UGC NET Hindi old Question Paper Quiz 17

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NTA UGC NET Hindi Mock Test

दोस्तों यह हिंदी quiz 17 है। जो 2004 से लेकर 2019 तक के ugc net jrf हिंदी के प्रश्नपत्रों पर आधारित है। हिंदी भाषा एवं व्याकरण से अनुक्रम संबंधित पूछे गए प्रश्नों को इस quiz के माध्यम से दिया जा रहा है। ठीक उसी तरह जैसे हिंदी पत्र-पत्रिकाओं से अनुक्रम आधारित hindi quiz 16 में दिए गए थे।

1. निम्नलिखित भाषाओं के विकास का सही अनुक्रम बताइए।
प्राकृत, पालि, अपभ्रंश, हिंदी
पालि, प्राकृत, अपभ्रंश, हिंदी
भाषाओं के विकास का अनुक्रम: संस्कृत- पालि- प्राकृत- अपभ्रंश- अवहट्ट- हिंदी
अपभ्रंश, प्राकृत, हिंदी, पालि
पालि, अपभ्रंश, प्राकृत, हिंदी
2. हिंदी भाषा के विकास का सही क्रम है:
पालि, प्राकृत, संस्कृत, अपभ्रंश
संस्कृत, पालि, प्राकृत, अपभ्रंश
भाषाओं के विकास का अनुक्रम: संस्कृत- पालि- प्राकृत- अपभ्रंश- अवहट्ट- हिंदी
संस्कृत, अपभ्रंश, पालि, प्राकृत
अपभ्रंश, संस्कृत, प्राकृत, पालि
3. भाषा-निर्माण को इकाइयों का सही अनुक्रम है:
शब्द, ध्वनि, वाक्य, पद
शब्द, वाक्य, ध्वनि, पद
पद, वाक्य, ध्वनि, शब्द
ध्वनि, शब्द, पद, वाक्य
भाषा-निर्माण को इकाइयों का अनुक्रम: ध्वनि, शब्द, पद, वाक्य
4. निम्नांकित में से उच्चारण स्थान के आधार पर कंठ से लेकर मुख विवर में उच्चरित व्यंजन ध्वनियों का सही अनुक्रम है:
कंठ्य, तालव्य, वर्त्स्य, दंत्य, ओष्ठ्य
उच्चारण स्थान के आधार पर व्यंजन ध्वनियों का सही अनुक्रम:
कंठ्य, तालव्य, वर्त्स्य, दंत्य, ओष्ठ्य
तालव्य, कंठ्य, ओष्ठ्य, दंत्य, वर्त्स्य
दंत्य, ओष्ठ्य, कंठ्य, वर्त्स्य, तालव्य
ओष्ठ्य, वर्त्स्य, तालव्य, कंठ्य, दंत्य
5. ब्राह्मी लिपि के विकास का अनुक्रम है:
ब्राह्मी लिपि, गुप्त लिपि, कुटिल लिपि, देवनागरी लिपि
लिपि के विकास का अनुक्रम:
आक्षरिक लिपि- सिंधु घाटी की लिपि- ब्राह्मी लिपि- गुप्त लिपि- कुटिल लिपि (शारदा लिपि)- प्राचीन नागरी- देवनागरी लिपि
कुटिल लिपि, ब्राह्मी लिपि, गुप्त लिपि, देवनागरी लिपि
ब्राह्मी लिपि, देवनागरी लिपि, गुप्त लिपि, कुटिल लिपि
देवनागरी लिपि, ब्राह्मी लिपि, कुटिल लिपि, गुप्त लिपि
6. देवनागरी लिपि का सही विकास-क्रम है:
गुप्त लिपि, ब्राह्मी लिपि, देवनागरी लिपि, नागरी लिपि
नागरी लिपि, ब्राह्मी लिपि, गुप्त लिपि, देवनागरी लिपि
ब्राह्मी लिपि, गुप्त लिपि, नागरी लिपि, देवनागरी लिपि
देवनागरी लिपि का विकास-क्रम:
आक्षरिक लिपि- सिंधु घाटी की लिपि- ब्राह्मी लिपि- गुप्त लिपि- कुटिल लिपि (शारदा लिपि)- प्राचीन नागरी- देवनागरी लिपि
गुप्त लिपि, नागरी लिपि, ब्राह्मी लिपि, देवनागरी लिपि
7. हिंदी-प्रसार के संदर्भ में निम्नलिखित प्रमुख संस्थाओं का कालक्रम के अनुसार सही अनुक्रम कौन-सा है?
दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा चेन्नई, हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग, नागरी प्रचारिणी सभा काशी, राष्ट्र भाषा प्रचार समिति वर्धा
नागरी प्रचारिणी सभा काशी, हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा चेन्नई, राष्ट्र भाषा प्रचार समिति वर्धा
अनुक्रम:
1. नागरी प्रचारिणी सभा काशी- 1893 ई.
2. हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग- 1910 ई.
3. दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा चेन्नई- 1915 ई.
4. राष्ट्र भाषा प्रचार समिति वर्धा- 1936 ई.
राष्ट्र भाषा प्रचार समिति वर्धा, हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग, नागरी प्रचारिणी सभा काशी, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा चेन्नई
दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा चेन्नई, हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग, नागरी प्रचारिणी सभा काशी, राष्ट्र भाषा प्रचार समिति वर्धा
8. निम्नलिखित संस्थाओं की स्थापना का सही अनुक्रम क्या है?
हिंदी साहित्य सम्मेलन, काशी नागरी प्रचारिणी सभा, केन्द्रीय हिंदी निदेशालय, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा
हिंदी साहित्य सम्मेलन, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, केन्द्रीय हिंदी निदेशालय, काशी नागरी प्रचारिणी सभा
काशी नागरी प्रचारिणी सभा, हिंदी साहित्य सम्मेलन, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, केन्द्रीय हिंदी निदेशालय
अनुक्रम:
1. काशी नागरी प्रचारिणी सभा- 1893 ई.
2. हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग- 1910 ई.
3. दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा चेन्नई- 1915 ई.
4. केन्द्रीय हिंदी निदेशालय- 1960 ई.
केन्द्रीय हिंदी निदेशालय, हिंदी साहित्य सम्मेलन, काशी नागरी प्रचारिणी सभा, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा
9. स्थापना के आधार पर इन हिंदी संस्थाओं का सही अनुक्रम कौन-सा है?
काशी नागरी प्रचारणी सभा, हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग, राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्धा, साहित्य अकादमी
अनुक्रम:
1. काशी नागरी प्रचारिणी सभा- 1893 ई.
2. हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग- 1910 ई.
3. राष्ट्र भाषा प्रचार समिति वर्धा- 1936 ई.
4. साहित्य अकादमी- 1954 ई.
हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग, राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्धा, साहित्य अकादमी, काशी नागरी प्रचारणी सभा
राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्धा, साहित्य अकादमी, काशी नागरी प्रचारणी सभा, हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग
साहित्य अकादमी, काशी नागरी प्रचारणी सभा, हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग, राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्धा
10. नवजागरण कालीन सुधारवादी संस्थाओं की शुरुआत का सही क्रम कौन-सा है?
ब्रह्म समाज, प्रार्थना समाज, आर्य समाज, रामकृष्ण मिशन
अनुक्रम:
1. ब्रह्म समाज (राजाराम मोहन राय)- 1828 ई.
2. आर्य समाज (दयानंद सरस्वती)- 1875 ई.
3. प्रार्थना समाज (ए. पांडुरंग)- 1876 ई.
4. रामकृष्ण मिशन (विवेकानंद)- 1897 ई.
रामकृष्ण मिशन, आर्य समाज, ब्रह्म समाज, प्रार्थना समाज
प्रार्थना समाज, आर्य समाज, रामकृष्ण मिशन, ब्रह्म समाज
आर्य समाज, ब्रह्म समाज, प्रार्थना समाज, रामकृष्ण मिशन
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