सर्वनाम की परिभाषा, प्रकार एवं उदाहरण | pronoun
सर्वनाम
संज्ञा के बार-बार प्रयोग को रोकने के लिए उसके स्थान पर जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें सर्वनाम (pronoun) कहते हैं। अर्थात जिन शब्दों का...
रस की परिभाषा, भेद और उदाहरण | ras ki paribhasha
‘रसस्यतेऽसौ इति रसः’ के रूप में रस शब्द की व्युत्पत्ति हुई है, अर्थात् जो चखा जाय या जिसका आस्वादन किया जाय ‘अथवा’ जिससे आनन्द...
संज्ञा की परिभाषा, प्रकार एवं उदाहरण
संज्ञा की परिभाषा: किसी भी व्यक्ति, प्राणी, वस्तु, स्थान, गुण, जाति या भाव, दशा आदि के नाम को संज्ञा (sangya) कहते हैं। वासुदेवनंदन प्रसाद के अनुसार ‘संज्ञा (noun) उस विकारी शब्द को...
अलंकार की परिभाषा, भेद और उदाहरण
अलंकार क्या है
काव्य की शोभा बढ़ानेवाले उपकरणों को अलंकार करते हैं। जैसे अलंकरण धारण करने से शरीर की शोभा बढ़ जाती है, वैसे ही अलंकरण...
उपसर्ग की परिभाषा, भेद और उदाहरण | upsarg
उपसर्ग
“उपसर्ग उस शब्दांश या अव्यय को कहते है, जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ प्रकट करता है।” तात्पर्य यह है की...
विशेषण, विशेष्य और प्रविशेषण | visheshan
विशेषण की परिभाषा:
जिस शब्द से संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता प्रगट हो उसे विशेषण (visheshan) कहते हैं। विशेषण ऐसा विकारी शब्द होता है, जो सर्वथा संज्ञा या सर्वनाम...
शब्द शक्ति की परिभाषा और प्रकार | shabd shkti
शब्द शक्ति क्या है?
शब्द या शब्द समूह में जो अर्थ छिपा होता है, उसे प्रकाशित करने वाली शक्ति का नाम शब्द शक्ति (shabd shakti)...
samas | समास की परिभाषा, भेद और उदाहरण
समास क्या है?
समास (samas) का शाब्दिक अर्थ होता है- सक्षेप या संक्षिप्तीकरण। संक्षिप्तीकरण की यह प्रकिया शब्दों को पास-पास (सम् + आस = पास बिठाना)...