UP TGT Hindi Question Paper 2016

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टीजीटी हिंदी प्रश्न-पत्र

UP TGT Hindi 2016 के question paper को यहाँ दिया जा रहा है। यह परीक्षा 08-03-2019 को आयोजित हुई थी। TGT, PGT Hindi की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्रों को इसे एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज (UPSESSB) द्वारा आयोजित प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक चयन परीक्षा (TGT Hindi) 2016 के question paper का व्याख्यात्मक हल को पढ़कर आप अपना मूल्यांकन कर सकते हैं। up tgt hindi previous year question paper के अंतर्गत यह दसवाँ प्रश्न-पत्र है।

टीजीटी हिंदी- 2016

1. निसि दिन बरसत नैन हमारे,

 सदा रहत पावस ऋतु हम पर जब ते श्याम सिधारे।

उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस है?

  1. करुण
  2. वियोग श्रृंगार रस
  3. शांत रस
  4. हास्य रस

Ans (2): उपर्युक्त पंक्ति में वियोग श्रृंगार रस है। परस्पर प्रेम करने वाले व्यक्तियों के बिछड़ जाने की दशा वियोग श्रृंगार कहलाती है।

2. ‘जसोदा हरि पालनै झुलावै।

हलरावै, दुलराय मल्हाबै जाई-सोई कछु गावै।’

उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस है?

  1. अद्भुत रस
  2. वात्सल्य रस
  3. रौद्र रस
  4. भयानक रस

Ans (2): उपर्युक्त पंक्ति में वात्सल्य रस है। बच्चों के सौंदर्य, उनकी चेष्टाओं आदि को देखकर मन मेन जो स्नेह भाव उत्पन्न होता है उसी से वात्सल्य रस निष्पन्न होता है।

3. इनमें से किस बोली का ‘बिहारी हिंदी’ से संबंध नहीं है?

  1. अवधी
  2. मगही
  3. भोजपुरी
  4. मैथिली

Ans (1): बिहारी हिंदी मागधी अपभ्रंश की उप भाषा है जिसके अंतर्गत भोजपुरी, मगही, मैथिली बोलियाँ आती हैं। वहीं अवधी पूर्वी हिंदी की बोली है जो अर्द्धमागधी अपभ्रंश के अंतर्गत आती है।

4. ‘मगही’ किस प्रदेश की बोली है?

  1. मध्य प्रदेश
  2. बिहार
  3. राजस्थान
  4. छत्तीसगढ़

Ans (2): ‘मगही बिहार राज्य की बोली है।

5. सिंधी भाषा का विकास अपभ्रंश की किस बोली से माना गया है?

  1. ब्राचड़
  2. पैचासी
  3. मागधी
  4. अर्द्धमागधी

Ans (1): सिंधी भाषा का विकास ब्राचड़ अपभ्रंश से माना गया है।

6. हिंदू मग पर पाँव न राखेउ।

   का जो बहुतै हिंदी भाखेउ॥

ये काव्य पंक्तियाँ किस बोली में हैं?

  1. ब्रज
  2. भोजपुरी
  3. अवधी
  4. बुंदेली

Ans (3): ये काव्य पंक्तियाँ अवधी बोली में हैं। इसके रचनाकार सूफी परंपरा के अंतिम कवि नूर मुहम्मद हैं, यह उनके ग्रंथ अनुराग बांसुरी से ली गई हैं।

7. इनमें से कौन-सा पश्च स्वर है?

Ans (1): जीभ के प्रयोग के आधार पर स्वरों के तीन प्रकार हैं-

  • अग्र स्वर- जिन स्वरों का उच्चारण में जीभ का अगला भाग काम करता है, जैसे- इ, ई, ए, ऐ।
  • मध्य स्वर- जिन स्वरों का उच्चारण में जीभ का मध्य भाग काम करता है, जैसे- अ
  • पश्च स्वर- जिन स्वरों का उच्चारण में जीभ का पिछला भाग काम करता है, जैसे- आ, उ, ऊ, ओ, औ।

8. निम्नलिखित में से कौन ‘देशज’ शब्द है?

  1. खिड़की
  2. मित्र
  3. कालीन
  4. रेल

Ans (1): ‘खिड़की देशज शब्द है। वहीं मित्र तत्सम शब्द, कालीन उर्दू शब्द और रेल अंग्रेजी भाषा का शब्द है।

9. निम्नलिखित में कौन तालव्य ध्वनि है?

Ans (1): उच्चारण स्थान के आधार पर च, छ, ज, झ (च वर्ग) और य, श, इ, ई तालव्य ध्वनि हैं।

10. इनमें से कौन-सी लिपि नहीं है?

  1. अरबी
  2. गुरुमुखी
  3. देवनागरी
  4. अंग्रेजी

Ans (4): अंग्रेजी भाषा है, इसकी लिपि रोमन है। वहीं अरबी भाषा की लिपि अरबी, पंजाबी की गुरुमुखी और हिंदी की देवनागरी है।

11. ‘छ’ ध्वनि का उच्चारण स्थान है?

  1. दंत्य
  2. ओष्ठय
  3. तालव्य
  4. वत्स्य

Ans (3): ‘छ’ ध्वनि का उच्चारण स्थान तालव्य है। तालव्य व्यंजन वो व्यंजन होते हैं जिनके उच्चारण में जीभ के पिछले भाग को तालू से संघर्ष करना पड़ता है, जैसे- च, छ, ज, झ, ञ, य, श, इ, ई।

12. ‘उसके प्राण सूख गए।’ इस वाक्य में ‘प्राण’ का वचन निर्धारित कीजिए-

  1. एकवचन
  2. बहुवचन
  3. द्विवचन
  4. इनमें से कोई नहीं

Ans (2): ‘प्राण’ हमेशा बहुवचन में होता है।

13. ‘सज्जन’ का संधि-विच्छेद क्या होगा?

  1. सद् + जन
  2. सत् + जन
  3. सत् + जान
  4. सज् + जन

Ans (2): ‘सज्जन’ का संधि-विच्छेद ‘सत् + जन’ होगा। व्यंजन संधि से।

14. ‘ऋणमुक्त’ शब्द में कौन-सा समास है?

  1. संबंध तत्पुरुष
  2. संप्रदान तत्पुरुष
  3. अधिकरण तत्पुरुष
  4. अपादान तत्पुरुष

Ans (4): ‘ऋणमुक्त’ शब्द में अपादान तत्पुरुष समास है। जिस शब्द में कारक चिह्न ‘से’ का लोप होता है वहाँ अपादान तत्पुरुष समास होता है। जैसे- ऋणमुक्त = ऋण से मुक्त

15. इनमें से एक ‘मोक्ष’ का पर्यायवाची शब्द है-

  1. निर्वाण
  2. दशा
  3. गति
  4. चाल

Ans (1): ‘मोक्ष’ का पर्यायवाची शब्द- निर्वाण, मुक्ति, छुटकारा आदि हैं।

16. ‘चर्म’ शब्द का समभिन्नार्थक क्या है?

  1. चरम
  2. चमड़ा
  3. चित्र
  4. अंतिम

Ans (1): ‘चर्म’ शब्द का समभिन्नार्थक शब्द चरम है।

17. ‘खाक में मिलना’ मुहावरे का सही अर्थ है-

  1. सब तोड़ देना
  2. कीचड़ में मिला देना
  3. नष्ट कर देना
  4. हानि पहुँचाना

Ans (3): ‘खाक में मिलना’ मुहावरे का अर्थ ‘नष्ट कर देना’ है-

18. इनमें से कौन कालिदास की दूसरी रचना है?

  1. रघुवंशम्
  2. अभिज्ञान शकुंतलम्
  3. दशरूपक
  4. प्रतिभा नाटकम्

Ans (2): अभिज्ञान शकुंतलम् नाटक कालिदास की दूसरी रचना है। वहीं रघुवंशम् कालिदास का महाकाव्य, दशरूपक धनंजय और प्रतिभा नाटकम् का ग्रंथ है।

19. ‘मालतीमाधव’ किसकी रचना है?

  1. भट्टगोपाल
  2. भवभूति
  3. श्रीहर्ष
  4. दंडी

Ans (2): ‘मालतीमाधव’ भवभूति की 10 अंकों का शृंगार प्रधान रचना है।

20. ‘दशकुमारचरित’ किसकी रचना है?

  1. कालिदास
  2. दंडी
  3. भवभूति
  4. भास

Ans (3): ‘दशकुमारचरित’ दंडी की रचना है।

21. ‘रामू घर से निकला।’ इस वाक्य में ‘घर से’ में कौन-सा कारक है?

  1. करण
  2. अपादान
  3. कर्ता
  4. संप्रदान

Ans (2): ‘रामू घर से निकला।’ इस वाक्य में ‘घर से’ में अपादान कारक है। जिस संज्ञा या सर्वनाम से किसी वस्तु का अलग होने का बोध हो, उसे अपादान कारक कहते हैं।

22. ‘गठरी’ शब्द है-

  1. स्त्रीलिंग
  2. पुल्लिंग
  3. विधिलिंग
  4. नपुंसकलिंग

Ans (1): ‘गठरी’ शब्द स्त्रीलिंग है। स्त्री जाति का बोध कराने वाले संज्ञा शब्दों को स्त्रीलिंग कहते हैं।

23. ‘अत्याचार’ शब्द में कौन-सी संधि है?

  1. दीर्घ
  2. यण्
  3. गुण
  4. वृद्धि

Ans (2): ‘अत्याचार’ शब्द में यण् संधि है। जब इ या ई के बाद कोई असवर्ण स्वर आए तो इ या ई के स्थान पर य हो जाता है, जैसे- अति + आचार = अत्याचार।

24. ‘उत्तर-दक्षिण’ में कौन-सा समास है?

  1. बहुव्रीहि
  2. द्वंद्व
  3. अव्ययीभाव
  4. द्विगु

Ans (2): ‘उत्तर-दक्षिण’ में द्वंद्व समास है। जब दोनों पद प्रधान हों तो द्वंद्व समास होता है।

25. ‘राम: रावणं ममार।’ में कौन-सा लकार है?

  1. लिट् लकार
  2. लङ् लकार
  3. लृट लकार
  4. लट् लकार

Ans (1): ‘राम: रावणं ममार।’ वाक्य में लिट् लकार लकार है।

26. ‘मति:’ शब्द रूप में कौन-सी विभक्ति है?

  1. प्रथमा
  2. सप्तमी
  3. तृतीया
  4. चतुर्थी

Ans (1): ‘मति:’ शब्द रूप में प्रथमा विभक्ति है।

27. ‘इदं रमेश पुस्तकम् अस्ति।’ का हिंदी अनुवाद कीजिए-

  1. यह रमेश की पुस्तक है।
  2. वह रमेश की पुस्तक है।
  3. ये रमेश की पुस्तक होगी।
  4. वो रमेश की पुस्तक होगी।

Ans (1): ‘इदं रमेश पुस्तकम् अस्ति।’ का हिंदी अनुवाद- यह रमेश की पुस्तक है।

28. ‘बालिका गच्छन्ती अस्ति।’ का हिंदी अनुवाद है-

  1. बालिका जाएगी।
  2. बालिका जाती होगी।
  3. बालिका जा रही थी।
  4. बालिका जा रही है।

Ans (1): ‘बालिका गच्छन्ती अस्ति।’ का हिंदी अनुवाद- बालिका जा रही है।

29. सूफी साधना के चार पड़ावों में से कौन-सा नहीं है-

  1. शरीअत
  2. तरीकत
  3. मलकत
  4. मारिफत

Ans (3): सूफी दर्शन में इश्क हकीकी (साधना) तक पहुँचने के लिए साधक को चार पड़ाओं से गुजरना पड़ता है-

  • शरीअत- धर्म ग्रंथों का विधि निषेध
  • तरीकत- हृदय की शुद्धता
  • हकीकत- भक्त उपासना से सत्य बोध
  • मारिफत- सिद्धावस्था

30. ‘कुआनों नदी’ इनमें से किस कवि की कृति है?

  1. सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
  2. शमशेर बहादुर सिंह
  3. कुँवर नारायण
  4. कीर्ति चौधरी

Ans (1): ‘कुआनों नदी’ सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की रचना है। काठ की घंटियाँ, बाँस का पुल, एक सूनी नाव, गर्म हवाएँ, जंगल का दर्द, खुटियों पर टंगे लोग, क्या कहकर पुकारु, कोई मेरे साथ चले, मेघ आए आदि काव्य संग्रह हैं।

31. नाथ संप्रदाय के प्रवर्तक इनमें से कौन थे?

  1. गोरखनाथ
  2. महानाथ
  3. चर्पटनाथ
  4. नेमिनाथ

Ans (1): नाथ संप्रदाय के प्रवर्तक गोरखनाथ थे। मिश्रबंधुओं ने गोरखनाथ को हिंदी का प्रथम कवि माना है। गोरखनाथ का नाथपंथ बौद्धों की वज्रयान शाखा से निकला हुआ माना जाता है।

32. महापुराण के रचनाकार कौन हैं?

  1. अब्दुर्रहमन
  2. पुष्यदंत
  3. धनपाल
  4. स्वयंभू

Ans (2): महापुराण के रचनाकार पुष्यदंत हैं। पुष्यदंत को हिंदी का भवभूति कहा जाता है। शिवसिंह सेंगर ने इन्हें भाखा की जड़ कहा है। तिरसठी महापुरिस गुणालंकार, णयकुमार चरिउ और जसहर चरिउ इनके महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं।

33. ‘रसमंजरी’ किस कवि की कृति है?

  1. केशवदास
  2. भूषण
  3. नंददास
  4. छीतस्वामी

Ans (3): ‘रसमंजरी’ कवि नंददास की कृति है। यह एक प्रेमाख्यान काव्य है। अनेकार्थ मंजरी, मानमंजरी, सुदामा चरित, रूपमंजरी, विरहमंजरी, प्रेम बारह खड़ी, श्याम सगाई, रुक्मणी मंगल, भँवरगीत, रासपंचाध्यायी, दशमस्कंध आदि नंददास के अन्य ग्रंथ हैं।

34. मृगावती के रचनाकार हैं?

  1. मंझन
  2. आलम
  3. कुतुबन
  4. मुल्ला दाऊद

Ans (3): मृगावती के रचनाकार कुतुबन हैं। कुतुबन को शुक्ल जी सूफी काव्य का प्रथम कवि मानते हैं।

35. भ्रमणगीत का उपजीव्य ग्रंथ कौन-सा है?

  1. श्रीमद्भागवत महापुराण
  2. विष्णु पुराण
  3. हरिवंश पुराण
  4. शिव पुराण

Ans (1): भ्रमणगीत का उपजीव्य ग्रंथ श्रीमद्भागवत महापुराण है।

36. विनय पत्रिका की रचना किस भाषा में हुई है?

  1. अवधी
  2. ब्रजभाषा
  3. मैथिली
  4. हिंदी

Ans (2): विनय पत्रिका की रचना ब्रजभाषा में हुई है। तुलसीदास की वैराग्य संदीपनी, कृष्णगीतावली, गीतावली, दोहवाली, कवितावली आदि रचनाएँ भी ब्रजभाषा में रचित हैं।

37.  इनमें से कौन संत कवि नहीं है?

  1. कबीरदास
  2. तुलसीदास
  3. सुंदरदास
  4. मलूकदास

Ans (2): तुलसीदास सगुण काव्यधारा के प्रमुख कवि हैं। वहीं कबीर, सुंदरदास और मलूकदास संत कवि हैं।

38. ‘राघव चेतन’ इनमें से किस सूफी काव्य का पात्र है?

  1. मधुमालती
  2. मृगावती
  3. पद्मावत
  4. चंदायन

Ans (3): ‘राघव चेतन’ जायसी कृत सूफी काव्य ‘पद्मावत’ (1540 ई.) का पात्र है। रत्नसेन, पद्मावती, हीरामन तोता, नागमती, अलाउद्दीन आदि इसके अन्य पात्र हैं।

39. कुतुबन द्वारा रचित ग्रंथ का नाम है-

  1. मृगावती
  2. मधुमालती
  3. हंस जवाहिर
  4. चंदायन

Ans (1): कुतुबन द्वारा रचित ग्रंथ का नाम मृगावती (1503 ई.) है।

40. रामभक्ति शाखा में रसिकोपासना का समावेश किसने किया?

  1. केशवदास
  2. अग्रदास
  3. लालदास
  4. नाभादास

Ans (2): रामभक्ति शाखा में रसिकोपासना का समावेश कर स्वामी अग्रदास ने रसिक संप्रदाय की स्थापना की। रसिक संप्रदाय में इन्हें अग्रअली नाम से भी जाना जाता है।

41. ‘मदनाष्टक’ के रचयिता का नाम क्या है?

  1. केशवदास
  2. रसखान
  3. रहीम
  4. नरोत्तमदास

Ans (3): ‘मदनाष्टक’ के रचयिता का नाम रहीम है। दोहावली, नगर शोभा, शृंगार सोरठा, बरवै रामायण आदि इनकी अन्य रचनाएँ हैं।

42. केशवदास को किस वर्ग में रखना समीचीन है?

  1. रीतिबद्ध
  2. रीतिमुक्त
  3. रीतिसिद्ध
  4. स्वच्छंदतावादी कवि

Ans (1): आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने केशवदास को रीतिबद्ध कवि माना है, नगेंद्र ने केशव को रीतिकाल का प्रवर्तक माना है। वहीं रामचंद्र शुक्ल केशव को भक्तिकाल में रखते हैं।

43. ‘शिवा बावनी’ के रचयिता का नाम है-

  1. जसवंत सिंह
  2. केशव
  3. भूषण
  4. पद्माकर

Ans (3): ‘शिवा बावनी’ के रचयिता का नाम भूषण है। शिवराज भूषण और छत्रसाल दशक इनकी अन्य दो रचनाएँ हैं। शिवा बावनी में शिवा जी की कीर्ति और छत्रसाल दशक में छत्रसाल बुंदेला का यशोगान किया गया है। वहीं शिवराज भूषण अलंकार संबंधी ग्रंथ है जिसमें 500 अलंकारों तथा  284 छ्ंदों का वर्णन है।

44. भारतेन्दु युग का एक अन्य नाम है-

  1. प्रगति प्रयोग काल
  2. जागरण सुधार काल
  3. पुनर्जागरण काल
  4. नव सामंत काल

Ans (3): भारतेन्दु युग का एक अन्य नाम पुनर्जागरण काल है।

45. इनमें से भारतेन्दु युगीन लेखक कौन है?

  1. पं. प्रताप नारायण मिश्र
  2. हरिऔध
  3. विद्यानिवास मिश्र
  4. रायकृष्ण दास

Ans (1): पं. प्रताप नारायण मिश्र भारतेन्दु युगीन लेखक हैं।

46. ‘तारसप्तक’ का प्रकाशन किस सन् में हुआ?

  1. 1930 ई.
  2. 1940 ई.
  3. 1935 ई.
  4. 1943 ई.

Ans (4): ‘तारसप्तक’ का प्रकाशन सन् 1943 ई. में अज्ञेय के संपादकत्व में हुआ। तारसप्तक के प्रकाशन से प्रयोगवाद की शुरुवात मानी जाती है।

47. इनमें से कौन-सा उपन्यास यशपाल का नहीं है?

  1. दादा कामरेड
  2. कब तक पुकारूँ
  3. दिव्या
  4. झूठा सच

Ans (2): कब तक पुकारूँ उपन्यास रांगेव राघव का है। वहीं दादा कामरेड, दिव्या और झूठा सच उपन्यास यशपाल का है।

48. तीसरा सप्तक कब प्रकाशित हुआ?

  1. 1960 ई.
  2. 1959 ई.
  3. 1951 ई.
  4. 1970 ई.

Ans (2): तीसरा सप्तक सन् 1959 ई. में अज्ञेय के संपादकत्व में हुआ।

49. ‘पुष्प की अभिलाषा’ नामक कविता के रचयिता कौन हैं?

  1. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’
  2. रामधारी सिंह दिनकर
  3. माखनलाल चतुर्वेदी
  4. रामनरेश त्रिपाठी

Ans (3): ‘पुष्प की अभिलाषा’ नामक कविता के रचयिता माखनलाल चतुर्वेदी हैं। हिमकिरीटनी, हिमतरंगिनी आदि इनकी अन्य रचनाएँ हैं।

50. आधुनिक मीरा किसे कहा जाता है?

  1. सुभद्रा कुमारी चौहान
  2. मन्नू भण्डारी
  3. महादेवी वर्मा
  4. उषा प्रियंवदा

Ans (3): आधुनिक मीरा छायावादी कवयित्री महादेवी वर्मा को कहा जाता है।

51. ‘प्रकृति का सुकुमार राजकुमार’ किसे कहा जाता है?

  1. प्रसाद
  2. पंत
  3. निराला
  4. बच्चन

Ans (2): ‘प्रकृति का सुकुमार राजकुमार’ सुमित्रानंदन पंत को कहा जाता है।

52. हिंदी खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य कौन-सा है?

  1. साकेत
  2. सामधेनी
  3. हल्दीघाटी
  4. प्रियप्रवास

Ans (4): हिंदी खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य हरिऔध का प्रियप्रवास है।

53. ‘कलम का सिपाही’ का लेखक कौन हैं?

  1. प्रेमचंद
  2. अमृतराय
  3. रामविलास शर्मा
  4. शिवरानी देवी

Ans (2): ‘कलम का सिपाही’ का लेखक अमृतराय हैं। यह प्रेमचंद की जीवनी है। वहीं प्रेमचंद घर में शिवरानी देवी और निराला की साहित्य साधना निराला की कृत है। निराला की साहित्य साधना 3 खंडों में प्रकाशित है।

54. ‘मुझे चाँद चाहिए’ किस विधा की कृति है?

  1. कविता
  2. नाटक
  3. कहानी
  4. उपन्यास

Ans (4): ‘मुझे चाँद चाहिए’ सुरेंद्र वर्मा का उपन्यास है। इस उपन्यास के लिए उन्हें 1996 ई. में साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। अँधेरे से परे, दो मुर्दों के लिए गुलदस्ताँ आदि उनके अन्य उपन्यास हैं।

55. ‘सारा आकाश’ किसकी कृति है?

  1. मन्नू भंडारी
  2. राजेंद्र यादव
  3. कमलेश्वर
  4. अज्ञेय

Ans (2): ‘सारा आकाश’ राजेंद्र यादव का उपन्यास है? प्रेत बोलते हैं, उखड़े हुये लोग, कुलटा, शह और मात, एक इंच मुस्कान (मन्नू भंडारी के साथ), अनदेखे अनजाने पुल, मंत्र विद्या आदि उनके अन्य उपन्यास हैं।

56. ‘संशय की एक रात’ किस कवि की कृति है?

  1. अज्ञेय
  2. नरेंद्र शर्मा
  3. नरेश मेहता
  4. केसरी कुमार

Ans (2): ‘संशय की एक रात’ नरेश मेहता का प्रबंध काव्य है। महाप्रस्थान, प्रवाद पर्व, शबरी इनके अन्य प्रबंध काव्य तथा वन पाखी सुनों, बोलने दो चीड़ को, समर्पित एकांत, चैत्या आदि काव्य संग्रह हैं।

57. ‘आषाढ़ का एक दिन’ नामक नाटक के रचयिता हैं?

  1. जयशंकर प्रसाद
  2. सुरेंद्र वर्मा
  3. लक्ष्मीनारायण मिश्र
  4. मोहन राकेश

Ans (4): ‘आषाढ़ का एक दिन’ नामक नाटक के रचयिता मोहन राकेश हैं। लहरों के राजहंस और आधे अधूरे इनके अन्य नाटक हैं।

58. ‘कवित्त रत्नाकर’ के रचयिता हैं-

  1. जगन्नाथ रत्नाकर
  2. सेनापति
  3. मतिराम
  4. बोधा

Ans (2): ‘कवित्त रत्नाकर’ और ‘कल्पद्रुम’ के रचयिता सेनापति हैं।

59. इनमें से कौन-सा जोड़ा सही है?

  1. श्री संप्रदाय- मध्वाचार्य
  2. रुद्र संप्रदाय- विष्णु स्वामी
  3. सनकादि संप्रदाय- श्री हितहरिवंश
  4. राधा बल्लभ संप्रदाय- निम्बर्काचार्य

Ans (2): सुमेलित- रुद्र संप्रदाय- विष्णु स्वामी, श्री संप्रदाय- रामानुजाचार्य, सनकादि संप्रदाय- निम्बर्काचार्य और राधा बल्लभ संप्रदाय- श्री हितहरिवंश

60. 500 ई. से 1100 ई. तक संस्कृत काव्यशास्त्र को क्या कहा जाता है?

  1. प्रवर्तन काल
  2. प्रतिपादन काल
  3. व्याख्या काल
  4. भाष्य काल

Ans (*): संस्कृत काव्यशास्त्र का काल विभाजन-

  • प्रारम्भिक काल- वैदिक काल-650 ई.
  • रचनात्मक काल- 650 ई.-850
  • निर्णयात्मक काल- 850 ई.-1050 ई.
  • व्याख्या काल- 1050 ई.-1750 ई.

61. ‘निर्धन के धन-सी तुम आई।’ में कौन-सा अलंकार है?

  1. उपमा
  2. रूपक
  3. उत्प्रेक्षा
  4. अनुप्रास

Ans (1): ‘निर्धन के धन-सी तुम आई।’ में उपमा अलंकार है। जहाँ दो भिन्न वस्तुओं में रूप, गुण आदि की समानता दिखाई जाती है, वहाँ उपमा अलंकार होता है।

62. ‘रहिमन पानी रखिये, बिनु पानी सब सून।

    पानी गये न ऊबरै, मोती मानुष चून।।’

इन पंक्तियों में किस छ्ंद का प्रयोग हुआ है?

  1. दोहा
  2. गीतिका
  3. चौपाई
  4. कवित्त

Ans (1): इन पंक्तियों में दोहा छ्ंद का प्रयोग हुआ है। दोहे के विषम चरण में 13-13 और सम चरण में 11-11 मात्राएँ होती हैं और सम चरणों के अंत में गुरु होता है।

63. ‘करते अभिषेक पयोद हैं, बलिहारी इस देश की।

   हे मातृभूमि! तू सत्य ही, सगुण मूर्ति सर्वेश की॥

इन पंक्तियों में कौन-सा छ्ंद है?

  1. दोहा
  2. चौपाई
  3. उल्लाला
  4. गीतिका

Ans (3): इन पंक्तियों में उल्लाला छ्ंद है। उल्लाला के विषम चरणों में 15-15 मात्राएँ और सम चरणों में 13-13 मात्राएँ होती हैं।

64. ‘कहा-कैकेयी ने सक्रोध

    दूर-हट! अरी निर्बोध।’

उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस है?

  1. वात्सल्य रस
  2. वीभत्स रस
  3. हास्य रस
  4. रौद्र रस

Ans (4): उपर्युक्त पंक्ति में रौद्र रस है।

65. ‘पायो जी मैंने राम-रतन धन पायो

वस्तु अमोलक दी मेरे सद्गुरु किरपा करि अपनायो।’

उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस है?

  1. वीर रस
  2. करुण रस
  3. भक्ति रस
  4. रौद्र रस

Ans (3): उपर्युक्त पंक्ति में भक्ति रस है।

66. ब्रजभाषा का विकास इनमें किस प्रकृत/अपभ्रंश से हुआ है?

  1. मागधी
  2. पैशाची
  3. शौरसेनी
  4. अर्धमागधी

Ans (3): ब्रजभाषा का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। शौरसेनी अपभ्रंश से पश्चिमी हिंदी, राजस्थानी और पहाड़ी उपभाषा का विकास हुआ, फिर इनसे इनके बोलियों का। वहीं अर्ध मागधी से पूर्वी हिंदी और मगही से बिहारी हिंदी का विकास हुआ है।

67. आगरा किस बोली का क्षेत्र है?

  1. अवधी
  2. खड़ीबोली
  3. ब्रजभाषा
  4. छत्तीसगढ़ी

Ans (3): आगरा ब्रजभाषा बोली का क्षेत्र है जो पश्चिमी उपभाषा की बोली है। ब्रजभाषा के प्रमुख क्षेत्र- आगरा, मथुरा, अलीगढ़, बरेली, बदायूँ, एटा, मैनपुरी, गुरुग्राम, भरतपुर आदि हैं।

68. इनमें से कौन-सी ध्वनि संयुक्त व्यंजन है?

  1. क्य
  2. च्च

Ans (1): क्य (क् + य) ध्वनि संयुक्त व्यंजन है। जब दो व्यंजन संयुक्त होकर नए सार्थक व्यंजन बनाते हैं, उसे संयुक्त व्यंजन कहते हैं। हिंदी वर्णमाला में मूलत: चार (क्ष, त्र, ज्ञ, श्र) संयुक्त व्यंजन हैं।

69. इनमें से कौन-सा युग्म अघोष ध्वनि है?

  1. ग, घ
  2. ड, ढ
  3. प, फ
  4. द, ध

Ans (3): ‘प, फ’ युग्म अघोष ध्वनि है। प्रत्येक वर्ग का पहला और दूसरा और श, स, ष वर्ण अघोष वर्ण होते हैं।

70. मुंडा भाषा परिवार का क्षेत्र कौन-सा है?

  1. राजस्थान
  2. मध्यप्रदेश
  3. तमिलनाडु
  4. छोटा नागपुर

Ans (4): मुंडा भाषा परिवार का क्षेत्र छोटा नागपुर है।

71. निम्नलिखित में से ‘नीलकंठ’ कौन-सा शब्द है?

  1. रूढ़
  2. यौगिक
  3. योगरूढ़
  4. इनमें से कोई नहीं

Ans (3): ‘नीलकंठ’ योगरूढ़ शब्द है।

72. निम्नलिखित में से कौन महाप्राण ध्वनि नहीं है?

Ans (4): ‘ट’ महाप्राण ध्वनि नहीं है। प्रत्येक वर्ग का दूसरा और चौथा वर्ण महाप्राण और पहला, तीसरा तथा पाँचवाँ वर्ण अल्पप्राण होता है।

73. हिंदी को राजभाषा के रूप में संवैधानिक मान्यता कब मिली?

  1. 26 जनवरी, 1950
  2. 14 अक्तूबर, 1949
  3. 15 अगस्त, 1947
  4. 14 सितम्बर, 1949

Ans (4): हिंदी को राजभाषा (official language) के रूप में संवैधानिक मान्यता 14 सितम्बर, 1949 को मिली। भारतीय संविधान के भाग- 17 में अनुच्छेद 343 से 351 तक राजभाषा संबंधी प्रावधान दिए गए हैं। संविधान की आठवीं अनुसूची में अभी तक 22 भाषाओं को मान्यता प्रदान की गई है।

74. ‘अशोक ने पत्र पढ़ा।’ इस वाक्य में कौन-सा कारक है?

  1. कर्ता
  2. अधिकरण
  3. कर्म
  4. करण

Ans (1): ‘अशोक ने पत्र पढ़ा।’ इस वाक्य में कर्ता कारक है। वाक्य में जिस शब्द से कार्य करने का बोध हो, उसे कर्ता कहते हैं। कारक की पहचान विभक्ति/परसर्ग से होती है- कर्ता- ने, कर्म- को, करण- से, संप्रदान- को, के, लिए, अपादान- से (अलग होने के अर्थ में), संबंध- का, के, की, रा, री, अधिकरण- में, पर, संबोधन- हे, अरे, अहो।

75. इनमें से कौन-सा शब्द पुल्लिंग है?

  1. डिबिया
  2. दात्री
  3. खटमल
  4. जीभ

Ans (3): ‘खटमल’ शब्द पुल्लिंग है जबकि डिबिया, दात्री और जीभ स्त्रीलिंग।

76. ‘चंद्रमुख’ में कौन-सा समास है?

  1. द्विगु
  2. अव्ययीभाव
  3. कर्मधारय
  4. तत्पुरुष

Ans (3): ‘चंद्रमुख’ में कर्मधारय समास है। कर्मधारय समास में प्रथम पद विशेषण और दूसरा विशेष्य या संज्ञा होता है। परंतु यदि प्रथम पद उपमान और दूसरा पद उपमेय हो तब भी कर्मधारय समास होता है। जैसे- चंद्रमुख- चंद्रमा के सदृश्य मुख

77. ‘मैं आदर सहित नमस्कार करता हूँ।’ वाक्य का शुद्ध रूप क्या होगा?

  1. मैं नमस्कार आदर सहित करता हूँ।
  2. सादर मैं प्रणाम करता हूँ।
  3. मैं आदर पूर्ण नमस्कार करता हूँ।
  4. मैं सादर नमस्कार करता हूँ।

Ans (4): शुद्ध वाक्य- मैं सादर नमस्कार करता हूँ।

78. ‘हर्ष’ शब्द का विलोम शब्द क्या है?

  1. विषाद
  2. प्रहर्ष
  3. खुशी
  4. नीरव

Ans (1): ‘हर्ष’ शब्द का विलोम शब्द ‘विषाद’ है।

79. ‘जो समाचार भेजता हो’ के लिए एक शब्द क्या होगा?

  1. संवाददाता
  2. सूचक
  3. प्रेषक
  4. दूत

Ans (1): ‘जो समाचार भेजता हो’ के लिए एक शब्द ‘संवाददाता’ होगा। जो पत्र भेजता हो- प्रेषक, किसी वस्तु द्वारा सूचना देने वाला यंत्र- सूचक और किसी का संदेश ले जाने वाला- दूत।

80. ‘एक तो दोष था ही, उस पर दूसरा दोष लग जाना’ का सही कहावत होगी-

  1. अधजल गगरी छलकत जाए
  2. हाथ कंगन को आरसी क्या
  3. एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा
  4. छोटा मुँह बड़ी बात

Ans (3): ‘एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा’ कहावत का अर्थ- एक तो दोष था ही, उस पर दूसरा दोष लग जाना।

81. ‘नैषधीचरितम्’ किसकी रचना है?

  1. भास
  2. कालिदास
  3. श्रीहर्ष
  4. भारवि

Ans (3): ‘नैषधीचरितम्’ श्रीहर्ष की रचना है। 22 सर्गों में रचित यह ग्रंथ मुख्यत: शृंगार काव्य है। यह महाभारत के नलोपाख्यान का उपजीव्य ग्रंथ है जिसमें नल-दमयंती का प्रणय वर्णित है।

82. इनमें सी कौन-सी रचना माघ की है?

  1. किरातार्जुनीय
  2. मेघदूत
  3. दशकुमारचरित्
  4. शिशुपालबध

Ans (4): ‘शिशुपालबध’ रचना माघ की है। यह महाकाव्य 20 सर्गों में विभाजित है और इसमें 1650 श्लोक हैं। यह महाभारत के समापर्व का उपजीव्य ग्रंथ है। वहीं किरातार्जुनीय भारवि का, मेघदूत कालिदास का और दशकुमारचरित् दंडी का महाकाव्य है।

83. ‘गागर में सागर भरना’ मुहावरे का अर्थ है-

  1. थोड़ा काम करना
  2. बहुत ज्यादा कहना
  3. थोड़े में बहुत कहना
  4. ज्यादा में थोड़ा कहना

Ans (3): ‘गागर में सागर भरना’ मुहावरे का अर्थ है- ‘थोड़े में बहुत कहना’ है।

84. ‘कविता’ का बहुवचन है-

  1. कवीताएँ
  2. कविताएँ
  3. कविताइयाँ
  4. कविताए

Ans (2): ‘कविता’ का बहुवचन कविताएँ है।

85. ‘जीवैषणा’ का सही संधि-विच्छेद कीजिए-

  1. जीव + ऐषणा
  2. जीव + एषणा
  3. जीवै + षणा
  4. जीव + एैषणा

Ans (2): ‘जीवैषणा’ का सही संधि-विच्छेद- जीव + एषणा (वृद्धि स्वर संधि)

86. ‘प्रेमातुर’ शब्द में इनमें कौन-सा समास नहीं है?

  1. द्विगु
  2. अव्ययीभाव
  3. तत्पुरुष
  4. बहुव्रीहि

Ans (1): ‘प्रेमातुर’ शब्द में इनमें द्विगु समास नहीं है। जबकि तत्पुरुष, अव्ययीभाव और बहुव्रीहि समास है।

87. ‘स: हस्तेन खादति।’ में कौन-सा कारक है?

  1. कर्त्ता
  2. संबंध
  3. कर्म
  4. करण

Ans (4): ‘स: हस्तेन खादति।’ (वह हाथ से खाता है) में करण कारक है। करण कारक का चिह्न से है।

88. ‘कविता का मर्म’ में कौन-सी विभक्ति है?

  1. षष्ठी
  2. प्रथमा
  3. तृतीया
  4. सप्तमी

Ans (1): ‘कविता का मर्म’ में षष्ठी विभक्ति है। षष्ठी विभक्ति को संबंध कारक कहते हैं, इसका चिह्न का, के, की, रा, रे, री है।

89. ‘रामकृष्णौ’ में कौन-सा समास है?

  1. अव्ययीभाव
  2. द्वंद्व
  3. तत्पुरुष
  4. बहुव्रीहि

Ans (2): ‘रामकृष्णौ’ में द्वंद्व समास है। जिस पद में दोनों पद प्रधान हों और दोनों संज्ञा अथवा विशेषण हों, द्वंद्व समास होता है। जैसे- रामकृष्णौ- राम कृष्ण

90. ‘सज्जन: पापाद् जुगुप्सेते।’ का हिंदी अनुवाद कीजिए।

  1. सज्जन पाप से घृणा करता है।
  2. सज्जन पाप करेगा।
  3. सज्जन पाप से घृणा करेगा।
  4. सज्जन घृणा से पाप करता है।

Ans (1): ‘सज्जन: पापाद् जुगुप्सेते।’ का हिंदी अनुवाद होगा- सज्जन पाप से घृणा करता है।

91. ‘रामेण सह सीता वनं गच्छति।’ का हिंदी अनुवाद है-

  1. राम के साथ सीता वन गई थी।
  2. राम के साथ सीता वन जाती होगी।
  3. राम के साथ सीता वन जाती है।
  4. राम के साथ सीता वन गई जाएगी।

Ans (3): ‘रामेण सह सीता वनं गच्छति।’ का हिंदी अनुवाद है- राम के साथ सीता वन जाती है।

92. ‘सुबह, दोपहर, शाम’ किस प्रसिद्ध उपन्यासकार की रचना है?

  1. प्रेमचंद
  2. वृंदावनलाल वर्मा
  3. उपेंद्रनाथ ‘अश्क’
  4. कमलेश्वर

Ans (4): ‘सुबह, दोपहर, शाम’ उपन्यास कमलेश्वर की रचना है। एक सड़क सत्तावन गलियाँ, डाक बंगला, लौटे हुए मुसाफिर, समुद्र में खोया हुआ आदमी, काली आँधी, आगामी अतीत, तीसरा आदमी, वही बात, कितने पाकिस्तान आदि उनके अन्य उपन्यास हैं।

93. राहुल सांकृत्यान ने हिंदी का पहला कवि किसे माना है?

  1. लुईपा
  2. शबरपा
  3. सरहपा
  4. चंदबरदाई

Ans (3): राहुल सांकृत्यान ने हिंदी का पहला कवि ‘सरहपा’ को माना है। वहीं हजारी प्रसाद द्विवेदी ने ‘अबुल रहमान’ को, गणपति चंद्र गुप्त ने ‘शालिभद्र सूरि’ को, राम कुमार वर्मा ने ‘स्वयंभू’ को और शिव सिंह सेंगर, जार्ज ग्रियर्सन एवं मिश्र बंधुओं ने ‘पुष्प’ या ‘पुड’ को हिंदी का पहला कवि माना है।

94. किस इतिहास लेखक ने अपने इतिहास ग्रंथ में लगभग 5000 कवियों का विवरण दिया है?

  1. मिश्रबंधु
  2. शिवसिंह सेंगर
  3. आचार्य रामचंद्र शुक्ल
  4. सर जार्ज ग्रियर्सन

Ans (1): मिश्रबंधुओं ने अपने इतिहास ग्रंथ ‘मिश्रबंधु विनोद’ में लगभग 5000 (4591) कवियों का जीवन वृत्त का विवरण दिया है। यह ग्रंथ चार भागों में विभक्त है।

95. गौड़ीय संप्रदाय के प्रवर्तक आचार्य थे-

  1. वल्लभाचार्य
  2. मध्वाचार्य
  3. चैतन्य महाप्रभु
  4. स्वामी हरिदास

Ans (3): गौड़ीय संप्रदाय के प्रवर्तक आचार्य ‘चैतन्य महाप्रभु’ हैं। इनका दार्शनिक मत अचिंत्य भेदाभेदवाद है। वहीं ‘वल्लभाचार्य’ का रुद्र संप्रदाय और दर्शन शुद्धादैतवाद, ‘मध्वाचार्य’ का ब्रह्म संप्रदाय और दर्शन द्वैतवाद तथा ‘स्वामी हरिदास’ का सखी संप्रदाय है।

96. अष्टछाप में कवियों की संख्या कितनी थी?

  1. 10
  2. 8
  3. 12
  4. 15

Ans (2): अष्टछाप में कवियों की संख्या 8 थी। अष्टछाप की स्थापना गोस्वामी विट्ठलनाथ ने चार अपने पिता बल्लभाचार्य और चार अपने शिष्यों को मिलाकर किया था।

  • बल्लभाचार्य के शिष्य- कुंभनदास, सूरदास, परमानंद दास, कृष्णदास
  • गोस्वामी विट्ठलनाथ के शिष्य- गोविंद स्वामी, छीतस्वामी, चतुर्भुजदास, नंददास

97. सूफी कवि नूर मुहम्मद की रचना का नाम है-

  1. मधुमालती
  2. अनुराग बाँसुरी
  3. चित्रावली
  4. हंसजवाहिर

Ans (2): सूफी कवि नूर मुहम्मद की रचना का नाम अनुराग बाँसुरी और इंद्रावती है जो अवधी भाषा में रचित है। वहीं मधुमालती मंझन की, चित्रावली उस्मान की और हंसजवाहिर कासिमशाह की रचना है।

98. संत कवि गुरुनानक देव का जन्म कहाँ हुआ था?

  1. अमृतसर
  2. तलवंडी
  3. नादेड़
  4. ननकाना

Ans (2): संत कवि गुरुनानक देव का जन्म पंजाब के ‘तलवंडी’ में हुआ था। सिख संप्रदाय के प्रवर्तक गुरुनानक देव की वाणी गुरुग्रंथ साहिब में संकलित है। इनकी प्रमुख रचना ‘नसीहतनामा’ है।

99. शृंगार के वात्सल्य रस का सम्राट किस कवि को कहा जाता है?

  1. तुलसीदास
  2. सूरदास
  3. नंददास
  4. कृष्णदास

Ans (2): शृंगार और वात्सल्य रस का सम्राट सूरदास को कहा जाता है।

100. भक्ति का प्रारंभ कहाँ से हुआ?

  1. पूर्वी भारत
  2. दक्षिण भारत
  3. पश्चिमी भारत
  4. उत्तरी भारत

Ans (2): भक्ति का प्रारंभ दक्षिण भारत से हुआ।

101. ‘ज्ञानदीप’ के रचयिता का नाम है-

  1. मंझन
  2. कुतुबन
  3. उस्मान
  4. शेखनबी

Ans (4): ‘ज्ञानदीप’ के रचयिता का नाम ‘शेख नबी’ है। अवधी भाषा में रचित इस ग्रंथ का नायक ज्ञानदीप और नायिका देवयानी है।

102. सूरदास के दृष्टकूट पद किस काव्य-ग्रंथ में संकलित हैं?

  1. सूरसागर
  2. साहित्य लहरी
  3. सूर सारावली
  4. इनमें से कोई नहीं

Ans (2): सूरदास के दृष्टकूट पद ‘साहित्य लहरी’ काव्य-ग्रंथ में संकलित हैं। यह मूलता: लक्षण ग्रंथ है जिसमें अलंकार, रस निरूपण और नायिका भेदो के उदाहरण प्रस्तुत करने वाले 118 दृष्टिकूट पद हैं। इसी ग्रंथ में सूरदास ने अपनी वंशावली का परिचय दिया है और बताया है की उनका मूल नाम ‘सूरज चंद्र’ है तथा चंदबरदाई उनके पूर्वज हैं।

103. इनमें से कौन-सी कृति केशवदास की नहीं है?

  1. रामचंद्रिका
  2. रसिकप्रिया
  3. अनेकार्थमंजरी
  4. विज्ञानगीता

Ans (3): अनेकार्थमंजरी अष्टछाप के कवि नंददास की रचना है। वहीं रामचंद्रिका, रसिकप्रिया, विज्ञानगीता, कविप्रिया, रतन बावनी, वीरसिंह देव चरित। जहाँगीर जसचंद्रिका, नखशिख, छंदमाल आदि केशवदास की रचनाएँ हैं।

104. आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रीतिकाल का समय माना है-

  1. 1600-1800 वि.
  2. 1700-1900 वि.
  3. 1500-1750 वि.
  4. 1600-1850 वि.

Ans (2): आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रीतिकाल का समय 1700-1900 वि. माना है।

105. रीतिकाल में किस रस की प्रधानता काव्य में रही है?

  1. शृंगार
  2. भक्ति
  3. शांत
  4. रौद्र

Ans (1): रीतिकाल में शृंगार रस की प्रधानता काव्य में रही है। इसी को आधार बना कर आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने रीतिकाल का शृंगारकाल नामकरण किया है।

106. इनमें से रीतिकाल का कौन-सा कवि अपने प्रकृति-चित्रण के लिए विख्यात है?

  1. घनाननंद
  2. मतिराम
  3. सेनापति
  4. ग्वाल

Ans (3): रीतिकाल के कवि सेनापति अपने प्रकृति-चित्रण के लिए विख्यात हैं।

107. ‘ब्राह्मण’ पत्र के संस्थापक-संपादक का नाम है-

  1. भारतेन्दु
  2. प्रतापनारायण मिश्र
  3. बालकृष्ण भट्ट
  4. मदनमोहन मालवीय

Ans (2): ‘ब्राह्मण’ पत्र के संस्थापक-संपादक का नाम ‘प्रतापनारायण मिश्र’ है।

108. इनमें छायावादी कवि कौन नहीं है?

  1. सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
  2. सुमित्रानंदन पंत
  3. जयशंकर प्रसाद
  4. शिवमंगल सिंह सुमन

Ans (4): शिवमंगल सिंह सुमन प्रगतिवादी युग के कवि हैं। वहीं सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, सुमित्रानंदन पंत और जयशंकर प्रसाद छायावादी कवि हैं।

109. ‘कुरु कुरु स्वाहा’ उपन्यास के लेखक इनमें से कौन हैं?

  1. उषा प्रियंवदा
  2. धर्मवीर भारती
  3. राही मासूम रजा
  4. मनोहर श्याम जोशी

Ans (4): ‘कुरु कुरु स्वाहा’ उपन्यास के लेखक मनोहर श्याम जोशी हैं। कसप, हरिया हरक्यूलीज की हैरानी, टाटा प्रोफेसर, हमजाद, क्याप, कौन हूँ मैं, कपीस जी, वध स्थल, उत्तराधिकारिणी आदि उनके अन्य उपन्यास हैं।

110. ‘आवारा मसीहा’ के लेखक हैं-

  1. अमृतराय
  2. विष्णु प्रभाकर
  3. रामविलास शर्मा
  4. मोहन राकेश

Ans (2): ‘आवारा मसीहा’ जीवनी के लेखक विष्णु प्रभाकर हैं।

111. कामायनी में कुल कितने सर्ग हैं?

  1. 8
  2. 10
  3. 12
  4. 15

Ans (4): कामायनी में कुल 15 सर्ग हैं- चिंता, आशा, श्रद्धा, काम, वासना, लज्जा, कर्म, ईर्ष्या, इड़ा, स्वप्न, संघर्ष, निर्वेद, दर्शन, रहस्य, आनंद। इस महाकाव्य की रचना जयशंकर प्रसाद ने 1935 ई. में की थी।

112. ‘रत्नाकर’ कृत ‘उद्धव शतक’ किस भाषा में लिखा गया काव्य ग्रंथ है?

  1. अवधी
  2. ब्रजभाषा
  3. खड़ीबोली
  4. अपभ्रंश

Ans (2): ‘रत्नाकर’ कृत ‘उद्धव शतक’ ब्रजभाषा में लिखा गया काव्य ग्रंथ है। गंगावातरण, हिंडोला, शृंगारलहरी आदि इनके अन्य ग्रंथ हैं।

113. इनमें से किस नाटक में नारी के पुनर्लग्न की समस्या उठाई गई है?

  1. स्कंदगुप्त
  2. ध्रुवस्वामिनी
  3. अजातशत्रु
  4. चंद्रगुप्त

Ans (2): जयशंकर प्रसाद कृत ध्रुवस्वामिनी नाटक में नारी के पुनर्लग्न की समस्या उठाई गई है।

114. इनमें से किसने सर्वाधिक ऐतिहासिक नाटक लिखे हैं?

  1. मोहन राकेश
  2. जयशंकर प्रसाद
  3. लक्ष्मीनारायण लाल
  4. सुरेंद्र वर्मा

Ans (2): जयशंकर प्रसाद ने सर्वाधिक ऐतिहासिक नाटक लिखे हैं।

115. सन् 1975 के बाद की कविता को इनमें से क्या नाम दिया गया?

  1. नयी कविता
  2. समकालीन कविता
  3. अकविता
  4. नवगीत

Ans (2): सन् 1975 के बाद की कविता को ‘समकालीन कविता’ नाम दिया गया। वहीं सन् 1954 के बाद की कविता को ‘नयी कविता’, सन् 1964 के बाद की कविता को अकविता और सन् 1958 के बाद की कविता को नवगीत कहा गया है।

116. ‘राग दरबारी’ नामक उपन्यास के लेखक हैं?

  1. निर्मल वर्मा
  2. नरेश मेहता
  3. विवेकी राय
  4. श्रीलाल शुक्ल

Ans (4): ‘राग दरबारी’ नामक उपन्यास के लेखक श्रीलाल शुक्ल हैं। यह व्यंग्यात्मक उपन्यास है जिसमें लखनऊ के पास शिवपाल गंज गाँव की कहानी है।

117. ‘सचेतन कहानी’ के प्रवर्तक इनमें से कौन है?

  1. जैनेन्द्र
  2. महीप सिंह
  3. कमलेश्वर
  4. निर्मल वर्मा

Ans (2): ‘सचेतन कहानी’ के प्रवर्तक महीप सिंह हैं। वहीं नयी कहानी (1956) के प्रवर्तक मोहन राकेश, कमलेश्वर और राजेन्द्र यादव, अकहानी (1960) के गंगा प्रसाद विमल, सचेतन कहानी (1964) के महीप सिंह, समांतर कहानी (1972) के कमलेश्वर, सहज कहानी (1972) के अमृतराय, सक्रिय कहानी (1979) के राकेश वत्स हैं।

118. इनमें से कौन-सी कृति अज्ञेय की है?

  1. संसद से सड़क तक
  2. मछली घर
  3. हरी घास पर क्षण भर
  4. साये में धूप

Ans (3): ‘हरी घास पर क्षण भर’ कृति अज्ञेय की है। ‘वहीं संसद से सड़क तक’ धूमिल, मछली घर विजय देव नारायण साही और साये में धूप दुष्यंत कुमार की रचना है।

119. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ कृत काव्य इनमें से कौन है?

  1. रेणुका
  2. हम विषपायी जनम के
  3. हिमकिरीटिनी
  4. मिलन

Ans (2): ‘हम विषपायी जनम के’ काव्य कृति के रचनाकार बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ हैं। वहीं रेणुका दिनकर, हिमकिरीटिनी माखनलाल चतुर्वेदी और मिलन रामनरेश त्रिपाठी का काव्य संग्रह है।

120. ‘आठवाँ सर्ग’ किस विधा की पुस्तक है?

  1. उपन्यास
  2. नाटक
  3. आत्मकथा
  4. काव्य संकलन

Ans (2): ‘आठवाँ सर्ग’ सुरेंद्र वर्मा का नाटक है। तीन भागों में विभक्त इस नाटक में अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता पर बल दिया गया है। यह नाटक कालिदास के महाकाव्य ‘कुमार संभव’ के आठवें सर्ग पर आधारित है।

121. इनमें से कौन-सा जोड़ा सही है?

  1. चिंतामणि- काव्य प्रकाश
  2. मतिराम- रस रहस्य
  3. भूषण- अंगदर्पण
  4. रसलीन- शिवा बावनी

Ans (1): ‘चिंतामणि- काव्य प्रकाश’ जोड़ा सुमेलित है। वहीं रस रहस्य- कुलपति मिश्र का, अंगदर्पण- रासलीन का और शिवा बावनी- भूषण की कृति है।

122. मैला आँचल के लेखक हैं-

  1. फणीश्वर नाथ रेणु
  2. नागार्जुन
  3. रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’
  4. मोहन राकेश

Ans (1): मैला आँचल के लेखक ‘फणीश्वर नाथ रेणु’ हैं। यह एक आंचलिक उपन्यास है जिसमें पूर्णिया जिले के मेरीगंज गाँव की कथा का वर्णन है।

123. ‘कहती हुई यों उतरा के नेत्र जल से भर गए।

    हिम के कणों से पूर्ण मानों हो गए पंकज नए।’

इन पंक्तियों में किस अलंकार का प्रयोग हुआ है?

  1. उत्प्रेक्षा
  2. रूपक
  3. यमक
  4. उपमा

Ans (1): इन पंक्तियों में उत्प्रेक्षा अलंकार का प्रयोग हुआ है। जहाँ उपमेय में उपमान की संभावना की जाती है, वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार की पहचान मनु, मनौ, जनु, जानौ आदि हैं।

124. ‘चरण कमल बंदौ हरिराई।’ में कौन-सा अलंकार है?

  1. उत्प्रेक्षा
  2. अनुप्रास
  3. रूपक
  4. उपमा

Ans (3): ‘चरण कमल बंदौ हरिराई।’ में रूपक अलंकार है।

125. रघुकुल रीति सदा चलि आई।

     प्राण जाई पर वचन न जाई॥

इन पंक्तियों में किस छंद का प्रयोग हुआ है?

  1. उल्लाला
  2. चौपाई
  3. सोरठा
  4. दोहा

Ans (2): इन पंक्तियों में चौपाई छंद का प्रयोग हुआ है। चौपाई छंद के प्रत्येक चरण में 16-16 मात्राएँ होती हैं। इसके प्रत्येक चरण के अंत में यति होती है।

UP TGT Hindi Previous Year Question Paper-

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