मेले का ऊँट निबंध- बालमुकुंद गुप्त | mele ka unth nibandh
बालमुकुंद गुप्त भारतेंदु युग के परवर्ती लेखक हैं। शिवशंभु के चिट्ठे, उर्दू बीबी के नाम चिट्ठी, हरिदास, खिलौना, खेलतमाशा, स्फुट कविता आदि उनके प्रमुख निबंध...
दिल्ली दरबार दर्पण निबंध- भारतेंदु हरिश्चंद्र | dilli darbar darpan
दिल्ली दरबार दर्पण के रचनाकार भारतेंदु हरिश्चंद हैं। भारतेंदु ने दिल्ली दरबार दर्पण निबंध को वर्णात्मक शैली में लिखा है। यहाँ पर भारतेंदु का...
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है- भारतेंदु हरिश्चंद्र
‘भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है’ निबंध के लेखक भारतेंदु हरिश्चंद हैं। भारतेंदु जी का यह निबंध (bharat varshonnati kaise ho sakti hai) बहुत महत्वपूर्ण है। इस...
साहित्य का उद्देश्य निबंध- प्रेमचंद | sahitya ka uddeshya
1936 लखनऊ में होने वाले प्रगतिशील लेखक संघ के पहले अधिवेशन में प्रेमचंद द्वारा दिया गया अध्यक्षीय भाषण।
सज्जनों,
यह सम्मेलन हमारे साहित्य के इतिहास में स्मरणीय...