EMRS PGT Hindi Question Paper 2023

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EMRS PGT Hindi Question Paper 2023
EMRS PGT Hindi परीक्षा 2023 का आधिकारिक प्रश्नपत्र- आगामी तैयारी के लिए उपयोगी

EMRS (Eklavya Model Residential School) द्वारा आयोजित PGT Hindi परीक्षा 2023 ने हज़ारों अभ्यर्थियों को एक सुनहरा अवसर प्रदान किया था, EMRS विद्यालयों में स्थायी शिक्षक बनने का। यह परीक्षा 16 दिसंबर 2023 को आयोजित की गई थी, जिसमें भाषा-ज्ञान, साहित्यिक समझ, शिक्षण विधियाँ और समसामयिक विषयों पर आधारित प्रश्न पूछे गए।

इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको EMRS PGT Hindi परीक्षा 2023 का आधिकारिक प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी Quiz में उपलब्ध करा रहे हैं। यदि आप आगामी EMRS परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं या पिछली परीक्षा का विश्लेषण करना चाहते हैं, तो यह pgt hindi का यह paper आपके लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।

EMRS PGT हिंदी प्रश्नपत्र 2023

emrs pgt hindi answer key 2023
EXAM-16.12.2023

1. राजभाषा संबंधी प्रावधानों की दृष्टि से कौन-सा विकल्प तथ्यात्मक दृष्टि से सही नहीं है?
[A] राष्ट्रपति के आदेश 1960
[B] राजभाषा संकल्प 1965
[C] राजभाषा नियम 1976
[D] राजभाषा अधिनियम 1963
उत्तर देखें-
[B] राजभाषा संकल्प 1968 में पारित किया गया था। इस संकल्प ने कई महत्वपूर्ण उपायों का सुझाव दिया, जैसे- हिंदी और अंग्रेजी के साथ-साथ, हिंदी भाषी क्षेत्रों में एक और आधुनिक भारतीय भाषा (दक्षिण भारत की भाषाओं में से एक) और गैर-हिंदी भाषी क्षेत्रों में प्रादेशिक भाषाओं को बढ़ावा देना।
2. निम्नलिखित में से ‘तार सप्तक’ का कवि नहीं है:
[A] भारतभूषण अग्रवाल
[B] रामविलास शर्मा
[C] केदारनाथ सिंह
[D] गजानन माधव मुक्तिबोध
उत्तर देखें-
[C] केदारनाथ सिंह अज्ञेय द्वारा संपादित ‘तीसरे सप्तक’ (1953 ई.) के कवि हैं।
3. “सच है, कला निसर्ग-मुक्त है नियति-रचित नियमों से,
न तो नीति-सेविका, न तो चेटिका किसी दर्शन की,
किंतु, कौन है ज्ञान, नही सौरभ जिसके फूलों का
कला-लोक पर घिरे व्योममंडल में मँडराता है।”
प्रस्तुत काव्य पंक्तियों के रचनाकार हैं:
[A] दिनकर
[B] अज्ञेय
[C] श्रीकांत वर्मा
[D] निराला
उत्तर देखें-
[A] प्रस्तुत काव्य पंक्तियों के रचनाकार रामधारी सिंह ‘दिनकर’ हैं, यह पंक्ति ‘कोयला और कवित्व’ कविता की है।
4. निम्नलिखित में से ‘सीढ़ियों पर धूप में’ कविता-संग्रह के रचयिता हैं:
[A] नरेश मेहता
[B] रघुवीर सहाय
[C] श्रीकांत वर्मा
[D] सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
उत्तर देखें-
[B] ‘सीढ़ियों पर धूप में’ (1960 ई.) कविता-संग्रह के रचयिता ‘रघुवीर सहाय’ हैं।
5. निम्नलिखित में से ‘रस-सिद्धांत’ पुस्तक के लेखक हैं:
[A] पंडितराज जगन्नाथ
[B] नगेन्द्र
[C] निर्मला जैन
[D] भरतमुनि
उत्तर देखें-
[B] रस-सिद्धांत पुस्तक के लेखक नगेन्द्र हैं। वहीं पंडितराज जगन्नाथ का रस गंगाधर, रामचंद्र शुक्ल का रसमीमांसा, भरतमुनि का नाट्यशास्त्र रचना है।
6. निम्नलिखित में कृष्णा सोबती की रचना नहीं है?
[A] जिंदगी और गुलाब के फूल
[B] मित्रो मरजानी
[C] समय सरगम
[D] डार से बिछुड़ी
उत्तर देखें-
[A] ‘ज़िंदगी और गुलाब के फूल’ (1961 ई.) उषा प्रियंवदा की रचना है. यह एक कहानी संग्रह है।
7. संविधान सभा ने हिंदी को संघ की राजभाषा स्वीकार किया गया:
[A] 14 सितंबर, 1949
[B] 14 सितंबर, 1950
[C] 14 सितंबर, 1951
[D] 14 सितंबर, 1948
उत्तर देखें-
[A] संविधान सभा ने 14 सितंबर, 1949 को हिंदी को संघ की राजभाषा स्वीकार किया गया।
8. निम्नलिखित उपन्यास और उपन्यासकारों के युग्मों में असंगत है:
[A] नूतन ब्रह्मचारी बालकृष्ण भट्ट
[B] श्यामा स्वप्न – ठाकुर जगमोहन सिंह
[C] आदर्श दंपति – राधाकृष्णदास
[D] भाग्यश्री – श्रद्धाराम फुल्लौरी
उत्तर देखें-
[C] आदर्श दंपति उपन्यास के लेखक ‘मेहता लज्जाराम शर्मा’ हैं, यह उपन्यास दो भागों में विभक्त है।
9. ‘हिंदी नवरत्न’ नामक समालोचनात्मक ग्रंथ के रचनाकार हैं:
[A] जार्ज ग्रियर्सन
[B] महावीर प्रसाद द्विवेदी
[C] भारतेन्दु हरिश्चंद्र
[D] मिश्रबंधु
उत्तर देखें-
[D] ‘हिंदी नवरत्न’ नामक समालोचनात्मक ग्रंथ के रचनाकार ‘मिश्रबंधु’ हैं। मिश्रबंधुओं में गणेशबिहारी मिश्र, शुकदेवबिहारी मिश्र तथा श्यामबिहारी मिश्र आते हैं। ‘मिश्रबंधु-विनोद’ भी मिश्रबंधुओं द्वारा लिखित हिंदी का साहित्यिक तथा प्रारम्भिक इतिहास-ग्रंथ है।
10. निम्नलिखित में से कौन-सा निबंध अध्यापक पूर्णसिंह द्वारा लिखित नहीं है?
[A] मजदूरी और प्रेम
[B] सच्ची वीरता
[C] फिर निराशा क्यों?
[D] आचरण की सभ्यता
उत्तर देखें-
[C] ‘फिर निराशा क्यों?’ निबंध ‘गुलाबराय’ का है।
11. निम्नलिखित में असंगत युग्म है:
[A] संयोगिता स्वयंवर – लाला श्रीनिवास दास
[B] हिंदी कालिदास की आलोचना – भारतेन्दु हरिश्चंद्र
[C] कालिदास की निरंकुशता – महावीर प्रसाद द्विवेदी
[D] आनंद कादंबिनी – बदरीनारायण चौधरी
उत्तर देखें-
[B] ‘हिंदी कालिदास की आलोचना’ (1901 ई.) नामक आलोचनात्मक ग्रंथ महावीर प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखा गया है। यह हिंदी आलोचना की पहली पुस्तक मानी जाती है।
12. निम्नलिखित कृति और कृतिकार के युगों में असंगत है:
[A] छायावाद – नामवर सिंह
[B] यथार्थवाद – शिवकुमार मिश्र
[C] कामायनी का पुनर्मूल्यांकन – मुक्तिबोध
[D] प्रगतिवाद – शिवदान सिंह चौहान
उत्तर देखें-
[C] कामायनी का पुनर्मूल्यांकन रामस्वरूप चतुर्वेदी द्वारा रचित है। वहीं मुक्तिबोध
का आलोचनात्मक ग्रंथ ‘कामायनी: एक पुनर्विचार’ है।
13. महावीर प्रसाद द्विवेदी ने ‘सरस्वती’ पत्रिका का संपादन कार्य आरंभ किया था:
[A] सन 1901 ई. में
[B] सन 1902 ई. में
[C] सन 1903 ई. में
[D] सन 1900 ई. में
उत्तर देखें-
[C] महावीर प्रसाद द्विवेदी ने ‘सरस्वती’ पत्रिका का संपादन कार्य का आरंभ सन 1903 ई. में किया था।
14. रचना और रचनाकारों में सुमेलित नहीं है:
[A] अर्द्धनारीश्वर – अज्ञेय
[B] साहित्य और संस्कृति – रामविलास शर्मा
[C] पगडंडियों का जमाना – हरिशंकर परसाई
[D] श्रृंखला की कड़ियाँ – महादेवी वर्मा
उत्तर देखें-
[A] अर्द्धनारीश्वर नाम से 1952 ई. में प्रकाशित रामधारी सिंह ‘दिनकर’ का निबंध संग्रह और 1992 ई. में प्रकाशित विष्णु प्रभाकर का उपन्यास हैं।
15. निम्नलिखित में प्रसिद्ध मार्क्सवादी आलोचक नहीं है:
[A] रामविलास शर्मा
[B] रामस्वरुप चतुर्वेदी
[C] नामवर सिंह
[D] शिवदान सिंह चौहान
उत्तर देखें-
[B] रामस्वरुप चतुर्वेदी मार्क्सवादी आलोचक नहीं हैं।
16. पाश्चात्य काव्य सिद्धांतों की विवेचना करते हुए आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने मुख्यतः विरोध किया था:
[A] क्रोचे का
[B] डंटन का
[C] ब्रैडले, क्रोचे और डंटन तीनों का
[D] ब्रैडले का
उत्तर देखें-
[C] पाश्चात्य काव्य सिद्धांतों की विवेचना करते हुए आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने मुख्यतः ‘ब्रैडले, क्रोचे और डंटन’ तीनों का विरोध किया था।
17. ‘हिंदी काव्यशास्त्र का विकास’ नामक आलोचना पुस्तक के लेखक हैं:
[A] हजारी प्रसाद द्विवेदी
[B] नगेन्द्र
[C] रवीन्द्रनाथ श्रीवास्तव
[D] रामशंकर शुक्ल ‘रसाल’
उत्तर देखें-
[D] ‘हिंदी काव्यशास्त्र का विकास’ नामक आलोचना पुस्तक के लेखक रामशंकर शुक्ल ‘रसाल’ हैं।
18. “चिर दग्ध दुखी यह वसुधा, आलोक माँगती तब भी।
तम तुहिन बरस दो कन-कन, यह पगली सोये अब भी।”
प्रस्तुत पंक्तियों के रचयिता हैं:
[A] सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
[B] सुमित्रानंदन पंत
[C] महादेवी वर्मा
[D] जयशंकर प्रसाद
उत्तर देखें-
[D] प्रस्तुत पंक्तियों के रचयिता ‘जयशंकर प्रसाद’ हैं जो ‘आँसू’ से ली गई है।
19. ‘तुमको पीड़ा में ढूँढा / तुममें ढूँढूंगी पीड़ा’
-पंक्तियों के रचनाकार हैं:
[A] महादेवी वर्मा
[B] सुमित्रानंदन पंत
[C] सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
[D] रामधारी सिंह दिनकर
उत्तर देखें-
[A] उक्त पंक्तियों की रचनाकार ‘महादेवी वर्मा’ हैं, जो ‘उत्तर’ शीर्षक कविता से ली गई है।
20. ‘कहानी नयी कहानी’ पुस्तक के लेखक हैं:
[A] नामवर सिंह
[B] राजेन्द्र यादव
[C] निर्मल वर्मा
[D] कमलेश्वर
उत्तर देखें-
[A] ‘कहानी नयी कहानी’ पुस्तक के लेखक ‘नामवर सिंह’ हैं।
21. निम्नलिखित में पत्रकारिता का प्रकार नहीं है:
[A] विशेषीकृत पत्रकारिता
[B] एडवोकेसी पत्रकारिता
[C] वाचडॉग पत्रकारिता
[D] खोजपरक पत्रकारिता
उत्तर देखें-
[A] विशेषीकृत पत्रकारिता पत्रकारिता का प्रकार नहीं है।
22. निम्नलिखित में से कौन-सा संपादन का सिद्धांत नहीं है?
[A] वस्तुपरकता
[B] संतुलन
[C] पक्षधरता
[D] तथ्यों की शुद्धता
उत्तर देखें-
[C] पक्षधरता संपादन का सिद्धांत नहीं है।
23. निम्नलिखित में से कौन-सी रचना शेखर जोशी की नहीं है?
[A] कोसी का घटवार
[B] कर्मनाशा की हार
[C] समर्पण
[D] दाज्यू
उत्तर देखें-
[B] ‘कर्मनाशा की हार’ शिवप्रसाद सिंह की एक मार्मिक और आंचलिक कहानी है, जो भारतीय समाज में व्याप्त अंधविश्वासों, ग्रामीण जीवन की कठिनाइयों और सामाजिक रूढ़ियों का चित्रण करती है।
24. निम्नलिखित में से किसको नामवर सिंह ने नयी कहानी की पहली कृति माना है?
[A] परिंदे
[B] जहाँ लक्ष्मी कैद है
[C] जिंदगी और जोंक
[D] खोई हुई दिशाएँ
उत्तर देखें-
[A] निर्मल वर्मा की कहानी ‘परिंदे’ (1956 ई.) को नामवर सिंह ने नयी कहानी की पहली कृति माना है।
25. हजारी प्रसाद द्विवेदी के उपन्यासों से संबंधित कथनों में से कौन-सा सही नहीं है?
[A] ‘चारुचंद्रलेख’ में लेखक ने 13वीं और 14वीं शती का सांस्कृतिक इतिहास चित्रित करने की चेष्टा की है।
[B] ‘पुनर्नवा’ में मध्यकालीन परिवेश में आधुनिक नारी के ही शोषित रूप का चित्रण किया गया है।
[C] ‘अनामदास का पोथा’ में रैक्व मुनि अपने जीवन की सार्थकता जनता की सेवा में देखते हैं।
[D] ‘बाणभट्ट की आत्मकथा’ में इतिहास की दृष्टि से छिद्रान्वेषण की गुंजाइश नहीं है।
उत्तर देखें-
[A] दरअसल हजारी प्रसाद द्विवेदी के उपन्यास ‘चारुचंद्रलेख’ में लेखक ने 12वीं और 13वीं शती का सांस्कृतिक इतिहास चित्रित करने की चेष्टा की है।
26. फणीश्वरनाथ रेणु के निम्नलिखित उपन्यासों का प्रकाशन-वर्ष की दृष्टि से सही अनुक्रम है:
[A] परती परिकथा, मैला आँचल, जुलूस, पल्टूबाबू रोड
[B] मैला आँचल, जुलूस, परती परिकथा, पल्टूबाबू रोड
[C] मैला आँचल, परती परिकथा, पल्टूबाबू रोड, जुलूस
[D] मैला आँचल, परती परिकथा, जुलूस, पल्टूबाबू रोड
उत्तर देखें-
[D] फणीश्वरनाथ रेणु के उपन्यासों का प्रकाशन वर्ष: मैला आँचल (1954), परती परिकथा (1957), दीर्घतपा (1964), जुलूस (1965), कितने चौराहे (1966), पल्टूबाबू रोड (1979)
27. निम्नलिखित में से कौन-सा जनसंचार का कार्य नहीं होना चाहिए?
[A] मनोरंजन करना
[B] सार्वजनिक हित से अधिक व्यावसायिक मुनाफा कमाने पर बल देना
[C] निगरानी करना
[D] सूचना देना
उत्तर देखें-
[B] जनसंचार का कार्य नहीं होना चाहिए- सार्वजनिक हित से अधिक व्यावसायिक मुनाफा कमाने पर बल देना।
28. निम्नलिखित में एकार्थी शब्द है:
[A] विधि
[B] मुद्रा
[C] मत
[D] भ्रांति
उत्तर देखें-
[D] ‘भ्रांति’ एकार्थी शब्द है। वे शब्द जिनका केवल एक ही अर्थ होता है, उनका कोई दूसरा अर्थ नहीं निकलता है उन्हें एकार्थी शब्द कहते हैं। वहीं अन्य विकल्प अनेकार्थी शब्दों के हैं जिनके अर्थ हैं-
विधि- कानून, नियम और तरीका
मुद्रा- सिक्का, मुहर और रूप
मत- राय, विचार और वोट
29. निम्नलिखित में तद्भव शब्द नहीं है:
[A] राय .
[B] आग
[C] कार्य
[D] आन
उत्तर देखें-
[C] ‘कार्य’ तत्सम शब्द है इसका तद्भव शब्द ‘काज’ है। वहीं राय, आग और आन तद्भव शब्दों के तत्सम रूप क्रमशः विचार, अग्नि और अन्य हैं।
30. निम्नलिखित में से किसमें अव्ययीभाव समास है?
[A] राजपुत्र
[B] प्रजापति
[C] यथास्नान
[D] आशातीत
उत्तर देखें-
[C] यथास्नान (अर्थात स्थान के अनुसार) में अव्ययीभाव समास है। जिसमें समस्त पद (पूर्व पद) अव्यय या उपसर्ग हो (प्रधान भी हो) तथा दूसरा पद संज्ञा हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
31. निम्नलिखित में स्वर संधि वाला शब्द नहीं है:
[A] रेखांश
[B] सिंधूर्मि
[C] सदानंद
[D] कल्पांत
उत्तर देखें-
[C] सदानंद (सत् + आनंद) में व्यंजन संधि है। व्यंजन संधि में, ‘त्’ का ‘द’ में परिवर्तन हो जाता है जब उसके बाद कोई स्वर आता है।
32. कारखानों से अत्यंत विषैला पदार्थ निकलता है।
वाक्य में रेखांकित शब्द (अत्यंत) है:
[A] क्रिया विशेषण
[B] प्रविशेषण
[C] सर्वनाम
[D] विशेषण
उत्तर देखें-
[B] वाक्य में रेखांकित शब्द ‘अत्यंत’ प्रविशेषण है। प्रविशेषण वह शब्द है जो किसी विशेषण की विशेषता बताता है, अर्थात विशेषण की मात्रा या तीव्रता को स्पष्ट करता है।
33. निम्नलिखित में ‘वचन’ की दृष्टि से असंगत युग्म है:
[A] लोटा – लोटे
[B] घोड़ा – घोड़े
[C] रस्सी – रस्से
[D] बच्चा – बच्चे
उत्तर देखें-
[C] रस्सी का बहुवचन ‘रस्सियाँ’ होता है।
34. ‘पिंजरे की मैना’ आत्मकथा की लेखिका हैं:
[A] मृदुला गर्ग
[B] चंद्रकिरण सौनरेक्सा
[C] प्रभा खेतान
[D] चित्रा गुगल
उत्तर देखें-
[B] ‘पिंजरे की मैना’ आत्मकथा की लेखिका ‘चंद्रकिरण सौनरेक्सा’ हैं।
35. निम्नलिखित में राहुल सांकृत्यायन का संस्मरण नही हैं:
[A] बचपन की स्मृतियाँ
[B] असहयोग के मेरे यात्री
[C] जिनका मैं कृतज्ञ हूँ
[D] बीसवीं सदी का बाणभट्ट
उत्तर देखें-
[D] ‘बीसवीं सदी का बाणभट्ट’ राहुल सांकृत्यायन का संस्मरण नही हैं।
36. निम्नलिखित में से ‘गोदान’ की नारी पात्र है:
[A] बासंती
[B] शोभा
[C] शहजा
[D] जालपा
उत्तर देखें-
[B] ‘शोभा’ प्रेमचंद कृत ‘गोदान’ उपन्यास की नारी पात्र है।
37. ‘संज्ञा’ शब्दों में असंगत है:
[B] नदी – जातिवाचक
[B] सच्चाई – भाववाचक
[C] बचपन – जातिवाचक
[D] कामधेनु – व्यक्तिवाचक
उत्तर देखें-
[C] बचपन एक ‘भाववाचक संज्ञा’ है, क्योंकि यह किसी व्यक्ति की अवस्था, दशा या भाव को दर्शाता है जिसे देखा या छुआ नहीं जा सकता, बल्कि महसूस किया जा सकता है।
38. निम्नलिखित में असंगत युग्म है:
[A] कला का जोखिम – कुबेरनाथ राय
[B] रचना के बदले – रमेशचंद्र शाह
[C] जीप पर सवार इल्लियाँ – शरद जोशी –
[D] ठेले पर हिमालय – धर्मवीर भारती
उत्तर देखें-
[A] कला का जोखिम निबंध के लेखक ‘निर्मल वर्मा’ हैं।
39. निम्नलिखित में असंगत युग्म है:
[A] भूरी-भूरी खाक धूल – मुक्तिबोध
[B] इतने पास अपने – कुंवरनारायण
[C] गीतिका – निराला
[D] आत्महत्या के विरुद्ध – रघुवीर सहाय
[B] ‘इतने पास अपने’ (1980 ई.) शमशेर बहादुर सिंह का काव्य संग्रह है। [/explanation][/answer]
40. लिंग के आधार पर असंगत युग्म है:
[A] नाला – नाली
[B] चींटा – चींटी
[C] महाराजा – महाराजन
[D] मामा – मामी
उत्तर देखें-
[C] पुल्लिंग शब्द महाराजा का स्त्रीलिंग महारानी है।
41. ‘चाँद का मुँह टेढ़ा है’ कृति के रचनाकार हैं:
[A] अज्ञेय
[B] मुक्तिबोध
[C] नागार्जुन
[D] त्रिलोचन
उत्तर देखें-
[B] चाँद का मुँह टेढ़ा है कृति के रचनाकार ‘मुक्तिबोध’ हैं। चांद का मुंह टेढ़ा है काव्य-संग्रह का प्रकाशन वर्ष 1964 ई. है।
42. निम्नलिखित में रचना और रचनाकार की दृष्टि से कौन सा विकल्प सुमेलित नहीं है?
[A] उदयभानचरित – इंशाअल्ला खाँ
[B] मुंतखबुत्तवारीख – मुंशी सदासुखलाल ‘नियाज़’
[C] पद्मपुराण – सदलमिश्र
[D] प्रेमसागर – लल्लूलाल
उत्तर देखें-
[C] महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित संस्कृत भाषा में रचे गए अठारह पुराणों में से एक पुराण ग्रंथ है।
43. निम्नलिखित में महादेवी वर्मा का संस्मरण/रेखाचित्र नहीं है:
[A] अतीत के चलचित्र
[B] स्मृति की रेखाएँ
[C] पथ के साथी
[D] वन तुलसी की गंध
उत्तर देखें-
[D] वन तुलसी की गंध
‘वन तुलसी की गंध’ (1984 ई.) संस्मरण के लेखक फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ हैं।
44. “धिक! धाए तुम यों अनाहूत,
धो दिया श्रेष्ठ कुल-धर्म धूत;
राम के नहीं, काम के सूत कहलाए!”
प्रस्तुत काव्य-पंक्तियाँ निराला की किस कविता से हैं?
[A] तुलसीदास
[B] राम की शक्ति पूजा
[C] विधवा
[D] सरोज स्मृति
उत्तर देखें-
[A] प्रस्तुत काव्य-पंक्तियाँ निराला की ‘तुलसीदास’ कविता से हैं।
45. ‘जमाने में हम’ आत्मकथा की लेखिका हैं:
[A] मन्नू भंडारी
[B] निर्मला जैन
[C] चित्रा मुद्गल
[D] रमणिका गुप्ता
उत्तर देखें-
[B] ‘जमाने में हम’ आत्मकथा की लेखिका ‘निर्मला जैन’ हैं, इसका प्रकाशन वर्ष 2015 ई. है।
46. खुसरो के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सी बात रामचंद्र शुक्ल द्वारा नहीं कही गयी है?
[A] वे जनता की सब बातों में पूरा योग देना चाहते थे।
[B] इनकी पहेलियाँ और मुकरियाँ प्रसिद्ध हैं।
[C] खुसरो में उक्ति वैचित्र्य नहीं मिलता है।
[D] ये फारसी के बहुत बड़े ग्रंथकार थे।
उत्तर देखें-
[C] शुक्ल जी का कथन- ‘इनकी पहेलियाँ और मुकारियाँ प्रसिद्ध हैं। इनमें उक्ति-वैचित्र्य की प्रधानता थी, यद्यपि रसीले गीत और दोहे भी इन्होंने लिखे हैं।’
47. विद्यापति के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सी बात रामचंद्र शुक्ल ने नहीं कही है?
[A] विद्यापति को बंगभाषा वाले पसंद नहीं करते हैं।
[B] विद्यापति के पद अधिकतर शृंगार के ही हैं।
[C] विद्यापति शैव थे।
[D] विद्यापति ने अपने समय की प्रचलित मैथिली भाषा का व्यवहार किया है।
उत्तर देखें-
[A] रामचंद्र शुक्ल ने लिखा है कि विद्यापति को बंगभाषा वाले अपनी ओर खींचते हैं।
48. हिंदी साहित्य के आदिकाल को ‘चारणकाल’ सर्वप्रथम किसने कहा है?
[A] मिश्रबंधु
[B] रामचंद्र शुक्ल
[C] रामकुमार वर्मा
[D] जार्ज ग्रियर्सन
उत्तर देखें-
[D] हिंदी साहित्य के आदिकाल को ‘चारणकाल’ सर्वप्रथम ‘जार्ज ग्रियर्सन’ ने कहा है।
49. “माई न होती, बाप न होते, कर्म न होता काया।
हम नहिं होते, तुम नहिं होते, कौन कहाँ ते आया।”
उपर्युक्त काव्य-पंक्तियों के रचयिता हैं:
[A] कबीर
[B] रैदास
[C] दादू
[D] नामदेव
उत्तर देखें-
[D] उपर्युक्त काव्य-पंक्तियों के रचयिता ‘नामदेव’ हैं। नामदेव 13वीं सदी के एक प्रसिद्ध मराठी कवि-संत थे, जो वारकरी संप्रदाय से संबंधित थे। उन्होंने मराठी और हिंदी दोनों भाषाओं में रचनाएँ कीं और उनकी कई रचनाएँ गुरु ग्रंथ साहिब में भी शामिल हैं।
50. ‘गोरख जगायो जोग, भगति भगायो लोग।’ किसने कहा है?
[A] कबीरदास
[B] गोरखनाथ
[C] हजारी प्रसाद द्विवेदी
[D] तुलसीदास
उत्तर देखें-
[D] उक्त पंक्ति ‘तुलसीदास’ का है। यह ‘कवितावली’ के उत्तरकांड से ली गई पंक्ति है।
51. किसके अनुसार ‘पृथ्वीराज रासो’ ढाई हजार पृष्ठों का बहुत बड़ा ग्रंथ है?
[A] आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
[B] रामकुमार वर्मा
[C] रामशंकर शुक्ल ‘रसाल’
[D] हजारी प्रसाद द्विवेदी
उत्तर देखें-
[A] आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के अनुसार ‘पृथ्वीराज रासो’ ढाई हजार पृष्ठों का बहुत बड़ा ग्रंथ है।
52. द्वैतवादी वैष्णव संप्रदाय के प्रवर्तक थे:
[A] रामानुजाचार्य
[B] मध्वाचार्य
[C] वल्लभाचार्य
[D] रामानंद
उत्तर देखें-
[B] द्वैतवादी वैष्णव संप्रदाय के प्रवर्तक ‘मध्वाचार्य’ हैं। इनके अनुसार अनुसार, परमात्मा और जीवात्मा हमेशा अलग-अलग होते हैं।
53. निम्नलिखित में से ‘रासपंचाध्यायी’ के रचयिता हैं:
[A] नंददास
[B] कृष्णदास
[C] गोविंद स्वामी
[D] हितहरिवंश
उत्तर देखें-
[A] ‘रासपंचाध्यायी’ के रचयिता नंददास हैं। यह श्रीमद्भागवत पुराण के दशम स्कंध पर आधारित है। इसकी रचना रोल छंद में की गई है। नंददास के संबंध में एक कहावत प्रचलित है की, ‘और कवि गढ़िया, नंददास जड़िया।’
54. निम्नलिखित में रचना और रचनाकार की दृष्टि से कौन-सा विकल्प सुमेलित नहीं है?
[A] साहित्यसार – भतिराम
[B] रसरराज – भूषण
[C] युक्तितरंगिणी – कुलपतिमि
[D] काव्य विवेक – चिंतामणि त्रिपाठी
उत्तर देखें-
[B] ‘रसराज’ रीतिकाल के प्रसिद्ध कवि ‘मतिराम’ की रचना है। यह ग्रंथ इनकी प्रसिद्धि का आधार है। फूलमंजरी, ललित ललाम और सतसई इनकी अन्य रचनाएं हैं।
55. निम्नलिखित में अष्टछाप के कवियों में सम्मिलित नहीं हैं:
[A] कुंभनदास
[B] स्वामी हरिदास
[C] गोविन्द स्वामी
[D] परमानंद दास
उत्तर देखें-
[B] अष्टछाप के कवियों में सूरदास, कुम्भनदास, परमानन्ददास, कृष्णदास, नन्ददास, छीत स्वामी, गोविंद स्वामी एवं चतुर्भुज स्वामी शामिल हैं। इसकी स्थापना विट्ठलनाथ ने अपने और बल्लभचार्य के शिष्यों को मिलाकर किया था।
56. निम्नलिखित में से केशवदास की रचना नहीं है:
[A] कविप्रिया
[B] रसिकप्रिया
[C] विज्ञानगीता
[D] रस सागर
उत्तर देखें-
[D] रस सागर और अनुप्रास-विनोद श्रीपति की प्रमुख रचनाएं हैं।
57. निम्नलिखित में निर्गुण ज्ञानाश्रयी शाखा का कवि नहीं हैं:
[A] धर्मदास
[B] गुरुनानक
[C] नाभादास
[D] दादू दयाल
उत्तर देखें-
[C] नाभादास निर्गुण ज्ञानाश्रयी शाखा का कवि नहीं हैं। अग्रदास जी के शिष्य नाभादास, गोस्वामी तुलसीदास के समकालीन थे। इनकी तीन कृतियाँ- भक्तमाल, अष्टयाम, रामभक्ति संबंधी स्फुट पद उपलब्ध हैं। भक्तमाल में लगभग दो सौ भक्तों का चरित्रगान है।
58. निम्नलिखित में सगुण: कृष्ण भक्ति शाखा का कवि नहीं हैं:
[A] कृष्णदास
[B] कुंभनदास
[C] कृपाराम
[D] नंददास
उत्तर देखें-
[C] कृपाराम कृष्ण भक्ति शाखा का कवि नहीं हैं। कृपाराम हिंदी काव्यशास्त्र के प्रथम लेखक थे जो सोलहवीं शती के पूर्वार्द्ध में हुए थे। इनकी एकमात्र ज्ञात रचना ‘हिततरंगिणी’ है।
59. निम्नलिखित में से कौन-सी रचना देव की नहीं है?
[A] अष्टयाम
[B] श्रृंगारनिर्णय
[C] प्रेमतरंग
[D] भावविलास
उत्तर देखें-
[C] प्रेमतरंग रचना भारतेंदु हरिश्चंद्र की है।
60. निम्नलिखित में से कौन-सा ‘कामदेव’ का पर्यायवाची नहीं है?
[A] मनसिज
[B] सरसिज
[C] मीनकेतु
[D] अनंग
उत्तर देखें-
[B] सरसिज ‘कमल’ का पर्यायवाची शब्द है। कमल के अन्य पर्यायवाची- पंकज, पुंज, जलज, केशर, नलिन, सरोज, जलकुमुद, पुष्पज, तामरस, अमलतास, पुष्कर, अरविन्द, रजनीगंधा, जलहंस, कुमुदिनी, सहस्रपत्री, सरोवरनी, नवनीत, सुपुष्प आदि।
61. निम्नलिखित में हरिवंशराय ‘बच्चन’ की रचना नहीं है:
[A] मिलन यामिनी
[B] निशा निमंत्रण
[C] परिमल
[D] एकांत संगीत
उत्तर देखें-
[C] परिमल (1929 ई.) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ का काव्य-संग्रह है।
62. निम्नलिखित में वर्तनी की दृष्टि से अशुद्ध शब्द है:
[A] झूठ
[B] सीधा-साधा
[C] धंधा
[D] कनिष्ठ
उत्तर देखें-
[B] सीधा-साधा वर्तनी की दृष्टि से अशुद्ध शब्द है, इसका शुद्ध रूप ‘सीधा-सादा’ है।
63. ‘आँख नीची होना’ मुहावरे का सटीक अर्थ है:
[A] शर्माना
[B] बहुत दुखी होना
[C] नुकसान हो जाना
[D] लज्जित होना
उत्तर देखें-
[D] ‘आँख नीची होना’ मुहावरे का सटीक अर्थ ‘लज्जित होना’ है।
64. “सूरति सिंगार की उजारी छवि आठी भांति,
दीठि लालसा के लोयननि लैलै आँजिहौं।
रतिरसना सवाद पाँवड़े पुनीतकारी पाय,
चूमि चूमि कै कपोलनि सों माँजिहौं।”
प्रस्तुत काव्य-पंक्तियों के रचयिता हैं:
[A] घनानंद
[B] सेनापति
[C] बोधा
[D] केशवदास
उत्तर देखें-
[A] प्रस्तुत काव्य-पंक्तियों के रचयिता ‘घनानंद’ है।
65. ‘कंगाली में आटा गीला’ लोकोक्ति का अर्थ है:
[A] कष्ट पर कष्ट आना
[B] लगातार बीमार रहना
[C] गरीबी में आटा गीला हो जाना
[D] मुसीबत से छुटकारा मिलना
उत्तर देखें-
[A] ‘कंगाली में आटा गीला’ लोकोक्ति का अर्थ ‘कष्ट पर कष्ट आना’ है।
66. निम्नलिखित में में से कौन-सा बौद्धिक विकास का तत्व नहीं है?
[A] सहनशीलता
[B] परिकल्पना
[C] सोच
[D] सृजनात्मकता
उत्तर देखें-
[A] ‘सहनशीलता’ बौद्धिक विकास का तत्व नहीं है।
67. प्रगतिवाद के अनुसार शिक्षा निम्नलिखित में से किसके अनुभव से आती है?
[A] शिक्षक
[B] समाज
[C] प्रधानाचार्य
[D] बच्चा
उत्तर देखें-
[D] प्रगतिवाद के अनुसार शिक्षा ‘बच्चा’ के अनुभव से आती है।
68. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार निम्नलिखित में वे मूलभूत सिद्धांत हैं जो व्यापक स्तर पर शिक्षा प्रणाली और व्यक्तिगत संस्थान दोनों का मार्गदर्शन करेंगे:
(a) प्रत्येक बच्चे की विशिष्ट क्षमताओं की पहचान /
(b) लचीलापन
(c) बहुभाषिकता पर जोर कम
(d) बुनियादी साक्षरता को सर्वाधिक प्रोत्साहन
[A] (a), (b) और (d)
[B] (a) और (b) केवल
[C] (a) और (c) केवल
[D] (a), (b) और (c)
उत्तर देखें-
[A] (a), (b) और (d), राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बहुभाषिकता पर जोर है।
69. एक छात्र के औसत अंकों की गणना उसी तरह की जाती है जैसे ………………. की गणना की जाती है।
[A] ज्यामितीय माध्य
[B] मानक विचलन
[C] प्रसरण
[D] समान्तर माध्य
उत्तर देखें-
[D] एक छात्र के औसत अंकों की गणना उसी तरह की जाती है जैसे ‘समान्तर माध्य’ की गणना की जाती है।
70. व्यावहारिक अधिगम के विचार से आशय है कि शिक्षा को ………… पर लागू करना चाहिए।
[A] अभ्यास
[B] वास्तविक जगत
[C] अमूर्त ज्ञान
[D] समाज
उत्तर देखें-
[B] व्यावहारिक अधिगम के विचार से आशय है कि शिक्षा को ‘वास्तविक जगत’ पर लागू करना चाहिए।
71. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर व्यावसायिक मानकों की समीक्षा और संशोधन किस वर्ष में किया जाएगा?
[A] 2028
[B] 2030
[C] 2032
[D] 2026
उत्तर देखें-
[B] राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर व्यावसायिक मानकों की समीक्षा और संशोधन वर्ष 2030 में किया जाएगा।
72. प्रभावशाली शिक्षण में बाधक है:
[A] नियोजन
[B] विषयवस्तु का विश्लेषण
[C] निरंकुशता
[D] निश्चित उद्देश्य
उत्तर देखें-
[C] निरंकुशता प्रभावशाली शिक्षण में बाधक है।
73. राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा/स्थानीय भाषा से संबद्ध कौन-सी बात नहीं कही गयी है:
[A] ‘नीति’ स्वीकार करती है कि शिक्षार्थियों को भारत फी समृद्ध विविधता का प्रत्यक्ष ज्ञान होना चाहिए।
[B] अकादिमियों, संग्रहालयों, वीथिकाओं और धरोहर स्थलों में उनके संचाल हेतु पर्याप्त मात्रा में योग्य व्यक्ति हैं।
[C] भारत शीघ्र ही अनुवाद एवं विवेचना से संबद्ध अपने प्रयासों का विस्तार करेगा जिससे गुणवत्ता युक्त लिखित एवं मौखिक सामग्री उपलब्ध हो सके।
[D] उच्च और उच्चतर शिक्षा के आधिकाधिक कार्यक्रमों में मातृभाषा/स्थानीय भाषा को शिक्षा के माध्यम के रूप में उपयोग में लाया जाएगा।
उत्तर देखें-
[B] असत्य कथन- अकादिमियों, संग्रहालयों, वीथिकाओं और धरोहर स्थलों में उनके संचाल हेतु पर्याप्त मात्रा में योग्य व्यक्ति हैं।
74. डिजिटल प्रौद्योगिकी के उद्भव के फलस्वरूप राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार शिक्षण अधिगम के सभी स्तरों पर निम्नलिखित में से क्या प्रस्तावित नहीं किया गया है?
[A] वर्चुअल लैब्स
[B] शिक्षकों के लिए शिक्षण और प्रोत्साहन
[C] ऑनलाइन मूल्यांकन और परीक्षाएँ
[D] डिजिटल अंतर को कायम करना
उत्तर देखें-
[D] राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में ‘डिजिटल अंतर को कायम करना’ प्रस्तावित नहीं किया गया है।
75. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार निम्नलिखित में से कौन-सा ऐसा मूलभूत सिद्धान्त नहीं है जो बड़े स्तर पर शिक्षा प्रणाली और व्यक्तिगत संस्थानों का मार्गदर्शन करेगा?
[A] प्रत्येक बच्चे की विशिष्ट क्षमताओं की पहचान
[B] शिक्षकों और अभिभावकों को इन विशिष्ट क्षमताओं से अलग रखना
[C] बच्चे की अकादमिक और अन्य क्षमताओं में उसके सर्वांगीण विकास पर अधिक जोर देना
[D] प्रत्येक बच्चे की विशिष्ट क्षमताओं की स्वीकृति
उत्तर देखें-
[B] राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मूलभूत सिद्धान्त नहीं है- शिक्षकों और अभिभावकों को इन विशिष्ट क्षमताओं से अलग रखना

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों (66-70) के सटीक उत्तर दीजिए:
सौन्दर्य बाहर की कोई वस्तु नहीं है, मन के भीतर की वस्तु है। योरपीय कला-समीक्षा की यह एक बड़ी ऊँची उड़ान या बड़ी दूर की कौड़ी समझी गई है। पर वास्तव में यह भाषा के गड़बड़झाले के सिवा और कुछ नहीं है। जैसे वीरकर्म से पृथक् वीरत्व कोई पदार्थ नहीं, वैसे ही सुन्दर वस्तु से पृथक् सौन्दर्य कोई पदार्थ नहीं। कुछ रूप-रंग की वस्तुएँ ऐसी होती है जो हमारे मन में आते ही थोड़ी देर के लिए हमारी सत्ता पर ऐसा अधिकार कर लेती हैं कि उसका ज्ञान ही हवा हो जाता है और हम उन वस्तुओं की भावना के रूप में ही परिणत हो जाते हैं। हमारी अन्तस्सत्ता की यहीं तदाकार परिणति सौन्दर्य की अनुभूति है। इसके विपरीत कुछ रूप-रंग की वस्तुएँ ऐसी होती हैं जिनकी प्रतीति या जिनकी भावना हमारे मन में कुछ देर टिकने ही नहीं पाती और एक मानसिक आपत्ति सी जान पड़ती है। जिस वस्तु के प्रत्यक्ष ज्ञान या भावना से तदाकार-परिणति जितनी ही अधिक होगी उतनी ही वह वस्तु हमारे लिए।

76. सौंदर्य की अनुभूति है:
[A] वस्तुओं का भावनाओं के रूप ढल जाना
[B] हमारी सत्ता का ज्ञान हवा हो जाना
[C] मानसिक आपत्ति-सी की स्थिति
[D] हमारी अन्तस्सत्ता की तदाकार परिणति
उत्तर देखें-
[D] सौंदर्य की अनुभूति है- हमारी अन्तस्सत्ता की तदाकार परिणति।
77. कौन-सी बात योरपीय कला-समीक्षा की एक ऊँची उड़ान समझी गयी है?
[A] कविता भावों की स्वतः स्फूर्त अभिव्यक्ति है।
[B] सौंदर्य बाहर की कोई वस्तु नहीं है।
[C] मन के भीतर भावों का निवास है।
[D] कला, कला के लिए है।
उत्तर देखें-
[B] सौंदर्य बाहर की कोई वस्तु नहीं है। यह बात योरपीय कला-समीक्षा की एक ऊँची उड़ान समझी गयी है।
78. सौंदर्य मन के भीतर की वस्तु है यह:
[A] यह भाषा का गड़बड़झाला है।
[B] वीरत्व का पर्याय है।
[C] सुंदर से पृथक पदार्थ के रूप में है।
[D] भाषा का सौंदर्य है।
उत्तर देखें-
[A] सौंदर्य मन के भीतर की वस्तु है यह भाषा का गड़बड़झाला है।
79. रूप विवेचन से स्पष्ट है कि:
[A] भीतर बाहर का भेद व्यर्थ है
[B] जो भीतर है वही बाहर नहीं है
[C] हर वस्तु हमारे लिए सुंदर कही जाएगी
[D] कला का क्षेत्र स्वतंत्र है
उत्तर देखें-
[A] रूप विवेचन से स्पष्ट है कि भीतर बाहर का भेद व्यर्थ है।
80. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
[A] सुंदर से पृथक सौंदर्य कोई पदार्थ नहीं।
[B] हम पस्तुओं की भागना के रूप में परिणत हो जाते हैं।
[C] रूप-रंग की वस्तुओं का ज्ञान स्थायी होता है।
[D] वीर कर्म से पृथक वीरत्व कोई पदार्थ नहीं।
उत्तर देखें-
[C] रूप-रंग की वस्तुओं का ज्ञान स्थायी नहीं होता है।
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