Delhi University BA (Hons.) 2nd Semester Hindi Core Course का Syllabus दो भागों DSC और GE में विभाजित है। Discipline Specific Core (DSC) के अंतर्गत कुल तीन पेपर हैं- हिंदी कविता: सगुण भक्तिकाव्य एवं रीतिकालीन काव्य, हिंदी साहित्य का इतिहास (आधुनिक काल), हिंदी निबंध एवं अन्य गद्य विधाएँ। कोर कोर्स Generic Electives (GE) के अंतर्गत कुल तीन पेपर हैं- पटकथा और संवाद लेखन, भाषा और समाज और हिंदी भाषा और लिपि का इतिहास।
हिंदी कविता: सगुण भक्तिकाव्य एवं रीतिकालीन काव्य
COURSE | हिंदी कविता: सगुण भक्तिकाव्य एवं रीतिकालीन काव्य |
---|---|
Nature of the Course | कोर कोर्स (DSC) 4 |
Total Credit | 4 |
Lecture | 3 |
Tutorial | 1 |
Practical | 0 |
Eligibility Criteria / Prerequisite | DSC |
Unit 1: (10 घंटे)
- गोस्वामी तुलसीदास: रामचरित मानस, (सुन्दर काण्ड)
गीताप्रेस, गोरखपुर
Unit 2: (10 घंटे)
- सूरदास- भ्रमरगीतसार: (संपादक) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
(नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी, नई दिल्ली)
पद संख्या- (4, 7, 21, 22, 23, 24, 25, 37, 52, 76, 85)
Unit 3: (10 घंटे)
- केशवदास- रामचंद्रिका: वन-गमन वर्णन
- बिहारी- बिहारी रत्नाकार: श्री जगनन्नाथदास ‘रत्नाकार’ (शिवाला, वाराणसी)
छंद संख्या- 1, 62, 103, 127, 128, 143, 180, 347
Unit 4: (15 घंटे)
- घनानंद- घनानंद (ग्रंथावली); संपा. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र; (वाणी वितान; बनारस- 1)
सुजानहित (1, 4, 7, 18, 19, 38, 41)
- भूषण- शिवभूषण तथा प्रकीर्ण रचना, विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
छंद संख्या – 50, 104, 411, 420, 443, 512
References
- सूरदास- रामचंद्र शुक्ल
- गोस्वामी तुलसीदास- रामचंद्र शुक्ल
- भक्ति आन्दोलन और सूरदास का काव्य- मैनेजर पांडेय
- बिहारी- विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
- भूषण- विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
- गिरिधर कविराय ग्रंथावली- संपा. डॉ. किशोरीलाल गुप्त
- घनानंद और स्वछंदतावादी काव्यधारा- मनोहरलाल गौड़
- रीतिकाव्य की भूमिका- डॉ. नगेंद्र
- कविवर बिहारीलाल और उनका युग- रणधीर प्रसाद शास्त्री
- भूषण और उनका साहित्य- राजमल बोरा
- हिंदी नीतिकाव्य का स्वरूप विकास- रामस्वरूप शास्त्री
- हिंदी साहित्य का उतरमध्यकाल: रीतिकाल- महेंद्र कुमार
- हिंदी साहित्य का वृहत इतिहास, भाग- 6, संपा. डॉ. नगेन्द्र
- घनानंद ग्रंथावली- विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
Additional Resources:
- सनेह को मारग- इमरै बंघा
- आर्या सप्तशती और बिहारी सतसई का तुलनात्मक अध्ययन- कैलाश नारायण तिवारी
- हिंदी साहित्य का इतिहास (आदिकाल से रीतिकाल तक)- पूरनचंद टंडन
हिंदी साहित्य का इतिहास (आधुनिक काल)
COURSE | हिंदी साहित्य का इतिहास (आधुनिक काल) |
---|---|
Nature of the Course | कोर कोर्स (DSC) 5 |
Total Credit | 4 |
Lecture | 3 |
Tutorial | 1 |
Practical | 0 |
Eligibility Criteria / Prerequisite | DSC |
Unit 1: 10 घंटे
- मध्यकालीन बोध तथा आधुनिक बोध (नवजागरण की पृष्ठभूमि)
- नवजागरण की परिस्थितियाँ और भारतेन्दु युग
- महावीर प्रसाद द्विवेदी: हिंदी पत्रकारिता और खड़ी बोली आंदोलन
- स्वाधीनता आंदोलन और नवजागरणकालीन चेतना का उत्कर्ष, विभिन्न वैचारिक मत और हिंदी साहित्य से उनका संबंध
Unit 2: 10 घंटे
- कथा साहित्य का विकास
- नाटक का विकास
- निबंध और अन्य गद्य विधाएँ (संस्मरण, यात्रा आख्यान, डायरी, रिपोर्ताज, रेखाचित्र, साक्षात्कार साहित्यिक पत्रकारिता और लघु पत्रिका)
- आलोचना का विकास
Unit 3: 10 घंटे
- छायावाद: परिवेश और प्रवृत्तियाँ
- उतर छायावाद: परिवेश और प्रवृत्तियाँ
- प्रगतिवाद: परिवेश और प्रवृत्तियाँ
- प्रयोगवाद: परिवेश और प्रवृत्तियाँ
- नयी कविता: परिवेश और प्रवृत्तियाँ
Unit 4: 15 घंटे
- साठोत्तरी कविता, नवगीत, समकालीन कविता
- समकालीन कथा और कथेतर साहित्य
- आलोचना और संहित्यिक पत्रकारिता
- अस्मितामूलक विमर्श: दलित, आदिवासी और स्त्री
References:
- हिंदी साहित्य का इतिहास- रामचंद्र शुक्ल
- हिंदी साहित्य का इतिहास- संपादक -नगेन्द्र
- हिंदी साहित्य का सरल इतिहास- विश्वनाथ त्रिपाठी
- आधुनिक साहित्य की प्रवृतियाँ- नामवर सिंह
- हिंदी का गद्य साहित्य- रामचन्द्र तिवारी
- हिंदी साहित्य और संवेदना का विकास- रामस्वरूप चतुर्वेदी
- हिंदी गद्य: विन्यास और विकास- रामस्वरूप चतुर्वेदी
- आधुनिक साहित्य- नंददुलारे वाजपेयी
additional Resources:
- शिवसिंह सरोज- शिवसिंह सेंगर
- हिंदी नवरत्न- मिश्र बंधु
- समकालीन हिंदी कविता- विश्वनाथ प्रसाद तिवारी
- हिंदी नाटक: नयी परख- संपादक. रमेश गौतम
- कथेतर- माधव हाड़ा
- भारतेन्दु प्रसाद द्विवेदी और हिंदी नवजागरण- रामविलास शर्मा
- महावीर प्रसाद द्विवेदी और हिंदी नवजागरण- रामविलास शर्मा
- छायावाद- नामवर सिंह
- कविता के नए प्रतिमान- नामवर सिंह
- तारसप्तक और दूसरा सप्तक (पहला संस्करण और दूसरा संस्करण की भूमिकाएँ) –
- संपादक- अज्ञेय
- हिंदी नवगीत: उद्भव और विकास- राजेंद्र गौतम
- सामाजिक न्याय और दलित साहित्य- स. श्यौराज सिंह ‘वेचैन’
- आधी दुनिया का सच- कुमुद शर्मा
- आदि-धर्म- रामदयाल मुंडा
- आदिवासी साहित्य की भूमिका- गंगा सहाय मीणा
हिंदी निबंध एवं अन्य गद्य विधाएँ
COURSE | हिंदी निबंध एवं अन्य गद्य विधाएँ |
---|---|
Nature of the Course | कोर कोर्स (DSC) 6 |
Total Credit | 4 |
Lecture | 3 |
Tutorial | 1 |
Practical | 0 |
Eligibility Criteria / Prerequisite | DSC |
Unit 1: निबंध (10 घंटे)
- बालकृष्ण भट्ट- जातियों का अनूठापन (नेशनल चार्टर) (भट्ट निबंधमाला, द्वितीय भाग, नागरीप्रचारिणी सभा, काशी)
- सरदार पूर्ण सिंह- आचरण की सभ्यता
Unit 2: निबंध (10 घंटे)
- रामचंद्र शुक्ल- करूणा
- हजारीप्रसाद द्विवेदी- भारतवर्ष की सांस्कृतिक समस्या
Unit 3: जीवनी एवं व्यंग्य (10 घंटे)
- रामविलास शर्मा- निराला की साहित्य साधना’ भाग -1 से ‘नए संघर्ष’ शीर्षक अध्याय
- हरिशंकर परसाई- सदाचार का ताबीज
Unit 4: संस्मरण एंव यात्रावृतांत (15 घंटे)
- संरमरण: अज्ञेय के साथ- आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री, ‘हंसबलाका’ से
- यात्रा वृतांत: राहुल सांकृत्यायन- अथातो घुमक्कड़ जिज्ञासा
References:
- हिंदी का गद्य साहित्य- रामचंद्र तिवारी
- हिंदी साहित्य और संवेदना का विकास- रामस्वरूप चतुर्वेदी
- रामचंद्र शुक्ल संचयन- सं. नामवर सिंह (साहित्य अकादेमी)
- हजारी प्रसाद द्विवेदी संकलित निबंध- सं. नामवर सिंह (नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया)
- हिंदी आत्मकथा: सिद्धांत और स्वरूप विश्लेषण- विनीता अग्रवाल
- हिंदी गद्य: विन्यास और विकास- रामस्वरूप चतुर्वेदी
- भरतेन्दु युग – रामविलास शर्मा
- छायावादोतर हिंदी गद्य साहित्य- विश्वनाथ प्रसाद तिवारी
- आधुनिक हिंदी गद्य का साहित्य- हरदयाल
- गद्यकार आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री- पाल वसीन
- साहित्य से संवाद- गोपेश्वर सिंह
- निबंधों की दुनिया- विजयदेव नारायण साही, प्र.सं. निर्मला जैन, हरिमोहन शर्मा
पटकथा और संवाद लेखन
COURSE | पटकथा संवाद लेखन |
---|---|
Nature of the Course | GE/ Language |
Total Credit | 4 |
Lecture | 3 |
Tutorial | 1 |
Practical | 0 |
Eligibility Criteria / Prerequisite | DSC |
Unit 1: (10 घंटे)
- पटकथा अवधारणा और स्वरूप
- पटकथा लेखन के तत्व
- पटकथा लेखन की प्रक्रिया
Unit 2: (10 घंटे)
- फीचर फिल्म की पटकथा
- डॉक्यूमेंट्री की पटकथा
- धारावाहिक की पटकथा
Unit 3: (10 घंटे)
- संवाद लेखन की प्रक्रिया
- संवाद लेखन की विशेषताएँ
- संवाद संरचना
Unit 4: (15 घंटे)
- टी.वी. धारावाहिक का संवाद लेखन
- डॉक्यूमेंट्री का संवाद लेखन
- फीचर फिल्म का संवाद लेखन
References:
- पटकथा लेखन: मनोहर श्याम जोशी
- कथा पटकथा: मन्नू भंडारी
- रेडियो लेखन: मधुकर गंगाधर
- टेलीविजन लेखन: असगर वजाहत, प्रभात रंजन
भाषा और समाज
Generic Elective- (GE) /Language
COURSE | भाषा समाज |
---|---|
Nature of the Course | GE/ Language |
Total Credit | 4 |
Lecture | 3 |
Tutorial | 1 |
Practical | 0 |
Eligibility Criteria / Prerequisite | DSC |
Unit 1: (10 घंटे)
- भाषा और समाज का अंतसंबंध
- समाज भाषाविज्ञान और उसका स्वरूप
- भाषा और सामाजिक व्यवहार
Unit 2: (10 घंटे)
- भाषाई विविधता और भाषिक समुदाय
- भाषा और समुदाय
- भाषा और जाति
Unit 3: (10 घंटे)
- भाषा और वर्ग
- भाषा अस्मिता और जेंडर
- भाषा और संस्कृति
Unit 4: (15 घंटे)
- भाषा सर्वेक्षण
- भाषा सर्वेक्षण: स्वरूप और प्रविधि
- भाषा नमूनों का सर्वेक्षण और विश्लेषण
References:
- भाषा और समाज- रामविलास शर्मा
- हिंदी भाषा चिंतन- दिलीप सिंह
- आलोचना की सामाजिकता- मैनेजर पांण्डेय
- सांझी सांस्कृतिक विरासत के आईने में भारतीय साहित्य- मंजु मुकुल, हर्ष बाला
Additional Resources:
- Socio Linguistics: An Introduction to Language and Society — Peter Trudgill
- Socio Linguistics- R. A. Hudson
- An Introduction to Socio Linguistics- Ronald Wordhaugh
- The Shadow of Language- George Yule
हिंदी भाषा और लिपि का इतिहास
COURSE | हिंदी भाषा और लिपि का इतिहास |
Nature of the Course | GE/ Language |
Total Credit | 4 |
Lecture | 3 |
Tutorial | 1 |
Practical | 0 |
Eligibility Criteria / Prerequisite | DSC |
Unit 1: हिंदी भाषा के विकास की पूर्वपीठिका (10 घंटे)
- भारोपीय भाषा-परिवार एवं आर्यभाषाएँ (पालि, प्राकृत, अपभ्रंश आदि)
- हिंदी का आरंभिक रूप
- ‘हिंदी’ शब्द का अर्थ एवं प्रयोग
- हिंदी का विकास (आदिकाल, मध्यकाल, आधुनिककाल)
Unit 2: हिंदी भाषा का क्षेत्र एंव विस्तार (10 घंटे)
- हिंदी भाषा: क्षेत्र एवं बोलियाँ
- हिंदी के विविध रूप (बोलचाल की भाषा, राष्ट्रभाषा, राजभाषा, संपर्क-भाषा)
- हिंदी का अखिल भारतीय स्वरूप
Unit 3: लिपि का इतिहास (10 घंटे)
- भाषा और लिपि का अंतस्संबंध
- लिपि के आरंभिक रूप (चित्रलिपि, भावलिपि, ध्वनि-लिपि)
- भारत में लिपि का विकास
Unit 4: देवनागरी लिपि (15 घंटे)
- देवनागरी लिपि का परिचय एंव विकास
- देवनागरी लिपि का मानकीकरण
- देवनागरी लिपि की विशेषताएँ
- देवनागरी लिपि और कम्प्यूटर
References:
- हिंदी भाषा का इतिहास- धीरेंद्र वर्मा
- भारतीय पुरालिपि- डॉ. रामबली पाण्डेय (लोकभारती प्रकाशन)
- हिंदी भाषा का उद्गम और विकास- उदयनारायण तिवारी
- हिंदी भाषा की पहचान से प्रतिष्ठा तक- डॉ. हनुमानप्रसाद शुक्ल
- लिपि की कहानी- गुणाकर मुले
- भाषा और समाज- रामविलास शर्मा