UP TGT Hindi 2004/2 के question paper को यहाँ दिया जा रहा है। TGT, PGT Hindi की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्रों को इसे एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज (UPSESSB) द्वारा आयोजित प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक चयन परीक्षा (TGT Hindi) 2004 के question paper का व्याख्यात्मक हल को पढ़कर आप अपना मूल्यांकन कर सकते हैं। up tgt hindi previous year question paper के अंतर्गत यह पाँचवाँ प्रश्न-पत्र है।
टीजीटी हिंदी- 2004/2
1. ‘देहाती दुनिया’ के रचनाकार हैं:
पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी
हजारी प्रसाद द्विवेदी
शिवपूजन सहाय
‘देहाती दुनिया’ के रचनाकार शिवपूजन सहाय हैं, जिन्हें भाषा का जादूगर कहा जाता है।
बलभद्र दीक्षित पढ़ीस
2. ‘गेहूँ और गुलाब’ की रचना विधा है:
उपन्यास
कहानी
नाटक
इनमें से कोई नहीं
‘गेहूँ और गुलाब’ रामवृक्ष बेनीपुरी का एक संस्मरणात्मक रेखाचित्र है, न कि उपन्यास, कहानी, या नाटक।
3. ‘आवास मसीहा’ किसकी जीवनी पर आधारित उपन्यास है?
प्रेमचंद
बंकिमचंद्र
शरतचंद्र
‘आवास मसीहा’ शरतचंद्र की जीवनी पर आधारित उपन्यास है, और इसके लेखक विष्णु प्रभाकर हैं।
रवीन्द्रनाथ ठाकुर
4. ‘मेरी जीवन यात्रा’ किसकी आत्मकथा है?
हजारी प्रसाद द्विवेदी
महावीर प्रसाद द्विवेदी
राहुल सांकृत्यायन
‘मेरी जीवन यात्रा’ राहुल सांकृत्यायन की आत्मकथा है।
इनमें से कोई नहीं
5. ‘आधा गाँव’ के लेखक हैं:
मेहरुन्निस परवेज
शानी
राही मासूम रजा
‘आधा गाँव’ उपन्यास के लेखक राही मासूम रजा हैं।
असगर वजाहत
6. हिंदी में शिकार साहित्य के अप्रतिम लेखक हैं:
जगमोहन सिंह
चंद्रधर शर्मा गुलेरी
श्रीराम शर्मा
हिंदी में शिकार साहित्य के अप्रतिम लेखक श्रीराम शर्मा हैं।
इनमें से कोई नहीं
7. निम्नलिखित में से तारसप्तक में कौन कवि शामिल नहीं था?
प्रभाकर माचवे
नेमिचंद्र जैन
भारत भूषण अग्रवाल
रामधारी सिंह दिनकर
‘तारसप्तक’ में सात कवि शामिल थे, लेकिन रामधारी सिंह दिनकर इसमें नहीं थे।
8. ‘एक बूँद सहसा उछली’ की रचना विधा है:
संस्मरण
डायरी
रिपोर्ताज
यात्रा वृत्त
‘एक बूँद सहसा उछली’ अज्ञेय द्वारा रचित यात्रा वृत्त है।
9. ‘चारू चंद्रलेख’ के उपन्यासकार हैं:
महावीर प्रसाद द्विवेदी
भगवतीचरण वर्मा
वृदावनलाल वर्मा
हजारी प्रसाद द्विवेदी
‘चारू चंद्रलेख’ के उपन्यासकार हजारी प्रसाद द्विवेदी हैं।
10. ‘गली आगे मुड़ती है’ के लेखक हैं:
नामवर सिंह
शिवप्रसाद सिंह
‘गली आगे मुड़ती है’ उपन्यास के लेखक शिवप्रसाद सिंह हैं।
अज्ञेय
मोहन राकेश
11. ‘पृथ्वीराज की आँखें’ शीर्षक नाटक के रचयिता हैं:
उदयशंकर भट्ट
लक्ष्मीनारायण मिश्र
रामकुमार वर्मा
‘पृथ्वीराज की आँखें’ शीर्षक नाटक के रचयिता रामकुमार वर्मा हैं।
सेठ गोविंददास
12. ‘कुआनो नदी’ कविता संग्रह के कवि हैं:
त्रिलोचन
भारत भूषण अग्रवाल
अज्ञेय
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
‘कुआनो नदी’ कविता संग्रह के कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना हैं।
13. ‘आत्महत्या के विरुद्ध’ कविता संकलन के कवि हैं:
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
धर्मवीर भारती
रघुवीर सहाय
‘आत्महत्या के विरुद्ध’ कविता संकलन के कवि रघुवीर सहाय हैं।
मुक्तिबोध
14. ‘धर्मयुग’ पत्रिका के यशस्वी संपादक थे?
रघुवीर सहाय
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
राजेन्द्र यादव
धर्मवीर भारती
‘धर्मयुग’ पत्रिका के यशस्वी संपादक धर्मवीर भारती थे।
15. ‘भारतेंदु युग और हिंदी भाषा की विकास-परम्परा’ के लेखक हैं?
डॉ. नामवर सिंह
लक्ष्मीकांत वर्मा
विजयदेव नारायण साही
रामविलास शर्मा
‘भारतेंदु युग और हिंदी भाषा की विकास-परम्परा’ के लेखक रामविलास शर्मा हैं।
16. श्रीलाल शुक्ल की रचना है-
आषाढ़ का एक दिन
कटरा बी आरजू
राग दरबारी
‘राग दरबारी’ उपन्यास श्रीलाल शुक्ल की रचना है।
सारा आकाश
17. ‘स्वार्थ’ का विलोम होगा-
परमार्थ
‘स्वार्थ’ का विलोम ‘परमार्थ’ होगा।
नि:स्वार्थ
परोपकार
इनमें से कोई नहीं
18. ‘कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय’ में कौन सा अलंकार है?
यमक
इस पंक्ति में यमक अलंकार है क्योंकि ‘कनक’ शब्द एक से अधिक बार उपयोग हुआ है और उनके अलग-अलग अर्थ हैं।
अनुप्रास
श्लेष
इनमें से कोई नहीं
19. निम्नलिखित में से वर्तनी की दृष्टि से शुद्ध शब्द का चयन करें:
पूज्यनिय
उज्जल
परिपर्शिवक
वर्तनी की दृष्टि से ‘परिपर्शिवक’ शुद्ध शब्द है।
जोत्सना
20. ‘ध्वन्यालोक’ किस तत्व से संबंधित ग्रंथ है?
अलंकार
रस
नाट्य
ध्वनि
‘ध्वन्यालोक’ ध्वनि से संबंधित ग्रंथ है। इसके लेखक आनंद वर्द्धन हैं।
21. संविधान के अनुच्छेद 351 में किस विषय का वर्णन है?
संघ की राजभाषा
उच्चतम न्यायालय की भाषा
पत्राचार की भाषा
हिंदी भाषा के विकास से संबंधित निर्देश
संविधान के अनुच्छेद 351 में ‘हिंदी भाषा के विकास से संबंधित निर्देश’ का वर्णन है।
22. कौन-सा शब्द ‘गंगा’ का पर्यायवाची नहीं है?
जान्हवी
देवापगा
सुरसरि
सरिता
‘गंगा’ के पर्यायवाची शब्द- जान्हवी, देवापगा, सुरसरि आदि हैं जबकि ‘सरिता’ नदी का पर्यायवाची शब्द है।
23. निम्नलिखित में से कौन मार्क्सवादी विचारधारा का आलोचक नहीं हैं?
नामवर सिंह
शिवदान सिंह चौहान
रामविलास शर्मा
विजयदेव नारायण साही
नामवर सिंह, शिवदान सिंह चौहान और रामविलास शर्मा मार्क्सवादी आलोचक हैं, जबकि विजयदेव नारायण साही मार्क्सवादी विचारधारा के आलोचक नहीं हैं।
24. ‘कनुप्रिया’ के लेखक हैं?
नंददुलारे वाजपेयी
वीरेन्द्र मिश्र
मोहन राकेश
धर्मवीर भारती
‘कनुप्रिया’ के लेखक धर्मवीर भारती हैं।
25. ‘नए इलाके में’ किसकी काव्य कृति है?
बोधिसत्व
विनोद कुमार शुक्ल
उदय प्रकाश
अरूण कमल
‘नए इलाके में’ अरूण कमल की काव्य कृति है।
26. इनमें से कौन आंचलिक उपन्यासकार है?
प्रेमचंद
जयशंकर प्रसाद
राही मासूम रजा
‘राही मासूम रजा’ आंचलिक उपन्यासकार हैं। इनके प्रमुख उपन्यास- आधा गाँव, नीम का पेड़, कटरा बी आरजू, टोपी शुक्ला, ओस की बूंद, सीन 75 आदि हैं।
जैनेन्द्र कुमार
27. ‘पाल गोमरा का स्कूटर’ कहानी के लेखक हैं:
प्रियंवद
स्वयं प्रकाश
उदय प्रकाश
‘पाल गोमरा का स्कूटर’ कहानी के लेखक ‘उदय प्रकाश’ हैं।
इनमें से कोई नहीं
28. ‘निषाद बाँसुरी’ की रचना विधा है:
कहानी
रेखाचित्र
संस्मरण
ललित निबंध
‘निषाद बाँसुरी’ कुबेरनाथ राय का ललित निबंध है।
29. ‘टेढ़े-मेढ़े रास्ते’ के लेखक हैं:
भगवतीचरण वर्मा
‘टेढ़े-मेढ़े रास्ते’ उपन्यास के लेखक भगवतीचरण वर्मा हैं।
वृंदावन लाल वर्मा
विश्वम्भर नाथ शर्मा ‘कौशिक’
चंडी प्रसाद हृदयेश
30. ‘इंदुमती’ कहानी के लेखक हैं:
मास्टर भगवानदास
किशोरीलाल गोस्वामी
‘इंदुमती’ कहानी के लेखक किशोरीलाल गोस्वामी हैं। इसे हिंदी का प्रथम कहानी माना जाता है।
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
इनमें से कोई नहीं
31. ‘बुद्धू का काँटा’ कहानी के लेखक हैं:
बेचन शर्मा ‘उग्र’
चंद्रधर शर्मा गुलेरी
‘बुद्धू का काँटा’ कहानी के लेखक चंद्रधर शर्मा गुलेरी जी हैं। इनके अन्य महत्वपूर्ण कृतियाँ- ‘उसने कहा था’ और ‘सुखमय जीवन है’।
प्रेमचंद
विश्वम्भरनाथ शर्मा ‘कौशिक’
32. ‘कमलनयन’ में कौन-सा समास है?
तत्पुरूष समास
द्विगु समास
कर्मधारय समास
‘कमल नयन’ में ‘कर्मधारय समास’ है, क्योंकि इसमें ‘कमल’ और ‘नयन’ शब्दों का संबंध कार्य या विशेषण रूप में होता है।
द्वंद्व समास
33. ‘हानि-लाभ’ में कौन-सा समास है?
द्विगु समास
तत्पुरूष समास
बहुब्रीहि समास
द्वंद समास
‘हानि-लाभ’ में ‘द्वंद समास’ है, जिसमें दोनों पद समान महत्व रखते हैं।
34. ‘न नौ मन तेल होगा और न राधा नाचेगी’ इसका अर्थ है-
काम से जी चुराना
मन लगाकर काम करना
बुरा सोचना
असंभव कार्य
इस लोकोक्ति का अर्थ है कि किसी कार्य के लिए जरूरी शर्तें पूरी नहीं हो सकतीं।
35. निम्नलिखित में से लोकोक्ति को चुनिए
अंधे की लकड़ी
नौ दो ग्यारह होना
गले पड़ना
अधजल गगरी छलकत जाए
‘अधजल गगरी छलकत जाए’ एक लोकोक्ति है, क्योंकि मुहावरे में अनिवार्य रूप से ‘ना’ जुड़ा होता है वहीं लोकोक्ति में ऐसा नहीं होता।।
36. ‘दुलाईवाली’ किस विधा की रचना है?
कहानी
‘दुलाईवाली’ कहानी की लेखिका बंग महिला राजेंद्र बाला घोष हैं। यह कहानी 1907 ई. में ‘सरस्वती’ पत्रिका में प्रकाशित हुई थी।
रेखाचित्र
उपन्यास
संस्मरण
37. ‘भूल गलती’ कविता के कवि हैं:
नागार्जुन
मुक्तिबोध
‘भूल गलती’ कविता के कवि मुक्तिबोध हैं, जिनकी अन्य काव्य रचनाएँ- ‘अँधेरे में’ और ‘ब्रम्हराक्षस’ हैं।
केदारनाथ अग्रवाल
त्रिलोचन
38. ‘निम्नलिखित में से कौन-सा उपन्यास नागार्जुन का नहीं है?
बलचनमा
रतिनाथ की चाची
परती परिकथा
‘परती परिकथा’ उपन्यास फणीश्वरनाथ रेणु का है, जबकि बलचनमा, रतिनाथ की चाची, और वरुण के बेटे नागार्जुन के हैं।
वरुण के बेटे
39. ‘जुलूस’ उपन्यास के लेखक हैं:
फणीश्वरनाथ रेणु
‘जुलूस’ उपन्यास के लेखक फणीश्वरनाथ रेणु हैं, जिनके अन्य उपन्यास- परती परिकथा, मैला आँचल, दीर्घतपा आदि हैं।
नागार्जुन
मोहन राकेश
कमलेश्वर
40. ‘बकरी’ नाटक के रचयिता हैं?
मोहन राकेश
उपेन्द्रनाथ अश्क
हबीब तनवीर
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
‘बकरी’ नाटक के रचयिता सर्वेश्वर दयाल सक्सेना हैं।
41. ‘संस्कृति के चार अध्याय’ किसकी रचना है?
रामधारी सिंह ‘दिनकर’
‘संस्कृति के चार अध्याय’ और ‘शुद्ध कविता की खोज’ रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की गद्य रचनाएँ हैं।
अज्ञेय
मुक्तिबोध
जयशंकर प्रसाद
42. निम्नलिखित में से किस कृति के लेखक रामविलास शर्मा हैं?
हिंदी के विकास में अपभ्रंश का योगदान
दूसरी परम्परा की खोज
छायावाद
भाषा और समाज
‘भाषा और समाज’ के लेखक रामविलास शर्मा हैं। वहीं ‘हिंदी के विकास में अपभ्रंश का योगदान’, ‘दूसरी परम्परा की खोज’ और ‘छायावाद’ के लेखक नामवर सिंह हैं।
43. निम्नलिखित में से किस लेखक को ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ नहीं मिला है?
नागार्जुन
प्रगतिशील कवि नागार्जुन को ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ नहीं मिला है। वहीं दिनकर को ‘उर्वशी’ काव्य संग्रह के लिए 1972 ई. में, नरेश मेहता को 1992 ई. में और निर्मल वर्मा को 1999 ई. में ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया था।
नरेश मेहता
दिनकर
निर्मल वर्मा
44. ‘मगध’ कविता संग्रह के रचयिता हैं:
अशोक वाजपेयी
श्रीकांत वर्मा
‘मगध’ कविता संग्रह के रचयिता श्रीकांत वर्मा हैं।
मोहन राकेश
रघुवीर सहाय
45. निम्नलिखित में से कौन-सा छंद दोहा का विपरीत छंद है?
रोला
छप्पय
चौपाई
सोरठा
दोहा का विपरीत छंद ‘सोरठा’ होता है, क्योंकि इसमें दोहे के विपरीत मात्राओं की संरचना होती है।
46. ‘काला जल’ का कथानक किस समस्या से संबंधित है?
स्त्री उत्पीड़न
दलित समस्या
साम्प्रदायिकता
‘काला जल’ (शानी) उपन्यास का कथानक साम्प्रदायिकता की समस्या से संबंधित है।
भ्रष्टाचार
47. ‘नेताजी कहिन’ के लेखक हैं:
रवीन्द्र कालिया
मनोहर श्याम जोशी
‘नेताजी कहिन’ के लेखक मनोहर श्याम जोशी हैं, ‘नेताजी कहिन’ के लेखक मनोहर श्याम जोशी हैं। यह उनका व्यंग संग्रह है जो साप्ताहिक हिंदुस्तान में अनियमित रूप से स्तंभ के रूप में प्रकाशित हुआ था।
रवीन्द्रनाथ त्यागी
श्रीलाल शुक्ल
48. ‘चौपाई’ छंद में मात्राओं की संख्या होती है-
16
‘चौपाई’ छंद में प्रत्येक चरण में 16 मात्राएँ होती हैं, और यह एक मात्रिक सम छंद है।
13
11
24
49. निम्नलिखित में से शुद्ध वाक्य को चुनिए-
राम रोटी खाया है
राम ने रोटी खाया है
राम ने रोटी खाई है
शुद्ध वाक्य ‘राम ने रोटी खाई है’ है, जिसमें क्रिया और काल का सही प्रयोग किया गया है।
राम रोटी खा लिया है
50. निम्नलिखित शब्दों में से शुद्ध शब्द को चुनिए-
सन्यास
सन्नयास
संयास
संन्यास
शुद्ध शब्द ‘संन्यास’ है, जबकि ‘सन्यास’ और ‘संयास’ गलत रूप हैं।
51. निम्नलिखित उपन्यासों में से प्रेमचंद का अंतिम उपन्यास है:
सेवासदन
निर्मला
प्रेमाश्रम
गोदान
‘गोदान’ प्रेमचंद का अंतिम उपन्यास है, जो 1936 ई. में प्रकाशित हुआ था।
52. निम्नलिखित में से शुद्ध शब्द है:
जिजीविषा
‘जिजीविषा’ शुद्ध शब्द है, जिसका अर्थ जीवन की दृढ़ इच्छा से है।
जीजीविषा
जीजिविषा
जिजिविषा
53. ‘अनंत’ का सही संधि-विच्छेद होगा:
अन + अंत
अ + नंत
अन् + अंत
‘अनंत’ का सही संधि-विच्छेद ‘अन् + अंत’ है, जो व्यंजन संधि का उदाहरण है।
अनं + त
54. ‘बाल्टी’ कैसा शब्द है?
तत्सम
तद्भव
देशज
विदेशज
‘बाल्टी’ शब्द पुर्तगाली भाषा से आया है, इसलिए यह विदेशज शब्द है।
55. ‘ब्रजभाषा’ है-
पूर्वी हिंदी
पश्चिमी हिंदी
‘ब्रजभाषा’ पश्चिमी हिंदी की बोली है। पश्चिमी हिंदी की अन्य बोलियाँ हैं- खड़ी बोली (कौरवी), हरियाणवी (बांगरू), बुंदेली और कन्नौजी।
बिहारी हिंदी
पहाड़ी हिंदी
56. ‘नासिकेतोपाख्यान’ के लेखक हैं-
सदल मिश्र
‘नासिकेतोपाख्यान’ के लेखक सदल मिश्र हैं। इसमें चंद्रावती की कथा है। वहीं इंशाअल्ला खाँ ने ‘रानी केतकी की कहानी’ और लल्लू लाल ने ‘प्रेमसागर’ के लेखक हैं।
इंशाअल्ला खाँ
लल्लू लाल
इनमें से कोई नहीं
57. ‘शंकुतला’ नाटक का खड़ी बोली गद्य में अनुवाद किया:
राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद ने
राजा लक्ष्मण सिंह ने
‘शंकुतला’ नाटक का खड़ी बोली गद्य में अनुवाद ‘राजा लक्ष्मण सिंह’ ने किया था। उन्होंने कालिदास के ‘रघुवंश’ और ‘मेघदूत’ का भी हिंदी में अनुवाद किया था। ‘राजा लक्ष्मण सिंह’ ने ‘प्रजाहितैषी’ पत्र का संपादन भी किया है।
भारतेंदु हरिश्चंद्र ने
गिरिधर दास ने
58. भारतेंदु ने अपना बलिया वाला ऐतिहासिक व्याख्यान दिया था:
1880 ई. में
1874 ई. में
1884 ई. में
भारतेंदु ने अपना ऐतिहासिक व्याख्यान ‘भारत वर्ष की उन्नति कैसे हो सकती है’ 1884 ई. में दिया था।
1882 ई. में
59. ‘परीक्षा गुरु’ उपन्यास के लेखक हैं:
सीताराम दास
लाला श्रीनिवास दास
‘परीक्षा गुरु’ उपन्यास के लेखक लाला श्रीनिवास दास हैं, जिसे हिंदी का पहला मौलिक उपन्यास माना जाता है। ‘परीक्षा गुरु’ एक उपदेशात्मक उपन्यास है जिसमें दिल्ली के एक सेठ की पुत्री की कहानी है।
प्रताप नारायण मिश्र
इनमें से कोई नहीं
60. भारतेंदु युग का केन्द्रीय विधा है?
उपन्यास
कहानी
नाटक
भारतेंदु युग में नाटक को केन्द्रीय विधा के रूप में देखा जाता है, और इस समय नाटक साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान हुआ।
इनमें से कोई नहीं
61. ‘नूतन ब्रह्मचारी’ कृति के लेखक हैं:
बालकृष्ण भट्ट
‘नूतन ब्रह्मचारी’ कृति के लेखक बालकृष्ण भट्ट हैं। इनका दूसरा उपन्यास ‘सौ अजान एक सुजान’ है।
श्रीनिवासदास
बालमुकुन्द गुप्त
किशोरीलाल गोस्वामी
62. कचहरियों में हिंदी प्रवेश आंदोलन का मुख्यपत्र किस पत्र को कहा जाता है?
कविवचन सुधा
समाचार सुधा वर्षण
हिंदी प्रदीप
इनमें से कोई नहीं
कचहरियों में हिंदी प्रवेश आंदोलन का मुख्यपत्र ‘भरतमित्र’ था, जिसके संपादक बालमुकुंद गुप्त थे।
63. ‘संयोगिता स्वयंवर’ है-
नाटक
‘संयोगिता स्वयंवर’ लाला श्रीनिवासदास द्वारा लिखित एक नाटक है।
उपन्यास
कहानी
इनमें से कोई नहीं
64. ‘ब्राह्मण’ के संपादक थे:
बालमुकुन्द गुप्त
किशोरीलाल गोस्वामी
बालकृष्ण भट्ट
प्रताप नारायण मिश्र
‘ब्राह्मण’ पत्रिका के संपादक प्रताप नारायण मिश्र थे, और यह पत्र कानपुर से प्रकाशित होता था।
65. ‘आनंद कादम्बिनी’ के संपादक थे:
प्रेमघन
‘आनंद कादम्बिनी’ के संपादक बद्री नारायण चौधरी ‘प्रेमघन’ थे। यह मासिक पत्र मिर्जापुर से प्रकाशित होता था।
भारतेंदु
श्रीनिवास दास
इनमें से कोई नहीं
66. कविता के लिए खड़ी बोली के पक्ष में आंदोलन की शुरूआत की:
प्रेमघन ने
भारतेंदु ने
जगन्नाथदास रत्नाकर
अयोध्याप्रसाद खत्री ने
कविता के लिए खड़ी बोली के पक्ष में आंदोलन की शुरूआत अयोध्याप्रसाद खत्री ने की थी।
67. ‘जगत सचाई सार’ कविता के रचयिता हैं:
नाथूराम शर्मा
देवीदत्त शुक्ल
श्रीधर पाठक
‘जगत सचाई सार’ कविता के रचयिता श्रीधर पाठक हैं।
इनमें से कोई नहीं
68. स्वच्छंदतावाद की विशेषता नहीं है:
ब्रजभाषा में रचना
स्वच्छंदतावाद में काव्य भाषा के रूप में खड़ी बोली का प्रयोग किया जाता था, जबकि ब्रजभाषा का उपयोग कम होने लगा था।
प्रकृति पर्यवेक्षण
प्रेम चित्रण
कथा गीत प्रयोग
69. निम्नलिखित में से पुल्लिंग शब्द है-
घास
आय
व्यय
‘व्यय’ पुल्लिंग शब्द है, जबकि ‘घास’, ‘आय’ और ‘नहर’ स्त्रीलिंग शब्द हैं।
नहर
70. ‘ध्रुव चरित्र’ के रचयिता हैं:
रसखान
नरोत्तमदास
‘ध्रुव चरित्र’ के रचयिता नरोत्तमदास हैं। उनके अन्य प्रमुख ग्रंथ ‘सुदामाचरित्र’ और ‘विचारमाला’ हैं जो ब्रजभाषा और नाट्य शैली में रचित हैं।
स्वामी हरिदास
भिखारीदास
71. ‘कृष्ण गीतावली’ नामक काव्य कृति के रचयिता हैं:
कबीर
सूर
तुलसी
‘कृष्ण गीतावली’ काव्य कृति के रचयिता तुलसीदास हैं। इनकी अन्य रचनाएँ- रामचरित मानस, बरवैरामायण, रामलला नहछू, वैराग्य संदीपनी, रामाज्ञा प्रश्न, कवितावली, दोहावली, गीतावली, विनय पत्रिका, पार्वती मंगल, जानकी मंगल आदि हैं।
मीराबाई
72. ‘जातिविलास’ के रचयिता हैं:
भिखारीदास
देव
‘जातिविलास’ के रचयिता देव हैं।
मतिराम
भूषण
73. किस रचना को ‘छंदों का अजायबघर’ कहा जा सकता है?
रामचंद्रिका
‘रामचंद्रिका’ को ‘छंदों का अजायबघर’ कहा जाता है, जिसे केशवदास ने 1601 ई. में रचा था।
रामचरितमानस
चंद छंद बरनन की महिमा
पृथ्वीराज रासो
74. कई चिंतन एवं कलाधाराओं का योगदान मिलता हैं:
प्रेममार्गी धारा में
भारतेंदु युगीन धारा में
रीतिकाव्य धारा में
कृष्णभक्ति धारा में
कई चिंतन एवं कलाधाराओं का योगदान ‘कृष्णभक्ति धारा’ में मिलता है।
75. सरदार पूर्ण सिंह विख्यात हैं:
निबंधकार के रूप में
सरदार पूर्ण सिंह निबंधकार के रूप में विख्यात हैं। वे द्विवेदी युग के श्रेष्ठ निबंधकार थे।
कवि के रूप में
नाटककार के रूप में
व्यंग्यकार के रूप में
76. ‘नितप्रति पुन्यौई रहै आनन ओप उजास’ में अलंकार है:
अतिशयोक्ति
इस पंक्ति में ‘अतिशयोक्ति’ अलंकार है, जो किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण को अत्यधिक बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत करने के लिए प्रयोग होता है।
उत्प्रेक्षा
उपमा
अनुप्रास
77. ‘अर्धकथानक’ है:
जीवनी
आत्मकथा
‘अर्धकथानक’ बनारसीदास द्वारा लिखित हिंदी की पहली आत्मकथा है।
संस्मरण
रिपोर्ताज
78. आचार्य शुक्ल ने किस कवि के बारे में यह टिप्पणी की है-
‘इनकी सी विशुद्ध सरस एवं शक्तिशालिनी ब्रजभाषा लिखने में और कोई कवि समर्थ नहीं हुआ।’ घनानंद
आचार्य शुक्ल ने घनानंद के बारे में यह टिप्पणी की है।
देव
ठाकुर
इनमें से कोई नहीं
79. निम्न पंक्तियाँ किस कवि की हैं-
‘सीखिं लीनों मीन मृग खंजन कमल-नैन,सीखि लीनो जस औ प्रताप को कहानी है।’
घनानंद
द्विजदेव
ठाकुर
उपरोक्त पंक्ति रीतिकाव्य धारा के कवि ठाकुर की है।
मतिराम
80. भिखारीदास की रचना है:
काव्य निर्णय
भिखारीदास की रचनाएँ- काव्य निर्णय, श्रृंगार निर्णय, रस सारांश, छंद प्रकाश, छंदार्णव आदि हैं।
काव्य सिंधु
चिंतामाणि
रस विवेक
81. निम्न पंक्तियाँ किसकी हैं-
‘नैन नचाई कह्यौ मुसकाई,लला फिर आइयो खेलन होरी।’
बिहारी
मतिराम
पद्माकर
उपरोक्त पंक्तियाँ रीति कालीन कवि ‘पद्माकर’ की हैं।
इनमें से कोई नहीं
82. फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना किस वर्ष में हुई थी?
वि.सं. 1800 में
1800 ई. में
फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना 1800 ई. में कलकत्ता में हुई थी। इसमें भारतीय भाषाओं के प्रोफेसर के रूप में जॉन गिलक्रास्ट की नियुक्ति की गई थी।
1798 ई. में
1802 ई. में
83. ‘भाषा योगवाशिष्ठ’ के लेखक हैं:
रामप्रसाद बिस्मिल
रमाशंकर बाजपेयी
रामप्रसाद निरंजनी
‘भाषा योगवाशिष्ठ’ के लेखक ‘रामप्रसाद निरंजनी’ हैं।
इनमें से कोई नहीं
84. राहुलजी ने हिंदी भाषा का प्रथम कवि किसे स्वीकार किया है?
पुष्पदंत को
हेमचंद्र को
सरहपा को
राहुलजी ने हिंदी भाषा का प्रथम कवि ‘सरहपा’ को स्वीकार किया है। नागेंद्र भी ‘सरहपा’ को हिंदी का प्रथम कवि मानते हैं। वहीं हजारी प्रसाद द्विवेदी ‘पुष्पदंत’ को, गुलेरी ‘राजा मुंज’ को, सेंगर ‘पुष्प’ या ‘पुंड’ को, रामकुमार वर्मा ‘स्वयंभू’ को तथा गणपति चंद्र गुप्त ‘शालिभद्र सूरि’ को हिंदी का प्रथम कवि मानते हैं।
विद्यापति को
85. हिंदी साहित्य के प्रथम काल को आदिकाल नाम किसने दिया है?
हजारी प्रसाद द्विवेदी ने
हिंदी साहित्य के प्रथम काल को आदिकाल नाम ‘हजारी प्रसाद द्विवेदी’ ने दिया है। जबकि रामचंद्र शुक्ल ने ‘वीरगाथा काल’, राहुल सांकृत्यायन ने ‘सिद्धसामंत युग’, महावीर प्रसाद द्विवेदी ने ‘बीजवपन काल’, मिश्र बंधुओं ने ‘आरंभिक काल’, गणपति चंद्र गुप्त नें ‘प्रारम्भिक काल’ और रामकुमार वर्मा ने ‘चारणकाल’ की संज्ञा दी है।
रामचंद्र शुक्ल ने
राहुल सांकृत्यायन ने
वासुदेवशरण अग्रवाल ने
86. ‘बीसलदेव रासो’ में किस शैली का प्रयोग किया है?
श्रृंगारिक
आख्यान
गेय
‘बीसलदेव रासो’ में ‘गेय शैली’ का प्रयोग किया है। यह प्रेमाख्यान काव्य परम्परा का श्रृंगार रस प्रधान ग्रंथ है।
प्रबंध
87. काशी नगरी प्रचारिणी सभा की स्थापना हुई थी-
1893 ई. में
काशी नगरी प्रचारिणी सभा की स्थापना काशी में सन 1893 ई. में हुई थी।
1895 ई. में
1898 ई. में
1890 ई. में
88. भक्ति के स्रोत को दक्षिण से उत्तर भारत में प्रसारित होने के सिद्धान्त का समर्थन करने वाले विद्वान हैं:
ग्रियर्सन
हजारी प्रसाद द्विवेदी
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
भक्ति के स्रोत को दक्षिण से उत्तर भारत में प्रसारित होने के सिद्धान्त का समर्थन करने वाले विद्वान ‘आचार्य रामचंद्र शुक्ल’ हैं।
जयशंकर प्रसाद
89. ‘मध्यकालीन बोध का स्वरूप’ के लेखक हैं:
रामचंद्र शुक्ल
राहुल सांकृत्यायन
नामवर सिंह
हजारी प्रसाद द्विवेदी
‘मध्यकालीन बोध का स्वरूप’ के लेखक ‘हजारी प्रसाद द्विवेदी’ हैं।
90. ‘पद्मावत’ है:
एक त्रासदी
‘पद्मावत’ एक त्रासदी काव्य है, जिसे जायसी ने ठेठ अवधी भाषा में लिखा है।
मुक्तक काव्य
गेय काव्य
आत्म वक्तव्य
91. भक्तिकाल के किस कवि ने संस्कृत को छोड़कर भी संस्कृत की शास्त्रीय परम्परा का निर्वहण किया है?
जायसी
सूरदास
तुलसीदास
भक्तिकाल के कवि ‘तुलसीदास’ ने संस्कृत को छोड़कर भी संस्कृत की शास्त्रीय परम्परा का निर्वहण किया है।
नंददास
92. भक्तिकाल में गृहस्थ जीवन का जैसा सुंदर चित्रण सूरदास में मिलता है वैसा ही आधुनिक काल के किस कवि में यह मिलता है?
हरिऔध
जगन्नाथ दास रत्नाकर
निराला
मैथिलीशरण गुप्त
भक्तिकाल में गृहस्थ जीवन का जैसा सुंदर चित्रण सूरदास में मिलता है वैसा ही सुंदर चित्रण आधुनिक काल में ‘मैथिलीशरण गुप्त’ के यहाँ मिलता है।
93. ‘विनयपत्रिका’ की भाषा है:
ब्रज
तुलसीदास द्वारा लिखित ‘विनयपत्रिका’, कवितावली, दोहावली, गीतावली, कृष्ण गीतावली और रामाज्ञा प्रश्न को भी ब्रजभाषा में लिखा है। वहीं रामचरित मानस, रामलला नहछू, पार्वती मंगल, जानकी मंगल, बरवै रामायण और वैराग्य संदीपनी की भाषा अवधी है।
अवधी
भोजपुरी
मैथिली
94. ध्रुपद गायन का संबंध किस भाषा से है?
ब्रजभाषा
ध्रुपद गायन का संबंध ‘ब्रजभाषा’ से है।
अवधी
राजस्थानी
खड़ी बोली
95. ‘बरवै नायिका भेद’ के रचनाकार हैं:
केशवदास
भिखारीदास
रहीम
‘बरवै नायिका भेद’ के रचनाकार ‘रहीम’ हैं जिसे उन्होंने अवधी भाषा में लिखा है। रहीम की प्रेरणा से तुलसीदास ने भी ‘बरवै रामायण’ की रचना अवधी भाषा में की।
बिहारी
96. रहीम कृत ‘मदनाष्टक’ की भाषा है:
अवधी
खड़ी बोली
रहीम कृत ‘मदनाष्टक’ की भाषा ‘खड़ी बोली’ है। रहीम अकबर के नवरत्नों में से एक थे।
ब्रज
राजस्थानी
97. छीतस्वामी किस धारा के कवि हैं?
अष्टछाप धारा
छीतस्वामी अष्टछाप धारा के कवि हैं। अष्टछाप की स्थापना 1565 ई. में गोस्वामी विट्ठलनाथ द्वारा की गई थी। अष्टछाप के कवियों में- कुम्भन दास, गोविंद स्वामी, परमानंद दास, कृष्णदास, सूरदास, नंददास, छीत स्वामी तथा चतुर्भुजदास हैं।
रामभक्ति धारा
प्रेममार्गी धारा
निर्गुणमार्गी धारा
98. रामचंद्र वर्मा प्रसिद्ध हैं:
कवि के रूप में
आलोचक के रूप में
भाषाविद् के रूप में
कोशकार के रूप में
रामचंद्र वर्मा कोशकार के रूप में प्रसिद्ध हैं।
99. ‘हिंदी शब्दानुशासन’ के लेखक हैं:
कामता प्रसाद गुरू
किशोरीदास वाजपेयी
‘हिंदी शब्दानुशासन’ के लेखक किशोरीदास वाजपेयी हैं। वहीं ‘शब्दानुशासन’ के लेखक हेमचंद हैं।
श्यामसुंदर दास
रामचंद्र वर्मा
100. रीतिकाल की ‘रीतिसिद्ध काव्यधारा’ के कवि हैं:
केशव
देव
भूषण
बिहारी
रीतिकाल की ‘रीतिसिद्ध काव्यधारा’ के कवि बिहारी हैं। ‘बिहारी सतसई’ इनकी प्रमुख रचना है।
101. ‘नहुष’ नाटक के नाटककार हैं:
गोपालचंद्र उर्फ गिरिधरदास
‘नहुष’ नाटक के नाटककार गोपालचंद्र उर्फ गिरिधरदास हैं। भारतेंदु ने अपने पिता गोपालचंद्र उर्फ गिरिधरदास के नाटक ‘नहुष’ (1841 ई.) को हिंदी का प्रथम नाटक माना है।
ब्रजरत्न दास
सीताराम दास
इनमें से कोई नहीं
102. ‘लोकायतन’ के रचयिता हैं:
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
बालकृष्ण शर्मा नवीन
सुमित्रानंदन पंत
‘लोकायतन’ के रचयिता सुमित्रानंदन पंत हैं। इनकी अन्य रचनाएँ- पल्लव, ग्रन्थि, गुँजन, युगांत, युगवाणी, ग्राम्या, स्वर्ण धूलि, स्वर्ण किरण, उत्तरा, कला और बूढ़ा चाँद, पौ फटने से पहले, चित्रांगदा आदि हैं।
माखनलाल चतुर्वेदी
103. ‘आँसू’ है-
मुक्तक काव्य संकलन
‘आँसू’ जयशंकर प्रसाद का मुक्तक काव्य संकलन है। इनकी अन्य रचनाएँ- चित्राधार, प्रेमपथिक, करुणालय, महाराणा का महत्व, कानन कुसुम, झरना, लहर, कामायनी आदि हैं।
अतुकांत काव्य
प्रबंध काव्य
इनमें से कोई नहीं
104. निराला की अंतिम कविता है:
राम की शक्तिपूजा
तुलसीदास
सरोज स्मृति
पत्रोत्कण्ठित जीवन का विष बुझा हुआ है
निराला की अंतिम कविता ‘पत्रोत्कण्ठित जीवन का विष बुझा हुआ है’ जो ‘सांध्य काकली’ में संग्रहीत है। इस कविता का प्रकाशन 1960 ई. में हुआ था।
105. ‘कला और बूढ़ा चाँद’ के लेखक हैं:
रामधारी सिंह दिनकर
सुमित्रानंदन पंत
‘कला और बूढ़ा चाँद’ के लेखक सुमित्रानंदन पंत हैं।
सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
नंददुलारे वाजपेयी
106. महादेवी वर्मा का प्रथम काव्य संकलन है:
दीपशिखा
यामा
नीहार
महादेवी वर्मा का प्रथम काव्य संकलन ‘नीहार’ है। महादेवी वर्मा के ‘यामा’ में नीहार, रश्मि, नीरजा और सांध्यगीत के सभी गीतों का संग्रह है।
रश्मि
107. ‘नूतन ब्रह्मचारी’ है:
नाटक
उपन्यास
‘नूतन ब्रह्मचारी’ बालकृष्ण भट्ट का उपन्यास है। इनका दूसरा उपन्यास ‘सौ अजान और एक सुजान’ है।
कहानी संग्रह
इनमें से कोई नहीं
108. ‘भूतनाथ’ उपन्यास के रचयिता हैं:
राधाकृष्ण दास
जगमोहन सिंह
देवकीनंदन खत्री
‘भूतनाथ’ उपन्यास के रचयिता देवकीनंदन खत्री हैं। इनके अन्य उपन्यास- चंद्रकांता, चंद्रकांता संतति, नरेंद्र मोहनी, काजर की कोठारी आदि हैं। देवकीनंदन खत्री के उपन्यासों को पढने के लिए गैर हिंदी भाषियों ने हिंदी सीखी।
गोपालराम गहमरी
109. ‘श्री वेंकटेश्वर समाचार’ प्रकाशित होता था:
कलकत्ता से
इलाहाबाद से
लखनऊ से
बम्बई से
‘श्री वेंकटेश्वर समाचार’ बम्बई से प्रकाशित होता था। यह मासिक पत्र था जिसका प्रकाशन 1894 ई. में हुआ।
110. प्रेमचंद की कृति, जिसे ब्रिटिश शासन द्वारा जब्त कर लिया गया था है:
सोजेवतन
प्रेमचंद की कहानी संग्रह ‘सोजेवतन’ को ब्रिटिश शासन द्वारा जब्त कर लिया गया था।
कर्मभूमि
गबन
निर्मला
111. ‘मृगनयनी’ उपन्यास के रचनाकार हैं:
वृंदावनलाल वर्मा
‘मृगनयनी’ उपन्यास के रचनाकार वृंदावनलाल वर्मा हैं। इनके अन्य उपन्यास- विराटा की पद्मिनी, झाँसी की रानी, मृगनयनी, कचनार, अहिल्याबाई, माधोजी सिंधिया आदि हैं।
रांगेय राघव
राहुल सांकृत्यायन
आचार्य चतुरसेन
112. ‘खेत रहना’ मुहावरे का अर्थ है-
युद्ध में शहीद होना
‘खेत रहना’ मुहावरे का अर्थ- युद्ध में शहीद होना है।
कानूनी विवाद से जमीन का बच जाना
जमीन बिक जाना
जमीन खरीदना
113. खड़ी बोली हिंदी का प्रथम महाकाव्य है:
कविता कौमुदी
उद्धव चरित
प्रिय प्रवास
खड़ी बोली हिंदी का प्रथम महाकाव्य ‘प्रिय प्रवास’ है। इसके लेखक अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ हैं। इसमें राधा और कृष्ण को सामान्य नायक से ऊपर उठाकर विश्व-सेवी तथा विश्व प्रेमी के रूप में चित्रित किया गया है। हरिऔध की अन्य रचनाएँ- पद्मप्रसून, चुभते चौपदे, चोखे चौपदे, रसकलस, वैदेही बनवास आदि हैं।
कामायनी
114. द्विवेदी युग के सम्पूर्णत: प्रतिनिधि कवि हैं:
श्रीधर पाठक
हरिऔध
मैथिलीशरण गुप्त
द्विवेदी युग के सम्पूर्णत: प्रतिनिधि कवि ‘मैथिलीशरण गुप्त’ हैं। गुप्त जी की प्रमुख रचनाएँ- भारत-भारती, रंग में भंग, जयद्रथवध, प्लासी का युद्ध, किसान, पंचवटी, साकेत, यशोधरा आदि हैं।
इनमें से कोई नहीं
115. ‘भारत भारती’ में किस भावना की रूपरेखा प्रस्तुत है?
दैन्य भावना
राष्ट्रीय भावना
‘भारत भारती’ में ‘राष्ट्रीय भावना’ की रूपरेखा प्रस्तुत है। यह मैथिलीशरण गुप्त की रचना है जिसका प्रकाशन 1912-13 में हुआ था।
प्रेमभावना
भक्ति भावना
116. ‘सम्पति शास्त्र’ के लेखक हैं:
श्रीधर पाठक
महावीर प्रसाद द्विवेदी
‘सम्पति शास्त्र’ के लेखक महावीर प्रसाद द्विवेदी हैं।
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
इनमें से कोई नहीं
117. निम्नलिखित में से शुद्ध शब्द है:
पूज्यनीय
पुज्यनीय
पूजनीय
शुद्ध शब्द- पूजनीय
पुजनीय
118. ‘गोबर’ प्रेमचंद के किस उपन्यास का पात्र है?
प्रेमाश्रम
गबन
गोदान
‘गोबर’ प्रेमचंद के गोदान उपन्यास का पात्र है। ‘गोबर’ का अन्य नाम गोवर्धन था।
निर्मला
119. ‘हिंदी नवरत्न’ के लेखक हैं?
महावीर प्रसाद द्विवेदी
प्रताप नारायण मिश्र
इनमें से कोई नहीं
मिश्रबंधु
‘हिंदी नवरत्न’ के लेखक मिश्रबंधु हैं। इनकी दूसरी महत्वपूर्ण रचना ‘मिश्रबंधु विनोद है।
120. ‘अभिन्न’ शब्द का संधि-विच्छेद होगा:
अभि + न्न
अ + भिन्न
अभित् + न
‘अभिन्न’ शब्द का संधि-विच्छेद ‘अभित् + न’ होगा। यह व्यंजन संधि का उदहारण है।
अनि् + न
121. रत्नाकर कृत ‘गंगावतरण’ किस छंद में लिखा गया है?
चौपाई
दोहा
रोला
रत्नाकर कृत ‘गंगावतरण’ रोला छंद में लिखा गया है। गंगावतरणमें आकाश से उतरती हुई गंगा को संभालने के लिए उद्यत शिवजी का ओजमय चित्रण हुआ है। इसमें श्रृंगार, वीर, हास्य, भयानक आदि रसों का सुंदर निरूपण हुआ है।
घनाक्षरी
122. अवधी का निजी छंद है:
बरवै
अवधी का निजी छंद ‘बरवै’ है।
कवित्त
रोला
छप्पय
123. सूची- I का मिलान सूची- II से कीजिए तथा नीचे दिये गए कूट का उपयोग करते हुए सही उत्तर का चयन कीजिए:
(a) शेखर: एक जीवनी – (i) हजारी प्रसाद द्विवेदी(b) अशोक के फूल – (ii) हरिवंश राय ‘बच्चन’
(c) क्या भूलूँ, क्या याद करूँ – (iii) अज्ञेय
कूट:(a), (b), (c)
(i), (ii), (iii)
(ii), (i), (iii)
(iii), (i), (ii)
‘शेखर: एक जीवनी’- अज्ञेय का, ‘अशोक के फूल’- हजारी प्रसाद द्विवेदी, ‘क्या भूलूँ, क्या याद करूँ’- हरिवंश राय ‘बच्चन’
(iii), (ii), (i)
124. सूची- I की मिलान सूची सूची- II से कीजिए और दिये गए कूट का सही उत्तर चुनिए:
(a) जलज – (i) बादल(b) जलद – (ii) कमल
(c) जलधि – (iIi) समुद्र
कूट:(a), (b), (c)
(i), (ii), (ii)
(ii), (i), (ii)
जलज- ‘कमल’, जलद- बादल’ और जलधि- ‘समुद्र’
(iii), (ii), (i)
(ii), (iii), (i)
125. सूची- I की मिलान सूची- II से कीजिए और दिये गए कूट से सही उत्तर चुनिए:
(a) दशकुमारचरित – (i) श्रीहर्ष(b) नैषधीयचरित – (ii) भवभूति
(c) उतररामचरित – (iii) दण्डी
कूट:(a), (b), (c)
(i), (ii), (iii)
(iii), (ii), (i)
(iii), (i), (ii)
‘दशकुमारचरित- दण्डी, ‘नैषधचरित’- श्रीहर्ष, ‘उतररामचरित’- भवभूति
(ii), (i), (iii)
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