इस पोस्ट में आप समकालीन हिंदी कथालोचना से सम्बन्धित आलोचकों एवं उनकी रचनाओं को पढ़ सकते है। हिंदी के प्रमुख कथा आलोचक और उनके आलोचना ग्रंथो की सूची यहाँ दी जा रही है ।
समकालीन हिंदी कथालोचना के आलोचक और आलोचना ग्रंथ सूची–
गोपाल राय
1. उपन्यास का शिल्प
2. अज्ञेय के उपन्यास
3. हिंदी उपन्यास का इतिहास
4. हिंदी कहानी का इतिहास (3 भाग)
5. गोदान : नया परिपेक्ष्य,
6. हिंदी उपन्यास कोश (2 भाग)
गोपाल राय
राजेन्द्र यादव
1. कहानी : स्वरूप और संवेदना
2. उपन्यास : स्वरूप और संवेदना
3. कहानी अनुभव और अभिव्यक्ति
4. एक दुनियाँ समानांतर की भूमिका
5. प्रेमचंद की विरासत
6.
राजेन्द्र यादव
चंद्रकांत बांदिवडेकर
1. अज्ञेय की कविता एक मूल्यांकन
2. कविता की तलाश
3. उपन्यास : स्थिति और गति
4. जैनेन्द्र के उपन्यास : मर्म की तलाश
5. आधुनिक हिंदी उपन्यास : सृजन और आलोचना
6. कथाकार अज्ञेय
7. धर्मवीर भारती : व्यक्तित्व और कृतित्व
8. कविता का स्वभाव चंद्रकांत देवताले की कविता
9. गोविंद मिश्र सृजन के आयाम
10.
चंद्रकांत बांदिवडेकर
विजय मोहन सिंह
1. आज की कहानी
2. कथा-समय
3. समय और साहित्य
4. बीसवीं शताब्दी का हिंदी साहित्य
5. भेद खोलेगी बात ही
6.
विजय मोहन सिंह
मधुरेश
1. हिंदी उपन्यास का विकास
2. हिंदी कहानी का विकास
3. हिंदी आलोचना का विकास
4. शिनाख्त
5. चित्रलेखा का महत्व
6. मार्क्सवादी जीवन-दृष्टि और रांगेय राघव
7. रागदरबारी का महत्व (सं.)
8.
मधुरेश
पुष्पपाल सिंह
1. समकालीन कहानी : रचना-मुद्रा
2. समकालीन कहानी : नया परिपेक्ष्य
3. कमलेश्वर कहानी का संदर्भ
4. समकालीन कहानी युगबोध का संदर्भ
5. समकालीन हिंदी कहानी
6. 21वीं शती का हिंदी उपन्यास
7. भूमंडलीकरण और हिंदी उपन्यास
8. कहानी का उत्तर समय : सृजन संदर्भ
पुष्पपाल सिंह
समकालीन हिंदी कथालोचना के अन्य आलोचकऔर आलोचना ग्रंथ सूची–
1. नवल किशोर
मानववाद और साहित्य,आधुनिक हिंदी उपन्यास और मानवीय अर्थवत्ता
2. मोहन राकेश
साहित्य और संस्कृति
3. कमलेश्वर
नयी कहानी की भूमिका,कथा संस्कृति
4. मार्कंडेय
कहानी की बात,प्रगतिशील साहित्य की जिम्मेदारी,चक्रधर की साहित्यधारा,हिंदी कहानी : यथार्थवादी नजरिया
5. रमेश उपाध्याय
जनवादी कहानी : पृष्ठभूमि से पुनर्विचार तक,हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक सरोकार,कहानी की समाजशास्त्रीय समीक्षा,आज का पूँजीवाद और उसका उत्तर आधुनिकतावाद
6. बटरोही
कहानी : रचना-प्रकिया और स्वरूप,हिंदी कहानी : 15 पगचिन्ह,कहानी : संवाद का तीसरा आयाम