सूचना पत्र:
सूचना शासकीय पत्र का ही एक अंग है जिसे अंग्रेजी में Noting कहा जाता है। कोई सरकार, संस्थान या प्रतिष्ठान आदि विभिन्न स्थानों पर रह रहे व्यक्तियों को किसी जानकारी को एक साथ पहुँचाने के लिए ‘सूचना’ माध्यम का प्रयोग करते हैं। सामान्यतय: सूचना को समाचार पत्रों में प्रकाशित कराया जाता है। लेकिन कभी-कभार पोस्टर के रूप में सूचनापट्टों, दीवारों या सार्वजानिक स्थानों पर भी लगाया जाता है। समाचार पत्रों में सरकारी सूचनाएँ सर्वसाधारण को जानकारी प्रदान करने के लिए की जाती हैं ताकि उससे संवाद या रूचि रखने वाले लोग अवगत हो सकें।
सूचना लेखन:
सूचना पत्र का लेखन करते समय सर्वप्रथम विषय का शीर्षक (Title) लिखा जाता है; जैसे- ‘नीलामी की सूचना’। शीर्षक देने के बाद सूचनार्थ सामग्री संक्षेप में लिखी जाती है। उसके बाद अंत में बाएं तरफ दिनांक और दायें तरफ सक्षम अधिकारी का हस्ताक्षर और पदनाम होना जरुरी है।
सूचना पत्र तैयार होने के बाद उसके साथ अग्रेषण पत्र (forwarding letter) लगाकर समाचार पत्रों के मुद्रण अधिकारी या विज्ञापन एजेंसी के पास भेज दिया जाता है। सूचना के साथ फारवर्डिंग लैटर भेजा जाता है जिसमें यह निर्देश लिखा रहता है कि यह सूचना किस तिथि, किस पृष्ठ पर और किस रूप में प्रकाशित किया जाना है।
सूचना लेखन के प्रकार:
सूचनाएँ कई प्रकार की होती हैं-
- सरकारी पदों के रिक्तियों की सूचना
- नीलाम तथा निविदा की सूचना
- नीति संबंधी सूचना
- न्यायलय संबंधी सूचना
- आयोगों के कार्य संबंधी सूचना
- स्वायत्त संस्थाओं के निर्णय संबंधित सूचना
सूचना पत्र का नमूना:
आम सूचना
सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि अपरिहार्य कारणवश दिनांक 19 जनवरी से रामगढ जिलाअंतर्गत पतरातु लेक रिसोर्ट पर्यटकों / आमजनों के लिए बंद रहेगा। रिसोर्ट खुलने की सूचना समयानुसार दी जाएगी।
ह./-
उपायुक्त
रामगढ