उत्तर प्रदेश द्वारा GIC HINDI 2021 की यह परीक्षा 19/09/2021 को आयोजित हुई थी। हिंदी प्रवक्ता के यह प्रश्न पत्र दो भागों में विभाजित था, पहला भाग सामान्य अध्ययन का था जिससे 40 प्रश्न और दूसरा भाग हिंदी विषय से था जिससे 80 प्रश्न पूछा गया था। इस प्रकार GIC HINDI के इस Questions Paper में कुल 120 प्रश्न पूछे गये थे। यहाँ पर GIC HINDI 2021 के दूसरे पार्ट के प्रश्नों का व्याख्यात्मक हल दिया जा रहा है जो हिंदी भाषा और साहित्य से संबंधित हैं।
GIC हिंदी प्रवक्ता परीक्षाप्रश्न
1. बाबूराव विष्णु पराड़कर इनमें से किस दैनिक पत्र के संपादक रहे?
दैनिक जागरण
दैनिक आज
बाबूराव विष्णु पराड़कर दैनिक आज पत्र के संपादक थे। 5 सितम्बर 1920-24 तक संयुक्त संपादक, उसके बाद संपादक और प्रधान संपादक रहे।
अमर उजाला
हिन्दुस्तान
2. इनमें से ‘सफल’ शब्द का विलोम नहीं है-
असफल
विफल
कुफल
‘सफल’ शब्द का विलोम असफल, विफल और निष्फल है। वहीं सुफल का विलोम कुफल है।
निष्फल
3. ‘धर्मक्षेत्रे-कुरुक्षेत्रे’ कहानी के लेखक हैं-
महीप सिंह
कमलेश्वर
हिमांशु जोशी
दूधनाथ सिंह
‘धर्मक्षेत्रे-कुरुक्षेत्रे’ कहानी के लेखक दूधनाथ सिंह हैं।
4. ‘मैंने आम खाया है।’- यह वाक्य किस काल को प्रदर्शित करता है?
भूतकाल
‘मैंने आम खाया है।’- यह वाक्य भूतकाल को प्रदर्शित करता है। दरअसल इस वाक्य में ‘आसन्न भूत’ है। ‘आसन्न भूत’ में क्रिया की समाप्ति तत्काल सूचित होती है।
भविष्य काल
वर्तमान काल
इनमें से किसी को नहीं
5. ‘हिंदी नई चाल में ढली’- भारतेन्दु जी की यह पंक्ति उनकी किस रचना से ली गयी है?
भारत-दुर्दशा
कालचक्र
‘हिंदी नई चाल में ढली’- भारतेन्दु जी की यह पंक्ति उनकी रचना ‘कालचक्र’ से ली गयी है। उन्होंने अपनी पुस्तक ‘कालचक्र’ में लिखा है कि हिंदी नई चाल में ढली सन 1873 में।
अंधेर नगरी
बादशाह-दर्पण
6. ये काव्य-पंक्तियाँ किस कवि की हैं?
“ढेल सो बनाय आय मेलत सभा के बीच,लोगन कवित्त कीन्हों खेल करि जान्यो है।”
ठाकुर
उपरोक्त काव्य-पंक्तियाँ कवि ‘ठाकुर’ की हैं।
घनानंद
भिखारीदास
देव
7. इस कविता में छंद है?
“दिवस का अवसान समीप थागगन था कुछ लोहित हो चला।
तरु शिखा पर थी अब राजती
कमलिनी-कुल-वल्लभ की प्रभा”
वंशस्थ
द्रुतविलम्बित
जयशंकर प्रसाद की उपरोक्त कविता में द्रुतविलम्बित छंद है। इस छंद में नगण (।।।), भागण (ऽ।।), भागण (ऽ।।) और रगण (ऽ।ऽ) आता है।
दुर्मिल
वसंत तिलका
8. निम्नलिखित में से शुद्ध वाक्य है-
यह असली गाय का घी है।
यहाँ शत्रु से खतरा है।
अश्वमेघ यज्ञ का घोड़ा पकड़ा गया।
शुद्ध वाक्य है- अश्वमेघ यज्ञ का घोड़ा पकड़ा गया। अन्य विकल्पों का शुद्ध रूप- ‘यह गाय का असली घी है’ और ‘शत्रु से खतरा है’ होगा।
इस प्रकार यहाँ अनेक प्रकार के आविष्कार हुए।
9. केन्द्रीय हिंदी निदेशालय ने हिंदी की मानक वर्णमाला में मूलतः कितनी स्वर और कितनी व्यंजन-ध्वनियों को स्थान दिया है?
12 और 36
12 और 35
11 और 35
केन्द्रीय हिंदी निदेशालय ने हिंदी की मानक वर्णमाला में मूलतः 11 स्वर और 35 (33 + 2) व्यंजन-ध्वनियों को स्थान दिया है।
11 और 36
10. उच्चारण-स्थान की दृष्टि से हिंदी के ‘अ’ और ‘आ’ स्वर हैं-
तालव्य
मूर्धन्य
ओष्ठ्य
कंठ्य
उच्चारण-स्थान की दृष्टि से हिंदी के ‘अ’ और ‘आ’ कंठ्य स्वर हैं। कंठ्य स्वर के अंतर्गत अ, आ, क वर्ग, ह और विसर्ग आते हैं।
11. निम्नलिखित में से राजेन्द्र यादव की संस्मरण-कृति है-
जिनके साथ जिया
युगपुरुष
यादों की तीर्थयात्रा
औरों के बहाने
राजेन्द्र यादव की संस्मरण-कृति ‘औरों के बहाने’ है। वहीं जिनके साथ जिया’ अमृतलाल नागर और ‘यादों की तीर्थयात्रा’ विष्णु प्रभाकर की संस्मरण-कृति हैं।
12. हिंदी साहित्य के इतिहास में ‘आदिकाल’ के लिए ‘आधारकाल’ नाम दिया है-
डॉ. रामशंकर शुक्ल ‘रसाल’ ने
डॉ. श्यामसुंदर दास ने
चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ ने
डॉ. मोहन अवस्थी ने
हिंदी साहित्य के इतिहास में ‘आदिकाल’ के लिए ‘आधारकाल’ नाम ‘डॉ. मोहन अवस्थी’ ने दिया है।
13. रामकाव्य धारा से संबंधित कृति ‘रामध्यानमंजरी’ इनमें से किसकी है?
प्राणचंद्रचौहान की
अग्रदास की
रामकाव्य धारा से संबंधित कृति ‘रामध्यानमंजरी’ अग्रदास की है।
हृदयराम की
प्रियादास की
14. ‘सार सुधानिधि’ पत्र के संपादक थे-
पं. सदानंद मिश्र
‘सार सुधानिधि’ पत्र के संपादक ‘पं. सदानंद मिश्र’ थे। इस पत्र का प्रकाशन 13 अप्रैल, 1879 को प्रारंभ हुआ था। इस पत्र के संयुक्त संपादक थे- पंडित दुर्गाप्रसाद (सहायक संपादक), गोविन्द नारायण और शम्भूनाथ।
बख्तावर सिंह
पं. दुर्गाप्रसाद मिश्र
रामदास सिंह
15. ‘शब्दार्थौ ते शरीरं रस आत्मा– यह कथन इनमें से किसका है?
भरतमुनि
राजशेखर
‘शब्दार्थौ ते शरीरं रस आत्मा– यह कथन राजशेखर का है।
विश्वनाथ
भामह
16. श्रीलाल शुक्ल के अति प्रसिद्ध उपन्यास ‘राग दरबारी’ में किस गाँव का चित्रण है?
मीरगंज
मेरीगंज
शिवपाल गंज
श्रीलाल शुक्ल के अति प्रसिद्ध उपन्यास ‘राग दरबारी’ में ‘शिवपाल गंज’ गाँव का चित्रण है। वहीं फणीश्वर नाथ रेणु के उपन्यास मैला आँचल में ‘मेरीगंज’ और राही मासूम रजा के उपन्यास ‘आधा गाँव’ में ‘गंगोली’ गाँव का चित्रण हुआ है।
गंगोली
17. निम्नलिखित में से कौन-सा काव्य-संग्रह नागार्जुन का नहीं है?
युग की गंगा
युग धारा, प्यासी-पथराई आँखें, तुमने कहा था आदि काव्य-संग्रह नागार्जुन के हैं। वहीं ‘युग की गंगा’ काव्य-संग्रह केदारनाथ अग्रवाल का है। यह उनका पहला काव्य संग्रह है जो 1947 ई. में प्रकाशित हुआ था।
युग धारा
प्यासी-पथराई आँखें
तुमने कहा था
18. ‘गंगा हिमालय से निकलती है।’- इस वाक्य का संस्कृत में सही अनुवाद है-
गंगा हिमालयात् प्रभवति।
‘गंगा हिमालय से निकलती है।’ का संस्कृत में अनुवाद- गंगा हिमालयात् प्रभवति।
गंगा हिमालयो प्रभवति।
गंगा हिमालयम् प्रभवति।
गंगा हिमालयेण प्रभवति।
19. निम्नलिखित में से लेखक और यात्रा साहित्य से संबंधित उनकी कृति का एक युग्म गलत है, वह है-
निर्मल वर्मा- ‘चीड़ों पर चाँदनी’
अज्ञेय– ‘एक बूँद सहसा उछली’
धर्मवीर भारती- ‘किन्नर देश में’
रामचंद्र शुक्ल- ‘चिंतामणि’
रामचंद्र शुक्ल का ‘चिंतामणि’ कृत निबंध संग्रह है न की यात्रावृतांत। अन्य विकल्प सुमेलित हैं।
20. ‘यशोदा’ शब्द में कौन-सी संधि है?
विसर्ग संधि
‘यशोदा’ शब्द में ‘विसर्ग संधि’ है- यश: + दा
गुण संधि
यण संधि
व्यंजन संधि
21. इनमें से व्यक्तिवाचक संज्ञा नहीं है-
त्रिपिटक
भारत
लेखक
‘लेखक’ जातिवाचक संज्ञा है, वहीं त्रिपिटक, भारत और गंगा व्यक्तिवाचक संज्ञा हैं।
गंगा
22. रीतिकालीन कवि ‘मतिराम’ द्वारा लिखित ग्रंथ ‘ललित ललाम’ है-
पिंगल-ग्रंथ
रस-निरूपण ग्रंथ
अलंकार-ग्रंथ
रीतिकालीन कवि ‘मतिराम’ द्वारा लिखित ग्रंथ ‘ललित ललाम’ एक ‘अलंकार-ग्रंथ’ है।
इनमें से एक भी नहीं
23. ये पंक्तियाँ सुमित्रानंदन पंत की किस कृति से उद्धृत की गयी हैं?
“तुम वहन कर सको जन-मन में मेरे विचार,वाणी मेरी, चाहिए तुम्हें क्या अलंकार।”
युगांत
ग्राम्या
उपरोक्त पंक्तियाँ सुमित्रानंदन पंत की ‘ग्राम्या’ कृति से उद्धृत की गयी हैं।
गुंजन
स्वर्णधूलि
24. ‘दुर्गा’ एकांकी नाटक के रचनाकार हैं-
जगदीशचंद्र माथुर
उपेन्द्रनाथ अश्क
उदयशंकर भट्ट
‘दुर्गा’ एकांकी नाटक के रचनाकार ‘उदयशंकर भट्ट’ हैं।
सेठ गोविन्ददास
25. ‘सागर मुद्रा’ इनमें से किसकी कृति हैं?
शमशेर बहादुर सिंह
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’
‘सागर मुद्रा’ कृति के लेखक सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ हैं।
कुँवर नारायण
हरिनारायण व्यास
26. इस कथन के आचार्य हैं-
‘मुख्यार्थबाघे तद्योगे रूढितोऽथ प्रयोजनात्।अन्योऽर्थो लक्ष्यते यत् सा लक्षणारोपिता क्रिया॥’
कुन्तक
आनन्द्वर्धन
विश्वनाथ
मम्मट
उपरोक्त कथन आचार्य ‘मम्मट’ का हैं।
27. ‘कृषक-क्रन्दन’ इनमें से किसकी काव्यकृति है?
राम नरेश त्रिपाठी
राम कुमार वर्मा
गयाप्रसाद शुक्ल ‘सनेही’
‘कृषक-क्रन्दन’ गयाप्रसाद शुक्ल ‘सनेही’ की काव्यकृति है।
मैथिलशरण गुप्त
28. ‘मुट्ठी गरम करना’ मुहावरे का सही अर्थ है-
आग से तापना
बहुत अधिक पीटना
घूस देना
‘मुट्ठी गरम करना’ मुहावरे का अर्थ है- घूस देना
बहुत सस्ता होना
29. महाकवि कालिदास- विरचित ‘कुमारसंभव’ में इनमें से किस रस की प्रमुखता है?
वीर रस
महाकवि कालिदास विरचित ‘कुमारसंभव’ में वीर रस की प्रधानता है।
रौद्र रस
करुण रस
श्रृंगार रस
30. निम्नलिखित उपन्यासों को उनके लेखकों के साथ सुमेल कीजिए एवं कूट से सही उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए—
(a) मैला आँचल – (i) श्री नरेश मेहता(b) यह पथ बंधू था – (ii) शिव प्रसाद सिंह
(c) गली आगे मुड़ती है – (iii) विवेकी राय
(d) लोकऋण – (iv) फणीश्वरनाथ रेणु
कूट:(a), (b), (c), (d)
(ii), (iii), (i), (iv)
(iv), (i), (ii), (iii)
मैला आँचल- फणीश्वरनाथ रेणु, यह पथ बंधू था- श्री नरेश मेहता, गली आगे मुड़ती है- शिव प्रसाद सिंह, लोकऋण- विवेकी राय
(iv), (ii), (i), (iii)
(i), (iv), (iii), (ii)
31. निम्नलिखित दो कथनों में एक स्थापना (A) है और दूसरा तर्क (R) है। कोड में दिए गए विकल्पों में विकल्प का चयन कीजिए।
स्थापना (Assertion) (A): भरत का ‘नाटयशास्त्र’ विविध ललित कलाओं का एकत्र सम्मलेन है।तर्क (Reason) (R): क्योंकि यह ग्रंथ भाषणशास्त्र, अलंकारशास्त्र तथा नाट्यशास्त्र कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण है।
(A) सही है और R गलत है।
(A) गलत है और (R) सही है।
(A) और (R) दोनों सही हैं।
(A) और (R) दोनों गलत हैं।
स्थापना (A) और तर्क (R) दोनों गलत हैं।
32. इनमें से भाववाचक संज्ञा है-
अमीर
गरीब
भिक्षुक
अमीरी
‘अमीरी’ भाववाचक संज्ञा है।
33. निम्नलिखित में से किस शब्द में तद्धित प्रत्यय का प्रयोग हुआ है?
पूज्य
करणीय
पाठक
वासुदेव
‘वासुदेव’ शब्द में ‘अ’ तद्धित प्रत्यय का प्रयोग हुआ है- अ + वसुदेव= वासुदेव
34. यह कथन इनमें से किसका है?
“प्रयोगवाद हिंदी में बैठे-ठाले का धंधा बनकर आया था। प्रयोक्ताओं के पास न तो काव्य-संबंधी कोई था और न किसी प्रकार की कथनीय वस्तु थी।” डॉ. नंददुलारे वाजपेयी
उपरोक्त कथन ‘डॉ. नंददुलारे वाजपेयी’ का है।
डॉ. नागेंद्र
डॉ. रामविलास शर्मा
डॉ. जगदीश गुप्त
35. ‘यह प्रेम को पंथ कराल महा तरवारि की धार पै धावनो है।’ यह काव्यपंक्ति है—
घनानंद की
आलम की
ठाकुर की
बोधा की
‘यह प्रेम को पंथ कराल महा तरवारि की धार पै धावनो है।’ यह काव्यपंक्ति ‘बोधा’ की है।
36. सूची एक के रचनाकारों को सूची-दो में लिखी उनकी कृतियों से समुचित मेल करके दिए गए कूट से सही विकल्प का चयन कीजिए-
(a) मम्मट – (i) साहित्य दर्पण(b) विश्वनाथ – (ii) चंद्रालोक
(c) जयदेव – (iii) काव्यप्रकाश
(d) दंडी – (iv) काव्यादर्श
कूट-(a), (b), (c), (d,)
(iii), (ii), (iv), (i)
(ii), (i), (iii), (iv)
(iii), (i), (ii), (iv)
मम्मट- काव्यप्रकाश, विश्वनाथ- साहित्य दर्पण, जयदेव- चंद्रालोक, दंडी- काव्यादर्श
(i). (iv), (ii), (iii)
37. निम्नलिखित में से पूर्वी हिंदी की बोली नहीं है-
अवधी
बघेली
ब्रजभाषा
ब्रजभाषा पश्चिमी हिंदी की बोली है, वहीं अवधी, बघेली और छत्तीसगढ़ी पूर्वी हिंदी की बोली हैं।
छत्तीसगढ़ी
38. यौगिक शब्दों की रचना के आधार हैं-
उपसर्ग एवं प्रत्यय
उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास
उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास यौगिक शब्दों की रचना के आधार हैं।
संधि एवं समास
इनमें से कोई नहीं
39. “एक भाषा के अंतर्गत जब कई अलग-अलग रूप विकसित हो जाते हैं, तो उन्हें ‘बोली’ कहते हैं।” -यह कथन किसका है?
जॉर्ज ग्रियर्सन
डॉ. श्यामसुंदर दास
आचार्य देवेन्द्रनाथ शर्मा
डॉ. भोलानाथ तिवारी
उपरोक्त कथन डॉ. भोलानाथ तिवारी का है।
40. ‘विशाल भारत’ पत्र कहाँ से प्रकाशित हुआ था?
दिल्ली
जबलपुर
कलकत्ता
‘विशाल भारत’ पत्र कलकत्ता से 1928 ई. में प्रकाशित हुआ था। इसके संस्थापक रामानंद चट्टोपाध्याय और बनारसीदास प्रथम संपादक थे। बनारसीदास ने 1928 से 1937 तक इसका संपादन किया। उसके बाद क्रमश: अज्ञेय, मोहन सिंह सेंगर, श्रीराम शर्मा ने भी इस पत्र का संपादन किया।
इलाहाबाद
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41. काव्य की यह पंरिभाषा इनमें से किस आचार्य ने दी है?
‘सगुन अलंकारन सहित दोषरहित जो होइ।शब्द अर्थ वारो कवित बिबुध कहत सब कोई॥’
कुलपति मिश्र
भिखारीदास
चिंतामणि
काव्य की उपर्युक्त पंरिभाषा आचार्य ‘चिंतामणि’ ने दी है।
श्रीपति
42. निम्नलिखित शब्दरुपों और उनकी विभक्तियों को सुमेलित कर दिए गए कूट से सही विकल्प का चयन कीजिए-
(a) आत्मनि – (i) चतुर्थी एकवचन(b) सर्वस्मै – (ii) पंचमी बहुवचन
(c) युस्मत् – (iii) सप्तमी एकवचन
(d) अस्माभिः – (iv) तृतीया बहुवचन
कूट:(a), (b), (c), (d)
(ii), (iii), (i), (iv)
(iii), (i), (ii), (iv)
आत्मनि- सप्तमी एकवचन, सर्वस्मै- चतुर्थी एकवचन, युस्मत्- पंचमी बहुवचन, अस्माभिः – तृतीया बहुवचन
(iv), (iii), (ii), (i)
(ii), (iv), (i), (ii)
43. महादेवी वर्मा के की काव्यसंग्रह की कविताएँ वैदिक संस्कृत के विभिन्न काव्यांशों पर आधृत हैं?
सप्तपर्णा
महादेवी वर्मा के की ‘सप्तपर्णा’ काव्यसंग्रह की कविताएँ वैदिक संस्कृत के विभिन्न काव्यांशों पर आधृत हैं।
दीपशिखा
नीरजा
सान्ध्यगीत
44. ‘गोरख जगायो जोग, भगति भगायो लोग’- ये काव्य-पंक्ति इनमें से किस कृति में है?
बीजक
गोरख बानी
कवितावली
उपरोक्त काव्य-पंक्ति तुलसीदास कृति ‘कवितावली’ में है।
नाथ बानी
45. रामचंद्र शुक्ल का साहित्येतिहास ग्रंथ ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ ‘नागरी प्रचारिणी सभा से प्रकाशित ‘हिंदी शब्दसागर’ की भूमिका में किस शीर्षक से लिखा गया था?
हिंदी साहित्य की भूमिका
हिंदी साहित्य की परम्परा
हिंदी साहित्य का अतीत
हिंदी साहित्य का विकास
रामचंद्र शुक्ल का साहित्येतिहास ग्रंथ ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ ‘नागरी प्रचारिणी सभा से प्रकाशित ‘हिंदी शब्दसागर’ की भूमिका में ‘हिंदी साहित्य का विकास’ शीर्षक से लिखा गया था।
46. इनमें से संस्कृत भाषा की दृष्टि से कौन-सा शब्द-समूह शुद्ध है?
विद्युत, परिषद्, विद्वान, पृथक
विद्युत, परिषद, विद्वान, प्रथक्
विद्युत, परिषद्, विद्वान्, पृथक
विद्युत्, परिषद्, विद्वान्, पृथक्
संस्कृत भाषा की दृष्टि से शुद्ध शब्द समूह- विद्युत्, परिषद्, विद्वान्, पृथक्
47. ‘पंडित’ का पर्यायवाची शब्द नहीं है-
कोविद
दामिनी
दामिनी बिजली का पर्यायवाची शब्द है। ‘पंडित’ का पर्यायवाची शब्द कोविद, वुध, प्राज्ञ आदि हैं।
वुध
प्राज्ञ
48. निम्नलिखित में से उपन्यास और उसमें वर्णित समस्या का एक युग्म सुमेलित नहीं है, वह है-
कर्मममि- अछूतोद्धार की समस्या
कायाकल्प- पारलौकिक समस्या
सेवासदन- वेश्याओं की समस्या
गबन-. दहेज और अनमेल-विवाह की समस्या
प्रेमचंद के गबन उपन्यास में स्त्रियों के आभूषण प्रेम को दिखाया गया है।
49. ‘तद्भव’ पत्रिका के संपादक हैं-
हरे प्रकाश उपाध्याय
संजय सहाय
अखिलेश
‘तद्भव’ पत्रिका के संपादक ‘अखिलेश’ हैं जो लखनऊ से निकलती है।
ज्ञानरंजन
50. राजा राममोहन राय का पत्र ‘बंगदूत’ सर्वप्रथम किस सन् में प्रकाशित हुआ?
सन् 1828 ई.
सन् 1832 ई.
सन् 1827 ई.
सन् 1829 ई.
राजा राममोहन राय का पत्र ‘बंगदूत’ सर्वप्रथम सन् 1829 में प्रकाशित हुआ था।
51. ‘छायावाद का व्यक्ति स्वातन्त्रय सामन्ती मर्यादाओं के विरुद्ध बहुत बड़ा कदम था।’ छायावाद संबंधी यह अभिमत-कथन इनमें से किस आलोचक का है?
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
डॉ. नंददुलारे बाजपेयी
डॉ. नामवर सिंह
छायावाद संबंधी यह अभिमत-कथन ‘डॉ. नामवर सिंह’ का है जिसे उन्होंने ‘आधुनिक साहित्य की प्रवृत्तियाँ’ आलोचनात्मक ग्रंथ में अभिव्यक्त किया है।
डॉ. नागेंद्र
52. नवगीत विधा से संबंधित काव्यकृति ‘दर्द जहाँ नीला है’ के रचनाकार हैं-
वीरेन्द्र मिश्र
कुँवर बेचैन
रवीन्द्र भ्रमर
शंभुनाथ सिंह
नवगीत विधा से संबंधित काव्यकृति ‘दर्द जहाँ नीला है’ के रचनाकार ‘शंभुनाथ सिंह’ हैं।
53. इनमें से रेखाचित्रपरक कौन-सी कृति महादेवी वर्मा की नहीं है?
बोलती प्रतिमा
बोलती प्रतिमा रेखाचित्र श्रीराम शर्मा का है, वहीं अतीत के चलचित्र, स्मृति की रेखाएं, मेरा परिवार आदि रेखाचित्रपरक रचनाएँ महादेवी वर्मा की हैं।
अतीत के चलचित्र
स्मृति की रेखाएं
मेरा परिवार
54. कवि ‘रसलीन’ द्वारा रचित यह दोहा उनकी किस कृति में संगृहीत है?
‘अमिय, हलाहल मद भरे, सेत, स्याम, रतनार।जियत, मरत, झुकि-झुकि परत, जेहि चितवत इक बार॥’
रस प्रवोध
अंग दर्पण
कवि ‘रसलीन’ द्वारा रचित यह दोहा उनकी ‘अंग दर्पण’ कृति में संगृहीत है। बहुत सारे लोग इस दोहे को बिहारी का समझते हैं, जबकि यह रसलीन का है।
रस प्रबोध और अंग दर्पण- दोनों में
इनमें से किसी में नहीं
55. इन काव्य-पंक्तियों में अलंकार है?
‘मूलन ही की जहाँ अधोगति केशव गाइय।होम हुतासन धूम नगर एकै मलिनाइय॥’
परिसंख्या
इन काव्य-पंक्तियों में ‘परिसंख्या’ अलंकार है। जहाँ किसी वस्तु का दूसरे स्थानों में निषेध कर किसी एक विशेष स्थान पर होना कहा जाय, वहाँ परिसंख्या अलंकार होता है।
असंगति
प्रतीप
विभावना
56. मिश्र बंधुओं की पुस्तक ‘हिंदी नवरत्न’ में इनमें से किस कवि को स्थान नहीं मिला?
मतिराम
देव
जायसी
मिश्र बंधुओं की पुस्तक ‘हिंदी नवरत्न’ में ‘जायसी’ को स्थान नहीं मिला मिला है जबकि मतिराम, देव, सूर आदि कवि इसमें शामिल हैं।
सूर
57. ‘दूतवाक्यम्’ कृति के रचनाकार हैं-
कालिदास
भास
‘दूतवाक्यम्’ कृति के रचनाकार ‘भास’ हैं।
भवभूति
भारवि
58. निम्नलिखित में से किस शब्द में उपसर्ग नहीं लगा है?
नपुंसक
समालोचना
अतिशय
दर्शन
‘दर्शन’ शब्द में उपसर्ग नहीं लगा है।
59. ‘विकलांग श्रद्धा का दौर’- इनमें से किस विधा की रचना है?
रिपोर्ताज
व्यंग
हरिशंकर परसाई की कृति ‘विकलांग श्रद्धा का दौर’ ‘व्यंग’ विधा की रचना है।
कहानी
डायरी
60. इनमें से महाकवि कालिदास के जीवन पर आधारित मोहन राकेश की नाट्यकृति है-
लहरों के राजहंस
आषाढ़ का एक दिन
महाकवि कालिदास के जीवन पर आधारित मोहन राकेश की नाट्यकृति ‘आषाढ़ का एक दिन’ है।
आधे-अधूरे
इनमें से कोई नहीं
61. ‘पश्चिमी हिंदी’ की उत्पत्ति इनमें से किस अपभ्रंश से हुई है?
शौरसेनी
‘पश्चिमी हिंदी’ की उत्पत्ति ‘शौरसेनी’ अपभ्रंश से हुई है।
पैशाची
मागधी
अर्द्धमागधी
62. ‘पा’ धातु लट् लकार उत्तम पुरुष बहुवचन का रूप है-
पिबन्ति
पिबथ
पिबथ:
पिबाम:
‘पा’ धातु लट् लकार उत्तम पुरुष बहुवचन का रूप ‘पिबाम:’ है।
63. जीवनी-साहित्य से संबंधित कृति ‘आवारा मसीहा’ इनमें से किस रचनाकार के जीवन पर आधारित है?
सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
राहुल सांकृत्यायन
शरतचंद्र चटर्जी
जीवनी-साहित्य से संबंधित विष्णु प्रभाकर की कृति ‘आवारा मसीहा’ बंगला साहित्यकार ‘शरतचंद्र चटर्जी’ के जीवन पर आधारित है।
बंकिमचंद्र
64. भरत के रससूत्र में निहित ‘सुंयोग’ का अर्थ ‘भोज्य-भोजक भाव’ तथा ‘निष्पत्ति’ का अर्थ ‘भुक्ति’ (आस्वाद) की स्थापना किस व्याख्याकार ने की है?
भट्ट लोल्लट
श्री शंकुक
अभिनवगुप्त
भट्ट नायक
भरत के रससूत्र में निहित ‘सुंयोग’ का अर्थ ‘भोज्य-भोजक भाव’ तथा ‘निष्पत्ति’ का अर्थ ‘भुक्ति’ (आस्वाद) की स्थापना ‘भट्ट नायक’ ने की है।
65. दतित-विमर्श से संबंधित निम्नलिखित कृतियों को उनके रचनाकारों से सुमेल करके सही उत्तर के विकल्प का चयन कीजिए-
(a) संतप्त – (i) मोहनदास नैमिशराय(b) मणिकर्णिका – (ii) ओमप्रकाश वाल्मीकि
(c) जूठन – (iii) तुलसीराम
(d) अपने-अपने पिंजरे – (iv) सूरजपाल चौहान
कूट:(a), (b), (c), (d)
(i), (iii), (ii), (iv)
(iv), (iii), (ii), (i)
संतप्त- सूरजपाल चौहान, मणिकर्णिका- तुलसीराम, जूठन- ओमप्रकाश वाल्मीकि, अपने-अपने पिंजरे- मोहनदास नैमिशराय
(ii), (iii), (i), (iv)
(iv), (ii), (iii), (i)
66. ‘कहि न जाय का कहिए’ आत्मकथा के लेखक हैं-
कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’
रामविलास शर्मा
भगवतीचरण वर्मा
‘कहि न जाय का कहिए’ आत्मकथा के लेखक ‘भगवतीचरण वर्मा’ हैं।
विष्णु प्रभाकर
67. ‘काव्येषु नाटकं रम्यं’- यह कथन इनमें से किस कृति के संदर्भ में है?
अभिज्ञान शाकुन्तलम्
‘काव्येषु नाटकं रम्यं’- यह कथन कालिदास के ‘अभिज्ञान शाकुन्तलम्’ कृति के संदर्भ में है।
मालविकाग्निमित्रम्
विक्रमोर्वशीयम्
ऋतुसंहार
68. डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी के किस उपन्यास को ‘रैक्व आख्यान’ भी कहा जाता है?
पुनर्नवा
अनामदास का पोथा
डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी के उपन्यास ‘अनामदास का पोथा’ को ‘रैक्व आख्यान’ भी कहा जाता है।
चारुचंद्र लेख
बाणभट्ट की आत्मकथा
69. निम्नलिखित में से सामासिक शब्द और समास के नाम का एक युग्म गलत है, वह है—
उपकृष्णम् – तत्पुरुष
महादेव – कर्मधारय
पुष्पधन्वा – बहुव्रीहि
शुकबकम् – द्वंद्व
गलत युग्म- शुकबकम् – द्वंद्व
70. ‘मदनाष्टक’ इनमें से किसकी रचना है?
नंददास
गंग
ध्रुवदास
रहीम दास
‘मदनाष्टक’ ‘रहीम दास’ की रचना है।
71. ‘अयोग्य के पास अच्छी वस्तु’ इनमें से किस लोकोक्ति के लिए सटीक अर्थ है-
छठी का दूध याद आना
जिसकी लाठी उसकी भैंस
चोबे गये छब्बे होने, दूबे बनकर आये
छछूँदर के सिर में चमेली का तेल
‘अयोग्य के पास अच्छी वस्तु’ लोकोक्ति का अर्थ है- छछूँदर के सिर में चमेली का तेल
72. ‘परित्यक्ता’ शब्द इनमें से किस वाक्यांश के लिए प्रयुक्त होता है?
जिस स्त्री के पुत्र, पति हों।
वह स्त्री जिसका पति मर गया हो।
वह स्त्री जो पति द्वारा छोड़ दी गयी हो।
‘परित्यक्ता’ शब्द ‘वह स्त्री जो पति द्वारा छोड़ दी गयी हो।’ वाक्यांश के लिए प्रयुक्त होता है।
वह स्त्री जो परपुरुष से प्रेम करती हो।
73. “वे धर्म में विशिष्टाद्वैतवादी, विचारों में गाँधीवादी और साहित्य में अभिधावादी हैं।” -यह कथन मैथिलीशरण गुप्त के विषय में किसने कहा है?
डॉ. गणपतिचंद्र गुप्त
डॉ. हजारीप्रसाद द्विवेदी
डॉ. बच्चन सिंह
यह कथन ‘डॉ. बच्चन सिंह’ ने मैथिलीशरण गुप्त के विषय में कहा है।
डॉ. रामचंद्र शुक्ल
74. ‘अन्वयः’ शब्द का संधि-विच्छेद होगा-
अन् + वय:
अन + अय:
अनु + अय:
‘अन्वयः’ शब्द का संधि-विच्छेद- अनु + अय:
अनु + वय:
75. ‘लक्ष्मीपुरा’ इनमें से किस विधा की रचना है?
रिपोर्ताज
‘लक्ष्मीपुरा’ रिपोर्ताज विधा की रचना है जिसके लेखक शिवदान सिंह चौहान हैं। यह हिंदी का पहला रिपोर्ताज है।
संस्मरण
व्यंग्य
रेखाचित्र
76. निम्नलिखित में से किस शब्द में पंचमी तत्पुरुष समास है?
देशहितम्
स्वर्गपतितः
ग्रामगतः
‘ग्रामगतः’ शब्द में पंचमी तत्पुरुष समास है।
वाक्पटुः
77. निम्नलिखित में से किस साहित्यकार ने ‘कुट्टिचातन’ नाम से भी कुछ निबंध लिखे हैं?
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
डॉ. वासुदेव शरण अग्रवाल
जैनेन्द्र कुमार
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ ने ‘कुट्टिचातन’ नाम से भी कुछ निबंध लिखे हैं।
78. ‘लड़के ने रमेश को मारा।’ -इस वाक्य में ‘लड़के’ है-
एकवचन
‘लड़के ने रमेश को मारा।’ -इस वाक्य में ‘लड़के’ में एकवचन है।
बहुवचन
द्विवचन
एकवचन तथा बहुवचन दोनों
79. रचना-विधा की दृष्टि से ‘वोल्गा से गंगा’ है-
कहानी
रचना-विधा की दृष्टि से ‘वोल्गा से गंगा’ राहुल सांकृत्यायन का ‘कहानी’ है।
नाटक
उपन्यास
यात्रावृत्तान्त
80. ‘अचार’ शब्द इनमें से किस भाषा से आया है?
अंग्रेजी
पुर्तगाली
‘अचार’ शब्द ‘पुर्तगाली’ भाषा से आया है।
फ्रेंच
डच
47 प्रसाद की पंक्ति नहीं है श्री मान ,प्रिय प्रवास अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध का है
धन्यवाद अमित जी, ठीक कर दिया हूँ।
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