हिंदी कहानी का विकास | Hindi Kahani ka Vikas
हिंदी कहानी का उद्भव
हिंदी कहानी के उद्भव की विकास यात्रा का प्रारम्भ 1900 ई. के आसपास माना जाता है, क्योंकि इससे पूर्व हिंदी में...
मलबे का मालिक कहानी की समीक्षा और सारांश | मोहन राकेश
हिंदी के प्रख्यात लेखकों में एक हैं, नाटककार और कथाकार मोहन राकेश। उनका ‘आधे-अधूरे’ नाम से लिखा गया नाटक भारत के नाट्य-क्षेत्र में ही...
अभाषिक संप्रेषण का अर्थ और प्रकार
अभाषिक संप्रेषण (Nonverbal Communication)
भाषा रहित संदेशों को संप्रेषित करने और उसे प्राप्त करने की प्रक्रिया को अभाषिक संप्रेषण कहते हैं। अंग्रेजी में यह Nonverbal...
सिक्का बदल गया कहानी की समीक्षा एवं सारांश | कृष्णा सोबती
कृष्णा सोबती हिंदी की महत्वपूर्ण और सम्मानित कथाकार हैं। उनके अब तक प्रकाशित उपन्यासों में मित्रो मरजानी (1967 ई.), डार से बिछुड़ी (1948 ई.),...
आकाशदीप कहानी की समीक्षा एवं सारांश | जयशंकर प्रसाद
जयशंकर प्रसाद छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं इन्हें छायावाद का ब्रह्म कहा जाता हैं। इनकी पहली कहानी ‘ग्राम’ 1911 ई. में ‘इंदु’...
प्लेटो का काव्य सिद्धान्त और अनुकरण सिद्धान्त
प्लेटो का काव्य सिद्धान्त
साहित्यशास्त्र के अंतर्गत प्लेटो का परिचय, प्रमुख ग्रंथ, प्लेटो का काव्य दर्शन, प्लेटो का अनुकरण सिद्धान्त, कला के संदर्भ में प्लेटो...
संप्रेषण की प्रक्रिया | Communication process
संप्रेषण प्रक्रिया क्या है?
संप्रेषण प्रक्रिया में संप्रेषक के साथ-साथ संप्रेषण के माध्यम और प्रापक या लक्षित समूह की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। यदि इनमें...
संप्रेषण की अवधारणा और महत्त्व | concept and importance of communication
संप्रेषण की अवधारणा
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और उसे अपने विचार और भावनाओं को अभिव्यक्त करने के लिए संप्रेषण पर निर्भय रहना पड़ता है।...
भक्ति आंदोलन उद्भव और विकास तथा विभिन्न विद्वानों के मत
भक्ति आंदोलन: उद्भव और विकास
भक्ति आंदोलन का उद्भव हिंदी साहित्येतिहास के सर्वाधिक विवादास्पद प्रसंगों में से एक है। पूर्व मध्यकाल में जिस भक्ति धारा...
परिंदे कहानी की समीक्षा एवं सारांश | निर्मल वर्मा
परिंदे कहानी और निर्मल वर्मा का परिचय
निर्मल वर्मा को प्रायः स्मृति का कहानीकार माना गया है। 1956 ई. में परिदें कहानी का प्रकाशन होता है। इसी...