Value Addition Courses Hindi Syllabus DU

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Delhi University VAC Hindi Syllabus

दिल्ली विश्वविद्यालय बी.ए. पाठ्यक्रम में Value Addition Courses Hindi को जोड़ा है। VAC हिंदी का यह Syllabus तीन भागों में विभाजित है- भारतीय भक्ति परंपरा, साहित्य, संस्कृति और सिनेमा तथा सृजनात्मक लेखन के आयाम। NEP 2020 के अनुसार “शिक्षा प्रणाली का उद्देश्य अच्छे नैतिक विचारों और मूल्यों के साथ तर्कसंगत विचार और कार्रवाई, करुणा और सहानुभूति, साहस और लचीलापन, वैज्ञानिक स्वभाव और रचनात्मक कल्पना के लिए सक्षम अच्छे इंसानों को विकसित करना है।” इसलिए इस पाठ्यक्रम को जोड़ा गया है। Delhi University B.A. Value Addition Courses Hindi का Syllabus नीचे दिया गया है-

भारतीय भक्ति परंपरा और मानव मूल्य (VAC- 1)

इकाई- 1: भारतीय भक्ति परंपरा

  • भक्ति: अर्थ और अवधारणा
  • भक्ति के विभिन्‍न संप्रदाय और सिद्वांत
  • भारत की सांस्कृति एकता और भक्ति
  • भक्ति का अखिल भारतीय स्वरूप

इकाई- 2: भारत के कुछ प्रमुख भक्त और उनके विचार

  • संत तिरुवल्लुवर, आण्डाल, अक्कमहादेवी, ललद्यद, मीराबाई, तुलसीदास, कबीरदास, रैदास, गुरु नानक, सूरदास, जायसी, तुकाराम, नामदेव, नरसिह मेहता, वेमना, कुंचन, नम्बियार, चतैन्य महाप्रभु, चंडीदास, सारला दास, शंकरदेव

इकाई- 3: मानव मूल्य और भक्ति

  • मानव मूल्य का अर्थ
  • चयनित भक्त कवियों की जीवन मूल्यपरक कविताएँ

Practical component (if any)-

  • पाठ्यक्रम में उल्लिखित कवियों में से किसी एक कवि की रचनाओं में विभिन्‍न मानव मूल्यों के आधार पर प्रोजेक्ट
  • वर्तमान समय में भक्ति की प्रासंगिकता को समझना; सर्वे और साक्षात्कार पद्धति के आधार पर
  • जीवन में मानव मूल्यों के प्रति पालन पर सर्वे और साक्षात्कार के आधार पर एक रिपोर्ट बनाना
  • उल्लिखित कवियों में से किसी एक कवि से संबंधित किसी मठ, आश्रम या मंदिर आदि, अथवा कोई फिल्म/ डॉक्युमेंट्री के आधार पर रिपोर्ट बनाना
  • आवश्यक हो, तो छात्र प्रोजेक्ट रिपोर्ट के रूप में अपने अनुभव साझा करें

Any other Practical/Practice as decided from time to time.

Essential/recommended readings

  1. भक्ति का उद्भव और विकास तथा वैष्णव भक्ति के विविध रूप, भारतीय साहित्य का समेकित इतिहास; संपादक- डॉ. नगेंद्र, हिंदी माध्यम कार्यान्वयन निदेशालय, दिल्‍ली विश्वविद्यालय, दिल्‍ली, पृष्ठ संख्या 215-250
  2. कुछ प्रमुख कवियों के चयनित पद
  3. भक्ति आंदोलन और भक्ति काव्य- शिव कुमार मिश्र, अभिव्यक्ति प्रकाशन, इलाहाबाद
  4. मानव मूल्य और साहित्य- डॉ. धर्मवीर भारती, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्‍ली

Suggested readings

  1. भक्ति के आयाम- डॉ. पी. जयरामन, वाणी प्रकाशन, नई दिल्‍ली
  2. हिंदी साहित्य का इतिहास- आचार्य रामचंद्र शुक्ल, लोक भारती प्रकाशन, इलाहाबाद
  3. मध्यकालीन हिंदी काव्य का स्त्री पक्ष- डॉ. पूनम कुमारी, अनामिका पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्युटर्स, नई दिल्‍ली
  4. मध्यकालीन हिंदी भक्ति काव्य: पुनर्मूल्‍यांकन के आयाम- डॉ. पूनम कुमारी, अनामिका
  5. पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्युटर्स, नई दिल्‍ली

साहित्य, संस्कृति और सिनेमा (VAC- 2)

इकाई- 1: साहित्य, संस्कृति और सिनेमा का सामान्य परिचय

  • साहित्य, संस्कृति और सिनेमा: परिभाषा और स्वरूप
  • साहित्य, संस्कृति और सिनेमा का अंतःसंबंध

इकाई- 2: साहित्यिक कृतियों पर आधारित सिनेमा

  • साहित्यिक कृतियों पर आधारित सिनेमा में परिकल्पना
  • साहित्यिक कृतियों पर आधारित सिनेमा की प्रासंगि कता
  • साहित्यिक कृतियों पर आधारित सिनेमा- आनंदमठ 1952, तीसरी कसम 1966, रजनीगंधा 1974, पद्मावत 2016

इकाई- 3: हिंदी सिनेमा में सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों की अभिव्यक्ति

  • सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्य
  • सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्य के शक्तिशाली उपकरण के रूप में सिनेमा
  • हिंदी सिनेमा में अंतर्निहित सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्य- मदर इंडिया 1957, बंदिनी 1963, पूरब और पश्चिम 1970, हम आपके हैं कौन 1994, टॉयलेट: एक प्रेमकथा 2017

Practical component (if any)-

  • भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित लघु फिल्‍म हेतु पटकथा लेखन (8-40 मिनट)
  • साहित्यिक रचनाओं का फिल्मांतरण (8-40 मिनट); यह सामूहिक क्रियाकलाप होगा
  • राष्ट्रप्रेम, कुट्रंब, शांति, पर्यावरण, जल-संरक्षण, स्वच्छता, मित्रता, सत्यनिष्ठा, कर्मनिष्ठा, समरसता में से किसी एक विषय पर मूक फिल्म निर्माण (8-40 मिनट)
  • आवश्यक हो, तो छात्र प्रोजेक्ट रिपोर्ट के रूप में अपने अनुभव साझा करें

Any other Practical/Practice as decided from time to time

Essential/Recommended readings

  1. संस्कृति क्‍या है (निबंध) संस्कृति, भाषा और राष्ट्र- रामधारी सिहं दिनकर, लोक भारती प्रकाशन, दिल्ली
  2. साहित्य का उद्देश्य (निबंध)- प्रेमचंद, एस.के. पब्लिशर्स, नई दिल्‍ली
  3. भारतीय संस्कृति के स्वर- महादेवी वर्मा, राजपाल एंड संस प्रकाशन, दिल्ली
  4. हिंदी सिनेमा: भाषा, समाज और संस्कृति (लेख), भाषा, साहित्य, समाज और सस्कृति, खंड 6- प्रो. लालचंद राम, अक्षर पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स, दिल्ली
  5. सिनेमा और साहित्य का अंतःसंबंध (लेख), साहित्य और सिनेमा- परुषोतम कुंदे (संपा.), साहित्य संस्थान,
  6. साहित्यिक रचनाओं का फिल्मांतरण (लेख)- लोकप्रिय सिनेमा और सामाजिक यथार्थ- जवरीमल पारख, अनामि का पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स प्रा.लि., दिल्ली

Suggested readings

  1. सिनेमा और संस्कृति ,राही मासूम रजा, वाणी प्रकाशन, प्रकाशन वर्ष, 2048.
  2. जीवन को गढ़ती फिल्में, प्रयाग शुक्ल
  3. सिनेमा और संसार, उदयन वाजपेयी
  4. साहित्य, संस्कृति और समाज परिवर्तन की प्रक्रिया (निबंध)- अज्ञेय, सं. कृष्णदत्त पालीवाल, सस्ता साहित्य मंडल, नई दिल्‍ली
  5. सिनेमा समकालीन सिनेमा- अजय ब्रह्मात्मज, वाणी प्रकाशन, दिल्ली
  6. कल्चर इन्डस्ट्री रिकन्सि डर्ड, कल्चरइन्डस्ट्री: थ्योडोरएडोर्नों- राउटलेज (भारतीय संस्करण)
  7. दि सिग्निफिकेन्स ऑफ कल्चर इन अन्डर्स्टैंडिग ऑफ सोशल चेंज इन कन्टेम्पररि इंडियाः
  8. कल्चर चेंज इन इंडिया: आइडन्टिटी एंड ग्लोबलाइजेशन- योगेन्द्र सिहं, रावत पब्लिकेशन, जयपुर

सृजनात्मक लेखन के आयाम (VAC 3)

इकाई- 1: सृजनात्मक लेखन

  • सृजनात्मक लेखन: अर्थ, स्वरूप और बोध
  • सृजनात्मक लेखन और परिवेश
  • सृजनात्मक लेखन और व्यक्तित्व निर्माण

इकाई- 2: सृजनात्मक लेखन: भाषिक संदर्भ

  • भाव और विचार का भाषा में रूपान्‍तरण
  • साहित्यिक भाषा की विभिन्‍न छवियाँ
  • प्रिटं तथा इलेक्ट्रोनिक माध्यमों की भाषा का अंतर

इकाई- 3: सृजनात्मकता लेखन- विविध आयाम

  • कविता, गीत, लघु कथा
  • हास्य-व्यंग्य लेखन
  • पल्‍लवन, संक्षेपण, अनुच्छेद

Practical component (if any)-

  • कक्षा में प्रत्येक विद्यार्थी द्वारा ‘मेरी पहली रचना’ शीर्षक से किसी भी विधा में लेखन
  • किसी भी साहित्यिक रचना का भाषा की दृष्टि से विश्लेषण
  • इकाई- 3 में उल्लिखित विधाओं में विद्‌यार्थियों दूवारा लेखन एवं सामूहिक चर्चा
  • प्रत्येक इकाई से संबन्धित परियोजना कार्य:
  1. समसामयिक विषयों पर किसी भी विधा में लेखन- बदलते जीवन मूल्य, महामारी, राष्ट्र निर्माण में छात्र की भूमिका, युवाओं के कर्तव्य, पर्यावरण संरक्षण, लोकतन्त्र में मीडिया की भमिका, ऑनलाइन शॉपिग अथवा अन्य समसामयिक विषय
  2. किसी उत्सव, मेला, प्रदर्शनी, संग्रहालय और किसी दर्शनीय स्थल का भ्रमण तथा उस पर परियोजना कार्य
  • प्रिटं माध्यम के खेल, राजनीति, आर्थिक और फिल्‍म जगत आदि से जुडी सामग्री का भाषा की दृष्टि से विवेचन
  • इलेक्ट्रोनिक माध्यम के समाचार, धारावाहिक, विज्ञापन आदि का भाषा की दृष्टि से विवेचन
  • आवश्यक हो, तो छात्र प्रोजेक्ट रिपोर्ट के रूप में अपने अनुभव साझा करें

Any other Practical/Practice as decided from time to time.

Essential/recommended readings

  1. लेखन एक प्रयास- हरीश चन्द्र काण्डपाल, ब्लू रोज पब्लिशर्स, दिल्ली
  2. रचनात्मक लेखन- सं. रमेश गौतम, भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली
  3. साहित्य-चिंतन: रचनात्मक आयाम- रघुवंश

Suggested readings

  1. अग्नि की उड़ान- अबुल कलाम आज़ाद
  2. टेलीविजन की भाषा- हरीश चन्द्र बर्णवाल, राधाकृष्ण प्रकाशन, नई दिल्‍ली
  3. छोटे पर्दे का लेखन- हरीश नवल
  4. काव्यभाषा: रचनात्मक सरोकार- प्रो. राजमणि शर्मा 5. कविता रचना प्रक्रिया- कुमार विमल
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