UGC NET old Question Paper Hindi Quiz 2

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NTA UGC NET Hindi Mock Test

दोस्तों यह हिंदी quiz 2 है। यहाँ पर 2004 से लेकर 2019 तक के ugc net के प्रश्नपत्रों से hindi quiz दिया गया है। भक्तिकाल से लेकर रीतिकाल तक के काव्य से संबंधित पूछे गए क्रम वाले प्रश्नों को एक साथ दिया जा रहा है। nta द्वारा आयोजित ugc net hindi की तैयारी के लिए यह Quiz जरूर कारगर होगी। आप hindi quiz 1 भी देख सकते हैं।

1. आदिकालीन रचनाओं का सही अनुक्रम कौन-सा है?
भरतेश्वर बाहुबली रास, स्थूलिभद्र रास, नेमिनाथ रास, संगीत रत्नाकर
अनुक्रम: भरतेश्वर बाहुबली रास (शालिभद्र सूरी)- 1184 ई., स्थूलिभद्र रास (जिन धर्म सूरि)- 1209 ई., नेमिनाथ रास (सुमति गणि)- 1213 ई., संगीत रत्नाकर (शारंगदेव)- 13 वीं शदी
स्थूलिभद्र रास, नेमिनाथ रास, संगीत रत्नाकर, भरतेश्वर बाहुबली रास
नेमिनाथ रास, स्थूलिभद्र रास, भरतेश्वर बाहुबली रास, संगीत रत्नाकर
संगीत रत्नाकर, भरतेश्वर बाहुबली रास, नेमिनाथ रास, स्थूलिभद्र रास
2. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम है:
राउलवेल, कुवलयमालाकथा, उक्तिव्यक्ति प्रकरण, वर्णरत्नाकर
उक्तिव्यक्ति प्रकरण, राउलवेल, कुवलयमालाकथा, वर्णरत्नाकर
वर्णरत्नाकर उक्तिव्यक्ति प्रकरण, राउलवेल, कुवलयमालाकथा
कुवलयमालाकथा, राउलवेल, उक्तिव्यक्ति प्रकरण, वर्णरत्नाकर
अनुक्रम: कुवलयमालाकथा (उद्योतन सूरी)- 9वीं शदी, राउलवेल (रोड़ा कवि)- 10वीं शदी, उक्तिव्यक्ति प्रकरण (दामोदर पंडित)- 12वीं शदी, वर्णरत्नाकर (ज्योतिरीश्वर ठाकुर)- 14वीं शदी
3. काल के अनुसार निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम क्‍या है?
खुमाण रासो, बीसलदेव रासो, चन्दनबाला रास, पउमचरिउ
बीसलदेव रासो, चन्दनबाला रास, पउमचरिउ, खुमाण रासो
पउमचरिउ, खुमाण रासो, बीसलदेव रासो, चन्दनबाला रास
अनुक्रम: पउमचरिउ (स्वयंभू)- 8वीं शदी, खुमाण रासो (दलपति विजय)- 9वीं शदी, बीसलदेव रासो (नरपति नाल्ह)- 1155 ई., चन्दनबाला रास (आसगु)- 1200 ई.
चन्दनबाला रास, पउमचरिउ, खुमाण रासो, बीसलदेव रासो
4. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम है:
दोहाकोश, संदेशरासक, श्रावकाचार, कीर्तिलता
संदेशरासक, दोहाकोश, कीर्तिलता, श्रावकाचार
दोहाकोश, श्रावकाचार, संदेशरासक, कीर्तिलता
अनुक्रम: दोहाकोश (सरहपा)- 769 ई., श्रावकाचार- (देवसेन)- 933 ई., संदेशरासक (अब्दुल रहमान)- 1147 ई., कीर्तिलता (विद्यापति)- 14वीं शती
दोहाकोश, श्रावकाचार, कीर्तिलता, संदेशरासक
5. रामवृ़क्ष बेनीपुरी के अनुसार लेखन-काल की दृष्टि से विद्यापति की रचनाओं का सही अनुक्रम है:
कीर्तिलता, भू-परिक्रमा, पुरुष परीक्षा, कीर्तिपताका
अनुक्रम: कीर्तिलता, भू-परिक्रमा, पुरुष परीक्षा, कीर्तिपताका
भू-परिक्रमा, पुरुष परीक्षा, कीर्तिलता, कीर्तिपताका
कीर्तिलता, कीर्तिपताका, भू-परिक्रमा, पुरुष परीक्षा
पुरुष परीक्षा, भू-परिक्रमा, कीर्तिलता, कीर्तिपताका
6. रचनाकाल के अनुसार निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
राउलवेल, कुवलयमाला कथा, वर्णरत्नाकर, उक्तिव्यक्तिप्रकरण
उक्‍तिव्यक्तिप्रकरण, वर्णरत्नाकर, कुवलयमाला कथा, राउलवेल
कुवलयमाला कथा, राउलवेल, उक्तिव्यक्तिप्रकरण, वर्णरत्नाकर
अनुक्रम: कुवलयमाला कथा (उद्यतन सूरि)- 9वीं शदी, राउलवेल (रोड़ कवि)- 10वीं शदी, उक्तिव्यक्तिप्रकरण (दामोदर शर्मा)- 12वीं शदी, वर्णरत्नाकर (ज्योतीश्वर ठाकुर)- 14वीं शदी
वर्णरत्नाकर, उक्तिव्यक्तिप्रकरण, राउलवेल, कुवलयमाला कथा
7. रामचरितमानस के ‘काण्डों’ का सही अनुक्रम क्या है?
अरण्य काण्ड, किष्किंधा काण्ड, अयोध्या काण्ड, बाल काण्ड
बाल काण्ड, अयोध्या काण्ड, अरण्य काण्ड, किष्किंधा काण्ड
रामचरितमानस के ‘काण्डों’ का अनुक्रम: बाल काण्ड, अयोध्या काण्ड, अरण्य काण्ड, किष्किंधा काण्ड, सुंदर काण्ड, लंका काण्ड, उत्तर काण्ड
बाल काण्ड, किष्किंधा काण्ड, अरण्य काण्ड, अयोध्या काण्ड
अयोध्या काण्ड, अरण्य काण्ड, बाल काण्ड, किष्किंधा काण्ड
8. प्रेमाख्यान काव्य परम्परा की प्रमुख रचनाओं का सही क्रम क्‍या है?
चन्दायन, मृगावती, पद्मावत, मधुमालती
अनुक्रम: चन्दायन (मुल्ला दाऊद)- 1379 ई., मृगावती (कतुबन)- 1501 ई., पद्मावत (जायसी)- 1540 ई., मधुमालती (मंझन)- 1545 ई.
मधुमालती, मृगावती, चन्दायन, पद्मावत
पद्मावत, चन्दायन, मृगावती, मधुमालती
मृगावती, पद्मावत, मधुमालती, चन्दायन
9. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित ग्रन्थों का सही अनुक्रम है:
अनुराग बाँसुरी, मृगावती, ज्ञानदीप, इंद्रावती
ज्ञानदीप, मृगावती, अनुराग बाँसुरी, इंद्रावती
मृगावती, ज्ञानदीप, इंद्रावती, अनुराग बाँसुरी
अनुक्रम: मृगावती (कतुबन)- 1501 ई., ज्ञानदीप (शेख नवीं)- 1619 ई., इंद्रावती (नूरमुहम्मद)- 1744 ई., अनुराग बाँसुरी (नूर मुहम्मद)- 1821 ई.
इंद्रावती, मृगावती, ज्ञानदीप, अनुराग बाँसुरी
10. रचना-काल की दृष्टि से निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम क्या हैं?
मृगावती, पद्मावत, चित्रावली, इन्द्रावती
अनुक्रम: मृगावती (कतुबन)- 1501 ई., पद्मावत (जायसी)- 1540 ई., चित्रावली (उसमान)- 1613 ई., इन्द्रावती (नुरमुहम्मद)- 1744 ई.
पद्मावत, चित्रावली, मृगावती, इन्द्रावती
चित्रावली, मृगावती, इन्द्रावती, पद्मावत
इन्द्रावती, पद्मावत, चित्रावली, मृगावती
11. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित रचनाओं का सही क्रम हैं:
हंसजवाहिर, जयचंद प्रकाश, मधुमालती, मृगावती
मधुमालती, मृगावती, जयचंद प्रकाश, हंसजवाहिर
मृगावती, मधुमालती, हंसजवाहिर, जयचंद प्रकाश
जयचंद प्रकाश, मृगावती, मधुमालती, हंसजवाहिर
अनुक्रम: जयचंद प्रकाश (केदार भट्ट)- 1224 ई., मृगावती (कतुबन)- 1503 ई., मधुमालती (मंझन)- 1545 ई., हंस जवाहिर (कासिम शाह)- 1731 ई.
12. रचनाकाल के आधार पर निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
ज्ञानदीप, इन्द्रावती, प्रेमरतन, हंसजवाहिर
इन्द्रावती, प्रेमरतन, ज्ञानदीप, हंसजवाहिर
प्रेमरतन, इन्द्रावती, हंसजवाहिर, ज्ञानदीप
ज्ञानदीप, प्रेमरतन, हंसजवाहिर, इन्द्रावती
अनुक्रम: ज्ञानदीप (शेख नबीं)- 1619 ई., प्रेमरतन, हंस जवाहिर (कासिम शाह)- 1731 ई., इन्द्रावती (नुरमुहम्मद)- 1744 ई.
13. रचनाकाल के आधार पर निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
मृगावती, चांदायन, मधुमालती, चित्रावली
चांदायन, मृगावती, मधुमालती, चित्रावली
अनुक्रम: चांदायन (मुल्ला दाऊद)- 1379 ई., मृगावती (कतुबन)- 1503 ई., मधुमालती (मंझन)- 1545 ई., चित्रावली (उसमान)- 1613 ई.
मधुमालती, चांदायन, चित्रावली, मृगावती
चित्रावली, मधुमालती, चांदायन, मृगावती
14. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित काव्यकृतियों का सही अनुक्रम है:
हंस जवाहिर, पुहुपावती, यूसुफ जुलेखा, अनुराग बांसुरी
पुहुपावती, हंस जवाहिर, यूसुफ जुलेखा, अनुराग बांसुरी
पुहुपावती, हंस जवाहिर, अनुराग बांसुरी, यूसुफ जुलेखा
अनुक्रम: पुहुपावती (दुखहरन दास)- संवत् 1726, हंस जवाहिर (कासिम शाह)- 1731 ई., अनुराग बाँसुरी (नूर मुहम्मद)- 1821 ई., यूसुफ जुलेखा (शेख निसार)
अनुराग बांसुरी, हंस जवाहिर, पुहुपावती, यूसुफ जुलेखा
15. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित सूफी रचनाओं का सही अनुक्रम है:
चित्रावली, मृगावती, चांदायन, अनुराग बाँसुरी
मृगावती, चित्रावली, चांदायन, अनुराग बाँसुरी
चांदायन, मृगावती, अनुराग बाँसुरी, चित्रावली
चांदायन, मृगावती, चित्रावली, अनुराग बाँसुरी
अनुक्रम: चांदायन (मुल्ला दाऊद)- 1379 ई., मृगावती (कतुबन)- 1501 ई., चित्रावली (उसमान)- 1613 ई., अनुराग बाँसुरी (नूर मुहम्मद)- 1821 ई.
16. गोस्वामी तुलसीदास की रचनाओं का सही क्रम कौन-सा है?
गीतावली, दोहावली, विनय पत्रिका, रामचरित मानस
रामचरित मानस, दोहावली, गीतावली, विनय पत्रिका
अनुक्रम: रामचरित मानस- 1574 ई., दोहावली- 1640 ई., गीतावली- 1653 ई., विनय पत्रिका- 1653 ई.
दोहावली, गीतावली, रामचरित मानस, विनय पत्रिका
विनय पत्रिका, दोहावली, गीतावली, रामचरित मानस
17. इन कृतियों का काल के आधार पर सही अनुक्रम कौन-सा है?
रसिकप्रिया, श्रृंगार मंजरी, षड्ऋतु वर्णन, रस रहस्य
अनुक्रम: रसिकप्रिया (केशवदास)- 1591 ई., श्रृंगार मंजरी (चिंतामणि)- 1643 ई., षड्ऋतु वर्णन (ग्वालकवि)- 1650-70 ई., रसरहस्य (कुलपति मिश्र)- 1670 ई.
श्रृंगार मंजरी, रसिकप्रिया, रस रहस्य, षड्ऋतु वर्णन
रस रहस्य, षड्ऋतु वर्णन, श्रृंगार मंजरी, रसिकप्रिया
षड्ऋतु वर्णन, रस रहस्य, रसिकप्रिया, श्रृंगार मंजरी
18. रचनाकाल के अनुसार निम्नलिखित काव्यकृतियों का सही क्रम है:
ललित ललाम, भावविलास, श्रृंगार निर्णय, जगद्‌ विनोद
अनुक्रम: ललित ललाम (मतिराम)- 1661 ई., भावविलास (देव)- 1689 ई., श्रृंगार निर्णय (भिखारीदास)- 1750 ई., जगद्‌ विनोद (पद्माकर)- 1803 ई.
ललित ललाम, श्रृंगार निर्णय, भावविलास, जगद्‌ विनोद
ललित ललाम, जगद्‌ विनोद, श्रृंगार निर्णय, भावविलास
भावविलास, ललित ललाम, श्रृंगार निर्णय, जगद्‌ विनोद
19. रचनाकाल के आधार पर रचनाओं की सही क्रम है:
कविकुलकल्पतरु, रसिकप्रिया, ललित ललाम, अलंकारमाला
रसिकप्रिया, कविकुलकल्पतरु, ललित ललाम, अलंकारमाला
अनुक्रम: रसिकप्रिया (केशवदास)- 1591 ई., कविकुलकल्पतरु (चिंतामणि)- 1630 ई., ललित ललाम (मतिराम)- 1661 ई., अलंकारमाला (सूरति मिश्र)- 1710 ई.
रसिकप्रिया, ललित ललाम, अलंकारमाला, कविकुलकल्पतरु
अलंकारमाला, रसिकप्रिया, कविकुलकल्पतरु, ललित ललाम
20. रचनाकाल की दृष्टि से भिखारीदास की निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
श्रृंगार निर्णय, काव्य निर्णय, छंदार्णव पिंगल, रस सारांश
काव्य निर्णय, छंदार्णव पिंगल, रस सारांश, श्रृंगार निर्णय
रस सारांश, छंदार्णव पिंगल, काव्य निर्णय, श्रृंगार निर्णय
अनुक्रम: रस सारांश- 1742 ई., छंदार्णव पिंगल- 1742 ई., काव्य निर्णय- 1746 ई., श्रृंगार निर्णय- 1750 ई.
छंदार्णव पिंगल, रस सारांश, श्रृंगार निर्णय, काव्य निर्णय
21. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
शिवराजभूषण, ललितललाम, पद्माभरण, नवरसतरंग
नवरसतरंग, शिवराजभूषण, ललितललाम, पद्माभरण
पद्माभरण, ललितललाम, शिवराजभूषण, नवरसतरंग
ललितललाम, शिवराजभूषण, पद्माभरण, नवरसतरंग
अनुक्रम: ललित ललाम (मतिराम)- 1661 ई., शिवराजभूषण (भूषण)- 1673 ई., पद्माभरण (पद्माकर), नवरसतरंग (बेनी प्रवीन)- 1817 ई.
22. कालक्रम की दृष्टि से निम्नलिखित काव्यकृतियों का सही अनुक्रम है:
अंगदर्पण, विरहवारीश, व्यंग्यार्थकौमुदी, मधुरप्रिया
अनुक्रम: अंगदर्पण (रसलीन)- 1737 ई., विरहवारीश- (बोधा), व्यंग्यार्थकौमुदी (प्रतापि साहि)- 1825 ई., मधुरप्रिया (पजनेश)
व्यंग्यार्थकौमुदी, अंगदर्पण, मधुरप्रिया, विरहवारीश
विरहवारीश, मधुरप्रिया, अंगदर्पण, व्यंग्यार्थकौमुदी
मधुरप्रिया, अंगदर्पण, व्यंग्यार्थकौमुदी, विरहवारीश
23. रचना काल के अनुसार भारतेन्दु हरिश्चंद्र की निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है:
प्रेमतरंग, सतसई सिंगार, मधु मुकुल, भक्त सर्वस्व
भक्त सर्वस्व, सतसई सिंगार, प्रेमतरंग, मधु मुकुल
भक्त सर्वस्व, प्रेमतरंग, सतसई सिंगार, मधु मुकुल
अनुक्रम: भक्त सर्वस्व, प्रेमतरंग, सतसई सिंगार, मधु मुकुल
सतसई सिंगार, भक्त सर्वस्व, प्रेमतरंग, मधु मुकुल
24. कालक्रम की दृष्टि से निम्नलिखित ग्रन्थों का सही अनुक्रम है:
भावविलास, काव्यनिर्णय, रसरहस्य, जगद्विनोद
रसरहस्य, भावविलास, काव्यनिर्णय, जगद्विनोद
अनुक्रम: रसरहस्य (कुलपति मिश्र)- 1670 ई., भावविलास (देव)- 1689 ई., काव्य निर्णय (भिखारीदास)- 1746 ई., जगद्‌ विनोद (पद्माकर)- 1803 ई.
काव्यनिर्णय, रसरहस्य, जगद्विनोद, भावविलास
भावविलास, काव्यनिर्णय, जगद्विनोद, रसरहस्य
25. निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम क्या है?
कीर्तिलता, रामचरित मानस, रसराज, प्रिय-प्रवास
अनुक्रम: कीर्तिलता (विद्यापति)- 14वीं शती, रामचरित मानस- 1574 ई., रसराज (मतिराम)- 17वीं शदी, प्रिय-प्रवास (अयोध्यासिंह उपध्याय ‘हरिऔध’)- 1909 से 1913 ई.
प्रिय-प्रवास, रसराज, रामचरित मानस, कीर्तिलता
रामचरित मानस, प्रिय-प्रवास, कीर्तिलता, रसराज
रसराज, प्रिय-प्रवास, कीर्तिलता, रामचरित मानस
26. निम्नलिखित रचनाओं का कालक्रमानुसार सही अनुक्रम लिखिए:
कीर्त्तिलता, विनयपत्रिका, वीरसिंह देव चरित, ठाकुर ठसक
अनुक्रम: कीर्त्तिलता (विद्यापति)- 13 वीं शती, विनयपत्रिका (तुलसीदास)- 1596 ई., वीरसिंह देव चरित (केशवदास)- 1607 ई., ठाकुर ठसक (ठाकुर)- 1600 ई. के बाद
ठाकुर ठसक, विनयपत्रिका, कीर्त्तिलता, वीरसिंह देव चरित
वीरसिंह देव चरित, ठाकुर ठसक, कीर्त्तिलता, विनयपत्रिका
विनयपत्रिका, कीर्त्तिलता, ठाकुर ठसक, वीरसिंह देव चरित
27. निम्नलिखित रचनाओं का कालक्रमनुसार सही अनुक्रम क्या है?
उर्वशी, पद्मावत, पथिक, अनामिका
पद्मावत, पथिक, अनामिका, उर्वशी
अनुक्रम: पद्मावत (जायसी)- 1540 ई., पथिक (राम नरेश त्रिपाठी)- 1920 ई., अनामिका (सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’)- 1923 ई., उर्वशी (रामधारी सिंह ‘दिनकर’)- 1961 ई.
पद्मावत, उर्वशी, अनामिका, पथिक
पथिक, पद्मावत, उर्वशी, अनामिका
28. निम्नलिखित रचनाओं का कालक्रमानुसार सही अनुक्रम लिखिए:
आखिरी कलाम, वैराग्य संदीपनी, बरवै नायिकाभेद, बीसलदेव रासो
बीसलदेव रासो, आखिरी कलाम, वैराग्य संदीपनी, बरवै नायिकाभेद
अनुक्रम: बीसलदेव रासो (नरपति नाल्ह)- 1155 ई., आखिरी कलाम (जायसी)- 1528 ई., वैराग्य संदीपनी (तुलसीदास)- 1557 ई., बरवै नायिकाभेद (रहीमदास)- 1610-15 ई.
बरवै नायिकाभेद, वैराग्य संदीपनी, आखिरी कलाम, बीसलदेव रासो
बीसलदेव रासो, वैराग्य संदीपनी, बरवै नायिकाभेद, आखिरी कलाम
29. निम्नलिखित रचनाओं का कालक्रमानुसार सही अनुक्रम लिखिए:
रामचन्द्रिका, रामचरितमानस, वैदेही वनवास, राम की शक्तिपूजा
रामचरितमानस, रामचन्द्रिका, वैदेही वनवास, राम की शक्तिपूजा
अनुक्रम: रामचरितमानस (तुलसीदास)- 1574 ई., रामचन्द्रिका (केशवदास)- 1601 ई., वैदेही वनवास (हरिऔध)- 1940 ई., राम की शक्तिपूजा (निराला)- 1936 ई.
वेदेही वनवास, राम की शक्तिपूजा, रामचरितमानस, रामचन्द्रिका
राम को शक्तिपूजा, रामचरितमानस, रामचन्द्रिका, वैदेही वनवास
30. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम बताइये:
कृष्णायन, कीर्तिपताका, रामचरितमानस, रामचन्द्रिका
अनुक्रम: कीर्तिपताका (विद्यापति)- 13वीं शदी, रामचरितमानस (तुलसीदास)- 1574 ई., रामचन्द्रिका (केशवदास)- 1601 ई., कृष्णायन (द्वारिका प्रसाद मिश्र)- 1943 ई.
कीर्तिपताका, रामचरितमानस, रामचन्द्रिका, कृष्णायन
रामचरितमानस, रामचन्द्रिका, कृष्णायन, कीर्तिपताका
रामचन्द्रिका, रामचरितमानस, कीर्तिपताका, कृष्णायन
31. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम है:
कीर्तिलता, भक्‍तमाल, छिताईवार्ता, चित्रावली
अनुक्रम: कीर्तिलता (विद्यापति)- 14वीं शती, भक्‍तमाल (नाभादास)- 16वीं शती, छिताईवार्ता (नारायणदास)- 16वीं शती, चित्रावली (उसमान)- 1613 ई.
भक्‍तमाल, छिताईवार्ता, कीर्तिलता, चित्रावली
चित्रावली, कीर्तिलता, भक्तमाल, छिताईवार्ता
छिताईवार्ता, कीर्तिलता, भक्तमाल, चित्रावली

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