नीचे भारतीय काव्यशास्त्र के प्रमुख आचार्य एवं उनके ग्रन्थों को काल-क्रम नुसार दिया जा रहा है, क्योंकि अक्सर सीधे प्रश्न पूछ लिए जाते हैं की अमुख रचना किसकी है? या कौन सा लेखक काल-क्रम में पहले आता है? bhartiy kavyshastr ke aachary aur unke granth kalkrmanusar dekhnen.
भारतीय काव्यशास्त्र के प्रमुख आचार्य एवं उनके ग्रंथ कालक्रमानुसार सूची-
आचार्यों के नाम
ग्रन्थ
समय
भरत मुनि
नाट्यशास्त्र
2री शती ई. पू. से 2री ई. पू.
भामह
काव्यालंकार (6 भाग)
6ठी शती का मध्यकाल
दंडी
काव्यादर्श (4 भाग)
7वींशती का उत्तरार्द्व
वामन
काव्यालंकारसूत्रवृत्ति(5 परिक्षेद)
8वीं-9वीं शती के बीच
उद्भट
काव्याअलंकार सार संग्रह
9वीं शती का पूर्वार्द्व
आनंदवर्धन
ध्वन्वालोक
9वीं शती का मध्यभाग
शन्कुक
9वीं शती का आरंभ
रुद्रट
काव्यालंकार (16 अध्याय)
10वीं शती
राजशेखर
काव्यमीमांसा
880-920 के बीच
धनंजय
दशरूपक
10वीं शती
भट्टनायक
ह्रदयदर्पण
10वीं शती का मध्यकाल
लोल्लट
–
उद्भट और अभिनव गुप्त के बीच
अभिनव गुप्त
ध्वन्वालोकलोचन, अभिनव भारती
10वीं-11वीं शती
कुंतक
वक्रोक्तिजीवित
10वीं-11वीं शती
भोजराज
श्रृंगार प्रकाश, सरस्वती कंठाभरण
11वीं शती का पूर्वार्द्व
महीमभट्ट
व्यक्तिविवेक
11वीं शती का मध्यकाल
क्षेमेन्द्र
कवि कंठाभरण, दशावतार चरित, औचित्रविचारचर्चा
11वीं शती का उत्तरार्द्व
मम्मट
काव्यप्रकाश
11वीं शती का उत्तरार्द्व
हेमचंद्र
काव्यानुशासन
12वीं शती
रुय्यक
अलंकार सर्वस्व
12वीं शती का मध्यकाल
जयदेव
चन्द्रालोक
13वीं शती का मध्यभाग
विश्वनाथ
साहित्यदर्पण
14वीं शती
पंतजलि
महाभाष्य
–
रूपगोस्वामी
उज्जवलनीलमणि, नाट्यचंद्रिका, भक्तिरसामृतसिंधु
15वीं-16वीं शती
केशव मिश्र
अलंकार शेखर
16वीं शती का उत्तरार्द्व
अप्पयदीक्षित
चित्रमीमांसा, कुवलयानंद, वृत्तिवर्तिका
16वीं-17वीं शती
जगन्नाथ
रसगंगाधर, जगादाभारण, चित्रमीमांसाखंडन
17वीं शती का मध्यभाग
भारतीय काव्यशास्त्र के प्रमुख ग्रंथ
भारतीय काव्यशास्त्र के अन्य आचार्य एवं उनके ग्रंथ कालक्रमानुसार सूची-