UGC NET Hindi old Question Paper Quiz 4

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NTA UGC NET Hindi Mock Test

दोस्तों यह हिंदी quiz 4 है, nta ugc net hindi की परीक्षाओं में अनुक्रम से संबंधित quiz का यह चौथा भाग है। यहाँ पर 2004 से लेकर 2019 तक के ugc net हिंदी के प्रश्नपत्रों में भारतेंदु युग से लेकर छायावाद के काव्य से संबंधित पूछे गए प्रश्नों को एक साथ दिया जा रहा है। hindi quiz 4 कैसा लगा, कमेंट कर जरूर बताएं. आप ugc net हिंदी क्विज 3 भी देख सकतें हैं.

1. रचनाकाल के अनुसार श्रीधर पाठक की निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
श्रान्त पथिक, ऊजड़ ग्राम, एकांतवासी योगी, सांध्य अटन
एकांतवासी योगी, ऊजड़ ग्राम, श्रान्त पथिक, सांध्य अटन
अनुक्रम: एकांतवासी योगी- 1886 ई., ऊजड़ ग्राम- 1889 ई., श्रान्त पथिक- 1902 ई., सांध्य अटन- 1918 ई.
ऊजड़ ग्राम, श्रान्त पथिक, सांध्य अटन, एकांतवासी योगी
श्रान्त पथिक, सांध्य अटन, एकांतवासी योगी, ऊजड़ ग्राम
2. मैथिलीशरण गुप्त की निम्नलिखित काव्यकृतियों का सही अनुक्रम है:
यशोधरा, द्वापर, पंचवटी, साकेत
पंचवटी, साकेत, यशोधरा, द्वापर
अनुक्रम: पंचवटी- 1925 ई., साकेत- 1931 ई., यशोधरा- 1932 ई., द्वापर- 1936 ई.
द्वापर, वशोधरा, पंचवटी, साकेत
साकेत, यशोधरा, द्वापर, पंचवटी
3. सही कृति-क्रम को पहचानिए।
पल्लव, गुंजन, युगांत, युगवाणी
सुमित्रानन्दन पन्‍त की कृतिओं का क्रम: पल्‍लव- 1928 ई., गुंजन- 1932 ई., युगांत- 1936 ई., युगवाणी- 1939 ई.
पल्लव, युगांत, गुंजन, युगवाणी
गुंजन, पल्लव, युगांत, युगवाणी
पल्लव, गुंजन, युगवाणी, युगांत
4. निम्नलिखित काव्य ग्रंथों का प्रकाशन वर्ष के अनुसार सही क्रम है:
युगांत, स्वर्णधूलि, सत्यकाम, लोकायतन
लोकायतन, सत्यकाम, स्वर्णधूलि, युगांत
सत्यकाम, स्वर्णधूलि, युगांत, लोकायतन
युगांत, स्वर्णधूलि, लोकायतन, सत्यकाम
सुमित्रानंदन पंत के काव्य-ग्रंथो का क्रम: युगांत- 1936 ई., स्वर्णधूलि- 1947 ई., लोकायतन- 1964 ई., सत्यकाम- 1975 ई.
5. निम्नलिखित काव्य संग्रहों के प्रकाशन का सही अनुक्रम क्या है?
गुंजन, पल्लव, वीणा, ग्रंथि
पल्लव, वीणा, ग्रंथि, गुंजन
ग्रंथि, वीणा, पल्लव, गुंजन
सुमित्रानंदन पंत की रचनाओं का अनुक्रम: ग्रंथि- 1920 ई., वीणा- 1927 ई., पल्लव- 1928 ई., गुंजन- 1932 ई.
वीणा, ग्रंथि, गुंजन, पल्लव
6. ‘कामायनी’ के सर्गों का सही अनुक्रम है-
(A). चिंता, काम, आशा, श्रद्धा
श्रद्धा, आशा, चिंता, काम
चिंता, आशा, श्रद्धा, काम
कामायनी में 15 सर्गों का क्रम: चिंता, आशा, श्रद्धा, काम, वासना, लज्जा, कर्म, ईर्ष्या, इडा (तर्क, बुद्धि), स्वप्न, संघर्ष, निर्वेद (त्याग), दर्शन, रहस्य, आनन्द
आशा, काम, श्रद्धा, चिंता
7. रचनाकाल के अनुसार काव्यों का सही क्रम है:
आँसू, कामायनी, लहर, कानन कुसुम
कानन कुसुम, आँसू, कामायनी, लहर
लहर, आँसू, कामायनी, कानन कुसुम
कानन कुसुम, आँसू, लहर, कामायनी
जयशंकर प्रसाद के काव्यों का सही क्रम: कानन कुसुम- 1913 ई., आँसू– 1925 ई., लहर-1933 ई., कामायनी- 1935 ई.
8. प्रसाद की काव्यकृतियों का सही अनुक्रम है:
लहर, आँसू, उर्वशी, झरना
आँसू, झरना, उर्वशी, लहर
उर्वशी, झरना, आँसू, लहर
अनुक्रम: उर्वशी- 1909 ई., झरना- 1918 ई., आँसू- 1925 ई., लहर- 1933 ई.
झरना, उर्वशी, आँसू, लहर
9. जयशंकर प्रसाद के काव्य ग्रंथों का प्रकाशन वर्ष के अनुसार सही क्रम है:
आँसू, झरना, प्रेमपथिक, लहर
प्रेमपथिक, झरना, आँसू, लहर
अनुक्रम: प्रेमपथिक- 1914 ई., झरना- 1918 ई., आँसू- 1925 ई., लहर- 1933 ई.
झरना, लहर, आँसू, प्रेमपथिक
प्रेमपथिक, लहर, झरना, आँसू
10. जयशंकर प्रसाद की निम्नलिखित काव्यकृतियों का सही अनुक्रम है:
कानन कुसुम, आँसू, झरना, लहर
आँसू, कानन कुसुम, लहर, झरना
झरना, लहर, आँसू, कानन कुसुम
कानन कुसुम, झरना, आँसू, लहर
अनुक्रम: कानन कुसुम- 1913 ई., झरना- 1918 ई., आँसू- 1925 ई., लहर- 1933 ई.
11. प्रकाश वर्ष अनुसार जयशंकर प्रसाद की रचनाओं का सही अनुक्रम है:
आँसू, लहर, कामायनी, प्रेमपथिक
प्रेमपथिक, लहर, आँसू, कामायनी
प्रेमपथिक, आँसू, लहर, कामायनी
अनुक्रम: प्रेम पथिक- 1914 ई., आँसू- 1925 ई., लहर- 1933 ई., कामायनी- 1935 ई.
लहर, प्रेमपथिक, कामायनी, आँसू
12. निराला की रचनाओं का सही अनुक्रम बताइए:
अनामिका, परिमल, गीतिका, कुकुरमुत्ता
अनुक्रम: अनामिका- 1923 ई., परिमल- 1930 ई., गीतिका- 1936 ई., कुकुरमुत्ता- 1942 ई.
कुकुरमुत्ता, गीतिका, परिमल, अनामिका
परिमल, गीतिका, कुकुरमुत्ता, अनामिका
गीतिका, कुकुरमुत्ता, अनामिका, परिमल
13. रचनाकाल की दृष्टि से निराला की निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम है:
तुलसीदास, परिमल, नए पत्ते, आराधना
आराधना, परिमल, नए पत्ते, तुलसीदास
नए पत्ते, आराधना, परिमल, तुलसीदास
परिमल, तुलसीदास, नए पत्ते, आराधना
अनुक्रम: परिमल- 1930 ई., तुलसीदास- 1938 ई., नए पत्ते- 1946 ई., आराधना- 1953 ई.
14. सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की निम्नांकित रचनाओं का प्रकाशन-वर्ष के अनुसार सही अनुक्रम है:
अनामिका, तुलसीदास, अपरा, जूही की कली
जूही की कली, अपरा, तुलसीदास, अनामिका
अपरा, तुलसीदास, जूही की कली, अनामिका
जूही की कली, अनामिका, तुलसीदास, अपरा
अनुक्रम: जूही की कली 1916 ई., अनामिका- 1923 ई., तुलसीदास- 1938 ई., अपरा
15. प्रकाशन वर्ष के अनुसार सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
गीतिका, अणिमा, अर्चना, आराधना
अनुक्रम: गीतिका, अणिमा- 1943 ई., अर्चना- 1950 ई., आराधना- 1953 ई.
अणिमा, अर्चना, आराधना, गीतिका
आराधना, अर्चना, अणिमा, गीतिका
अर्चना, आराधना, अणिमा, गीतिका
16. प्रकाशन वर्ष के अनुसार महादेवी वर्मा की निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
नीहार, दीपशिखा, नीरजा, रश्मि
दीपशिखा, नीहार, रश्मि, नीरजा
नीरजा, नीहार, रश्मि, दीपशिखा
नीहार, रश्मि, नीरजा, दीपशिखा
अनुक्रम: नीहार- 1930 ई., रश्मि- 1932 ई., नीरजा- 1934 ई., दीपशिखा- 1942 ई.
17. दिनकर की रचनाओं का सही अनुक्रम रेखांकित कीजिए:
हुंकार, रेणुका, रसवंती, उर्वशी
अनुक्रम: हुंकार- 1939 ई., रेणुका- 1935 ई., रसवंती- 1940 ई., उर्वशी- 1961 ई.
रेणुका, रसवंती, उर्वशी, हुंकार
उर्वशी, रेणुका, हुंकार, रसवंती,
रसवंती, उर्वशी, हुंकार, रेणुका
18. प्रकाशन वर्ष के अनुसार रचनाओं का सही अनुक्रम है:
निशा निमंत्रण, मधुकलश, मधुशाला, मधुबाला
मधुशाला, मधुबाला, मधुकलश, निशा निमंत्रण
हरिवंशराय बच्चन की रचनाओं का अनुक्रम: मधुशाला- 1935 ई., मधुबाला- 1936 ई., मधुकलश- 1937 ई., निशा निमंत्रण- 1938 ई.
मधुबाला, मधुशाला, निशा निमंत्रण, मधुकलश
मधुकलश, निशा निमंत्रण, मधुशाला, मधुबाला
19. प्रकाशन-काल की दृष्टि से हरिवंश राय बच्चन की रचनाओं का सही अनुक्रम है:
निशा निमंत्रण, प्रणय पत्रिका, जाल समेटा, मिलन यामिनी
प्रणय पत्रिका, निशा निमंत्रण, मिलन यामिनी, जाल समेटा
मिलन यामिनी, प्रणय पत्रिका, निशा निमंत्रण, जाल समेटा
निशा निमंत्रण, मिलन यामिनी, प्रणय पत्रिका, जाल समेटा
अनुक्रम: निशा निमंत्रण- 1938 ई., मिलन यामिनी- 1950 ई., प्रणय पत्रिका- 1954 ई., जाल समेटा- 1959 ई.
20. प्रकाशनवर्ष-अनुसार निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
एकांतसंगीत, मधुशाला, सतरंगिनी, मिलनयामिनी
मधुशाला, सतरंगिनी, मिलनयामिनी, एकांतसंगीत
मधुशाला, एकांतसंगीत, सतरंगिनी, मिलनयामिनी
हरिवंश राय बच्चन की रचनाओं का क्रम: मधुशाला- 1935 ई., एकांत संगीत- 1939 ई., सतरंगिनी- 1945 ई., मिलन यामिनी- 1950 ई.
सतरंगिनी, मधुशाला, मिलनयामिनी, एकांतसंगीत
21. निम्नलिखित में से कृति काल-क्रम की दृष्टि से कौन-सा सही है?
वीणा, ग्राम्या, लोकायतन, कला और बूढ़ा चाँद
नीहार, रश्मि, दीपशिखा, सान्ध्य गीत
गीतिका, कुकुरमुत्ता, बेला, अर्चना
काव्य कृतियों का सही अनुक्रम: 1. पंत: वीणा- 1927 ई., ग्राम्या- 1940 ई., कला और बूढ़ा चाँद- 1959 ई., लोकायतन- 1964 ई., 2. महादेवी: नीहार- 1930 ई., रश्मि- 1932 ई., सान्ध्य गीत- 1936 ई., दीपशिखा- 1942 ई. 3. निराला: गीतिका- 1936 ई., कुकुरमुत्ता- 1942 ई., बेला- 1943 ई., अर्चना- 1950 ई.; 4. जयशंकर प्रसाद: प्रेम पथिक: 1914 ई., झड़ना- 1918 ई., आँसू- 1925 ई., लहर- 1933 ई.
प्रेमपथिक, झरना, लहर, आँसू
22. निम्नलिखित काव्य कृतियों का सही अनुक्रम क्या है?
साकेत, कामायनी, लोकायतन, प्रियप्रवास
प्रियप्रवास, साकेत, कामायनी, लोकायतन
अनुक्रम: प्रियप्रवास (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1914 ई., साकेत (मैथिलीशरण गुप्त)- 1931 ई., कामायनी (जयशंकर प्रसाद)- 1935 ई., लोकायतन (सुमित्रानंदन पंत)- 1964 ई.
प्रियप्रवास, कामायनी, साकेत, लोकायतन
कामायनी, साकेत, लोकायतन, प्रियप्रवास
23. निम्नलिखित काव्यकृतियों का सही अनुक्रम क्या है?
अनामिका, पल्लव, भारत भारती, दीपशिखा
दीपशिखा, अनामिका, पल्लव, भारत भारती
पल्लव, अनामिका, भारत भारती, दीपशिखा
भारत भारती, पल्लव, अनामिका, दीपशिखा
अनुक्रम: भारत भारती (मैथिलीशरण गुप्त) 1912 ई., पल्‍लव (सुमित्रानन्दन पन्‍त)- 1928 ई., अनामिका (सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’)- 1923 ई., दीपशिखा (महादेवी वर्मा)- 1942 ई.
24. इतिहास की दृष्टि से हिन्दी महाकाव्यों का सही अनुक्रम क्या है?
साकेत, लोकायतन, प्रियप्रवास, कामायनी
प्रियप्रवास, कामायनी, साकेत, लोकायतन
प्रियप्रवास, साकेत, कामायनी, लोकायतन
महाकाव्यों का अनुक्रम: प्रियप्रवास (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1914 ई., साकेत (मैथिलीशरण गुप्त)- 1931 ई., कामायनी (जयशंकर प्रसाद)- 1935 ई., लोकायतन (सुमित्रानंदन पंत)- 1964 ई.
लोकायतन, कामायनी, प्रियप्रवास, साकेत
25. निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम लिखिए:
प्रियप्रवास, साकेत, कामायनी, कुरुक्षेत्र
रचनाओं का अनुक्रम: प्रियप्रवास (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1914 ई., साकेत (मैथिलीशरण गुप्त)- 1931 ई., कामायनी (जयशंकर प्रसाद)- 1935 ई., कुरुक्षेत्र (रामधारी सिंह ‘दिनकर’)- 1946 ई.
साकेत, प्रियप्रवास, कुरुक्षेत्र, कामायनी
कामायनी, कुरुक्षेत्र, साकेत, प्रियप्रवास
प्रियप्रवास, कामायनी, कुरुक्षेत्र, साकेत
26. निम्नलिखित काव्यों का सही अनुक्रम कौन-सा है?
लोकायतन, राम की शक्तिपूजा, झरना, प्रिय प्रवास
झरना, प्रिय प्रवास, लोकायतन, राम की शक्तिपूजा
प्रिय प्रवास, झरना, राम की शक्तिपूजा, लोकायतन
काव्यों का अनुक्रम: प्रियप्रवास (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1914 ई., झरना (जयशंकर प्रसाद)- 1918 ई., राम की शक्तिपूजा (सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’)- 1936 ई., लोकायतन (सुमित्रानंदन पंत)- 1964 ई.
राम की शक्तिपूजा, लोकायतन, झरना, प्रिय प्रवास
27. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम बताइये:
साकेत, प्रियप्रवास, तुलसीदास, कृष्णायन
प्रियप्रवास, साकेत, तुलसीदास, कृष्णायन
कृतियों का अनुक्रम: प्रियप्रवास (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1914 ई., साकेत (मैथिलीशरण गुप्त)- 1931 ई., तुलसीदास (निराला)- 1938 ई., कृष्णायन (द्वारिका प्रसाद मिश्र)- 1943 ई.
कृष्णायन, प्रियप्रवास, साकेत, तुलसीदास
तुलसीदास, प्रियप्रवास, साकेत, कृष्णायन
28. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम है:
कुकुरमुत्ता, दीपशिखा, पल्‍लव, कामायनी
दीपशिखा, पल्लव, कामायनी, कुकुरमुत्ता
कामायनी, पल्‍लव, दीपशिखा, कुकुरमुत्ता
पल्‍लव, कामायनी, दीपशिखा, कुकुरमुत्ता
कृतियों का अनुक्रम: पल्‍लव (सुमित्रानन्दन पन्‍त)- 1928 ई., कामायनी (जयशंकर प्रसाद)- 1935 ई., दीपशिखा (महादेवी वर्मा)- 1942 ई., कुकुरमुत्ता (निराला)- 1942 ई.
29. रचनाकाल के आधार पर निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम है:
भारत भारती, रस कलश, उर्वशी, शम्बूक
कृतियों का अनुक्रम: भारत भारती (मैथिलीशरण गुप्त) 1912 ई., रस-कलश (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1940 ई., उर्वशी (रामधारी सिंह ‘दिनकर’)- 1961 ई., शम्बूक
रस कलश, भारत भारती, उर्वशी, शम्बूक
उर्वशी, शम्बूक, भारत भारती, रस कलश
शम्बूक, रस कलश, भारत भारती, उर्वशी
30. प्रकाशन वर्ष के अनुसार निम्नलिखित महाकाव्यों का सही अनुक्रम बताइए:
साकेत, उर्वशी, प्रियप्रवास, कामायनी
प्रियप्रवास, साकेत, कामायनी, उर्वशी
कामायनी, उर्वशी, साकेत, प्रियप्रवास
महाकाव्यों का अनुक्रम: प्रियप्रवास (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1914 ई., साकेत (मैथिलीशरण गुप्त)- 1931 ई., कामायनी (जयशंकर प्रसाद)- 1935 ई., उर्वशी (रामधारी सिंह ‘दिनकर’)- 1961 ई.
उर्वशी, प्रियप्रवास, कामायनी, साकेत
31. प्रकाशन के अनुसार इन रचनाओं का सही अनुक्रम है:
पलल्‍लव, लहर, नीरजा, अनामिका
लहर, नीरजा, अनामिका, पल्‍लव
नीरजा, अनामिका, पल्‍लव, लहर
अनामिका, पल्‍लव, लहर, नीरजा
रचनाओं का अनुक्रम: अनामिका (सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’)- 1923 ई., पल्‍लव (सुमित्रानन्दन पन्‍त)- 1928 ई., लहर (जयशंकर प्रसाद)- 1933 ई., नीरजा (महादेवी वर्मा)- 1934 ई.
32. प्रकाशन वर्ष की दृष्टि से निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम है:
स्वदेश संगीत, कुंकुम, राष्ट्रीय मंत्र, रेणुका
राष्ट्रीय मंत्र, कुंकुम, रेणुका, स्वदेश संगीत
कुंकुम, स्वदेश संगीत, राष्ट्रीय मंत्र, रेणुका
राष्ट्रीय मंत्र, स्वदेश संगीत, रेणुका, कुंकुम
रचनाओं का अनुक्रम: स्वदेश संगीत (गुप्त)- 1825 ई., राष्ट्रीय मंत्र (गया प्रसाद सनेही)- 1931 ई., रेणुका (दिनकर)- 1935 ई., कुंकुम (नवीन)- 1939 ई.
33. प्रकाशन वर्ष की दृष्टि से निम्नलिखित काव्यग्रंथों का सही अनुक्रम है:
काश्मीर सुषमा, प्रिय प्रवास, मिलन, भारत भारती
भारत भारती, मिलन, काश्मीर सुषमा, प्रिय प्रवास
काश्मीर सुषमा, भारत भारती, प्रिय प्रवास, मिलन
काव्यग्रंथों का अनुक्रम: काश्मीर सुषमा (श्रीधर पाठक), भारत भारती (मैथिलीशरण गुप्त) 1912 ई., प्रिय प्रवास (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1914 ई., मिलन (राम नरेश त्रिपाठी)- 1917 ई.
प्रिय प्रवास, काश्मीर सुषमा, मिलन, भारत भारती
34. प्रकाशन वर्ष की दृष्टि से निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम है:
नीहार, आँसू, अनामिका, ग्रंथि
आँसू, अनामिका, ग्रंथि, नीहार
अनामिका, ग्रंथि, नीहार, आँसू
ग्रंथि, अनामिका, आँसू, नीहार
कृतियों का अनुक्रम: ग्रंथि (सुमित्रानंदन पंत)- 1920, आँसू (जयशंकर प्रसाद)- 1925 ई., अनामिका (सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’)- 1923 ई., नीहार (महादेवी वर्मा)- 1930 ई.
35. प्रकाशन वर्ष के अनुसार निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
श्रांतपथिक, प्रेममाधुरी, मिलन, प्रियप्रवास
प्रेममाधुरी, श्रांतपथिक, मिलन, प्रियप्रवास
प्रियप्रवास, श्रांतपथिक, प्रेममाधुरी, मिलन
प्रेममाधुरी, श्रांतपथिक, प्रियप्रवास, मिलन
रचनाओं का अनुक्रम: प्रेममाधुरी (भारतेंदु हरिश्चंद्र)- 1875 ई., श्रांतपथिक (श्रीधर पाठक)- 1902 ई., प्रियप्रवास (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1914 ई., मिलन (महादेवी वर्मा)
36. प्रकाशन-काल के अनुसार निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
उर्वशी, कनुप्रिया, कामायनी, यशोधरा
यशोधरा, कामायनी, कनुप्रिया, उर्वशी
रचनाओं का क्रम इस प्रकार है: यशोधरा (मैथिलीशरण गुप्त)- 1932 ई., कामायनी (जयशंकर प्रसाद)- 1935 ई., कनुप्रिया (धर्मवीर भारती)- 1959 ई., उर्वशी (रामधारी सिंह ‘दिनकर’)- 1961 ई.
यशोधरा, उर्वशी, कामायनी, कनुप्रिया
कामायनी, यशोधरा, कनुप्रिया, उर्वशी
37. प्रकाश वर्ष अनुसार निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
अनामिका, झरना, पल्‍लव, नीहार
पल्‍लव, नीहार, झरना, अनामिका
झरना, अनामिका, पल्लव, नीहार
रचनाओं का क्रम इस प्रकार है: झरना (जयशंकर प्रसाद)- 1918 ई., अनामिका (सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’)- 1923 ई., पल्‍लव (सुमित्रानन्दन पन्‍त)- 1928 ई., नीहार (महादेवी वर्मा)- 1930 ई.
झरना, पल्‍लव, अनामिका, नीहार
38. प्रकाशन वर्ष की दृष्टि से निम्नलिखित काव्यकृतियों का सही अनुक्रम है:
स्वप्न, साकेत, पल्‍लव, आँसू
साकेत, स्वप्न, पल्‍लव, आँसू
आँसू, पल्‍लव, स्वप्न, साकेत
काव्यकृतियों का अनुक्रम: आँसू (जयशंकर प्रसाद)- 1925 ई., पल्‍लव (सुमित्रानन्दन पन्‍त)- 1928 ई., स्वप्न (रामनरेश त्रिपाठी)- 1929 ई., साकेत (मैथिलीशरण गुप्त)- 1931 ई.
पल्‍लव, स्वप्न, आँसू, साकेत
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