EMRS TGT Hindi, English, Social Science, Math’s की परीक्षा 23 दिसंबर, 2023 को आयोजित हुई थी। इस प्रश्न पत्र के PART- IV में General Hindi के कुल 20 प्रश्न पूछे गए थे।
यदि आप EMRS TGT परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो सामान्य हिंदी का यह पेपर आपके लिए महत्त्वपूर्ण है! यहाँ हमने EMRS 2023 की General Hindi परीक्षा में पूछे गए सभी प्रश्नों को एक इंटरैक्टिव क्विज़ के रूप में प्रस्तुत किया है— बिल्कुल उसी शैली में जैसे परीक्षा में पूछे गए थे।
इस क्विज़ से आपको न केवल अपने ज्ञान का मूल्यांकन करने का मौका मिलेगा, बल्कि यह भी समझ आएगा कि परीक्षा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। तो चलिए, बिना देर किए शुरू करते हैं यह अभ्यास यात्रा!
🎯 अब खुद को परखें! नीचे दिए गए क्विज़ से TGT सामान्य हिंदी के सभी प्रश्न हल करें।
📌 [👉 TGT हिंदी क्विज़ शुरू करें]
[B] गंगा
[C] राम
[D] काशी
[A] जलपिपासु
[B] मदांध
[C] नराधम
[D] स्वर्गप्राप्त
[B] तल्लीन
[C] परमार्थ
[D] कुशासन
[B] सुरपति
[C] सुरेन्द्र
[D] मनोज
[B] किसी को अत्यधिक लाभ पहुँचाना
[C] अच्छी चीज का और अच्छा हो जाना
[D] लाभ का दो गुना हो जाना
[B] सीधा-साधा
[C] धोखा
[D] हिन्दुस्तान
[B] उन्नति – अवनति
[C] निंदा – प्रार्थना
[D] तीव्र – मंद
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों (8-10) के सटीक उत्तर दीजिए:
दूसरों को उपदेश देना बहुत ही सरल है, मगर उन उपदेशों को व्यवहार में लाना कठिन है। बहुत से लोग ऐसे हैं जो मंच पर खड़े होकर लोगों को सदाचार, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा पर लंबे-लंबे उपदेश देते हैं, पर स्वयं कभी उन पर आचरण नहीं करते। यदि उपदेशकर्ता की कथनी और करनी में अंतर न हो। अर्थात् वह जो कुछ कहे, उस पर अमल करके दिखाए तब उसकी बात का प्रभाव भाषण से कहीं अधिक पड़ेगा। ऐसी स्थिति में लोग उपदेशक का अनुसरण करने में प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। यदि यह केवल उपदेश देने का ही लक्ष्य रखता है, और उस उपदेश को अपने आचरण में नहीं लाता, तब उसका उपदेश कोई प्रभाव नहीं डालता।
[B] उपदेश न देना
[C] उपदेश पर अमल करना
[D] उपदेश देना
[B] कर्तव्यनिष्ठा
[C] सदाचार
[D] धर्मपरायणता
[B] जब आप किसी अन्य की बात करें
[C] जब उपदेश प्रभावी हो
[D] जब आपकी बात में सच्चाई हो
[B] पत्नी
[C] मृग
[D] आहार
[B] बुरा आचरण करने वाला – दुराचारी
[C] आदि से अंत तक – आद्योपांत
[D] आयोजन करने वाला – प्रायोजक
[B] आवश्यकता से अधिक वर्षा – अतिवृष्टि
[C] आशा से अधिक – आशातीत
[D] आँखों के सामने – प्रत्यक्षदर्शी
[B] दुरवस्था
[C] जगतगुरू
[D] उपर्युक्त
शुद्ध शब्द- जगद्गुरु (जगत् + गुरु) अर्थात विश्व का गुरु है।
[B] ध्यानमग्न
[C] मुखचंद्र
[D] गिरिधर
कालीमिर्च में कर्मधारय समास है। इसका विग्रह ‘काली है जो मिर्च’ होता है, जहाँ काली विशेषण है और मिर्च विशेष्य है।
मुखचंद्र शब्द में भी कर्मधारय समास है, इसका समास-विग्रह ‘मुख चंद्र के समान हो’ है। ध्यानमग्न शब्द में तत्पुरुष समास है, इसका समास-विग्रह ‘ध्यान में मग्न’ है।
[B] षट्पद
[C] मधुप
[D] मधुकर
[B] जीवित – मृत
[C] आविर्भाव – प्रादुर्भाव
[D] आगत – निर्गत
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर पर आधारित प्रश्नों (18 – 20) के सटीक उत्तर दीजिए।
भाषा का मौखिक प्रयोग ही भाषा का मूल रूप है। इसलिए बोलचाल की भाषा को ही भाषा का वास्तविक रूप माना जाता है। यद्यपि भाषा का लिखित रूप सभ्यता और संस्कृति के विकास के साथ ही विकसित हो गया है, परंतु मानव जीवन में लिखित भाषा की अपेक्षा मौखिक भाषा ही अधिक महत्वपूर्ण होती है। इसका प्रमुख कारण है कि हम अपने दैनिक जीवन के अधिकांश कार्य मौखिक भाषा द्वारा ही संपन्न करते हैं। हास-परिहास, वार्तालाप, विचार विमर्श, प्रवचन और भाषण में मौखिक भाषा का उपयोग होता है।
[B] जन भाषा
[C] लिखित भाषा
[D] लोकभाषा
[B] सभ्यता और संस्कृति के विकास के द्वारा
[C] मौखिक भाषा के द्वारा
[D] लोकभाषा के द्वारा
[B] भाषण
[C] दाम परिहास
[D] वार्तालाप