हिंदी संस्मरण साहित्य
रेखाचित्र से मिलती-जुलती विधा sansmaran भी है। दोनों में बहुत बारीक़ अंतर होता है, जैसे- जहाँ संस्मरण विवरणात्मक होते हैं वहीं रेखाचित्र रेखात्मक। इसीलिए पद्मसिंह शर्मा लिखते हैं– प्रायः प्रत्येक संस्मरण लेखक रेखाचित्र लेखक भी है और प्रत्येक रेखाचित्र लेखक संस्मरण लेखक भी। महादेवी वर्मा ने लिखा है की, ”संस्मरण लेखक की स्मृति से सम्बन्ध रखता है और स्मृति में वही अंकित रह जाता है जिसने उसके भाव या बोध को कभी गहराई में उद्वेलित किया हो।“ संस्मरण के लिए अंग्रेजी में memoir शब्द प्रयुक्त होता है, जिसका अर्थ- संस्मरण, चरित्र वृत्त, वृत्तान्त, अनुसंधान-लेख आदि होता है। पद्मसिंह शर्मा की रचना पद्मपराग (1929) को हिंदी का प्रथम संस्मरण माना जाता है। हिन्दी के प्रमुख संस्मरण और संस्मरणकार की सूची नीचे दी गई हैं-
हिंदी के प्रमुख संस्मरण और संस्मरणकार-
hindi sansmaran list निम्नलिखित है-
| लेखक | संस्मरण |
|---|---|
| महावीरप्रसाद द्विवेदी | अनुमोदन का अन्त & अतीत स्मृति (1905) |
| सभा की सभ्यता (1907) | |
| वृन्दालाल वर्मा | कुछ संस्मरण (1921) |
| पद्मसिंह शर्मा | पद्मपराग (1929) |
| प्रबंध मंजरी | |
| इलाचन्द्र जोशी | मेरे प्राथमिक जीवन की स्मृतियां (1921) |
| गोर्की के संस्मरण (1942) | |
| मन्मथनाथ गुप्त | क्रान्तियुग के संस्मरण (1937) |
| श्रीराम शर्मा | बोलती प्रतिमा (1937) |
| ज्योतिलाल भार्गव | साहित्यिकों के संस्मरण (हंस के प्रेमचन्द स्मृति अंक 1937, सं. पराड़कर) |
| राजा राधिकारमण प्रसाद सिंह | टूटा तारा (स्मरण : मौलवी साहब, देवी बाबा, 1940) |
| रामनरेश त्रिपाठी | तीस दिन मालवीय जी के साथ (1942 |
| शांतिप्रसाद द्विवेदी | पंच चिह्न (1946) |
| स्मृतियां और कृतियां (1966) | |
| शिवपूजन सहाय | वे दिन वे लोग (1946) |
| प्रकाशचन्द्र गुप्त | पुरानी स्मृतियां और नए स्केच (1947) |
| मिट्टी के पुतले (1947) | |
| महादेवी वर्मा | स्मृति की रेखाएं (1947) |
| स्मारिका (1971) | |
| श्रीराम शर्मा | सन् बयालीस के संस्मरण (1948) |
| वे जीते कैसे हैं (1957) | |
| उपेन्द्रनाथ ‘अश्क’ | ज़्यादा अपनी, कम पराई (1949) |
| बनारसीदास चतुर्वेदी | हमारे आराध्य |
| संस्मरण (1952) | |
| जैनेन्द्र | गांधी कुछ स्मृतियां (1954) |
| ये और वे (1954) | |
| रामवृक्ष बेनीपुरी | मुझे याद है (1955) |
| मील के पत्थर (1956) | |
| जंजीरें और दीवारें (1957) | |
| कुछ मैं कुछ वे (1959) | |
| राहुल सांकृत्यायन | बचपन की स्मृतियां (1955) |
| जिनका मैं कृतज्ञ, मेरे असहयोग के साथी (1956) | |
| उपेन्द्रनाथ अश्क | मंटो मेरा दुश्मन (1956) |
| ज्यादा अपनी कम परायी (1959) | |
| सेठ गोविन्ददास | स्मृति-कण (1959) |
| विनोद शंकर व्यास | प्रसाद और उनके समकालीन (1960) |
| अमृता प्रीतम | अतीत की परछाइयां (1962) |
| सम्पूर्णानन्द | कुछ स्मृतियां और स्फुट विचार (1962) |
| विष्णु प्रभाकर | जाने-अनजाने (1962) |
| कुछ शब्द : कुछ रेखाएं (1965) | |
| यादों की तीर्थयात्रा (1981) | |
| मेरे अग्रज : मेरे मीत (1983) | |
| सृजन के सेतु (1990) | |
| हरिवंशराय ‘बच्चन’ | नए-पुराने झरोखे (1962) |
| माखनलाल चतुर्वेदी | समय के पांव (1962) |
| जगदीशचन्द्र माथुर | दस तस्वीरें 1963) |
| सुमित्रानन्दन पन्त | साठ वर्ष : एक रेखांकन 1963) |
| रायकृष्ण दास | जवाहर भाई : उनकी आत्मीयता और सहृदयता (1965) |
| हरिभाऊ उपाध्याय | मेरे हृदय देव (1965) |
| रामधारीसिंह ‘दिनकर’ | लोकदेव नेहरू (1965) |
| संस्मरण और श्रद्धांजलियां (1969) | |
| शिवपूजन सहाय | वे दिन वे लोग (1965) |
| सेठ गोविन्ददास | चेहरे जाने-पहचाने (1966) |
| नगेन्द्र | चेतना के बिम्ब (1967) |
| काका साहेब कालेलकर | गांधी संस्मरण और विचार (1968) |
| हरगुलाल | घेरे के भीतर और बाहर (1968) |
| अजित कुमार एवं ओंकारनाथ श्रीवास्तव | बच्चन निकट से (1968) |
| जानकीवल्लभ शास्त्री | स्मृति के वातायन (1968) |
| पद्मिनी मेनन | चांद (1969) |
| जगदीशचन्द्र माथुर | जिन्होंने जीना जाना (1971) |
| पदुमलाल पुन्नालाल बख़्शी | अन्तिम अध्याय (1972) |
| अमृतलाल नागर | जिनके साथ जिया (1973) |
| लक्ष्मीशंकर व्यास | स्मृति की त्रिवेणिका (1974) |
| कमलेश्वर | मेरा हमदम मेरा दोस्त (1975) |
| क्षेमचन्द्र सुमन | रेखाएं और संस्मरण (1975) |
| अनीता राकेश | चन्द सतरें और (1975) |
| अंतिम सतरें | |
| अतिरिक्त सतरें | |
| रामनाथ सुमन | मैंने स्मृति के दीप जलाए (1976) |
| भगत सिंह | मेरे क्रान्तिकारी साथी (1977) |
| कृष्णा सोबती | हम हशमत- 1 (1977) |
| हम हशमत- 2 (1998) | |
| शब्दों के आलोक में | |
| सोबती एक सोहबत | |
| हम हशमत- 3 (2012) | |
| हम हशमत- 4 | |
| मार्फ़त दिल्ली | |
| शंकर दयाल सिंह | कुछ ख़्वाबों में कुछ ख़यालों में (1978) |
| विष्णुकान्त शास्त्री | संस्मरण को पाथेय बनने दो (1978) |
| भगवतीचरण वर्मा | अतीत के गर्त से (1979) |
| रांगेय राघव | पुनः (1979) |
| मैथिलीशरण गुप्त | श्रद्धांजलि संस्मरण (1979) |
| भारतभूषण अग्रवाल | लीक-अलीक (1980) |
| राजेन्द्र यादव | औरों के बहाने (1981) |
| वे देवता नहीं हैं (2000) | |
| अमृतलाल नागर | जिनके साथ जिया (1981) |
| प्रतिभा अग्रवाल | सृजन का सुख-दुख (1981) |
| रामकुमार वर्मा | संस्मरणों के सुमन (1982) |
| अज्ञेय | स्मृति-लेखा (1982) |
| भीमसेन त्यागी | आदमी से आदमी तक (1982) |
| रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’ | युगपुरुष (1983) |
| फणीश्वरनाथ रेणु | बन तुलसी की गन्ध (1984) |
| समय की शिला पर | |
| पद्मा सचदेव | दीवान ख़ाना (1984) |
| मितवा घर (1995) | |
| अमराई (2000) | |
| भगवतीशरण उपाध्याय | रस गगन गुफा में (1986) |
| कमल किशोर गोयनका | हज़ारीप्रसाद द्विवेदी : कुछ संस्मरण (1988) |
| बिन्दु अग्रवाल | भारत भूषण अग्रवाल : कुछ यादें, कुछ चर्चाएं (1989) |
| अमृत राय | जिनकी याद हमेशा रहेगी (1992) |
| अजित कुमार | निकट मन में (1992) |
| कविवर बच्चन के साथ (2009) | |
| अंधेरे में जुगनू (2010) | |
| गुरुवर बच्चन से दूर | |
| काशीनाथ सिंह | याद हो कि न याद हो (1992) |
| काशी का अस्सी (2002) | |
| आछे दिन पाछे गए (2004) | |
| घर का जोगी जोगड़ा (2006) | |
| विष्णुकान्त शास्त्री | सुधियां उस चन्दन के वन की (1992) |
| गिरिराज किशोर | सप्तवर्णी (1994) |
| दूधनाथ सिंह | लौट आ ओ धार (1995) |
| एक शमशेर भी है | |
| रामदरश मिश्र | स्मृतियों के छंद (1995) |
| अपने-अपने रास्ते (2001) | |
| एक दुनिया अपनी (2007) | |
| विष्णुचन्द्र शर्मा | अभिन्न (1996) |
| रवीन्द्र कालिया | सृजन के सहयात्री (1996) |
| बिन्दु अग्रवाल | यादें और बातें (1998) |
| मोहनकिशोर दीवान | नेपथ्य नायक लक्ष्मीचन्द्र जैन (2000) |
| रमानाथ अवस्थी | याद आते हैं (2000) |
| देवेन्द्र सत्यार्थी | यादों के काफिले (2000) |
| पुरुषोत्तमदास मोदी | अंतरंग संस्मरणों में प्रसाद (2001) |
| विश्वनाथप्रसाद तिवारी | एक नाव के यात्री (2001) |
| नरेश मेहता | प्रदक्षिणा अपने समय की (2001) |
| कृष्णविहारी मिश्र | नेह के नाते अनेक (2002) |
| मनोहर श्याम जोशी | लखनऊ मेरा लखनऊ (2002) |
| रघुवीर सहाय : रचनाओं के बहाने एक संस्मरण (2003) | |
| बातों बातों में | |
| रामकमल राय | स्मृतियों का शुक्ल पक्ष (2002) |
| विद्यानिवास मिश्र | चिडि़या रैन बसेरा (2002) |
| कान्तिकुमार जैन | लौट कर आना नहीं होगा (2002) |
| तुम्हारा परसाई (2004) | |
| जो कहूंगा सच कहूंगा (2006) | |
| अब तो बात फैल गई (2007) | |
| बैकुंठ में बचपन (2010) | |
| विवेकी राय | आंगन के वंदनवार (2003) |
| मेरे सुहृद : मेरे श्रद्धेय (2005) | |
| विष्णुकान्त शास्त्री | पर साथ-साथ चली रही याद (2004) |
| विश्वनाथ त्रिपाठी | नंगा तलाई का गांव (2004) |
| व्योमकेश दरवेश | |
| गंगा स्नान करने चलोगे (2012) | |
| गुरुजी की खेती-बारी | |
| लक्ष्मीधर मालवीय | लाई हयात आए (2004) |
| केशवचन्द्र वर्मा | सुमिरन को बहानो (2005) |
| ताकि सनद रहे | |
| निज नैनहिं देखी | |
| परिमल: स्मृतियाँ और दस्तावेज | |
| मधुरेश | ये जो आईना है (2006) |
| आलोचक का आकाश (2012) | |
| मुद्राराक्षस | कालातीत (2009) |
| ममता कालिया | कितने शहरों में कितनी बार (2009) |
| कल परसों बरसों (2011) | |
| अमरकान्त | कुछ यादें : कुछ बातें (2009) |
| निर्मला जैन | दिल्ली शहर दर शहर (2009) |
| चन्द्रकान्ता | मेरे भोजपत्र (2009) |
| हाशिए की इबारतें (2009) | |
| वीरेन्द्र सक्सेना | अ से लेकर ह तक, यानी अज्ञेय से लेकर हृदयेश तक (2010) |
| सुमन केशरी (सं.) | जे.एन.यू. में नामवर सिंह (2010) |
| गोविन्द प्रसाद | अलाप और अंतरता |
| नीलाभ अश्क | ज्ञानरंजन के बहाने |
| नन्द चतुर्वेदी | अतीत राग (2011) |
| शेखर जोशी | स्मृति में रहेंगे वे (2011) |
| ओम थानवी | अपने-अपने अज्ञेय (दो खंड, 2012) |
| बलराम | माफ़ करना यार (2012) |
| प्रकाश मनु | यादों का सफ़र (2012) |
| नरेन्द्र कोहली | स्मृतियों के गलियारे से (2012) |
| देवेंद्र मेवाड़ी | मेरी यादों का पहाड़ (2013) |
| मार्कंडेय | पत्थर और परछाइयाँ |
| चक्रधर की साहित्य धारा | |
| मैत्रीयी पुष्पा | वह सफ़र था की मुकाम था |
| मोहनलाल भास्कर | मैं पाकिस्तान में जासूस था |
| हरिशंकर परसाई | जाने पहचाने लोग |
| हम एक उम्र से वाकिफ हैं | |
| शिवप्रसाद सिंह | खलिस मौज में |
| शिवानी | एक थी रामरती |
| काल के हस्ताक्षर | |
| सुनहु तात यह अकथ कहानी | |
| वातायन | |
| गुलजार | पिछले पन्ने |
| माखनलाल चतुर्वेदी | समय के पाँव |
| पुष्पा भारती | प्रेम पियाला जिन पिया |
| कृष्णबिहारी मिश्र | नेह के नाते अनेक |
संस्मरण विधा से संबंधित कुछ प्रश्न
(A) अर्द्ध कथानक
(B) पद्मपराग✅
(C) हमारे आराध्य
(D) वे दिन वे लोग
(A) हजारीप्रसाद द्विवेदी
(B) यशपाल
(C) रुद्र काशिकेय
(D) विश्वनाथ त्रिपाठी✅
(A) पथ के साथी
(B) हम हशमत
(C) लौट आओ धार
(D) मित्र संवाद✅
#मित्र संवाद (केदारनाथ अग्रवाल और रामविलास शर्मा के पत्रों का संकलन)
(A) हम हशमत✅
(B) यादें और बातें
(C) दीवानखाना
(D) स्मृतियों के छंद
(A) केदारनाथ सिंह
(B) रघुवीर सहाय✅
(C) दूधनाथ सिंह
(D) कुँबरचंद्र प्रकाश सिंह
(A) स्मृतिकण, लीक-अलीक, वन तुलसी की गंध, हम-हशमत
(B) हम-हशमत, स्मृतिकण, लीक-अलीक, वन तुलसी की गंध
(C) वन तुलसी की गंध, लीक-अलीक, स्मृतिकण, हम-हशमत
(D) स्मृतिकण, हम-हशमत, लीक-अलीक, वन तुलसी की गंध✅
(A) हम हशमत, लौट आ ओ धार, काशी का अस्सी, तुम्हारा परसाई✅
(B) लौट आ ओ धार, काशी का अस्सी, हम हशमत, तुम्हारा परसाई
(C) काशी का अस्सी, लौट आ ओ धार, तुम्हारा परसाई, हम हशमत
(D) लौट आ ओ धार, हम हशमत, काशी का अस्सी, तुम्हारा परसाई
सूची- I सूची- II
(a) आछे दिन पाछे गए (i) राजेंद्र यादव
(b) नंगातलाई का गाँव (ii) काशीनाथ सिंह
(c) आँगन के वंदनवार (iii) कमलेश्वर
(d) वे देवता नहीं हैं। (iv) विश्वनाथ त्रिपाठी
(v) विवेकी राय
(C) (ii) (iv) (v) (i)✅









