‘जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार’ (george grierson award) केंद्रीय हिंदी संस्थान द्वारा जॉर्ज ग्रियर्सन की स्मृति में प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार विदेशी विद्वानों को विदेशों में हिंदी के प्रचार-प्रसार एवं लेखन में उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया जाता है। डॉ. जॉर्ज ग्रियर्सन ने भारत की भाषाओं और बोलियों का विस्तार से वर्णन और सर्वेक्षण का काम किया था। भारतीय भाषाओँ के संबंध में जितना शोध इन्होंने किया उतना भाषाओं और बोलियों के संबंध में खोज तथा छानबीन का इतना विशाल एवं विस्तृत प्रयत्न किसी भी देश में नहीं किया गया। यह पुरस्कार 1994 ई. से केंद्रीय हिंदी संस्थान (kendriya hindi sansthan) द्वारा प्रदान किया जाता है। जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार पुरस्कार प्राय: किसी जाने-माने विदेशी व्यक्ति को उसकी उल्लेखनीय हिंदी सेवाओं के लिए प्रदान किया जाता है। दूसरी बात प्रतिवर्ष एक ही व्यक्ति को इस पुरस्कार के लिए चुना जाता है।
जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार से सम्मानित विद्वानों की सूची
वर्ष (ई.) | सम्मानित विद्वान |
1994 | लोठार लुत्स |
1995 | मारिया क्षिश्तोफ बृस्की |
1996 | ओदोलेन स्मेकल |
1997 | रुपर्ट स्नेल |
1998 | अभिमन्यु अनत |
1999 | पी. ए. बाशननी्कोव |
2000 | जिन दिंग हान (चीन) |
2001 | नरेश भारतीय |
2001 | तोमियो मिजोकामी |
2002 | मारिया नेज्यैशी |
2003 | तोशियो तनाका |
2004 | रोनाल्ड स्टुअर्ट मैक्ग्रेगर |
2005 | इन्द्रा दसनायक |
2006 | मारिओला ओफ्रेदी |
2007 | दानूता स्ताशिक, पौलैंड |
2008 | हरमन वान ओल्फ़न, अमरीका |
2009 | ली जंग हो, दक्षिण कोरिया |
2010 | शमतोफ़ आज़ाद, उज़बेकिस्तान |
2011 | उ जो किम, दक्षिण कोरिया |
2012 | अलका धनपत, मॉरीशस |
2013 | ग फू फिंग, चीन |
2014 | शिचिरो सोमा, जापान |
2015 | ताकेशी फजिइ, जापान गब्रिइलाइनिक इलिएवा, न्यूयार्क |
2016 | सत्यदेव टेंगर, मॉरीशस जियांग जिंग ख्वे, चीन |
2017 | उदय नारायण गंगू, मारिशास आमिर फ़ैज़ुल्लाह, उज़्बेकिस्तान |
2018 | हाइंस वरनर वैसलर, जर्मनी शरणगुप्त वीरसिंह, श्रीलंका |
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