फोटो पत्रकारिता का स्वरूप | photo patrakarita

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फोटो पत्रकारिता का स्वरूप

फोटोग्राफी (photography)

फोटोग्राफी शब्द ‘फोटोज’ और ‘ग्राफी’ के मेल से बना है। ग्रीक भाषा में फोटोज का अर्थ ‘प्रकाश’ और ग्राफी का अर्थ ‘उद्रेखण’ या ‘चित्रित करना’ होता है। अत: प्रकाश के माध्यम से जो भी चित्रित किया जाए, फोटोग्राफी कहलाता है। फोटोग्राफी को हिंदी में छायांकन या छायाचित्रण कहा जाता है। photography को कहीं-कहीं ‘फोटो चित्रण’ भी कहा जाता है। फोटोग्राफी कला भी है, विज्ञान और व्यवसाय भी। आधुनिक युग में मानव जीवन के विभिन्न आवश्यकताओं एवं क्रियाकलापों में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उद्योग, व्यापार, मनोरंजन आदि के साथ पत्रकारिता के क्षेत्र में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

फोटो पत्रकारिता (Photo Journalism)

यह पत्रकारिता का अभिन्न हिस्सा है। पत्रकारिता में स्पष्टता, आकर्षण और सुरुचि बढ़ाने के लिए फोटोग्राफी का प्रयोग किया जाता है। सचित्र प्रकाशन करने से समाचार प्रभावी बन जाता है। दुनिया की समस्त भाषाओं में फोटो समाचारों की भाषा सबसे सरल होती है। फोटो समाचार तथा रिपोर्ताज को जीवंतता प्रदान करते हैं। कभी-कभार बिना विवरण के भी प्रकाशित एक चित्र जो कह देता है, उसे हजारों पन्नों की रपट भी स्पष्ट नहीं कर पाती। चित्र शब्द रहित काव्य है। एक चीनी कहावत भी है-

‘एक चित्र एक हजार शब्दों के बराबर होता है।’

‘फोटोग्राफी का सबसे उत्कृष्ट नमूना उस फोटोग्राफ को माना जाता है जो बिना कुछ लिखे ही लोगों तक अपना संदेश पहुंचा दे।’ उदाहरण के रूप में पूर्वी बंगाल के लाखों शरणार्थी जब पाकिस्तान के अत्याचारों से पीड़ित होकर भारत में चले आये तब गोंद में अपने बच्चे को लिए एक शरणार्थी महिला के चित्र ने विश्व में शरणार्थियों के प्रति ऐसी भावना पैदा की जिसे सौकड़ों लेख और संपादकीय भी न कर पाये।

इसी तरह मात्र एक फोटो से अब्राहम लिंकन को 1860 में राष्ट्रपति चुनाव जीतने में काफी सहयोग मिला। चूँकि लिंकन को गंवार और कुरूप व्यक्ति कह कर प्रचारित किया गया था, लेकिन मैथ्युब्राडी ने लिंकन की सुंदर फोटो खींचकर, लिंकन के विरुद्ध किये गये दुष्प्रचार का करारा जबाब दिया।

फोटोजर्नलिज्म एक प्रकार की पत्रकारिता है जिसमें तस्वीरों और कैप्शन का उपयोग किया जाता है। यह दुनिया भर में होने वाली घटनाओं का दस्तावेजीकरण और व्याख्या करने और उन्हें प्रिंट, डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से व्यापक दर्शकों के साथ साझा करने का एक तरीका है। यह हमारे आसपास की दुनिया का दस्तावेजीकरण और व्याख्या करने का एक महत्वपूर्ण और शक्तिशाली तरीका है।

फोटो पत्रकारिता की परिभाषा

समाचारों से संबंधित चित्र ‘फोटो पत्रकारिता’ कहलाती है। कबीर के शब्दों में फोटो पत्रकारिता ‘लिखा-लिखी की बात नहि, देखा-देखी बात’ है। फोटोजर्नलिज्म विज़ुअल स्टोरीटेलिंग का एक रूप है जो वर्तमान घटनाओं, समाचार कहानियों और सामाजिक मुद्दों पर रिपोर्ट करने और दस्तावेज करने के लिए छवियों का उपयोग करता है। फोटो पत्रकार समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और अन्य मीडिया आउटलेट्स के लिए तस्वीरों के माध्यम से कहानी के सार को पकड़ने और व्यक्त करने के लिए काम करते हैं। वे अक्सर तेज-तर्रार और कभी-कभी खतरनाक वातावरण में काम करते हैं, और उनकी छवियों का जनमत और नीति पर शक्तिशाली प्रभाव पड़ता है।

फोटोजर्नलिज्म के बारे में एक प्रसिद्ध उद्धरण मार्गरेट बॉर्के-व्हाइट का है, जो एक अग्रणी अमेरिकी फोटो जर्नलिस्ट हैं। उसने कहा, “फोटोग्राफी महसूस करने का, छूने का, प्यार करने का एक तरीका है। फिल्म में आपने जो पकड़ा है उसे हमेशा के लिए कैद कर लिया जाता है… यह छोटी चीजों को याद रखता है, लंबे समय के बाद जब आप सब कुछ भूल जाते हैं।” यह उद्धरण इस विचार को दर्शाता है कि फोटोग्राफी में समय पर क्षणों को पकड़ने और संरक्षित करने की शक्ति है, और उन भावनाओं और यादों को संजोने की शक्ति है जो अन्यथा खो सकती हैं।

एक उत्तम फोटो को परिभाषित करना चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि प्रत्येक दर्शक, फोटो को अपने गुण-कर्म व सोच के आधार पर देखता और समझता है। परंतु एक उत्तम फोटोग्राफ में कुछ गुण होना आवश्यक है, जैसे- प्रत्येक फोटोग्राफ की विषयवस्तु होनी चाहिए और कंपोजीशन (रचना) और लुभानेवाला होना चाहिए।

फोटो पत्रकारिता में फोटो के गुण

  1. समाचार पत्रों के अच्छे फोटो के निम्नलिखित गुण होने चाहिए-
  2. फोटो में समाचार तत्त्व का प्रकाशन होना चाहिए।
  3. न्यूज प्रिंट प्रकाशन हेतु फोटो गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए।
  4. स्थिरता की जगह गतिशीलता और क्रियाशीलता चित्र में होनी चाहिए।
  5. फोटो को समाचार वस्तु पर विशेष तौर पर फोकस होना चाहिए।
  6. फोटो के रंग और टोन में विरोधाभाष नहीं होना चाहिए।
  7. फोटो प्रसांगिक और विश्वसनीय होनी चाहिए।

फोटो पत्रकारिता के लाभ (Advantages of Photo Journalism)

फोटोग्राफी सदैव सार्वभौम भाषा बोलती है और सभी को आकर्षित भी करती है। यह भाषा और प्रिंट में रह गई कमियों तथा बाधा को दूर करती है। इसके निम्नलिखित लाभ हैं-

  1. भाषा में आने वाली बाधा को इसके प्रयोग से दूर किया जा सकता है।
  2. तस्वीरों द्वारा पाठकों एवं दर्शकों पर शक्तिशाली भावनात्मक प्रभाव डाला जा सकता है।
  3. लोगों की अभिरुचि और दृष्टिकोण को इसके माध्यम से बदला जा सकता है।
  4. यह किसी घटना या मुद्दे के सार को लिखित या मौखिक अभिव्यक्ति की अपेक्षा सही ढंग से पकड़ सकती हैं।
  5. तस्वीरों को जल्दी से कैप्चर और प्रसारित किया जा सकता है।

फोटो पत्रकारिता का इतिहास (History of Photo Journalism)

फोटो पत्रकारिता 19वीं शताब्दी के मध्य में शुरू हुआ, फोटोग्राफी के आविष्कार के तुरंत बाद, और प्रौद्योगिकी में सुधार के साथ वर्षों में विकसित हुआ। हम सभी जानते हैं कि 1839 ई. में विलियम हेनरी फाक्स ने नेगेटिव से पाजिटिव बनाने की फोटो प्रक्रिया का अविष्कार किया। जिसके परिणाम स्वरूप फोटो के माध्यम से समाचारों के प्रसारण को पत्रों ने महत्त्व दिया। फोटो के माध्यम से समाचारों के प्रसारण की सर्वप्रथम शुरुआत वर्ष 1842 में लंदन में ‘इलेस्ट्रेटेड लंदन न्यूज’ ने किया। इसके बाद अमेरिका ने भी अपनाया।

अमेरिका-स्पेन युद्ध, प्रथम विश्व युद्ध, क्रीमिया युद्ध तथा स्पेन के गृह युद्ध के समय फोटो पत्रकारिता पनपी। उस समय मैथ्यू ब्राडी, जिमी हेयर, रोजर फेंटन, जे.सी. हेमंत आदि नें युद्धों के रोचक फोटोग्राफी किया। इनकी तस्वीरों ने युद्ध की वास्तविकताओं की दुर्लभ झलक प्रदान की और समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में व्यापक रूप से प्रकाशित हुई। इसके बाद धीरे-धीरे फोटो पत्रकारिता का विकास होता रहा। फोटो पत्रकारिता की शुरुआत युद्ध की रिपोर्टिंग से हुई परंतु बाद में समरोहों, उत्सवों, समाचार आदि पर भी होने लगा।

20वीं शताब्दी में, फोटो पत्रकारिता की लोकप्रियता में वृद्धि जारी रही, और फोटोग्राफरों ने राजनीतिक क्रांतियों, सामाजिक आंदोलनों और प्राकृतिक आपदाओं सहित घटनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला का दस्तावेजीकरण करने के लिए छवियों का उपयोग करना शुरू कर दिया। इस अवधि की कई प्रतिष्ठित छवियां, जैसे कि वियतनाम युद्ध के दौरान नैपालम लड़की की तस्वीर, दुनिया की सामूहिक स्मृति में अंकित हो गई हैं।

जैसे-जैसे तकनीक उन्नत हुई है, फोटोजर्नलिज्म कई मायनों में बदल गया है। डिजिटल कैमरों और सोशल मीडिया के आगमन के साथ, फोटोग्राफरों के लिए अपने काम को व्यापक दर्शकों के साथ साझा करना आसान हो गया है, और लोगों के लिए दुनिया भर से फोटोजर्नलिज्म तक पहुंचना और देखना आसान हो गया है। आज, फोटो पत्रकारिता महत्वपूर्ण घटनाओं और मुद्दों के बारे में दस्तावेजीकरण और जनता को सूचित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

फोटो पत्रकारिता का सेलब्स देखें- फोटो पत्रकारिता (GE)

फोटोजर्नलिज्म की मूल बातें (Basics of photojournalism)

1. प्रकाश (Light)

प्रकाश एक फ्रेम में महत्वपूर्ण पहलुओं पर जोर देता है और एक शॉट में एक निश्चित मूड बनाने में सहायता करता है। यह कैसे हाइलाइट्स और छाया का मिश्रण उत्पन्न कर सकता है, प्रकाश भी एक छवि को गहराई प्राप्त करने और इसके बनावट को बढ़ाने में सहायता कर सकता है।

2. रंग (Color)

एक तस्वीर में प्रमुख तत्वों में से एक जो इसके गूढ़, रोमांचकारी, निराशाजनक या निराशाजनक एहसास में योगदान देता है, वह रंग है। मजबूत छवियों को मजबूत भावनाओं को जगाना चाहिए, और ऐसा करने के लिए हमारा एक मुख्य साधन रंग है। दोबारा, यह एक जटिल विषय है जो इस ब्लॉग के दायरे से बाहर है लेकिन याद रखें कि हमारी तस्वीरों के लिए सही रंगों का चयन प्रभावी रूप से कई तरह की भावनाओं को पैदा कर सकता है और दर्शकों पर एक स्थायी छाप छोड़ सकता है।

3. क्षण (Moment)

किसी विशिष्ट विषय या घटना को समय पर उजागर करना एक शक्तिशाली क्षण का केवल एक पहलू है। छवि के प्रत्येक घटक को दूसरों के साथ इस तरह से बातचीत करनी चाहिए कि दर्शक को कहना पड़े, “वाह, यह विशेष लग रहा है!”। इस तरह आप एक तस्वीर में एक पल बनाते हैं।

4. संघटन (Composition)

संरचना उन तत्वों को हाइलाइट करने के लिए आपके फ्रेम में तत्वों को व्यवस्थित करने की प्रक्रिया है जिन्हें आप अलग दिखाना चाहते हैं। हालांकि एक तस्वीर की रचना अत्यधिक व्यक्तिपरक है, एक शानदार रचना एक औसत दृश्य को ध्यान आकर्षित करने वाले दृश्य में बढ़ा सकती है।

5. दूरी (Distance)

एक छवि की भावना और समग्र प्रभाव इस बात पर निर्भर करेगा कि फोटोग्राफर किस विषय से कितनी दूर है। यह आपको यह तय करने में भी मदद करेगा कि फ्रेम में सभी आवश्यक तत्वों को फिट करने के लिए आपको किस फोकल लम्बाई की तस्वीर लेनी चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

निष्कर्ष रूप में फोटोजर्नलिज्म पत्रकारिता का एक शक्तिशाली रूप है जो महत्वपूर्ण घटनाओं, सामाजिक मुद्दों और मानवीय अनुभवों को पकड़ने और संप्रेषित करने के लिए दृश्य कहानी का उपयोग करता है। शक्तिशाली छवियों के के माध्यम से भावनाओं को व्यक्त करने, परिवर्तन को प्रेरित करने और दुनिया भर में होने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं और मुद्दों के बारे में लोगों को सूचित करता है। डिजिटल तकनीक और सोशल मीडिया के उदय के साथ, फोटोजर्नलिज्म अधिक सुलभ और व्यापक हो गया है, जिससे लोग वास्तविक समय में दुनिया भर से छवियों और कहानियों को साझा कर सकते हैं। हालाँकि, यह गलत सूचनाओं के प्रसार और नैतिक विचारों की आवश्यकता जैसी चुनौतियाँ भी लाया है। इन चुनौतियों के बावजूद, फोटोजर्नलिज्म पत्रकारिता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है, और विजुअल स्टोरीटेलिंग की शक्ति दुनिया भर के लोगों को प्रेरित और सूचित करती रहती है।

FAQ फोटो पत्रकारिता

Q. फोटो पत्रकारिता का तात्पर्य क्या है?

Ans. फोटोजर्नलिज्म पत्रकारिता का एक रूप है जो किसी सूचना या कहानी को संप्रेषित करने के लिए तस्वीरों का उपयोग करता है। फोटो पत्रकार द्वारा खींची गई छवियों का उपयोग आम तौर पर समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, वेबसाइटों या अन्य मीडिया माध्यमों में घटनाओं, लोगों और जनहित के मुद्दों को चित्रित करने और दस्तावेज करने के लिए किया जाता है।

Q. फोटो जर्नलिज्म की शुरुआत कब हुई?

Ans. 19वीं शताब्दी के मध्य में फोटोग्राफी के विकास के साथ फोटोजर्नलिज्म की शुरुआत हुई। हालांकि, फोटो पत्रकारिता का सबसे पहला ज्ञात उदाहरण मार्च 1847 का है, जब ब्रिटिश अखबार ‘द इलस्ट्रेटेड लंदन न्यूज’ ने फोटोग्राफर डेविड ऑक्टेवियस हिल द्वारा लिए गए जेरूसलम में चैपल ऑफ द होली सेपल्चर के खंडहरों की एक तस्वीर प्रकाशित की थी। 20वीं शताब्दी की शुरुआत में छोटे और अधिक पोर्टेबल कैमरों के विकास ने फोटोजर्नलिस्टों के लिए मौके पर छवियों को कैप्चर करना आसान बना दिया, जिससे एक पेशे के रूप में फोटोजर्नलिज्म का विकास हुआ।

Q. फोटो पत्रकारिता का महत्व क्या है?

Ans. फोटो पत्रकारिता का महत्व इसलिए है क्योंकि यह महत्वपूर्ण घटनाओं और सामाजिक मुद्दों को दृश्य के रूप में प्रस्तुत करता है, जिससे लोग अपने आसपास की दुनिया को देखते और समझते हैं। यह जनता को सूचना सम्प्रेषित करने और शिक्षित करने में मदद करता है, जागरूकता बढ़ाने और महत्वपूर्ण सामाजिक, राजनीतिक और पर्यावरणीय आदि मुद्दों पर कार्रवाई करने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण का काम करता है। तस्वीरों के माध्यम से फोटो पत्रकार दर्शकों को चित्रित किए जा रहे विषयों और घटनाओं के लिए अधिक व्यक्तिगत संबंध प्रदान करते हैं।

Q. विश्व फोटोग्राफी दिवस कब मनाया जाता है?

Ans. विश्व फोटोग्राफी दिवस प्रतिवर्ष 19 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन, दुनिया भर के लोग अपनी तस्वीरें साझा करते हैं और लोगों को जोड़ने और हमारे आसपास की दुनिया का दस्तावेजीकरण करने के माध्यम की शक्ति का जश्न मनाते हैं। ‘World Photography Day’ पहली बार 2010 में इतिहास, कला, विज्ञान और दुनिया पर फोटोग्राफी के प्रभाव का जश्न मनाने के तरीके के रूप में मनाया गया था।

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