समकालीन आलोचक और आलोचना ग्रंथ सूची-
समकालीन आलोचकों में कई सामार्थवान आलोचक उभर कर आए जिन्होंने हिंदी साहित्य के न केवल अपना नाम दर्ज किया बल्कि हिंदी आलोचना की दशा और दिशा बदल दी। कई आलोचक अब भी सक्रिय हैं। इस पोस्ट में आप समकालीन आलोचकों के आलोचना ग्रंथो की सूची पढ़ सकते हैं। samkalin alochna aur aalochak में महत्वपूर्ण आलोचकों को ही शामिल किया गया है जो प्रतियोगी परीक्षाओं में पुछे जाते रहे हैं। प्रमुख समकालीन आलोचकों और उनके ग्रंथों की सूची दी जा रही है-
रामचन्द्र तिवारी
1. हिंदी का गद्य साहित्य | 2. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल |
3. हिंदी आलोचना : शिखरों से साक्षात्कार | 4. हिंदी आलोचना संदर्भ और दृष्टि |
5. रीतिकालीन हिंदी कविता और सेनापति | 6. मध्ययुगीन काव्य साधना |
7. कबीर मीमांसा | 8. आचार्य रामचंद्र शुक्ल आलोचना कोष |
9. भारतीय काव्यशास्त्र की रुपरेखा | 10. हिंदी आलोचना पर पश्चात् प्रभाव |
नित्यानंद तिवारी
1. आधुनिक साहित्य और इतिहास-बोध | 2. साहित्य का स्वरूप |
3. सृजनशीलता का संकट | 4. |
मैनेजर पाण्डेय
1. शब्द और कर्म | 2. साहित्य और इतिहास दृष्टि |
3. भक्ति आन्दोलन और सूरदास का काव्य | 4. साहित्य के समाजशात्र की भूमिका |
5. संकट के वावजूद | 6. अनभै सांचा |
वीर भारत तलवार
1. किसान, राष्ट्रीय आंदोलन और प्रेमचंद | 2. राष्ट्रीय नवजागरण और साहित्य |
3. रस्साकशी | 4. |
भागीरथी मिश्र
1. काव्यशास्त्र | 2. हिंदी काव्यशास्त्र का इतिहास |
3. हिंदी साहित्य का परिचयात्मक इतिहास | 4. काव्य मनीषा |
5. काव्य रस : चिंतन और आस्वाद | 6. हिंदी रीति साहित्य |
7. निराला काव्य का अध्ययन | 8. महाकवि तुलसीदास और युग संदर्भ |
डॉ. धर्मवीर
1. हिंदी की आत्मा | 2. ‘एक : कबीर : डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी का प्रक्षिप्त चिंतन’ |
3. ‘दो : कबीर और रामानंद : किवदंतियां’ | 4. ‘तीन : कबीर : बाज भी, कपोत भी, पपीहा भी’ |
5. कबीर: ‘खसम खुशी क्यों होय? | 6. महान आजीवक: कबीर, रैदास और गोसाल |
7. कबीर के आलोचक | 8. कबीर के कुछ और आलोचक |
9. प्रेमचन्द की नीली आँखें | 10. प्रेमचन्द: सामन्त का मुंशी |
11. अशोक बनाम वाजपेयी: अशोक वाजपेयी | 12. जूठन’ का लेखक कौन है? |
13. दलित चिन्तन का विकास | 14. दलित आत्मालोचन की प्रक्रिया |
15. दलित आत्मालोचन की प्रक्रिया | 16. कामसूत्र की सन्तानें |
17. थेरीगाथा की स्त्रियाँ और डॉ. अम्बेडकर | 18. सन्त रैदास का निर्वर्ण सम्प्रदाय |
19. लोकायती वैष्णव विष्णु प्रभाकर | 20. सीमन्तनी उपदेश (सम्पादित) |
21. कबीर: सूत न कपास | 22. |
उदयभानु सिंह
1. महावीर प्रसाद द्विवेदी और उनका युग | 2. तुलसी दर्शन मीमांसा |
3. तुलसी काव्य मीमांसा | 4. तुलसीदास |
विश्वंम्भर ‘मानव’
1. हिंदी साहित्य का सर्वेक्षण-(1- गद्य खंड, 2- काव्य खंड) | 2. काव्य का देवता : निराला |
3. रस-छंद-अलंकार | 4. नयी कविता : नये कवि |
5. महादेवी की रहस्य-साधना | 6. प्राचीन कवि |
शम्भूनाथ
1. साहित्य और जन-संघर्ष | 2. बौद्धिक उपनिवेशवाद की चुनौती और रामचन्द्र शुक्ल |
3. प्रेमचंद का मूल्यांकन | 4. दूसरे नवजागरण की ओर |
5. संस्कृति की उत्तर कथा | 6. दिनकर : कुछ पुनर्विचार |
7. तीसरा यथार्थ | 8. मिथक और आधुनिक कविता |
9. संस्कृति की उत्तरकथा | 10. भारतीय अस्मिता और हिंदी |
11. कवि की नई दुनियाँ | 12. हिंदी उपन्यास : राष्ट्र और हाशिया |
कृष्णदत्त पालीवाल
1. भवानीप्रसाद मिश्र का काव्य संसार | 2. सर्वेश्वर और उनकी कविता |
3. समय से संवाद | 4. सीय राममय सब जग जानी |
5. सुमित्रानंदन पंत | 6. आचार्य रामचंद्र शुक्ल का चिंतन जगत |
7. हिंदी आलोचना : समकालीन परिदृश्य | 8. हिंदी का आलोचना पर्व |
9. सृजन का अंतरपाठ | 10. अज्ञेय : कवि-कर्म का संकट |
पुरुषोत्तम अग्रवाल
1. अकथ कहानी प्रेम की : कबीर की कविता और उनका समय | 2. संस्कृति : वर्चस्व और प्रतिरोध |
3. निज ब्रम्ह विचार : धर्म, समाज और धर्मेतर अध्यात्म | 4. विचार का अनंत |
हिंदी साहित्य के अन्य समकालीन आलोचक और आलोचना ग्रंथ-
1. रविन्द्र नाथ श्रीवास्तव | शैली विज्ञान की भूमिका, संरचनात्मक शैली विज्ञान |
2. कर्मेंदु शिशिर | नवजागरण और संस्कृति |
3. चमनलाल | यशपाल के उपन्यास |
4. डॉ. नरेंद्र मोहन | लम्बी कविताओं का रचना-विधान,समकालीन कविता के बारे में |
5. नरेंद्र कोहली | प्रेमचंद, प्रेमचंद के साहित्य सिद्धांत,हिंदी उपन्यास : सृजन और सिद्धांत |
6. विष्णुकांत शस्त्री | ज्ञान और कर्म, तुलसी के हिय हेरि,भक्ति और शरणागति |
7. तारक नाथ बाली | भारतीय काव्यशास्त्र,पाश्चात्य काव्यशास्त्र |
8. कामताप्रसाद गुरु | हिंदी व्याकरण,संक्षिप्त हिंदी व्याकरण |
9. भोलानाथ तिवारी | अभिव्यक्ति विज्ञान,हिंदी भाषा का इतिहास,हिंदी भाषा की संरचना |
10. विपिन कुमार अग्रवाल | आधुनिकता के पहलू,सृजन के परिवेश |
11. काशीनाथ सिंह | आलोचना भी रचना है,लेखक की छेड़छाड़ |
12. विजयपाल सिंह | केशव का आचार्यत्व,हिंदी साहित्य का समीक्षात्मक इतिहास |
13. कुंवरपाल सिंह | नवजागरण और हिंदी साहित्य,मार्क्सवादी सौन्दर्यशास्त्र और हिंदी उपन्यास |
14. श्रीलाल शुक्ल | अज्ञेय : कुछ रंग, कुछ राग, कुछ साहित्य चर्चा भी |
15. सत्यदेव मिश्र | भाषा और समीक्षा के विंदु,हिंदी साहित्य का उत्तरवर्ती काल |
16. सत्यप्रकाश मिश्र | कृति-विकृति संस्कृति,हिंदी आलोचना में बौद्धिकता (सं.) |
17. लीलाधर मंडलोई | कवि का गद्य |
18. गोविन्द प्रसाद | कविता के सम्मुख,कविता का पार्श्व,त्रिलोचन के बारे में (सं.) |
19. अमरनाथ | हिंदी आलोचना की पारिभाषिक शब्दावली |
20. अर्चना वर्मा | निराला के सृजन सीमांत |
21. भारत यायावर | रेणु का है अंदाजे बयां और,आलोचना का अदृश्य पक्ष |
22. अशोक चक्रधर | मुक्तिबोध की कविताई,मुक्तिबोध की समीक्षाई |
23. प्रणय कृष्ण | अज्ञेय का काव्य,उत्तर औपनिवेशिकता के श्रोत और हिंदी साहित्य |
24. राजेन्द्र प्रसाद सिंह | भारत में नाग-परिवार की भाषाएँ,हिंदी की लंबी कविताओं का आलोचना पक्ष |
25. रेखा अवस्थी | प्रगतिवाद और समांतर साहित्य,राग दरबारी : आलोचना की फ़ांस |
26. कमल किशोर गोयनका | प्रेमचंद की कहानी-यात्रा और भारतीयता |
27. सत्यकाम | भारतीय उपन्यास की दिशाएं |
28. भगवान सिंह | तुलसी और गाँधी |
29. शम्भुगुप्त | साहित्य सृजन : बदलती प्रक्रिया |
30. जितेन्द्र श्रीवास्तव | रचना का जीवद्रव्य,‘भारतीय समाज, राष्ट्रवाद और प्रेमचंद’ |
31. दुर्गाप्रसाद गुप्त | आधुनिकतावाद और साहित्य |
32. ओमप्रकाश वाल्मीकि | मुख्यधारा और साहित्य |
33. गोपेश्वर सिंह | भक्ति आंदोलन के सामाजिक आधार,आलोचना का नया पाठ |
34. देवेन्द्र चौबे | समकालीन कहानी का समाजशास्त्र,हमारे समय का साहित्य,साहित्य का नया सौन्दर्यशास्त्र |
35. समीक्षा ठाकुर | आचार्य रामचंद्र शुक्ल के इतिहास की रचना प्रक्रिया,आचार्य शुक्ल के समीक्षा-सिद्धांत और गीता रहस्य |