छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) द्वारा आयोजित सहायक प्राध्यापक (हिंदी) परीक्षा 2013 का प्रश्न पत्र उन अभ्यर्थियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है जो हिंदी साहित्य और भाषा से संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। यह परीक्षा 28 सितम्बर 2016 को आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में हिंदी व्याकरण, काव्यशास्त्र, साहित्यिक इतिहास और शिक्षाशास्त्र से जुड़े अनेक प्रश्न पूछे गए थे। इसलिए, यदि आप आगामी Assistant Professor या अन्य हिंदी विषयक परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो यह प्रश्न पत्र आपकी तैयारी को दिशा देने में सहायक होगा।
यहाँ हम 2013 पेपर के सभी 100 Question को MCQs के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनका हल करने से न केवल परीक्षा पैटर्न को समझने में मदद मिलेगी, बल्कि आपकी विषयगत समझ भी मजबूत होगी। प्रत्येक प्रश्न के साथ सही उत्तर और विस्तृत व्याख्या दी गई है, जिससे आप अपनी तैयारी को और प्रभावी बना सकते हैं। तो आइए, बिना किसी देरी के प्रश्नों को हल करें और अपनी तैयारी का मूल्यांकन करें! ✅
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CGPSC Assistant Professor Question Paper 2013
1. ‘अँधेरे में’ कविता में शिशु किसमें परिवर्तित हो जाता है?
वजनदार रायफल में
साँवली हवाओं में
अंधेरे में टंके सितारों में
सूरज-मुखी-फूल-गुच्छे में
मुक्तिबोध की कविता में ‘अँधेरे में’ शिशु ‘सूरज-मुखी-फूल-गुच्छे’ में परिवर्तित हो जाता है।
2. हिंदी संकर शब्द ‘मालगाड़ी’ में ……. के शब्द हैं।
अरबी-हिंदी
हिंदी संकर शब्द ‘मालगाड़ी’ में ‘अरबी-हिंदी’ के शब्द हैं।
फ़ारसी-हिंदी
अंग्रेज़ी-हिंदी
तुर्की-हिंदी
3. आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार ‘हिंदी रीति-ग्रंथों की अखंड पंरपरा’ किससे चली?
कृपाराम
केशव
भिखारीदास
चिंतामणि
आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार ‘हिंदी रीति-ग्रंथों की अखंड पंरपरा’ ‘चिंतामणि त्रिपाठी’ से चली।
4. ‘मित्रो मरजानी’ किस विधा की रचना है?
उपन्यास
‘मित्रो मरजानी’ (1967 ई.) उपन्यास विधा की रचना है जिसकी लेखिका कृष्णा सोबती हैं।
रेखाचित्र
जीवनी
संस्मरण
5. ‘कविता क्या है?’ निबंध के अनुसार मनुष्य को कर्म में प्रवृत्त करने वाली मूल वृत्ति ……… है।
बुद्धिप्रधान
भावात्मिका
‘कविता क्या है?’ निबंध के अनुसार मनुष्य को कर्म में प्रवृत्त करने वाली मूल वृत्ति ‘भावात्मिका’ है।
निष्ठुर व्यापार
आनंद-भावना
6. क्रोचे के अनुसार कला-रचना की स्थितियों में ………. शामिल नहीं है।
बौद्धिक विश्लेषण
क्रोचे के अनुसार कला-रचना की स्थितियों में ‘बौद्धिक विश्लेषण’ शामिल नहीं है।
प्रभाव ग्रहण करने की दशा
आत्मिक-कलात्मक सामंजस्य
सौंदर्य की अभिव्यंजना
7. उपर्युक्त काव्य-पंक्तियों में किस अलंकार से उपजा चमत्कार है?
किंशुक कुसुम जानकर झपटा भौंरा शुक की लाल चोंच पर।
तोते ने निज ठोर चलाई जामुन का फल उसे समझकर॥
अतिशयोक्ति
उपमा
संदेह
भ्रांतिमान
उपर्युक्त काव्य-पंक्तियों में ‘भ्रांतिमान’ अलंकार है; जब उपमेय को भ्रमवश उपमान समझ लिया जाता है तब वहाँ भ्रांतिमान अलंकार होता है।
8. भट्टनायक के ग्रंथ का क्या नाम है?
हृदय-दर्पण
भट्टनायक के ग्रंथ का नाम ‘हृदय-दर्पण’ है जो 10वीं सदी के मध्यकाल का है।
काव्य कौतुक
व्यक्ति-विवेक
रस-प्रदीप
9. ‘नदी के द्वीप’ कविता में भूखंड को …….. कहा गया है।
मातः
स्वैराचार
पितर
अज्ञेय कृत ‘नदी के द्वीप’ (1951 ई.) कविता में भूखंड को ‘पितर’ कहा गया है।
शिशु
10. उपन्यास – उपन्यासकार का सही युग्म क्या है?
नकोहस – प्रदीप सौरभ
मुन्नी मोबाइल – रवींद्र कालिया
कामिनी काय कांतारे – महेश कटारे
सही युग्म: कामिनी काय कांतारे- महेश कटारे, नकोहस- पुरुषोत्तम अग्रवाल, मुन्नी मोबाइल- प्रदीप सौरभ, 17 रानडे रोड- रवींद्र कालिया।
17 रानडे रोड – पुरुषोत्तम अग्रवाल
11. वासुदेवशरण अग्रवाल के अनुसार ‘पद्मावत’ की कथा का मर्म क्या है?
मानुस प्रेम भएउ बैकुंठी
जोरी लाई रकत कै लेई
काया माया संग न आथी
गाढ़ी प्रीति नैन जल भेई
वासुदेवशरण अग्रवाल के अनुसार ‘पद्मावत’ की कथा का मर्म ‘गाढ़ी प्रीति नैन जल भेई’ है।
12. ‘मैला आँचल’ का सर्वाधिक अकर्मक पात्र …….. है।
प्रशांत
बालदेव
‘मैला आँचल’ (1954 ई.) का सर्वाधिक अकर्मक पात्र ‘बालदेव’ है।
कालीचरन
बावनदास
13. ‘अँधेरे में’ कविता में गुप्त शक्ति द्वारा दिए गए पर्चे के वर्णन में …….. का उपयोग किया गया है।
उत्प्रेक्षा
उपमा
मानवीकरण
रूपक
मुक्तिबोध कृत ‘अँधेरे में’ कविता में गुप्त शक्ति द्वारा दिए गए पर्चे के वर्णन में ‘रूपक’ का उपयोग किया गया है।
14. निम्नलिखित में से क्या क्रोचे द्वारा प्रयुक्त ‘इन्ट्यूशन’ का अर्थ देने वाला शब्द नहीं है?
स्वतःस्फूर्त ज्ञान
सहज ज्ञान
प्रज्ञात्मक ज्ञान
प्रज्ञात्मक ज्ञान क्रोचे द्वारा प्रयुक्त ‘इन्ट्यूशन’ का अर्थ देने वाला शब्द नहीं है।
स्वयंप्रकाश ज्ञान
15. काव्यशास्त्र में ‘विरेचन’ की चर्चा ……… के अर्थ में होती है।
भावों के पोषण
भावों के दमन
भावों की उपेक्षा
भावों के परिष्कार
काव्यशास्त्र में ‘विरेचन’ (अरस्तु) की चर्चा ‘भावों के परिष्कार’ के अर्थ में होती है।
16. ‘आधे अधूरे’ में महेंद्रनाथ के व्यक्तित्व के विषय में सावित्री क्या नहीं कहती?
न खुद चलता है, न किसी और को चलने देता है
अपने दो पैर कभी थे भी उसके पास?
पूरे आदमी का आधा-चौथाई भी नहीं है
हर आदमी जैसा एक आदमी है
‘आधे अधूरे’ में महेंद्रनाथ के व्यक्तित्व के विषय में ‘हर आदमी जैसा एक आदमी है’ कथन सावित्री द्वारा नहीं कहा गया है।
17. ‘तमस’ में यह कथन किसका है?
“यहाँ के लोग कुछ नहीं जानते। ये वही कुछ जानते हैं, जो हम इन्हें बताते हैं”
हरबर्ट का
रिचर्ड
भीष्म साहनी कृत ‘तमस’ (1973 ई.) में यह कथन ‘रिचर्ड’ का है, इस उपन्यास पर इन्हें 1975 में साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
लीज़ा
जैक्सन
18. ‘यह दीप अकेला’ कविता में दीप को …….. नहीं कहा गया है।
शक्ति
अज्ञेय कृत ‘यह दीप अकेला’ कविता में दीप को ‘शक्ति’ नहीं कहा गया है।
प्रकृत
स्वयंभू
ब्रह्म
19. ‘मैला आँचल’ में वर्णित कौन-सी घटना प्रतीकार्थ से युक्त है?
वस्त्रहीन खड़ी लछमी का रोना
बावनदास की हत्या होना
‘मैला आँचल’ में वर्णित ‘बावनदास की हत्या’ की घटना प्रतीकार्थ से युक्त है।
बालदेव का महंत बन जाना
नागा बाबा को पीटा जाना
20. ‘पद्मावत’ के ‘नागमती-वियोग-खण्ड’ में …….. नहीं है।
नखशिख-वर्णन
जायसी कृत ‘पद्मावत’ के ‘नागमती-वियोग-खण्ड’ में ‘नखशिख-वर्णन’ नहीं है। साहित्य में नखशिख उस वर्णन को कहा जाता है जिसमें किसी देवी-देवता या नायक-नायिका के नख से शिख तक या नीचे से ऊपर तक के सौंदर्य का वर्णन किया गया हो।
बारहमासा-वर्णन
उद्दीपनपरक वर्णन
ऋतु-वर्णन
21. विदर्भ के किसानों के जीवन पर आधारित उपन्यास कौन सा है?
पहाड़
दुक्खम सुक्खम
निर्वासन
फाँस
विदर्भ के किसानों के जीवन पर आधारित उपन्यास संजीव कृत ‘फाँस’ है।
22. ‘आधे अधूरे’ में बाहर से लौटकर सावित्री द्वारा किन्नी को पीटे जाने का कारण क्या है?
आते ही जुनेजा का दिख जाना
किन्नी द्वारा हाथ न छोड़ना
किन्नी द्वारा बदतमीज़ी करना
जगमोहन से अपेक्षा पूरी न होना
मोहन राकेश कृत ‘आधे अधूरे’ नाटक में बाहर से लौटकर सावित्री द्वारा किन्नी को पीटे जाने का कारण ‘जगमोहन से अपेक्षा पूरी न होना’ है।
23. ‘तमस’ उपन्यास का कौन-सा पात्र है, जिसे सांप्रदायिक बनने का प्रशिक्षण दिया जाता है?
नत्थू
देवव्रत
शाहनवाज़
रणवीर
भीष्म साहनी कृत ‘तमस’ (1973 ई.) उपन्यास का पात्र ‘रणवीर’ है, जिसे सांप्रदायिक बनने का प्रशिक्षण दिया जाता है।
24. किस विकल्प की सभी कहानियाँ एक ही रचनाकार की हैं?
नेलकटर, परिन्दे, तिरिछ, और अंत में प्रार्थना
दोपहर का भोजन, ज़िन्दगी और जोंक, हत्यारे, इंटरव्यू
दोपहर का भोजन, ज़िन्दगी और जोंक, हत्यारे तथा इंटरव्यू सभी कहानियाँ अमरकांत द्वारा लिखी गई हैं।
हलवाहा, कोसी का घटवार, बदबू, फेंस के इधर और उधर
बहिर्गमन, पिता, अमरूद का पेड़, असमर्थ हिलता हाथ
25. ‘भूल-ग़लती’ कविता में किसको कैद करके लाया जाता है?
शाइर
सूफी
ईमान
मुक्तिबोध कृत ‘भूल-ग़लती’ कविता में ‘ईमान’ को कैद करके लाया जाता है।
जिंदगी
26. ‘राम की शक्ति-पूजा’ में राम को शक्ति की मौलिक कल्पना करने के लिए कौन कहते हैं?
विभीषण
हनुमान
सुग्रीव
जाम्बवान
निराला कृत ‘राम की शक्ति-पूजा’ में राम को शक्ति की मौलिक कल्पना करने के लिए ‘जाम्बवान’ कहते हैं।
27. ‘अशोक के फूल’ निबंध के अनुसार पंडिताई ……… पर सहज हो जाती है।
जीवन का अंग बन जाने
हजारी प्रसाद द्विवेदी कृत ‘अशोक के फूल’ निबंध के अनुसार पंडिताई ‘जीवन का अंग बन जाने’ पर सहज हो जाती है।
मनोवृत्ति के बदल जाने
उदासी को बेकार मानने
सुंदर वस्तुओं में रस लेने
28. निम्नलिखित परिमाणवाचक क्रियाविशेषणों में से कौन-सा पर्याप्तिवाचक है?
बहुतायत से
सर्वथा
लगभग
काफी
परिमाण वाचक क्रिया विशेषणों में से ‘काफी’ पर्याप्तिवाचक है, जो शब्द क्रिया की विशेषता बताते हैं उन्हें क्रिया विशेषण कहतें हैं।
29. “श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन……” स्तुतिपरक पद में तुलसीदास ने नेत्र, मुख, हाथ और चरण के लिए किस एक ही उपमान का प्रयोग किया है?
मेघ
बिजली
कमल
उपर्युक्त स्तुतिपरक पद में तुलसीदास ने नेत्र, मुख, हाथ और चरण के लिए ‘कमल’ (कंज) उपमान का प्रयोग किया है।
कामदेव
30. अपभ्रंश का पाणिनी किसे कहा जाता है?
वररुचि
पिशेल
हजारी प्रसाद द्विवेदी ने अपभ्रंश का पाणिनी ‘पिशेल’ को तथा प्राकृत का पाणिनी ‘हेमचंद्र’ को माना है।
मुनि जिनविजय
हेमचंद्र
31. ‘अंधा युग’ में ‘घृणा का कालिय नाग’ किसे कहा गया है?
दुर्योधन
धृष्टद्युम्न
व्याध
अश्वत्थामा
धर्मवीर भारती के काव्य नाटक ‘अंधा युग’ में ‘घृणा का कालिय नाग’ ‘अश्वत्थामा’ को कहा गया है।
32. ‘विनयपत्रिका’ में चित्रकूट के लिए रूपक-योजना ……… की है।
वृक्ष
तुलसीदास ने ‘विनयपत्रिका’ में चित्रकूट के लिए रूपक-योजना ‘वृक्ष’ की है। 21 रगों से युक्त इस ग्रंथ का प्रमुख रस शांतरस है।
पर्वत
वन
नदी
33. ‘कविता क्या है?’ निबंध के अनुसार मनुष्येतर बाह्य प्रकृति की प्रधानता की दृष्टि से सर्वाधिक महत्त्व ……… का है।
मेघदूत
‘कविता क्या है?’ निबंध के अनुसार मनुष्येतर बाह्य प्रकृति की प्रधानता की दृष्टि से सर्वाधिक महत्त्व ‘मेघदूत’ का है। शुक्ल जी का यह निबंध सर्वप्रथम सरस्वती पत्रिका में 1909 ई. में प्रकाशित हुआ था, अब चिंतामणि भाग एक में संकलित है।
रघुवंश
कुमारसंभव
उत्तररामचरित
34. क्या प्लेटो की मान्यता नहीं है?
कला वास्तविकता से तीन गुना दूर होती है
कला नागरिक तथा राष्ट्र दोनों को दूषित करती है
कवि या चित्रकार यथार्थ वस्तुओं का चित्रण नहीं करते
कला प्रकृति के छूटे अंशों का अनुकरण करती है
यह प्लेटो की मान्यता नहीं है।
35. ‘ध्वन्यालोक’ के प्रसिद्ध टीकाकार कौन हैं?
महिमभट्ट
मम्मट
अभिनवगुप्त
आचार्य आनंदवर्धन कृत ‘ध्वन्यालोक’ के प्रसिद्ध टीकाकार ‘अभिनवगुप्त’ हैं।
विश्वनाथ
36. निम्नलिखित में से किस कृति के लेखक / अनुवादक का उद्देश्य था कि उसमें ‘हिंदवी छुट और किसी बोली का पुट न मिले’?
प्रेमसागर
नासिकेतोपाख्यान
रानी केतकी की कहानी
‘रानी केतकी की कहानी’ के लेखक इंशा अल्ला खां का उद्देश्य था कि उसमें ‘हिंदवी छुट और किसी बोली का पुट न मिले।
बैताल पच्चीसी
37. भारतेंदु के निम्नलिखित नाटकों में से अनुदित नाटक कौन से हैं?
चंद्रावली, प्रेमयोगिनी
कर्पूरमंजरी, विद्यासुंदर
कर्पूरमंजरी और विद्यासुंदर भारतेंदु के अनुदित नाटक हैं।
विद्यासुंदर, प्रेमयोगिनी
कर्पूरमंजरी, प्रेमयोगिनी
38. उपर्युक्त पंक्तियाँ किस कवि की प्रशस्ति में कही गई हैं?
नेही महा ब्रजभाषा प्रवीन औ सुंदरताहु के भेद को जानै।
योग वियोग की रीति में कोविद, भावना भेद स्वरूप को ठानै॥
बिहारी
देव
घनानंद
उपर्युक्त पंक्तियाँ घनानंद की प्रशस्ति में कही गई हैं।
पद्माकर
39. निम्नलिखित में से किनकी कविताएँ ‘तार सप्तक’ में शामिल हैं?
नलिनविलोचन शर्मा, नेमिचंद्र जैन
प्रभाकर माचवे, गिरिजाकुमार माथुर
प्रभाकर माचवे और गिरिजाकुमार माथुर की कविताएँ ‘तार सप्तक’ में शामिल हैं।
भारतभूषण अग्रवाल, शमशेर बहादुर सिंह
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना, रघुवीर सहाय
40. ‘मैला आँचल’ के उपर्युक्त कथन में किसकी अभिव्यक्ति नहीं है?
“बावन ने दो आजाद देशों की, हिन्दुस्तान और पाकिस्तान की -ईमानदारी को इन्सानियत को, बस दो डेग में ही नाप लिया।”
विडंबना की
व्यंग्य की
त्रासदी की
विनोद की
फनीश्वरनाथ रेणु कृत ‘मैला आँचल’ उपन्यास के उपर्युक्त कथन में विनोद की अभिव्यक्ति नहीं है।
41. किस विकल्प की सभी पुस्तकें एक ही कवि की हैं?
युगधारा, तालाब की मछलियाँ, भूल जाओ पुराने सपने
ये तीनों रचनाएँ नागार्जुन की हैं।
इंद्रधनु रौंदे हुए ये, आँगन के पार द्वार, युग की गंगा
जो शिलाएँ तोड़ते हैं, फूल नहीं रंग बोलते हैं, ज़िद
उस जनपद का कवि हूँ, अरघान, काल तुझसे होड़ है मेरी
42. सूरदास कृत ‘भ्रमरगीत’ में ……… नहीं है।
भावप्रेरित वचनवक्रता
ज्ञान-मार्ग का तिरस्कार
उद्धव की वाचालता
सूरदास कृत ‘भ्रमरगीत’ में ‘उद्धव की वाचालता’ नहीं है।
गोपियों की विनोदवृत्ति
43. उपर्युक्त कथन किस ग्रंथ के लेखक का है?
अंगीकरोति यः काव्यं शब्दार्थावनलंकृती।
असौ न मन्यते कस्मादनुष्णमनलंकृती॥
कुवलयानंद
काव्यालंकार
काव्यादर्श
चंद्रालोक
उपर्युक्त कथन ‘चंद्रालोक’ ग्रंथ के लेखक ‘जयदेव’ का है।
44. ‘रस अभिव्यक्त होता है’ -इस मत को सर्वप्रथम किसने प्रस्तुत किया?
अभिनवगुप्त
ध्वनिकार
‘रस अभिव्यक्त होता है’ -इस मत को सर्वप्रथम ‘ध्वनिकार’ ने प्रस्तुत किया।
मम्मट
भट्टनायक
45. ‘गोदान’ में उपर्युक्त कथन किस पात्र के बारे में है?
“वह ऐसा प्रेम चाहती थी जिसके लिए वह जिये और मरे, जिस पर वह अपने को समर्पित कर दे। वह केवल जुगनू की चमक नहीं, दीपक का स्थायी प्रकाश चाहती थी।”
झुनिया
‘गोदान’ में उपर्युक्त कथन ‘झुनिया’ पात्र के बारे में है।
धनिया
सिलिया
मालती
46. ‘परिवर्तन’ कविता में परिवर्तन का विशेषण है:
करुण
सहस्र
कठोर
निष्ठुर
‘परिवर्तन’ कविता में परिवर्तन का विशेषण ‘निष्ठुर’ है।
47. नवम रस ……… है।
हास्य
अद्भुत
शांत
नवम रस ‘शांतरस’ है।
भयानक
48. ‘रचना – विधा’ की दृष्टि से सही युग्म क्या है?
अपनी खबर – पत्र
सौंदर्य की नदी नर्मदा – रिपोर्ताज
व्योमकेश दरवेश – जीवनी
विश्वनाथ त्रिपाठी कृत ‘व्योमकेश दरवेश’ प. हजारीप्रसाद द्विवेदी की जीवनी है।
स्मृति में रहें वे – डायरी
49. ‘अंधेरे में’ कविता में ‘कार्य क्षमता से वंचित व्यक्ति’ ……… को कहा गया है।
कलाकार
‘अंधेरे में’ कविता में ‘कार्य क्षमता से वंचित व्यक्ति’ को ‘कलाकार’ कहा गया है।
पागल
काव्य-नायक
बुद्धिजीवी
50. ‘विरेचन’ (कथार्सिस) शब्द मूलतः ……… से संबंधित है।
चिकित्साशास्त्र
‘विरेचन’ (कथार्सिस) शब्द मूलतः ‘चिकित्साशास्त्र’ से संबंधित है।
51. ‘प्रगतिवाद’ को छायावादी सूक्ष्मता के प्रति स्थूलता का विद्रोह किसने कहा है?
नामवर सिंह
नगेंद्र
‘प्रगतिवाद’ को छायावादी सूक्ष्मता के प्रति स्थूलता का विद्रोह ‘नगेंद्र’ ने कहा है।
मुकुटधर पाण्डेय
सुमित्रानंदन पंत
52. आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रीतिकालीन कवियों के परिचय-संबंधी विवरण किसके ग्रंथ से लिए हैं?
शिवसिंह सेंगर
गार्सा द तासी
मिश्रबंधु
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रीतिकालीन कवियों के परिचय-संबंधी विवरण ‘मिश्रबंधु’ के ग्रंथ ‘मिश्रबंधु विनोद’ से लिए हैं।
ग्रियर्सन
53. ‘ईदगाह’ कहानी में हामिद की समझदारी का आधार क्या है?
अन्य बच्चों से अलग दिखने की इच्छा
दादी का हाथ जलना
अभावग्रस्त जीवन
‘ईदगाह’ कहानी में हामिद की समझदारी का आधार ‘अभावग्रस्त जीवन’ है।
माता-पिता का न होना
54. निम्नलिखित में से किस उपन्यास में ‘पूर्वदीप्ति शैली’ का उपयोग है?
राग दरबारी
बाणभट्ट की आत्मकथा
काला जल
त्यागपत्र
जैनेंद्र कृत त्यागपत्र (1937 ई.) उपन्यास में ‘पूर्वदीप्ति शैली’ का उपयोग है। इस शैली को ‘फ्लैश बैक’ शैली भी कहा जाता है। इसमें स्मृति के माध्यम से अतीत की घटनाओं को क्रमबद्ध रूप में प्रस्तुत किया जाता है।
55. हिंदी में तुलनात्मक आलोचना की प्रवृत्ति के पुरस्कर्ता कौन हैं?
महावीरप्रसाद द्विवेदी
मिश्रबंधु
हिंदी में तुलनात्मक आलोचना की प्रवृत्ति के पुरस्कर्ता मिश्रबंधु हैं, इन्होने सर्वप्रथम ‘देव बड़े या बिहारी’ की तुलना कर देव को श्रेष्ठ बताते हुए तुलसी और सूर के समकक्ष स्थान दिया।
लाला भगवानदीन
बालकृष्ण भट्ट
56. ‘अंतःसलिला’ कविता में ‘निरीह और उदार’ ……… को कहा गया है।
समुद्र
नदी
रेत
अज्ञेय कृत ‘अंतःसलिला’ कविता में ‘निरीह और उदार’ को ‘रेत’ कहा गया है।
पथिक
57. ‘नौका-विहार’ कविता में गंगा को …….. नहीं कहा गया।
क्लांत
तन्वंगी
दुग्ध धवल
स्निग्ध
‘नौका-विहार’ कविता में गंगा को ‘स्निग्ध’ नहीं कहा गया।
58. सूरदास का काव्य तुलसीदास के काव्य से बढ़कर है:
नवीन प्रसंगों की उद्भावना में
नवीन प्रसंगों की उद्भावना में सूरदास का काव्य तुलसीदास के काव्य से बढ़कर है।
ब्रज और अवधी के प्रयोग में
अनेक प्रकार के छंदों के उपयोग में
प्रबंधकाव्य की रचना में
59. ‘श्रद्धा-भक्ति’ निबंध के आधार पर सही विकल्प क्या है?
बच्चों में भी श्रद्धा का भाव पाया जाता है।
श्रद्धालु अपने भाव में दूसरों को शामिल नहीं करता।
श्रद्धा में व्यक्तिगत स्वार्थ की सत्ता बनी रहती है।
संकुचित अंतःकरण वाले श्रद्धालु नहीं होते।
‘श्रद्धा-भक्ति’ निबंध के आधार पर यही सही विकल्प है।
60. नवीन प्रसंगों की उद्भावना की संभावना की दृष्टि से वक्रोक्ति का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण भेद ……… है।
वाक्य-वक्रता
प्रकरण-वक्रता
नवीन प्रसंगों की उद्भावना की संभावना की दृष्टि से वक्रोक्ति का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण भेद ‘प्रकरण-वक्रता’ है।
वर्णविन्यास-वक्रता
पद-पूर्वार्ध-वक्रता
61. ‘यह दीप अकेला’ कविता में प्रतीक के रूप में ………. प्रयुक्त नहीं है।
पंक्ति
अंकुर
जीवन
‘यह दीप अकेला’ कविता में प्रतीक के रूप में ‘जीवन’ प्रयुक्त नहीं है।
दीप
62. ‘सुमिरण कौ अंग’ के अंतर्गत संकलित साखियों में प्रमुखतः ……… नहीं है।
उपदेशात्मकता
विरह-वेदना
‘सुमिरण कौ अंग’ के अंतर्गत संकलित साखियों में प्रमुखतः ‘विरह-वेदना’ नहीं है।
अत्मोद्बोधन
नाम-महात्म्य
63. ‘अशोक के फूल’ निबंध में किसका उल्लेख नहीं है?
पौराणिक संदर्भों का
संस्कृति-निर्माण की प्रक्रिया का
अनार्यों के योगदान का
अशोक की उदासी का
‘अशोक के फूल’ निबंध में ‘अशोक की उदासी का’ का उल्लेख नहीं है।
64. आचार्य रामचंद्र शुक्ल की क्या मान्यता है?
सौंदर्य मन के भीतर की वस्तु है
आनंद ही कविता का चरम लक्ष्य है
कविता बिंबग्रहण नहीं, अर्थग्रहण कराती है
भावप्रेरित वक्रोक्ति काव्य-प्रक्रिया के भीतर है
यह आचार्य रामचंद्र शुक्ल की क्या मान्यता है।
65. भक्ति-काव्य के बारे में यह कहना ठीक न होगा, कि वह:
लोकोन्मुखी आंदोलन है
रहस्यवाद से रहित है
भक्ति-काव्य के बारे में यह कहना ठीक न होगा, कि वह रहस्यवाद से रहित है।
भारतीय चिंताधारा का विकास है
अनेक साधनाओं से प्रभावित है
66. ‘गुरुदेव कौ अंग’ के अंतर्गत संकलित साखियों में कबीर ने ‘दीपक’ शब्द का प्रयोग किन दो अर्थों में किया है?
प्रेम और माया
माया और चंद्रमा
ज्ञान और माया
‘गुरुदेव कौ अंग’ के अंतर्गत संकलित साखियों में कबीर ने ‘दीपक’ शब्द का प्रयोग ‘ज्ञान और माया’ के अर्थों में किया है।
ज्ञान और शरीर
67. 1873 में ‘सुलभ समाचार’ पत्र में समस्त भारत में एक भाषा के प्रयोग के लिए हिंदी का प्रस्ताव किसने रखा था?
लोकमान्य तिलक
बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय
केशवचंद्र सेन
1873 में ‘सुलभ समाचार’ पत्र में समस्त भारत में एक भाषा के प्रयोग के लिए हिंदी का प्रस्ताव ‘केशवचंद्र सेन’ ने रखा था।
रवींद्रनाथ टैगोर
68. ‘कविता क्या है?’ निबंध के अनुसार अनुभूति-योग के अभ्यास से:
आत्मा को मुक्तावस्था प्राप्त होती है
मनोविकारों का परिष्कार होता है
शुक्ल की कृत ‘कविता क्या है?’ निबंध के अनुसार अनुभूति-योग के अभ्यास से मनोविकारों का परिष्कार होता है।
मनुष्य की वाणी शब्द-विधान करती है
जगत में नाना गतियाँ संचरित होती हैं
69. भरतमुनि की इस उक्ति में व्युतपत्ति-कथन …….. का है।
भरतमुनि की इस उक्ति में व्युतपत्ति-कथन ‘भाव’ का है।
सात्विक अभिनय
70. ‘परिवर्तन’ कविता में परिवर्तन के लिए किस रूपक का प्रयोग किया गया है?
मेघ का
वासुकि का
‘परिवर्तन’ कविता में परिवर्तन के लिए ‘वासुकि रूपक’ का प्रयोग किया गया है।
अंबर का
इतिहास का
71. ‘ब्रह्मराक्षस’ कविता की पंक्ति है:
किन्तु – युग बदला व आया कीर्ति-व्यवसायी
यह मुक्तिबोध कृत ‘ब्रह्मराक्षस’ कविता की पंक्ति है।
सुलतानी ज़िरहबख्तर बना है सिर्फ मिट्टी का
अब तक क्या किया, जीवन क्या जिया
प्रश्न थे गंभीर, शायद खतरनाक भी
72. ‘आल्हाखंड’ किस काव्य-ग्रंथ का अंश माना जाता है?
बीसलदेव रासो
खुमान रासो
हम्मीर रासो
परमाल रासो
‘आल्हाखंड’ जगनिक कृत वीर प्रधान ‘परमाल रासो’ काव्य-ग्रंथ का अंश माना जाता है।
73. ‘कुकुरमुत्ता’ कविता में कुकुरमुत्ता स्वयं को क्या नहीं कहता?
साधारणों से न्यारा
निराला कृत लम्बी ‘कुकुरमुत्ता’ लम्बी कविता में कुकुरमुत्ता स्वयं को ‘साधारणों से न्यारा’ नहीं कहता है।
अपने से उगा
मौलिक
कौलिक
74. डॉ. रामविलास शर्मा ने निराला की किस कविता को सबसे ओजपूर्ण रचना माना है?
महाराज शिवाजी का पत्र
तुलसीदास
राम की शक्ति-पूजा
डॉ. रामविलास शर्मा ने निराला की ‘राम की शक्ति-पूजा’ (1936 ई.) कविता को सबसे ओजपूर्ण रचना माना है।
कुकुरमुत्ता
75. सूर के ‘भ्रमरगीत’ की गोपियाँ स्वयं को क्या कहती हैं?
‘बिरहिनी’ और ‘अबला’
सूर के ‘भ्रमरगीत’ की गोपियाँ स्वयं को ‘बिरहिनी’ और ‘अबला’ कहती हैं।
‘मानिनी मनोहर’ और ‘अबला’
‘मुँहचाही’ और ‘जुवतिन’
‘नागरि नारिन’ और ‘मुँहचाही’
76. आचार्य रामचंद्र शुक्ल के शब्दों में ‘सूरसागर’ को हम बेखटके क्या कह सकते हैं?
लोक-संग्रह
रसराज
रससागर
आचार्य रामचंद्र शुक्ल के शब्दों में ‘सूरसागर’ को हम बेखटके ‘रससागर’ कह सकते हैं।
जीवनोत्सव
77. ‘कलगी बाजरे की’ कविता में किसको ‘शब्दों के जादू’ के समतुल्य कहा गया है?
सूनेपन को
सृष्टि के विस्तार को
रूप को
समर्पण को
‘कलगी बाजरे की’ कविता में समर्पण को ‘शब्दों के जादू’ के समतुल्य कहा गया है।
78. ‘हरी घास पर क्षण भर’ कविता में किस पर व्यंग्य किया गया है?
अधुनातन मानव-मन पर
नगर की आपाधापी पर
पलायनवाद पर
जनवादी युग पर
अज्ञेय कृत ‘हरी घास पर क्षण भर’ (1949 ई.) कविता में ‘जनवादी युग’ पर व्यंग्य किया गया है।
79. ‘कलगी बाजरे की’ कविता में किसे ‘शरद के भोर की नीहार से नहाई’ कहा गया है?
तारिका को
कुँई को
‘कलगी बाजरे की’ कविता में कुँई को ‘शरद के भोर की नीहार से नहाई’ कहा गया है, कुँई एक जलीय पौधा है जिसमें कमल की तरह सफेद किंतु छोटे पुष्प लगते हैं।
बाजरे की कलगी को
जूही की कली को
80. माइकेल द मौनतेन को किस विधा का प्रवर्तक माना जाता है?
जीवनी
रिपोर्ताज
रेखाचित्र
माइकेल द मौनतेन को ‘रेखाचित्र’ विधा का प्रवर्तक माना जाता है।
निबंध
81. नयी कहानी की ‘त्रयी’ के रूप में ख्यात हैं:
कमलेश्वर, अमरकांत, भीष्म साहनी
जैनेंद्र, कमलेश्वर, अमरकांत
निर्मल वर्मा, मोहन राकेश, भीष्म साहनी
मोहन राकेश, कमलेश्वर, राजेंद्र यादव
नयी कहानी की ‘त्रयी’ के रूप में ये तीनों लेखक ख्यात हैं।
82. निम्न में से कौन सी डॉ. रामविलास शर्मा की पुस्तक नहीं है?
क्रांतिकारी कवि निराला
क्रांतिकारी कवि निराला नामक पुस्तक के लेखक हरिवंश राय ‘बच्चन’ है।
भारतीय सौंदर्यबोध और तुलसीदास
भाषा और समाज
परंपरा का मूल्यांकन
83. ‘भारत में प्रगतिशील साहित्य की आवश्यकता’ नामक लेख किसने लिखा?
रामविलास शर्मा
रांगेय राघव
प्रकाशचंद्र गुप्त
शिवदान सिंह चौहान
‘भारत में प्रगतिशील साहित्य की आवश्यकता’ नामक लेख ‘शिवदान सिंह चौहान’ ने लिखा था।
84. ‘अशोक के फूल’ में अशोक का फूल किसका प्रतीक है?
आर्य और आर्येतर उपादानों के मिश्रण का
‘अशोक के फूल’ में अशोक का फूल आर्य और आर्येतर उपादानों के मिश्रण का प्रतीक है।
मनोहरता, अलंकारमयता और रहस्यमयता का
एक कुशल अभिनेता के मंच पर आने का
भारतीय धर्मसाधना की विशालता का
85. ‘कहना आसान है, करके दिखाओ’ – इस कथन में आया ‘कहना’ शब्द …….. है।
वर्तमानकालिक कृदंत
कर्तृवाच्य संज्ञा
पूर्वकालिक कृदंत
क्रियार्थक संज्ञा
इस कथन में आया ‘कहना’ शब्द ‘क्रियार्थक संज्ञा’ है। विधि और काल को छोड़कर क्रिया का प्रयोग संज्ञा के रूप में होता है इसलिए इस प्रकार के शब्दों को ‘क्रियार्थक संज्ञा’ कहते हैं।
86. ‘गोदान’ का पात्र होरी ….….. नहीं है।
भ्रातृ-प्रेमी
मर्यादा से बंधा
संघर्षशील
सचेत किसान
‘गोदान’ का पात्र होरी ‘सचेत किसान’ नहीं है।
87. आचार्य रामचंद्र शुक्ल के मत में ‘छायावाद’ शब्द को किन दो अर्थों में समझना चाहिए?
रहस्यवाद और अभिव्यंजनावाद
कलावाद और अभिव्यंजनावाद
रहस्यवाद और काव्यशैली
आचार्य रामचंद्र शुक्ल के मत में ‘छायावाद’ शब्द को ‘रहस्यवाद और काव्यशैली’ के दो अर्थों में समझना चाहिए।
काव्यशैली और कल्पना-विधान
88. काव्य-चर्चा के स्वतंत्र युग के उपलब्ध ग्रंथकारों में से आरभंकालीन ग्रथंकार …….. हैं।
उद्भट और दंडी
भामह और दंडी
काव्य-चर्चा के स्वतंत्र युग के उपलब्ध ग्रंथकारों में से आरभंकालीन ग्रथंकार ‘भामह और दंडी’ हैं।
दंडी और वामन
भामह और उद्भट
89. ‘कामायनी’ के संबंध में यह कथन किस आलोचक का है?
“वर्गहीन समाज की साम्यवादी पुकार की भी दबी-सी गूँज दो तीन जगह है”
नंददुलारे वाजपेयी
रामविलास शर्मा
मुक्तिबोध
रामचंद्र शुक्ल
‘कामायनी’ के संबंध में यह कथन ‘रामचंद्र शुक्ल’ का है।
90. ‘गोदान’ के इस कथन में किस पर व्यंग्य है?
“दो बार जेल हो आए थे, किसी से दबना न जानते थे, खद्दर पहनते थे और फ्रांस की शराब पीते थे”
राय साहब
मेहता
मिर्जा साहब
खन्ना
‘गोदान’ के इस कथन में ‘खन्ना’ पर व्यंग्य है।
91. ‘अंतिम परिणति में दोनों जर्जर करते हैं पक्ष चाहे सत्य का हो अथवा असत्य का’ ‘अंधा युग’ में यह कथन किसका है?
गांधारी
धृतराष्ट्र
कृष्ण
युयुत्सु
धर्मवीर भारती कृत ‘अंधा युग’ (1955 ई.) काव्य नाटक में यह कथन ‘युयुत्सु’ का है।
92. ‘सपरिवार’ शब्द ……… है।
संबंधबोधक
विशेषण
क्रियाविशेषण
‘सपरिवार’ शब्द क्रियाविशेषण है। जिस शब्द से क्रिया की विशेषता का पता चलता है उसे क्रियाविशेषण कहते हैं।
समुच्चयबोधक
93. ‘अंधा युग’ में किस घटना से कलियुग का आरंभ माना गया है?
दुर्योधन की हत्या
कृष्ण की मृत्यु
‘अंधा युग’ नाटक में ‘कृष्ण की मृत्यु’ से कलियुग का आरंभ माना गया है।
उत्तरा के गर्भ पर वार
द्रोणाचार्य की हत्या
94. ‘राम की शक्ति-पूजा’ के राम का अंतद्वंद्व किन कवियों की याद दिलाता है?
भवभूति और कृतिवास
कृतिवास और तुलसीदास
वाल्मीकि और कृतिवास
वाल्मीकि और भवभूति
‘राम की शक्ति-पूजा’ के राम का अंतद्वंद्व ‘वाल्मीकि और भवभूति’ की याद दिलाता है।
95. ‘नौका-विहार’ कविता में ‘नौका’ के लिए प्रयुक्त उपमान …….. है।
सीपी
हंसिनी
‘नौका-विहार’ कविता में ‘नौका’ के लिए प्रयुक्त उपमान ‘हंसिनी’ है।
ज्योति
लघु दीप
96. नदी के द्वीप कविता में ‘बहना’ …….. है।
उखड़ना
ढहना
सहना
रेत होना
अज्ञेय कृत ‘नदी के द्वीप’ कविता में ‘बहना’ रेत होना है।
97. रेणु ने ‘मैला आँचल’ की भूमिका में ‘मेरीगंज’ को क्या माना है?
पिछड़े गाँवों का प्रतीक
रेणु ने ‘मैला आँचल’ उपन्यास की भूमिका में ‘मेरीगंज’ को ‘पिछड़े गाँवों का प्रतीक’ माना है।
राजनीतिक उठापटक का अखाड़ा
जातिगत विद्वेष का केंद्र
धार्मिक पाखंड की भूमि
98. किस विधा के लिए व्यक्तिगत संपर्क अनिवार्य नहीं है?
जीवनी
‘जीवनी’ विधा के लिए व्यक्तिगत संपर्क अनिवार्य नहीं है।
रेखाचित्र
संस्मरण
यात्रा-वृत्तांत
99. आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने अपने से पूर्व साहित्येतिहास-लेखन के प्रयास में लिखे गए ग्रंथों को क्या कहा है?
खोज-रिपोर्ट
संक्षिप्त नोट
इतिहास
कवि-वृत्त-संग्रह
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने अपने से पूर्व साहित्येतिहास-लेखन के प्रयास में लिखे गए ग्रंथों को ‘कवि-वृत्त-संग्रह’ कहा है।