दोस्तों यह हिंदी quiz 14 है। जो 2004 से लेकर 2019 तक के ugc net jrf हिंदी के प्रश्नपत्रों पर आधारित है। भारतीय काव्यशास्त्र के ग्रंथों से अनुक्रम संबंधित पूछे गए प्रश्नों को इस quiz के माध्यम से दिया जा रहा है। ठीक उसी तरह जैसे अन्य गद्य विधाओं के ग्रंथों से अनुक्रम आधारित hindi quiz 13 में दिए गए थे।
1. कालक्रम की दृष्टि से साहित्य-सिद्धातों का सही अनुक्रम है:
अलंकार, रस, ध्वनि, रीति
रस, अलंकार, रीति, ध्वनि
अनुक्रम:
1. रस (भरतमुनि)- दूसरी शती
2. अलंकार (भामह)- 6वीं शती
3. रीति (वामन)- 8वीं शती
4. ध्वनि (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
1. रस (भरतमुनि)- दूसरी शती
2. अलंकार (भामह)- 6वीं शती
3. रीति (वामन)- 8वीं शती
4. ध्वनि (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
ध्वनि, रीति, रस, अलंकार
रीति, रस, ध्वनि, अलंकार
2. निम्नलिखित आचार्यों के बीच सही काल-क्रम का निर्देश कीजिए।
भामह, दंडी, आनंदवर्द्धन, क्षेमेन्द्र
आनंदवर्द्धन, अभिनवगुप्त, विश्वनाथ, जगन्नाथ
भट्ट नायक, विश्वनाथ, कुंतक, जगन्नाथ
भरत, भामह, कुंतक, जगन्नाथ
अनुक्रम:
1. भरत- दूसरी शती
2. भामह- 6वीं शती
3. कुंतक- 10वीं शती
4. जगन्नाथ- 17वीं शती
1. भरत- दूसरी शती
2. भामह- 6वीं शती
3. कुंतक- 10वीं शती
4. जगन्नाथ- 17वीं शती
3. रससूत्र के व्याख्याकारों का सही अनुक्रम क्या है?
भट्ट लोल्लट, शंकुक, भट्टनायक, अभिनवगुप्त
अनुक्रम:
1. भट्ट लोल्लट- 9वीं शदी
2. शंकुक- 9वीं शदी
3. भट्टनायक- 10वीं शदी
4. अभिनवगुप्त- 11वीं शदी
1. भट्ट लोल्लट- 9वीं शदी
2. शंकुक- 9वीं शदी
3. भट्टनायक- 10वीं शदी
4. अभिनवगुप्त- 11वीं शदी
शंकुक, भट्ट लोल्लट, भट्टनायक, अभिनवगुप्त
अभिनवगुप्त, शंकुक, भट्ट लोल्लट, भट्टनायक
भट्ट लोल्लट, भट्टनायक, शंकुक, अभिनवगुप्त
4. निम्नलिखित वर्गों में कालक्रमानुसार, आचार्यों का कौन-सा क्रम सही है?
मम्मट, दंडी, भामह, आनंदवर्द्धन
दंडी, आनंदवर्द्धन, मम्मट, भामह
भामह, दंडी, आनंदवर्द्धन, मम्मट
अनुक्रम:
1. भामह- 6वीं शती
2. दंडी- 6वीं शती
3. आनंदवर्द्धन- 9वीं शती
4. मम्मट- 11वीं शदी
1. भामह- 6वीं शती
2. दंडी- 6वीं शती
3. आनंदवर्द्धन- 9वीं शती
4. मम्मट- 11वीं शदी
आनंदवर्द्धन, भामह, मम्मट, दंडी
5. निम्नलिखित आचार्यों का कालानुसार सही अनुक्रम लिखिए:
पंडितराज जगन्नाथ, कुंतक, भामह, रूप गोस्वामी
भामह, कुंतक, रूप गोस्वामी, पंडितराज जगन्नाथ
अनुक्रम:
1. भामह- 6वीं शती
2. कुंतक- 10वीं शती
3. रूप गोस्वामी- 15वीं शती
4. पंडितराज जगन्नाथ- 17वीं शती
1. भामह- 6वीं शती
2. कुंतक- 10वीं शती
3. रूप गोस्वामी- 15वीं शती
4. पंडितराज जगन्नाथ- 17वीं शती
कुंतक, भामह, पंडितराज जगन्नाथ, रूप गोस्वामी
रूप गोस्वामी, कुंतक, भामह, पंडितराज जगन्नाथ
6. निम्नलिखित आचार्यों का सही अनुक्रम क्या है?
भरतमुनि, भामह, विश्वनाथ, अभिनव गुप्त
भरतमुनि, भामह, अभिनव गुप्त, विश्वनाथ
अनुक्रम:
1. भरतमुनि- दूसरी शती
2. भामह- 6वीं शती
3. अभिनव गुप्त- 10वीं शती
4. विश्वनाथ- 14वीं शती
1. भरतमुनि- दूसरी शती
2. भामह- 6वीं शती
3. अभिनव गुप्त- 10वीं शती
4. विश्वनाथ- 14वीं शती
भरतमुनि, विश्वनाथ, भामह, अभिनव गुप्त
भरतमुनि, अभिनव गुप्त, विश्वनाथ, भामह
7. भारतीय काव्यशास्त्र के प्रमुख काव्यशास्त्रियों का सही क्रम क्या है?
आनंदवर्द्धन, भरत मुनि, जगन्नाथ, विश्वनाथ
भरत मुनि, आनंदवर्द्धन, विश्वनाथ, जगन्नाथ
अनुक्रम:
1. भरत- दूसरी शती
2. आनंदवर्द्धन- 9वीं शती
3. विश्वनाथ- 14वीं शती
4. जगन्नाथ- 17वीं शती
1. भरत- दूसरी शती
2. आनंदवर्द्धन- 9वीं शती
3. विश्वनाथ- 14वीं शती
4. जगन्नाथ- 17वीं शती
जगन्नाथ, विश्वनाथ, आनंदवर्द्धन, भरत मुनि
विश्वनाथ, आनंदवर्द्धन, भरत मुनि, जगन्नाथ
8. काल के अनुसार निम्नलिखित आचार्यों का सही अनुक्रम क्या है?
भामह, दंडी, आनंदवर्द्धन, अभिनवगुप्त
अनुक्रम:
1. भामह- 6वीं शती
2. दंडी- 7वीं शती
3. आनंदवर्द्धन- 9वीं शती
4. अभिनवगुप्त- 11वीं शदी
1. भामह- 6वीं शती
2. दंडी- 7वीं शती
3. आनंदवर्द्धन- 9वीं शती
4. अभिनवगुप्त- 11वीं शदी
दंडी, आनंदवर्द्धन, अभिनवगुप्त, भामह
आनंदवर्द्धन, अभिनवगुप्त, भामह, दंडी
अभिनवगुप्त, भामह, दंडी, आनंदवर्द्धन
9. काल के अनुसार निम्नलिखित आचार्यों का सही अनुक्रम क्या है?
भोजराज, रूय्यक, विश्वनाथ, वामन
वामन, भोजराज, रूय्यक, विश्वनाथ
अनुक्रम:
1. वामन- 8वीं शती
2. भोजराज- 11वीं शती
3. रुय्यक- 12वीं शती
4. विश्वनाथ- 14वीं शती
1. वामन- 8वीं शती
2. भोजराज- 11वीं शती
3. रुय्यक- 12वीं शती
4. विश्वनाथ- 14वीं शती
रूय्यक, विश्वनाथ, वामन, भोजराज
विश्वनाथ, वामन, भोजराज, रूय्यक
10. निम्नलिखित संस्कृत आचार्यों का सही कालानुक्रम कौन-सा है?
मम्मट, दंडी, विश्वनाथ, जयदेव
दंडी, जयदेव, विश्वनाथ, मम्मट
दंडी, मम्मट, जयदेव, विश्वनाथ
अनुक्रम:
1. दंडी- 6वीं शती
2. मम्मट- 11वीं शदी
3. जयदेव- 13वीं शदी
4. विश्वनाथ- 14वीं शती
1. दंडी- 6वीं शती
2. मम्मट- 11वीं शदी
3. जयदेव- 13वीं शदी
4. विश्वनाथ- 14वीं शती
जयदेव, मम्मट, दंडी, विश्वनाथ
11. जीवनकाल के क्रम से संस्कृत काव्यशास्त्र के निम्नांकित आचार्यों का सही अनुक्रम है:
भरतमुनि, शंकुक, भट्टनायक, भट्ट लोल्लट
भट्टनायक, भरतमुनि, भट्ट लोल्लट, शंकुक
भरतमुनि, भट्ट लोल्लट, शंकुक, भट्टनायक
अनुक्रम:
1. भरतमुनि- दूसरी शती
2. भट्ट लोल्लट- 9वीं शती
3. शंकुक- 9वीं शती
4. भट्टनायक- 10वीं शती
1. भरतमुनि- दूसरी शती
2. भट्ट लोल्लट- 9वीं शती
3. शंकुक- 9वीं शती
4. भट्टनायक- 10वीं शती
शंकुक, भट्ट लोल्लट, भरतमुनि, भट्टनायक
12. जीवनकाल के अनुसार निम्नलिखित काव्यचिंतकों का सही अनुक्रम है:
अभिनव गुप्त, विश्वनाथ, पंडितराज जगन्नाथ, आनंदवर्द्धन
विश्वनाथ, पंडितराज जगन्नाथ, आनंदवर्द्धन, अभिनव गुप्त
आनंदवर्द्धन, अभिनव गुप्त, विश्वनाथ, पंडितराज जगन्नाथ
अनुक्रम:
1. आनंदवर्द्धन- 9वीं शती
2. अभिनव गुप्त- 10 शती
3. विश्वनाथ- 14वीं शती
4. पंडितराज जगन्नाथ- 17वीं शती
1. आनंदवर्द्धन- 9वीं शती
2. अभिनव गुप्त- 10 शती
3. विश्वनाथ- 14वीं शती
4. पंडितराज जगन्नाथ- 17वीं शती
पंडितराज जगन्नाथ, विश्वनाथ, आनंदवर्द्धन, अभिनव गुप्त
13. कालक्रम की दृष्टि से निम्नलिखित आचार्यो का सही अनुक्रम है:
वामन, कुंतक, मम्मट, विश्वनाथ
अनुक्रम:
1. वामन- 8वीं शती
2. कुंतक- 10वीं शती
3. मम्मट- 11वीं शदी
4. विश्वनाथ- 14वीं शती
1. वामन- 8वीं शती
2. कुंतक- 10वीं शती
3. मम्मट- 11वीं शदी
4. विश्वनाथ- 14वीं शती
विश्वनाथ, कुंतक, मम्मट, वामन
कुंतक, विश्वनाथ, वामन, मम्मट
मम्मट, वामन, कुंतक, विश्वनाथ
14. निम्नलिखित आचार्यों का सही कालक्रम चुनिए:
रुय्यक, कुंतक, आनंदवर्द्धन, दंडी
कुंतक, आनंदवर्द्धन, रुय्यक, दंडी
आनंदवर्द्धन, दंडी, रुय्यक, कुंतक
दंडी, आनंदवर्द्धन, कुंतक, रुय्यक
अनुक्रम:
1. दंडी- 6वीं शती
2. आनंदवर्द्धन- 9वीं शती
3. कुंतक- 10वीं शती
4. रुय्यक- 12वीं शती
1. दंडी- 6वीं शती
2. आनंदवर्द्धन- 9वीं शती
3. कुंतक- 10वीं शती
4. रुय्यक- 12वीं शती
15. निम्नलिखित काव्यशास्त्रीय ग्रंथों का सही अनुक्रम कौन-सा है?
काव्यानुशासन, रस मंजरी, साहित्य दर्पण, रस गंगाधर
अनुक्रम:
1. काव्यानुशासन (हेमचंद्र)- 12वीं शती
2. रस मंजरी (भानुदत्त)- 13वीं शती
3. साहित्य दर्पण (विश्वनाथ)- 14वीं शती
4. रस गंगाधर (जगन्नाथ)- 17वीं शती
1. काव्यानुशासन (हेमचंद्र)- 12वीं शती
2. रस मंजरी (भानुदत्त)- 13वीं शती
3. साहित्य दर्पण (विश्वनाथ)- 14वीं शती
4. रस गंगाधर (जगन्नाथ)- 17वीं शती
साहित्य दर्पण, काव्यानुशासन, रस गंगाधर, रस मंजरी
रस मंजरी, साहित्य दर्पण, रस गंगाधर, काव्यानुशासन
काव्यानुशासन, साहित्य दर्पण, रस गंगाधर, रस मंजरी
16. निम्नलिखित काव्यशास्त्रीय ग्रंथों का सही अनुक्रम क्या है?
रसगंगाधर, काव्यालंकार सूत्र, ध्वन्यालोक, काव्यालंकार
काव्यालंकार, काव्यालंकार सूत्र, ध्वन्यालोक, रसगंगाधर
अनुक्रम:
1. काव्यालंकार (भामह)- 6ठी शती
2. काव्यालंकार सूत्र (वामन)- 8वीं शती
3. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
4. रसगंगाधर (जगन्नाथ)- 17वीं शती
1. काव्यालंकार (भामह)- 6ठी शती
2. काव्यालंकार सूत्र (वामन)- 8वीं शती
3. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
4. रसगंगाधर (जगन्नाथ)- 17वीं शती
काव्यालंकार सूत्र, रसगंगाधर, काव्यालंकार, ध्वन्यालोक
ध्वन्यालोक, काव्यालंकार सूत्र, रसगंगाधर, काव्यालंकार
17. कालक्रमानुसार ग्रंथों का सही अनुक्रम है:
काव्य प्रकाश, दशरूपक, काव्यालंकारसूत्रवृत्ति, नाट्यशास्त्र
नाट्यशास्त्र, काव्यालंकारसूत्रवृत्ति, दशरूपक, काव्य प्रकाश
अनुक्रम:
1. नाट्यशास्त्र (भरतमुनि)- दूसरी शती
2. काव्यालंकार सूत्र वृत्ति (वामन)- 8वीं शती
3. दशरूपक (धनंजय)- 10वीं शती
4. काव्य प्रकाश (मम्मट)- 11वीं शती
1. नाट्यशास्त्र (भरतमुनि)- दूसरी शती
2. काव्यालंकार सूत्र वृत्ति (वामन)- 8वीं शती
3. दशरूपक (धनंजय)- 10वीं शती
4. काव्य प्रकाश (मम्मट)- 11वीं शती
काव्यालंकारसूत्रवृत्ति, नाट्यशास्त्र, काव्य प्रकाश, दशरूपक
दशरूपक, काव्य प्रकाश, काव्यालंकारसूत्रवृत्ति, नाट्यशास्त्र
18. इन ग्रंथों का काल के आधार पर सही अनुक्रम कौन-सा है?
काव्यादर्श, ध्वन्यालोक, काव्यप्रकाश, साहित्य दर्पण
अनुक्रम:
1. काव्यादर्श (दंडी)- 7वीं शती
2. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
3. काव्यप्रकाश (मम्मट)- 11वीं शती
4. साहित्य दर्पण (विश्वनाथ)- 14वीं शती
1. काव्यादर्श (दंडी)- 7वीं शती
2. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
3. काव्यप्रकाश (मम्मट)- 11वीं शती
4. साहित्य दर्पण (विश्वनाथ)- 14वीं शती
ध्वन्यालोक, काव्यप्रकाश, साहित्य दर्पण, काव्यादर्श
काव्यप्रकाश, साहित्य दर्पण, काव्यादर्श, ध्वन्यालोक
साहित्य दर्पण, काव्यादर्श, ध्वन्यालोक, काव्यप्रकाश
19. अलंकार संप्रदाय से संबंद्ध अलंकार ग्रंथों का सही कालानुक्रम है:
अलंकार सर्वस्व, अलंकार कौस्तुभ, काव्यालंकार सार संग्रह, काव्यालंकार
काव्यालंकार, अलंकार सर्वस्व, काव्यालंकार सार संग्रह, अलंकार कौस्तुभ
काव्यालंकार सार संग्रह, अलंकार सर्वस्व, अलंकार कौस्तुभ, काव्यालंकार
काव्यालंकार, काव्यालंकार सार संग्रह, अलंकार सर्वस्व, अलंकार कौस्तुभ
अनुक्रम:
1. काव्यालंकार (भामह)- 6ठी शती
2. काव्यालंकार सार संग्रह (उद्भट)- 9वीं शती
3. अलंकार सर्वस्व (रुय्यक)- 12वीं शती
4. अलंकार कौस्तुभ (कर्णपूर)- 16वीं शती
1. काव्यालंकार (भामह)- 6ठी शती
2. काव्यालंकार सार संग्रह (उद्भट)- 9वीं शती
3. अलंकार सर्वस्व (रुय्यक)- 12वीं शती
4. अलंकार कौस्तुभ (कर्णपूर)- 16वीं शती
20. रचनाकाल के आधार पर निम्नलिखित ग्रंथों का सही अनुक्रम है:
ध्वन्यालोक, काव्यमीमांसा, काव्यादर्श, साहित्य दर्पण
काव्यादर्श, ध्वन्यालोक, काव्यमीमांसा, साहित्य दर्पण
अनुक्रम:
1. काव्यादर्श (दंडी)- 7वीं शती
2. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
3. काव्यमीमांसा (राजशेखर)- 9वीं शती
4. साहित्य दर्पण (विश्वनाथ)- 14वीं शती
1. काव्यादर्श (दंडी)- 7वीं शती
2. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
3. काव्यमीमांसा (राजशेखर)- 9वीं शती
4. साहित्य दर्पण (विश्वनाथ)- 14वीं शती
काव्यादर्श, काव्यमीमांसा, ध्वन्यालोक, साहित्य दर्पण
ध्वन्यालोक, काव्यादर्श, साहित्य दर्पण, काव्यमीमांसा
21. नाट्यशास्त्र से सम्बद्ध निम्नलिखित ग्रंथों का सही अनुक्रम है:
भाव प्रकाशन, दशरूपक, नाट्यदर्पण, अभिनव भारती
नाट्यदर्पण, दशरूपक, भाव प्रकाशन, अभिनव भारती
दशरूपक, अभिनव भारती, नाट्यदर्पण, भाव प्रकाशन
अभिनव भारती, दशरूपक, नाट्यदर्पण, भाव प्रकाशन
अनुक्रम:
1. अभिनव भारती (अभिनव गुप्त)- 10वीं शती
2. दशरूपक (धनंजय)- 10वीं शती
3. नाट्यदर्पण (रामचंद्र गुणचंद्र)- 11वीं शती (उतरार्द्ध)
4. भाव प्रकाशन (शारदातनय)- 13वीं शती
1. अभिनव भारती (अभिनव गुप्त)- 10वीं शती
2. दशरूपक (धनंजय)- 10वीं शती
3. नाट्यदर्पण (रामचंद्र गुणचंद्र)- 11वीं शती (उतरार्द्ध)
4. भाव प्रकाशन (शारदातनय)- 13वीं शती
22. निम्नलिखित काव्यशास्त्रीय ग्रंथों का कालक्रमानुसार सही अनुक्रम है:
साहित्यदर्पण, वक्रोक्तिजीवितम्, ध्वन्यालोक, कविकण्ठाभरण
कविकण्ठाभरण, ध्वन्यालोक, साहित्यदर्पण, वक्रोक्तिजीवितम्
वक्रोक्तिजीवितम्, कविकण्ठाभरण, साहित्यदर्पण, ध्वन्यालोक
ध्वन्यालोक, वक्रोक्तिजीवितम्, कविकण्ठाभरण, साहित्यदर्पण
अनुक्रम:
1. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
2. वक्रोक्ति जीवितम (कुंतक)- 10वीं शती
3. कविकण्ठाभरण (क्षेमेंद्र)- 11वीं शती
4. साहित्य दर्पण (विश्वनाथ)- 14वीं शती
1. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
2. वक्रोक्ति जीवितम (कुंतक)- 10वीं शती
3. कविकण्ठाभरण (क्षेमेंद्र)- 11वीं शती
4. साहित्य दर्पण (विश्वनाथ)- 14वीं शती
23. काव्यशास्त्रीय ग्रंथों का कालक्रमानुसार सही अनुक्रम है:
काव्यादर्श, काव्यमीमांसा, वक्रोक्तिजीवितम्, ध्वन्यालोक
ध्वन्यालोक, वक्रोक्तिजीवितम्, काव्यमीमांसा, काव्यादर्श
काव्यादर्श, ध्वन्यालोक, काव्यमीमांसा, वक्रोक्तिजीवितम्
अनुक्रम:
1. काव्यादर्श (दंडी)- 7वीं शती
2. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
3. काव्यमीमांसा (राजशेखर)- 9वीं शत्ती (उत्तरार्दध)
4. वक्रोक्ति जीवितम (कुंतक)- 10वीं शती
1. काव्यादर्श (दंडी)- 7वीं शती
2. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
3. काव्यमीमांसा (राजशेखर)- 9वीं शत्ती (उत्तरार्दध)
4. वक्रोक्ति जीवितम (कुंतक)- 10वीं शती
काव्यमीमांसा, काव्यादर्श, ध्वन्यालोक, वक्रोक्तिजीवितम्
24. रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम क्या है?
काव्यालंकार, नाट्यशास्त्र, ध्वन्यालोक, साहित्य दर्पण
ध्वन्यालोक, नाट्यशास्त्र, काव्यालंकार, साहित्य दर्पण
नाट्यशास्त्र, ध्वन्यालोक, साहित्य दर्पण, काव्यालंकार
नाट्यशास्त्र, काव्यालंकार, ध्वन्यालोक, साहित्य दर्पण
अनुक्रम:
1. नाट्यशास्त्र (भरतमुनि)- दूसरी शती
2. काव्यालंकार (भामह)- 6ठी शती
3. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
4. साहित्य दर्पण (विश्वनाथ)- 14वीं शती
1. नाट्यशास्त्र (भरतमुनि)- दूसरी शती
2. काव्यालंकार (भामह)- 6ठी शती
3. ध्वन्यालोक (आनंदवर्द्धन)- 9वीं शती
4. साहित्य दर्पण (विश्वनाथ)- 14वीं शती
25. निम्नलिखित हिंदी काव्यशास्त्रीय कृतियों का सही अनुक्रम कौन-सा है?
काव्यविवेक, भाषाभूषण, रसराज, काव्यरसायन
अनुक्रम:
1. काव्यविवेक (चिंतामणि)- 1643 ई.
2. भाषा भूषण (जसवंत सिंह)- 1650-85 ई.
3. काव्यरसायन (देव)- 1633-43 ई.
4. रसराज (मतिराम)- 1633-43 ई.
1. काव्यविवेक (चिंतामणि)- 1643 ई.
2. भाषा भूषण (जसवंत सिंह)- 1650-85 ई.
3. काव्यरसायन (देव)- 1633-43 ई.
4. रसराज (मतिराम)- 1633-43 ई.
भाषाभूषण, काव्यविवेक, रसराज, काव्यरसायन
काव्यरसायन, काव्यविवेक, भाषाभूषण, रसराज
रसराज, भाषाभूषण, काव्यविवेक, काव्यरसायन
26. हिंदी काव्यशास्त्र की निम्नलिखित कृतियों का सही कालानुक्रम है:
श्रृंगार निर्णय, रसराज, रसिकानंद, रसकलस
रसराज, श्रृंगार निर्णय, रसिकानंद, रसकलस
अनुक्रम:
1. रसराज (मतिराम)- 1633-43 ई.
2. श्रृंगार निर्णय (भिखारीदास)- 1725-60 ई.
3. रसिकानंद (ग्वालकवि)- 1847 ई.
4. रसकलस (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1931 ई.
1. रसराज (मतिराम)- 1633-43 ई.
2. श्रृंगार निर्णय (भिखारीदास)- 1725-60 ई.
3. रसिकानंद (ग्वालकवि)- 1847 ई.
4. रसकलस (अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’)- 1931 ई.
रसराज, रसिकानंद, रसकलस, श्रृंगार निर्णय
रसिकानंद, रसराज, श्रृंगार निर्णय, रसकलस
27. भरतमुनि के अनुसार नाट्यवृतियों का सही अनुक्रम है:
भारती, आरभटी, काशिकी, सात्वती
सात्वती, काशिकी, भारती, आरभटी
भारती, सात्वती, काशिकी, आरभटी
भरतमुनि के अनुसार नाट्यवृतियों का सही अनुक्रम-
भारती, सात्वती, काशिकी, आरभटी
भारती, सात्वती, काशिकी, आरभटी
आरभटी, काशिकी, सात्वती, भारती
28. भरत द्वारा निर्दिष्ट सात्त्विक भावों का इनमें से कौन-सा समूह सही है?
स्वेद, रति, वेपथु, वैवर्ण्य, प्रलय
स्तंभ, रोमांच, निर्वेद, स्वरभंग, व्रीडा
वेपथु, वैवर्ण्य, अश्रु, रोमांच, स्तंभ
आठ सात्त्विक भाव निम्नलिखित हैं- 1. स्तंभ, 2. स्वेद, 3. रोमांच, 4. स्वरभंग, 5. वेपथु, 6. वैवर्ण्य, 7. अश्रु तथा 8. प्रलय।
व्रीडा, वेषथु, वैवर्ण्य, स्वेद, असूया







