वीभत्स रस
हास्य रस
रौद्र रस
उपर्युक्त पंक्ति में रौद्र रस है।
65. निम्न पंक्ति में कौन-सा रस है?
‘पायो जी मैंने राम-रतन धन पायोवस्तु अमोलक दी मेरे सद्गुरु किरपा करि अपनायो।’
वीर रस
करुण रस
भक्ति रस
उपर्युक्त पंक्ति में भक्ति रस है।
रौद्र रस
66. ब्रजभाषा का विकास इनमें किस प्रकृत/अपभ्रंश से हुआ है?
मागधी
पैशाची
शौरसेनी
ब्रजभाषा का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। शौरसेनी अपभ्रंश से पश्चिमी हिंदी, राजस्थानी और पहाड़ी उपभाषा का विकास हुआ, फिर इनसे इनके बोलियों का। वहीं अर्ध मागधी से पूर्वी हिंदी और मगही से बिहारी हिंदी का विकास हुआ है।
अर्धमागधी
67. आगरा किस बोली का क्षेत्र है?
अवधी
खड़ीबोली
ब्रजभाषा
आगरा ब्रजभाषा बोली का क्षेत्र है जो पश्चिमी उपभाषा की बोली है। ब्रजभाषा के प्रमुख क्षेत्र- आगरा, मथुरा, अलीगढ़, बरेली, बदायूँ, एटा, मैनपुरी, गुरुग्राम, भरतपुर आदि हैं।
छत्तीसगढ़ी
68. इनमें से कौन-सी ध्वनि संयुक्त व्यंजन है?
क्य
क्य (क् + य) ध्वनि संयुक्त व्यंजन है। जब दो व्यंजन संयुक्त होकर नए सार्थक व्यंजन बनाते हैं, उसे संयुक्त व्यंजन कहते हैं। हिंदी वर्णमाला में मूलत: चार (क्ष, त्र, ज्ञ, श्र) संयुक्त व्यंजन हैं।
च्च
ट
औ
69. इनमें से कौन-सा युग्म अघोष ध्वनि है?
ग, घ
ड, ढ
प, फ
‘प, फ’ युग्म अघोष ध्वनि है। प्रत्येक वर्ग का पहला और दूसरा और श, स, ष वर्ण अघोष वर्ण होते हैं।
द, ध
70. मुंडा भाषा परिवार का क्षेत्र कौन-सा है?
राजस्थान
मध्यप्रदेश
तमिलनाडु
छोटा नागपुर
मुंडा भाषा परिवार का क्षेत्र छोटा नागपुर है।
71. निम्नलिखित में से ‘नीलकंठ’ कौन-सा शब्द है?
रूढ़
यौगिक
योगरूढ़
‘नीलकंठ’ योगरूढ़ शब्द है। जो शब्द अन्य शब्दों के योग से बनते हो, परन्तु एक विशेष अर्थ के लिए प्रसिद्ध होते हैं, उन्हें योगरूढ़ शब्द कहते है। जैसे- लंबोदर (लम्ब + उदर अर्थात बड़े पेट वाला)= गणेश जी
इनमें से कोई नहीं
72. निम्नलिखित में से कौन महाप्राण ध्वनि नहीं है?
ख
ठ
झ
ट
‘ट’ महाप्राण ध्वनि नहीं है। प्रत्येक वर्ग का दूसरा और चौथा वर्ण महाप्राण और पहला, तीसरा तथा पाँचवाँ वर्ण अल्पप्राण होता है।
73. हिंदी को राजभाषा के रूप में संवैधानिक मान्यता कब मिली?
26 जनवरी, 1950
14 अक्तूबर, 1949
15 अगस्त, 1947
14 सितम्बर, 1949
हिंदी को राजभाषा (official language) के रूप में संवैधानिक मान्यता 14 सितम्बर, 1949 को मिली। भारतीय संविधान के भाग- 17 में अनुच्छेद 343 से 351 तक राजभाषा संबंधी प्रावधान दिए गए हैं। संविधान की आठवीं अनुसूची में अभी तक 22 भाषाओं को मान्यता प्रदान की गई है।
74. ‘अशोक ने पत्र पढ़ा।’ इस वाक्य में कौन-सा कारक है?
कर्ता
‘अशोक ने पत्र पढ़ा।’ इस वाक्य में कर्ता कारक है। वाक्य में जिस शब्द से कार्य करने का बोध हो, उसे कर्ता कहते हैं। कारक की पहचान विभक्ति / परसर्ग से होती है- कर्ता- ने, कर्म- को, करण- से, संप्रदान- को, के, लिए, अपादान- से (अलग होने के अर्थ में), संबंध- का, के, की, रा, री, अधिकरण- में, पर, संबोधन- हे, अरे, अहो।
अधिकरण
कर्म
करण
75. इनमें से कौन-सा शब्द पुल्लिंग है?
डिबिया
दात्री
खटमल
‘खटमल’ शब्द पुल्लिंग है जबकि डिबिया, दात्री और जीभ स्त्रीलिंग।
जीभ
76. ‘चंद्रमुख’ में कौन-सा समास है?
द्विगु
अव्ययीभाव
कर्मधारय
‘चंद्रमुख’ में कर्मधारय समास है। कर्मधारय समास में प्रथम पद विशेषण और दूसरा विशेष्य या संज्ञा होता है। परंतु यदि प्रथम पद उपमान और दूसरा पद उपमेय हो तब भी कर्मधारय समास होता है। जैसे- चंद्रमुख- चंद्रमा के सदृश्य मुख
तत्पुरुष
77. ‘मैं आदर सहित नमस्कार करता हूँ।’ वाक्य का शुद्ध रूप क्या होगा?
मैं नमस्कार आदर सहित करता हूँ।
सादर मैं प्रणाम करता हूँ।
मैं आदर पूर्ण नमस्कार करता हूँ।
मैं सादर नमस्कार करता हूँ।
शुद्ध वाक्य- मैं सादर नमस्कार करता हूँ।
78. ‘हर्ष’ शब्द का विलोम शब्द क्या है?
विषाद
‘हर्ष’ शब्द का विलोम शब्द ‘विषाद’ है।
प्रहर्ष
खुशी
नीरव
79. ‘जो समाचार भेजता हो’ के लिए एक शब्द क्या होगा?
संवाददाता
‘जो समाचार भेजता हो’ के लिए एक शब्द ‘संवाददाता’ होगा। जो पत्र भेजता हो- प्रेषक, किसी वस्तु द्वारा सूचना देने वाला यंत्र- सूचक और किसी का संदेश ले जाने वाला- दूत।
सूचक
प्रेषक
दूत
80. ‘एक तो दोष था ही, उस पर दूसरा दोष लग जाना’ का सही कहावत होगी-
अधजल गगरी छलकत जाए
हाथ कंगन को आरसी क्या
एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा
‘एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा’ कहावत का अर्थ- एक तो दोष था ही, उस पर दूसरा दोष लग जाना।
छोटा मुँह बड़ी बात
81. ‘नैषधीचरितम्’ किसकी रचना है?
भास
कालिदास
श्रीहर्ष
‘नैषधीचरितम्’ श्रीहर्ष की रचना है। 22 सर्गों में रचित यह ग्रंथ मुख्यत: शृंगार काव्य है। यह महाभारत के नलोपाख्यान का उपजीव्य ग्रंथ है जिसमें नल-दमयंती का प्रणय वर्णित है।
भारवि
82. इनमें सी कौन-सी रचना माघ की है?
किरातार्जुनीय
मेघदूत
दशकुमारचरित्
शिशुपालबध
‘शिशुपालबध’ रचना माघ की है। यह महाकाव्य 20 सर्गों में विभाजित है और इसमें 1650 श्लोक हैं। यह महाभारत के समापर्व का उपजीव्य ग्रंथ है। वहीं किरातार्जुनीय भारवि का, मेघदूत कालिदास का और दशकुमारचरित् दंडी का महाकाव्य है।
83. ‘गागर में सागर भरना’ मुहावरे का अर्थ है-
थोड़ा काम करना
बहुत ज्यादा कहना
थोड़े में बहुत कहना
‘गागर में सागर भरना’ मुहावरे का अर्थ है- ‘थोड़े में बहुत कहना’ है।
ज्यादा में थोड़ा कहना
84. ‘कविता’ का बहुवचन है-
कवीताएँ
कविताएँ
‘कविता’ का बहुवचन कविताएँ है।
कविताइयाँ
कविताए
85. ‘जीवैषणा’ का सही संधि-विच्छेद कीजिए-
जीव + ऐषणा
जीव + एषणा
‘जीवैषणा’ का सही संधि-विच्छेद- जीव + एषणा (वृद्धि स्वर संधि)
जीवै + षणा
जीव + एैषणा
86. ‘प्रेमातुर’ शब्द में इनमें कौन-सा समास नहीं है?
द्विगु
‘प्रेमातुर’ शब्द में इनमें द्विगु समास नहीं है। जबकि तत्पुरुष, अव्ययीभाव और बहुव्रीहि समास है।
बहुव्रीहि
अव्ययीभाव
तत्पुरुष
87. ‘स: हस्तेन खादति।’ में कौन-सा कारक है?
कर्त्ता
संबंध
कर्म
करण
‘स: हस्तेन खादति।’ (वह हाथ से खाता है) में करण कारक है। करण कारक का चिह्न से है।
88. ‘कविता का मर्म’ में कौन-सी विभक्ति है?
षष्ठी
‘कविता का मर्म’ में षष्ठी विभक्ति है। षष्ठी विभक्ति को संबंध कारक कहते हैं, इसका चिह्न का, के, की, रा, रे, री है।
सप्तमी
प्रथमा
तृतीया
89. ‘रामकृष्णौ’ में कौन-सा समास है?
अव्ययीभाव
द्वंद्व
‘रामकृष्णौ’ में द्वंद्व समास है। जिस पद में दोनों पद प्रधान हों और दोनों संज्ञा अथवा विशेषण हों, द्वंद्व समास होता है। जैसे- रामकृष्णौ- राम कृष्ण
तत्पुरुष
बहुव्रीहि
90. ‘सज्जन: पापाद् जुगुप्सेते।’ का हिंदी अनुवाद कीजिए।
सज्जन पाप से घृणा करता है।
‘सज्जन: पापाद् जुगुप्सेते।’ का हिंदी अनुवाद होगा- सज्जन पाप से घृणा करता है।
सज्जन पाप करेगा।
सज्जन पाप से घृणा करेगा।
सज्जन घृणा से पाप करता है।
91. ‘रामेण सह सीता वनं गच्छति।’ का हिंदी अनुवाद है-
राम के साथ सीता वन गई थी।
राम के साथ सीता वन जाती होगी।
राम के साथ सीता वन जाती है।
‘रामेण सह सीता वनं गच्छति।’ का हिंदी अनुवाद है- राम के साथ सीता वन जाती है।
राम के साथ सीता वन गई जाएगी।
92. ‘सुबह, दोपहर, शाम’ किस प्रसिद्ध उपन्यासकार की रचना है?
प्रेमचंद
वृंदावनलाल वर्मा
उपेंद्रनाथ ‘अश्क’
कमलेश्वर
‘सुबह, दोपहर, शाम’ उपन्यास कमलेश्वर की रचना है। एक सड़क सत्तावन गलियाँ, डाक बंगला, लौटे हुए मुसाफिर, समुद्र में खोया हुआ आदमी, काली आँधी, आगामी अतीत, तीसरा आदमी, वही बात, कितने पाकिस्तान आदि उनके अन्य उपन्यास हैं।
93. राहुल सांकृत्यान ने हिंदी का पहला कवि किसे माना है?
लुईपा
शबरपा
सरहपा
राहुल सांकृत्यान ने हिंदी का पहला कवि ‘सरहपा’ को माना है। वहीं हजारी प्रसाद द्विवेदी ने ‘अबुल रहमान’ को, गणपति चंद्र गुप्त ने ‘शालिभद्र सूरि’ को, राम कुमार वर्मा ने ‘स्वयंभू’ को और शिव सिंह सेंगर, जार्ज ग्रियर्सन एवं मिश्र बंधुओं ने ‘पुष्प’ या ‘पुड’ को हिंदी का पहला कवि माना है।
चंदबरदाई
94. किस इतिहास लेखक ने अपने इतिहास ग्रंथ में लगभग 5000 कवियों का विवरण दिया है?
मिश्रबंधु
मिश्रबंधुओं ने अपने इतिहास ग्रंथ ‘मिश्रबंधु विनोद’ में लगभग 5000 (4591) कवियों का जीवन वृत्त का विवरण दिया है। यह ग्रंथ चार भागों में विभक्त है।
शिवसिंह सेंगर
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
सर जार्ज ग्रियर्सन
95. गौड़ीय संप्रदाय के प्रवर्तक आचार्य थे-
वल्लभाचार्य
मध्वाचार्य
चैतन्य महाप्रभु
गौड़ीय संप्रदाय के प्रवर्तक आचार्य ‘चैतन्य महाप्रभु’ हैं। इनका दार्शनिक मत अचिंत्य भेदाभेदवाद है। वहीं ‘वल्लभाचार्य’ का रुद्र संप्रदाय और दर्शन शुद्धादैतवाद, ‘मध्वाचार्य’ का ब्रह्म संप्रदाय और दर्शन द्वैतवाद तथा ‘स्वामी हरिदास’ का सखी संप्रदाय है।
स्वामी हरिदास
96. अष्टछाप में कवियों की संख्या कितनी थी?
10
8
अष्टछाप में कवियों की संख्या 8 थी। गोस्वामी विट्ठलनाथ ने चार अपने पिता बल्लभाचार्य के (कुंभनदास, सूरदास, परमानंद दास, कृष्णदास) और चार अपने शिष्यों (गोविंद स्वामी, छीतस्वामी, चतुर्भुजदास, नंददास) को मिलाकर अष्टछाप की स्थापना की थी।
12
15
97. सूफी कवि नूर मुहम्मद की रचना का नाम है-
मधुमालती
अनुराग बाँसुरी
सूफी कवि ‘नूर मुहम्मद’ की रचना का नाम ‘अनुराग बाँसुरी’ और ‘इंद्रावती’ है, जो अवधी भाषा में रचित है। वहीं मधुमालती मंझन की, चित्रावली उस्मान की और हंसजवाहिर कासिमशाह की रचना है।
चित्रावली
हंसजवाहिर
98. संत कवि गुरुनानक देव का जन्म कहाँ हुआ था?
अमृतसर
तलवंडी
संत कवि गुरुनानक देव का जन्म पंजाब के ‘तलवंडी’ में हुआ था। उनकी वाणी ‘गुरुग्रंथ साहिब’ में संकलित है। इनकी प्रमुख रचना ‘नसीहतनामा’ है।
नादेड़
ननकाना
99. शृंगार के वात्सल्य रस का सम्राट किस कवि को कहा जाता है?
तुलसीदास
सूरदास
शृंगार और वात्सल्य रस का सम्राट सूरदास को कहा जाता है।
नंददास
कृष्णदास
100. भक्ति का प्रारंभ कहाँ से हुआ?
पूर्वी भारत
दक्षिण भारत
भक्ति का प्रारंभ दक्षिण भारत से हुआ था।
पश्चिमी भारत
उत्तरी भारत
101. ‘ज्ञानदीप’ के रचयिता का नाम है-
मंझन
कुतुबन
उस्मान
शेखनबी
‘ज्ञानदीप’ के रचयिता का नाम ‘शेख नबी’ है। अवधी भाषा में रचित इस ग्रंथ का नायक ज्ञानदीप और नायिका देवयानी है।
102. सूरदास के दृष्टकूट पद किस काव्य-ग्रंथ में संकलित हैं?
सूरसागर
इनमें से कोई नहीं
सूर सारावली
साहित्य लहरी
सूरदास के दृष्टकूट पद ‘साहित्य लहरी’ काव्य-ग्रंथ में संकलित हैं। यह मूलता: लक्षण ग्रंथ है जिसमें अलंकार, रस निरूपण और नायिका भेदो के उदाहरण प्रस्तुत करने वाले 118 दृष्टिकूट पद हैं। इसी ग्रंथ में सूरदास ने अपनी वंशावली का परिचय दिया है और बताया है की उनका मूल नाम ‘सूरज चंद्र’ है तथा चंदबरदाई उनके पूर्वज हैं।
103. इनमें से कौन-सी कृति केशवदास की नहीं है?
रामचंद्रिका
रसिकप्रिया
अनेकार्थमंजरी
अनेकार्थमंजरी अष्टछाप के कवि नंददास की रचना है। वहीं रामचंद्रिका, रसिकप्रिया, विज्ञानगीता, कविप्रिया, रतन बावनी, वीरसिंह देव चरित, जहाँगीर जसचंद्रिका, नखशिख, छंदमाल आदि केशवदास की रचनाएँ हैं।
विज्ञानगीता
104. आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रीतिकाल का समय माना है-
1600-1800 वि.
1700-1900 वि.
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रीतिकाल का समय 1700-1900 वि. माना है।
1500-1750 वि.
1600-1850 वि.
105. रीतिकाल में किस रस की प्रधानता काव्य में रही है?
शृंगार
रीतिकाल में शृंगार रस की प्रधानता काव्य में रही है, और इसी आधार पर आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने रीतिकाल का नामकरण शृंगारकाल किया है।
भक्ति
शांत
रौद्र
106. इनमें से रीतिकाल का कौन-सा कवि अपने प्रकृति-चित्रण के लिए विख्यात है?
घनाननंद
मतिराम
सेनापति
रीतिकाल के कवि सेनापति अपने प्रकृति-चित्रण के लिए विख्यात हैं।
ग्वाल
107. ‘ब्राह्मण’ पत्र के संस्थापक-संपादक का नाम है-
भारतेन्दु
प्रतापनारायण मिश्र
‘ब्राह्मण’ पत्र के संस्थापक-संपादक का नाम ‘प्रतापनारायण मिश्र’ है।
बालकृष्ण भट्ट
मदनमोहन मालवीय
108. इनमें छायावादी कवि कौन नहीं है?
सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
सुमित्रानंदन पंत
जयशंकर प्रसाद
शिवमंगल सिंह सुमन
शिवमंगल सिंह सुमन प्रगतिवादी युग के कवि हैं। वहीं सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, सुमित्रानंदन पंत और जयशंकर प्रसाद छायावादी कवि हैं।
109. ‘कुरु कुरु स्वाहा’ उपन्यास के लेखक इनमें से कौन हैं?
उषा प्रियंवदा
धर्मवीर भारती
राही मासूम रजा
मनोहर श्याम जोशी
‘कुरु कुरु स्वाहा’ उपन्यास के लेखक मनोहर श्याम जोशी हैं। कसप, हरिया हरक्यूलीज की हैरानी, टाटा प्रोफेसर, हमजाद, क्याप, कौन हूँ मैं, कपीस जी, वध स्थल, उत्तराधिकारिणी आदि उनके अन्य उपन्यास हैं।
110. ‘आवारा मसीहा’ के लेखक हैं-
अमृतराय
विष्णु प्रभाकर
‘आवारा मसीहा’ जीवनी के लेखक विष्णु प्रभाकर हैं।
रामविलास शर्मा
मोहन राकेश
111. कामायनी में कुल कितने सर्ग हैं?
8
10
12
15
जयशंकर प्रसाद कृति ‘कामायनी’ (1935 ई.) में कुल 15 सर्ग हैं- चिंता, आशा, श्रद्धा, काम, वासना, लज्जा, कर्म, ईर्ष्या, इड़ा, स्वप्न, संघर्ष, निर्वेद, दर्शन, रहस्य, आनंद।
112. ‘रत्नाकर’ कृत ‘उद्धव शतक’ किस भाषा में लिखा गया काव्य ग्रंथ है?
अवधी
ब्रजभाषा
‘रत्नाकर’ कृत ‘उद्धव शतक’ ब्रजभाषा में लिखा गया काव्य ग्रंथ है। गंगावातरण, हिंडोला, शृंगारलहरी आदि इनके अन्य ग्रंथ हैं।
खड़ीबोली
अपभ्रंश
113. इनमें से किस नाटक में नारी के पुनर्लग्न की समस्या उठाई गई है?
स्कंदगुप्त
ध्रुवस्वामिनी
जयशंकर प्रसाद कृत ‘ध्रुवस्वामिनी’ नाटक में नारी के पुनर्लग्न की समस्या उठाई गई है।
अजातशत्रु
चंद्रगुप्त
114. इनमें से किसने सर्वाधिक ऐतिहासिक नाटक लिखे हैं?
मोहन राकेश
जयशंकर प्रसाद
जयशंकर प्रसाद ने सर्वाधिक ऐतिहासिक नाटक लिखे हैं।
लक्ष्मीनारायण लाल
सुरेंद्र वर्मा
115. सन् 1975 के बाद की कविता को इनमें से क्या नाम दिया गया?
नयी कविता
समकालीन कविता
सन् 1975 के बाद की कविता को ‘समकालीन कविता’ नाम दिया गया। वहीं सन् 1954 के बाद की कविता को ‘नयी कविता’, सन् 1964 के बाद की कविता को अकविता और सन् 1958 के बाद की कविता को नवगीत कहा गया है।
अकविता
नवगीत
116. ‘राग दरबारी’ नामक उपन्यास के लेखक हैं?
निर्मल वर्मा
नरेश मेहता
विवेकी राय
श्रीलाल शुक्ल
‘राग दरबारी’ नामक उपन्यास के लेखक श्रीलाल शुक्ल हैं। यह व्यंग्यात्मक उपन्यास है जिसमें लखनऊ के पास ‘शिवपाल गंज’ गाँव की कहानी है।
117. ‘सचेतन कहानी’ के प्रवर्तक इनमें से कौन है?
जैनेन्द्र
महीप सिंह
‘सचेतन कहानी’ के प्रवर्तक महीप सिंह हैं। वहीं नयी कहानी (1956) के प्रवर्तक मोहन राकेश, कमलेश्वर और राजेन्द्र यादव; अकहानी (1960) के गंगा प्रसाद विमल; सचेतन कहानी (1964) के महीप सिंह; समांतर कहानी (1972) के कमलेश्वर; सहज कहानी (1972) के अमृतराय; सक्रिय कहानी (1979) के राकेश वत्स हैं।
कमलेश्वर
निर्मल वर्मा
118. इनमें से कौन-सी कृति अज्ञेय की है?
संसद से सड़क तक
मछली घर
हरी घास पर क्षण भर
‘हरी घास पर क्षण भर’ कृति अज्ञेय की है।
साये में धूप
119. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ कृत काव्य इनमें से कौन है?
रेणुका
हम विषपायी जनम के
‘हम विषपायी जनम के’ काव्य कृति के रचनाकार बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ हैं। वहीं रेणुका ‘दिनकर’, हिमकिरीटिनी ‘माखनलाल चतुर्वेदी’ और मिलन ‘रामनरेश त्रिपाठी’ का काव्य संग्रह है।
हिमकिरीटिनी
मिलन
120. ‘आठवाँ सर्ग’ किस विधा की पुस्तक है?
नाटक
‘आठवाँ सर्ग’ सुरेंद्र वर्मा का नाटक है। तीन भागों में विभक्त इस नाटक में अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता पर बल दिया गया है। यह नाटक कालिदास के महाकाव्य ‘कुमार संभव’ के आठवें सर्ग पर आधारित है।
उपन्यास
आत्मकथा
काव्य संकलन
121. इनमें से कौन-सा जोड़ा सही है?
चिंतामणि- काव्य प्रकाश
‘चिंतामणि- काव्य प्रकाश’ जोड़ा सुमेलित है। वहीं रस रहस्य- कुलपति मिश्र का, अंगदर्पण- रासलीन का और शिवा बावनी- भूषण की कृति है।
मतिराम- रस रहस्य
भूषण- अंगदर्पण
रसलीन- शिवा बावनी
122. मैला आँचल के लेखक हैं-
नागार्जुन
रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’
फणीश्वर नाथ रेणु
‘मैला आँचल’ के लेखक ‘फणीश्वर नाथ रेणु’ हैं। यह एक आंचलिक उपन्यास है जिसमें पूर्णिया जिले के मेरीगंज गाँव की कथा का वर्णन है।
मोहन राकेश
123. इन पंक्तियों में किस अलंकार का प्रयोग हुआ है?
‘कहती हुई यों उतरा के नेत्र जल से भर गए।हिम के कणों से पूर्ण मानों हो गए पंकज नए।’
उत्प्रेक्षा
इन पंक्तियों में उत्प्रेक्षा अलंकार का प्रयोग हुआ है। जहाँ उपमेय में उपमान की संभावना की जाती है, वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार की पहचान मनु, मनौ, जनु, जानौ आदि हैं।
रूपक
यमक
उपमा
124. ‘चरण कमल बंदौ हरिराई।’ में कौन-सा अलंकार है?
उत्प्रेक्षा
अनुप्रास
रूपक
‘चरण कमल बंदौ हरिराई।’ में रूपक अलंकार है।
उपमा
125. इन पंक्तियों में किस छंद का प्रयोग हुआ है?
‘रघुकुल रीति सदा चलि आई।प्राण जाई पर वचन न जाई॥’
उल्लाला
चौपाई
इन पंक्तियों में चौपाई छंद का प्रयोग हुआ है।
सोरठा
दोहा
UP TGT Hindi Previous Year Question Paper-