इस पोस्ट में आप समकालीन नाट्य आलोचकों के आलोचना ग्रंथो की सूची पढ़ सकते हैं। समकालीन हिन्दी नाट्यआलोचना में कई महत्वपूर्ण आलोचक उभर कर आए। जिन्होंने न केवल समकालीन नाटक और रंगमंच की दिशा बदल कर रख दिया अपितु कई आलोचना ग्रंथ भी लिखे। प्रमुख नाट्य आलोचकों और उनके ग्रंथों के बारे में नीचे दिया जा रहा है। samkalin hindi naty aalochna aur aalochk के अंतर्गत प्रमुख नाट्यआलोचना की सूची नीचे दी जा रही है-
नेमिचंद्र जैन
1. अधूरे साक्षात्कार
2. रंग-दर्शन
3. भारतीय नाट्य परम्परा
4. आधुनिक हिंदी नाटक और रंगमंच
5. रंग परम्परा
6. दृश्य- अदृश्य
7. तीसरा पाठ
8. बदलते परिदृश्य
9. जनातिक
10.
नेमिचंद्र जैन
गिरीश रस्तोगी
प्रसाद का कथा-साहित्य
मोहन राकेश और उनके नाटक
समकालीन नाटक की संघर्ष चेतना
हिंदी नाटक का आत्मसंघर्ष
गिरीश रस्तोगी
जयदेव तनेजा
हिंदी रंगादोलन के संदर्भ में मोहन राकेश के नाटकों का योगदान
मोहन राकेश : रंग-शिल्प और प्रदर्शन
आधुनिक नाट्य-विमर्श
जयदेव तनेजा
देवेन्द्र राज अंकुर
1. दर्शन-प्रदर्शन
2. रंग-कोलाज
3. पहला रंग
4. रंगमंच का सौंदर्यशास्त्र
5. सातवाँ रंग
6. पढ़ते सुनते देखते
7. अंतरंग बहिरंग
8. रंगदर्शन
देवेन्द्र राज अंकुर
समकालीन हिंदी नट्यालोचना के अन्य आलोचक और आलोचना ग्रंथ-
1. गोविन्द चातक
नाटककार : जगदीशचंद्र माथुर,आधुनिक नाटक के अग्रदूत मोहन राकेश
2. सत्येन्द्र तनेजा
नाटककार भारतेंदु की रंग-परिकल्पना
3. दशरथ ओझा
हिंदी नाटक : उद्भव और विकास,आज का हिंदी नाटक : प्रगति और प्रभाव
4. प्रयाग शुक्ल
आज की कला
5. हृषिकेश सुलभ
रंग-अरंग,रंगमंच का जनतंत्र
6. सिद्धनाथ कुमार
हिंदी एकांकी
7. स्वयंप्रकाश
रंगशाला में एक दोपहर
8. कमला प्रसाद
रचना और आलोचना की द्वन्द्वात्मकता,दरअसल
9. भवदेव पाण्डेय
भारतेंदु हरिश्चन्द्र : नए परिदृश्य,बंगमहिला : नारीमुक्ति का संघर्ष,आचार्य रामचंद्र शुक्ल : आलोचना के नए मानदंड