प्रेस विज्ञप्ति:
प्रेस विज्ञप्ति शासन द्वारा जारी की जाती है। इसके माध्यम से आवश्यक सार्वजनिक सूचनाएँ समाचार पत्रों में प्रकाशित करायी जाती हैं। परंतु प्रेस विज्ञप्ति सीधे समाचार पत्र कार्यालय न भेजकर सूचना अधिकारी के पास भेजा जाता है। तदुपरान्त मुख्य सूचना अधिकारी समाचार पत्रों को भेजता है। समाचार पत्रों में इसके माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय समझौतों, परीक्षा परिणामों, विज्ञापन आदि का प्रकाशन किया जाता है।
प्रेस विज्ञप्ति औपचारिक पत्र होते हैं, इसलिए इसे ज्यौं का त्यों समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जाता है। समाचार पत्रों के संपादक इसमें कोई परिवर्तन, काट-छांट या जोड़-घटाव नहीं कर सकते। ये सूचनाएँ कभी-कभार गजट में भी प्रकाशित की जाती हैं।
प्रेस विज्ञप्ति की शब्दावली और शैली निश्चित होती है। इसकी भाषा सहज और सरल होनी चाहिए, इसमें मुहावरों, मुहावरों और लोकोक्तियों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। प्रेस विज्ञप्ति में यह भी संकेत होता है कि इसे किस दिनांक को कितने बजे से पूर्व प्रकाशित न किया जाए। इसे प्रकाशित कराने के लिए निर्धारित शुल्क भी देय होता है।
प्रेस विज्ञप्ति के अंग:
1. प्रकाशन संबंधी निर्देश:
प्रेस विज्ञप्ति का प्रारूप बनाते समय सर्वप्रथम यह निदेश दिए जाते हैं कि एक निश्चित दिनांक एवं समय के पूर्व प्रकाशित / प्रचारित न किया जाए। जैसे-
(तारिख 15 अगस्त, 2023 को सांयकाल 6 बजे से पहले प्रकाशित न किया जाए।)
2. प्रेस विज्ञप्ति का उल्लेख:
विषय से पूर्व बीच में ‘प्रेस विज्ञप्ति’ मोटे अक्षरों में लिखा जाता है। जैसे-
प्रेस विज्ञप्ति
3. विषय/शीर्षक का उल्लेख:
प्रेस विज्ञप्ति के बाद आलेख का विषय या शीर्षक दिया जाता है। शीर्षक संक्षिप्त होना चाहिए।
4. विषयवस्तु/कलेवर:
विषय के बाद इसका कलेवर होता है।
5. आदेश:
प्रेस विज्ञप्ति के अंत में यह आदेश रहता है कि इसे प्रधान सूचना अधिकारी के पास भेज दिया जाए जिससे वह इसे जारी कर सकें।
6. हस्ताक्षर एवं पदनाम:
प्रेस विज्ञप्ति पर अग्रसित करने वाले अधिकारी का दाईं ओर हस्ताक्षर और पदनाम होना चाहिए। जैसे-
हस्ताक्षर
(क. ख. ग.)
संयुक्त सचिव
भारत सरकार
7. मंत्रालय का नाम, स्थान एवं तिथि:
इसके बाद बाईं ओर थोडा स्थान छोड़ कर मंत्रालय का नाम, तिथि एवं स्थान अंकित होना चाहिए। जैसे-
विदेश मंत्रालय
नई दिल्ली
15, फरवरी, 2023
प्रेस विज्ञप्ति का प्रारूप:
प्रेस विज्ञप्ति का नमूना: