मध्य प्रदेश सहायक प्रोफेसर हिंदी परीक्षा का प्रश्न पत्र
मध्य प्रदेश आयोग सहायक प्रोफेसर हिंदी का प्रश्न पत्र यहाँ पर दिया गया है। आयोग द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर हिंदी की यह परीक्षा 30 जून 2018 को आयोजित की गई थी। इस क्वेश्चन पेपर में कुल 200 प्रश्न हिंदी भाषा और साहित्य से पूछे गए थे।
इसलिए, सभी प्रश्नों को quiz के रूप में यहाँ दिया गया है ताकि आप यदि हिंदी साहित्य का कोई एग्जाम देने जा रहे हैं, तो स्वयं का मूल्यांकन भी कर सकें। इसके अलावा, हर प्रश्न का व्याख्यात्मक हल भी दिया गया है, जो सही उत्तर का चुनाव करने के बाद आपको दिखेगा। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि कोई विकल्प क्यों सही या गलत है।
उदाहरण के लिए, यदि आप किसी प्रश्न का उत्तर गलत चुनते हैं, तो आपको उसके पीछे का तर्क समझने का अवसर मिलेगा। इस प्रकार, यह क्विज़ न केवल आपकी तैयारी को बेहतर बनाएगा, बल्कि आपको परीक्षा में आत्मविश्वास भी पैदा करेगा।
अंत में, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि MP Assistant Professor Hindi का यह Question Paper आपको कैसा लगा, कमेंट में जरूर बताएं। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है और इससे हमें सामग्री को और भी बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
MP Assistant Professor Question Paper 2017
1. हिंदी की लिपि कहलाती है-
रोमन
देवनागरी
देवनागरी लिपि में हिंदी, संस्कृत, मराठी, नेपाली आदि भाषा लिखी जाती है, वहीं रोमन में अंग्रेजी, फारसी में उर्दू, गुरुमुखी में पंजाबी, बंग्ला में बंग्ला लिखी जाती है।
ब्राह्मी
गुरुमुखी
2. बघेली बोली का क्षेत्र है-
रीवा
बघेली बोली का क्षेत्र मध्य प्रदेश में रीवा, सतना, सीधी, उमरिया एवं अनूपपुर, उत्तर प्रदेश में इलाहबाद, मिर्जापुर के जिलों में तथा छत्तीसगढ़ के विलासपुर एवं कोरिया जिलों में पड़ता है।
इंदौर
रायपुर
भोपाल
3. रामचरितमानस लिखी गई है-
ब्रज
संस्कृत
खड़ी बोली
अवधी
तुलसीदास कृत रामचरितमानस ‘अवधी’ भाषा में लिखी गई है।
4. कविकुलकल्पतरु किसकी रचना है-
कुलपति
मतिराम
चिंतामणि त्रिपाठी
कविकुलकल्पतरु (1707 ई.) ग्रंथ चिंतामणि त्रिपाठी की रचना है।
देव
5. सूरसागर किस भाषा में लिखा गया है-
ब्रज
सूरसागर ब्रजभाषा में लिखा गया है, यह सूरदास द्वारा रचे गए कीर्तनों-पदों का संकलन है।
अवधी
बुन्देली
भोजपुरी
6. बिहारी किस काल के कवि हैं-
आदिकाल
रीतिकाल
बिहारी रीतिकाल के कवि हैं, ब्रजभाषा में रचित ‘बिहारी सतसई’ इनकी एकमात्र रचना है जिसमें 719 दोहे हैं।
आधुनिक काल
भक्ति काल
7. कबीर की भाषा क्या कहलाती है-
अवधी
ब्रज
खड़ीबोली
सधुक्कड़ी
कबीर की रचनाओं में अरबी, फारसी, पंजाबी, बुन्देलखंडी, भोजपुरी, अवधी, ब्रजभाषा, खड़ीबोली, राजस्थानी आदि के शब्द मिलते हैं इसलिए इनकी भाषा को सधुक्कड़ी या पंचमेल खिचड़ी भाषा कहा जाता है।
8. रैदास का दूसरा नाम है-
हरिदास
रवींद्रदास
रविदास
रैदास का दूसरा नाम ‘रविदास’ है।
दादू
9. आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार भक्ति काल का समय है-
संवत- 1050-1375
संवत- 1375-1700
आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार भक्ति काल का समय संवत 1375 से 1700 है।
संवत- 1700-1900
संवत- 1900-अब तक
10. कबीर को प्रवर्तक माना जाता है-
सगुण सम्प्रदाय
पुष्टिमार्गी सम्प्रदाय
सखी सम्प्रदाय
निर्गुण सम्प्रदाय
कबीर को ‘निर्गुण सम्प्रदाय’ का प्रवर्तक माना जाता है, इन्होने इस सम्प्रदाय के ‘ज्ञानश्रयी शाखा’ को अमर बना दिया।
11. जायसी किस परम्परा के कवि हैं
प्रेमाख्यान परम्परा
मालिक मुहम्मद जायसी ‘प्रेमाख्यान परम्परा के कवि हैं।
रीति परम्परा
सगुण परम्परा
नाथ परम्परा
12. द्विजदेव किस परम्परा के कवि हैं-
रीतिबद्ध
रीतिसिद्ध
रीतिमुक्त
द्विजदेव रीतिकाल के ‘रीतिमुक्त’ परम्परा के कवि हैं, आलम, घनानंद, बोधा और ठाकुर भी इसी परम्परा के कवि हैं। द्विजदेव को रीतिमुक्त काव्यधारा का अंतिम कवि भी माना जाता है।
भक्ति परम्परा
13. मधुमालती किसकी रचना है-
कुतबन
मंझन
मधुमालती सूफी प्रेमाख्यान परम्परा के कवि ‘मंझन’ की रचना है।
जायसी
मुल्लादाउद
14. दोहाकोश किसकी रचना है?
स्वयंभू
सरहपा
दोहाकोश सिद्ध ‘सरहपा’ (आठवीं शती) की रचना है, इन्हें हिंदी का प्रथम कवि माना जाता है, चौरासी सिद्धों में इनका छठा स्थान है।
पुष्पदंत
देवसेन
15. आदिकाल को वीरगाथा काल किसने कहा है-
डॉ. नगेन्द्र
ग्रियर्सन
गणपति चंद्र गुप्त
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
आदिकाल को वीरगाथा काल ‘आचार्य रामचंद्र शुक्ल’ ने कहा है, वहीं मिश्र बंधु- प्रारम्भिक काल, महावीर प्रसाद द्विवेदी- बीजवपन काल, राहुल सांकृत्यायन- सिद्ध सामंत काल, रामकुमार वर्मा- चारण काल (संधिकाल), विश्वनाथ प्रसाद मिश्र- वीरकाल और हजारी प्रसाद द्विवेदी- आदिकाल कहा है।
16. गोरख बानी का संपादन किया है-
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
राहुल सांकृत्यायन
रामचंद्र शुक्ल
डॉ. पीताम्बरदत्त बड़थवाल
गोरख बानी का संकलन और संपादन ‘डॉ. पीताम्बरदत्त बड़थवाल’ ने किया है।
17. ‘नंद ब्रज लीजै ठोंकि बजाय’ पंक्ति किस कवि की है-
सूरदास
‘नंद ब्रज लीजै ठोंकि बजाय’ पंक्ति कवि ‘सूरदास’ की है।
नंददास
कृष्ण दास
परमानंद दास
18. सिद्ध साहित्य में सिद्धों की संख्या कितनी मानी गई हैं-
चौरासी
सिद्ध साहित्य में सिद्धों की संख्या ‘चौरासी’ मानी गई हैं, इनका संबंध बौध धर्म की वज्रयानी शाखा से है।
आठ
बीस
चालीस
19. बघेली बोली का संबंध हिंदी की बोलियों के किस वर्ग से है?
पहाड़ी
पश्चिमी हिंदी
पूर्वी हिंदी
बघेली बोली का संबंध हिंदी की बोलियों के ‘पूर्वी हिंदी’ वर्ग से है।
खड़ी बोली
20. अद्वैतवाद के प्रवर्तक कौन थे?
वल्लभाचार्य
माधवाचार्य
शंकराचार्य
अद्वैतवाद के प्रवर्तक शंकराचार्य थे, इन्होंने सनातन धर्म को पुनः प्रतिठित करने का काम किया।
रामानुजाचार्य
21. आलवर संतों की संख्या कितनी मानी जाती है?
बीस
चौदह
सोलह
बारह
विष्णु या नारायण की उपासना करने वाले भक्त आलवार कहलाए, इनकी संख्या ‘बारह’ है।
22. प्रभुजी तुम चंदन हम पानी -ये पंक्तियाँ किसने लिखी हैं?
नामदेव
रैदास
ये पंक्तियाँ रैदास ने लिखी हैं।
कबीर
दादू
23. गुरुग्रंथ साहब में किस कवि की रचनाएँ संकलित हैं-
विद्यापति
जायसी
कबीर
गुरुग्रंथ साहब (आदि ग्रंथ) में सिख गुरुओं के साथ 30 अन्य संतों- कबीर, रविदास, नामदेव, धन्ना आदि की रचनाएँ संकलित हैं।
जयदेव
24. कृष्णगीतावली किसकी रचना है-
सूरदास
नाभादास
मीराबाई
तुलसीदास
कृष्णगीतावली तुलसीदास की रचना है।
25. सुदामाचरित किसकी रचना है-
घनानंद
कृष्णदास
रसखान
नरोत्तमदास
सुदामा चरित नरोत्तमदास की रचना है।
26. सखीसंप्रदाय के प्रवर्तक कौन माने जाते हैं-
रामानंद
वल्लभाचार्य
स्वामी हरिदास
सखी संप्रदाय निम्बार्क मत की एक शाखा है जिसकी स्थापना स्वामी हरिदास ने किया था। इसे हरिदासी संप्रदाय भी कहते हैं। इसमें भक्त अपने को श्री कृष्ण की सखी मानकर उनकी उपासना तथा सेवा करते हैं।
अग्रदास
27. हिंदी पुनर्जागरण काल किसे कहा जाता है-
छायावाद
भारतेंदुयुग
भारतेंदु युग को हिंदी पुनर्जागरण काल कहा जाता है।
द्विवेदीयुग
प्रगतिवाद
28. भारत भारती किसकी रचना है?
मैथिलीशरण गुप्त
भारत भारती मैथिलीशरण गुप्त की रचना है।
दिनकर
हरिऔध
निराला
29. महादेवी वर्मा को किस रचना पर ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला-
रश्मि
नीहार
नीरजा
यामा
महादेवी वर्मा को उनकी ‘यामा’ रचना पर ज्ञानपीठ पुरस्कार (1962 ई.) मिला।
30. असाध्यवीणा किसकी रचना है-
अज्ञेय
असाध्यवीणा अज्ञेय की रचना है।
मुक्तिबोध
नागार्जुन
निराला
31. ब्रह्मराक्षस किसकी कविता है-
नागार्जुन
अज्ञेय
दिनकर
मुक्तिबोध
ब्रह्मराक्षस मुक्तिबोध की कविता है।
32. ‘सुकुल की बीबी’ किसकी रचना है-
केदारनाथ सिंह
निराला
‘सुकुल की बीबी’ निराला की रचना है।
धर्मवीर भारती
कँवलभारती
33. तारसप्तक के संपादक कौन हैं-
जगदीशगुप्त
अज्ञेय
तारसप्तक (1943 ई.) काव्य संग्रह के संपादक अज्ञेय हैं, इसमें मुक्तिबोध, नेमीचंद जैन, भरत भूषण अग्रवाल, प्रभाकर माचवे, गिरिजाकुमार माथुर, रामविलास शर्मा और अज्ञेय की कविताएं संकलित हैं।
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
धूमिल
34. कामायनी में कुल कितने सर्ग हैं-
15
जयशंकर प्रसाद के कामायनी (1936 ई.) महाकाव्य में कुल 15 सर्ग हैं।
16
17
18
35. निर्मला किसका उपन्यास है?
जैनेंद्र
रेणु
अमृत लाल नागर
प्रेमचंद
निर्मला प्रेमचंद का उपन्यास है जिसमें अनमेल विवाह और दहेज़ प्रथा की दुखांत व मार्मिक कहानी है। यह उपन्यास सर्वप्रथम ‘चाँद’ पत्रिका में नवम्बर 1925 से दिसंबर 1926 के बीच विभिन्न किश्तों में प्रकाशित हुआ था।
36. आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार हिंदी का पहला उपन्यास कौन सा है-
चंद्रकांता
गोदान
परीक्षागुरु
आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार हिंदी का पहला उपन्यास श्रीनिवास दास का ‘परीक्षागुरु’ (1882) है।
रंगभूमि
37. अंधायुग किसकी रचना है-
राजेन्द्र यादव
धर्मवीर भारती
अंधायुग (1955 ई.) काव्य नाटक धर्मवीर भारती की रचना है, इस गीतनाट्य का कथानक महाभारत युद्ध के अंतिम दिन पर आधारित है।
यशपाल
अज्ञेय
38. ‘अतीत के चलचित्र’ किसकी रचना है-
हरिशंकर परसाई
महादेवी वर्मा
‘अतीत के चलचित्र’ महादेवी वर्मा का रेखाचित्र है।
प्रसाद
पं. बनारसीदास चतुर्वेदी
39. ‘विशालभारत’ के संपादक थे-
प्रतापनारायण मिश्र
प्रेमचंद
पं. बनारसीदास चतुर्वेदी
‘विशालभारत’ के संपादक बनारसीदास चतुर्वेदी थे, यह कोलकाता से निकलता था, इसके प्रथम संपादक बनारसीदास चतुर्वेदी (1928-37 ई.) थे।
गणेशंकर विद्यार्थी
40. छायावाद, स्थूल के प्रति सूक्ष्म का विद्रोह है, यह किसने कहा है-
महादेवी वर्मा
नरेश मेहता
नगेन्द्र
यह कथन नागेंद्र का है।
श्रीधरपाठक
41. मैं नीर भरी दुख की बदरी किसकी पंक्ति है-
मीराबाई
ताराबाई
मृदुला गर्ग
महादेवी वर्मा
यह पंक्ति महादेवी वर्मा का है।
42. सतपुड़ा के घने जंगल किसकी रचना है?
केदारनाथ अग्रवाल
मुक्तिबोध
निराला
भवानी प्रसाद मिश्र
सतपुड़ा के घने जंगल भवानी प्रसाद मिश्र की रचना है।
43. ‘एक भारतीय आत्मा’ कहा जाता है-
माखनलाल चतुर्वेदी
माखनलाल चतुर्वेदी को ‘एक भारतीय आत्मा’ उपनाम से भी जाना जाता है।
निराला
प्रसाद
महादेवी वर्मा
44. ‘ताई’ कहानी के लेखक हैं-
विश्वंभर नाथ शर्मा
‘ताई’ कहानी के लेखक विश्वंभर नाथ शर्मा ‘कौशिक’ हैं।
आचार्य चतुरसेन शास्त्री
सुदर्शन
प्रेमचंद
45. ‘परिन्दे’ कहानी किसने लिखी है-
निर्मल वर्मा
‘परिन्दे’ कहानी निर्मल वर्मा ने लिखी है, नामवर सिंह इसे ‘नयी कहानी; की पहली कहानी मानते हैं।
राजेन्द्र यादव
यशपाल
रवींद्र कालिया
46. ‘पूस की रात’ कहानी के लेखक हैं?
ओमप्रकाश वाल्मीकि
प्रेमचंद
‘पूस की रात’ कहानी के लेखक प्रेमचंद हैं।
यशपाल
कमलेश्वर
47. ‘गोबर’ प्रेमचंद के किस उपन्यास का पात्र है-
गोदान
‘गोबर’ प्रेमचंद के ‘गोदान’ उपन्यास का पात्र है।
निर्मला
रंगभूमि
कर्मभूमि
48. फोर्टविलियम कालेज से किस लेखक का संबध रहा है-
प्रतापनाराण मिश्र
सदल मिश्र
फोर्टविलियम कालेज से लल्लूलाल (प्रेम सागर) और सदल मिश्र (नासिकेतोपख्यान) का संबध रहा है।
बालकृष्ण भट्ट
वियोगी हरि
49. भारत दुर्दशा किसकी रचना है?
महावीर प्रसाद द्विवेदी
धर्मवीर भारती
भारतेंदु
भारत दुर्दशा (1880 ई.) नाटक के लेखक भारतेंदु हरिश्चंद्र हैं।
आचार्य चतुरसेन शास्त्री
50. ‘निपुणिका’ आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के किस उपन्यास की स्त्रीपात्र है-
अनामदास का पोथा
चारु चंद्रलेख
बाणभट्ट की आत्मकथा
‘निपुणिका’ आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के ‘बाणभट्ट की आत्मकथा’ उपन्यास की स्त्रीपात्र है।
पुनर्नवा
51. परती परिकथा किसकी रचना है-
श्रीलाल शुक्ल
यशपाल
राही मासूम रज़ा
फणीश्वरनाथ रेणु
परती परिकथा फणीश्वरनाथ रेणु की रचना है, मैला आँचल के बाद यह उनका दूसरा आँचलिक उपन्यास है।
52. ‘वाक्यं रसात्मकं काव्यम्’ कथन किस आचार्य का है-
आचार्य भामह
आचार्य मम्मट
आचार्य कुंतक
आचार्य विश्वनाथ
यह कथन आचार्य विश्वनाथ (साहित्य दर्पण) का है।
53. ‘उदात्तता’ का सिद्धांत किसने दिया-
लॉन्जाइनस
लॉन्जाइनस ने काव्य को श्रेष्ठ बनाने वाले तत्वों पर विचार करते हुए उदात्तता का सिद्धांत प्रतिपादित किया।
कॉलरिज
क्रोचे
इलियट
54. इलियट ने कौन-सा सिद्धांत दिया-
कल्पना सिद्धांत
सम्प्रेषण सिद्धांत
मूल्य सिद्धांत
निर्वैयक्तिकता का सिद्धांत
इलियट ने निर्वैयक्तिकता का सिद्धांत (Impersonal Theory Poetry) प्रतिपादित किया।
55. ‘भाग्यवती’ उपन्यास के लेखक कौन हैं-
जैनेंद्र
श्रद्धाराम
‘भाग्यवती’ (1888 ई.) उपन्यास के लेखक श्रद्धाराम फिल्लौरी हैं।
ईश्वरदास
राजेन्द्रबाला
56. ‘सितारे हिन्द’ किस लेखक का उपाधि नाम था?
प्रेमचंद
सदल मिश्र
राजा शिवप्रसाद सिंह
राजा शिवप्रसाद सिंह का उपाधि नाम ‘सितारे हिन्द’ था, शिक्षा विभाग में कार्यरत थे, इनके प्रयत्नों से स्कूलों में हिंदी को प्रवेश मिला, हिंदी, उर्दू आदि भाषाओँ में इन्होंने इतिहास, भूगोल और गणित आदि विषयों की पाठ्यपुस्तकें तैयार कीं, बनारस अख़बार (1845 ई.) नामक हिंदी पत्र निकाला।
राजा लक्ष्मण सिंह
57. फूल नहीं-रंग बोलते हैं किसका काव्य संग्रह है-
केदारनाथ अग्रवाल
‘फूल नहीं-रंग बोलते हैं’ केदारनाथ अग्रवाल का काव्य संग्रह है।
नागार्जुन
त्रिलोचन शास्त्री
रघुवीर सहाय
58. ‘जाह्नवी’ कहानी के लेखक कौन हैं-
अज्ञेय
बंगमहिला
उपेन्द्रनाथ अश्क
जैनेद्र कुमार
‘जाह्नवी’ कहानी के लेखक जैनेद्र कुमार हैं।
59. ‘आधा गाँव’ उपन्यास के लेखक का नाम बताइए-
राजेन्द्र यादव
राही मासूम रजा
‘आधा गाँव’ (1966 ई.) उपन्यास के लेखक का नाम राही मासूम रजा हैं।
कमलेश्वर
मन्नू भंडारी
60. हिंदी का पहला समाचार पत्र कौन-सा है-
हंस
वाणी
उदंत मार्तण्ड
हिंदी का पहला समाचार पत्र ‘उदंत मार्तण्ड’ है, इसका प्रकाशन 30 मई, 1823 ई. में कलकत्ता से एक साप्ताहिक पत्र के रूप में हुआ था जिसके संपादक ;जुगलकिशोर सुकुल थे।
माधुरी
61. ‘आषाढ़ का एक दिन’ किस लेखक की नाट्यकृति है-
रामकुमार वर्मा
धर्मवीर भारती
मोहन राकेश
‘आषाढ़ का एक दिन’ (1948 ई.) मोहन राकेश की नाट्यकृति है, इस रचना पर मोहन राकेश को 1959 ई. में संगीत नाटक अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
लक्ष्मीनारायण लाल
62. प्रताप नारायण मिश्र ने किस पत्रिका का संपादन किया है-
ब्राह्मण
प्रताप नारायण मिश्र ने कानपुर से ‘ब्राह्मण’ पत्रिका का संपादन किया था।
हिंदी प्रदीप
आनंद कादंबिनी
इंदु
63. ‘अर्धकथानक’ किसकी आत्मकथा है?
हरिवंशराय बच्चन
पाण्डेय बेचन शर्मा उग्र
बनारसीदास चतुर्वेदी
‘अर्धकथानक’ (1941 ई.) बनारसीदास चतुर्वेदी की आत्मकथा है, यह हिंदी की प्रथम आत्मकथा है।
वियोगी हरि
64. ‘सदाचार का ताबीज’ किसकी रचना है-
हरिशंकर परसाई
‘सदाचार का ताबीज’ हरिशंकर परसाई की रचना है।
शरद जोशी
श्रीलाल शुक्ल
रामनारायण उपाध्याय
65. ‘जागो फिर एक बार’ कविता के रचनाकार कौन हैं-
दिनकर
गणेशशंकर विद्यार्थी
माखनलाल चतुर्वेदी
निराला
‘जागो फिर एक बार’ कविता के रचनाकार सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ हैं।
66. ‘नवीन’ किस कवि का उपनाम है-
माखनलाल चतुर्वेदी
बालकृष्ण शर्मा
द्विवेदी युग के कवि बालकृष्ण शर्मा का उपनाम ‘नवीन’ है।
रामनरेश त्रिपाठी
श्रीनारायण चतुर्वेदी
67. ‘नाच्यो बहुत गोपाल’ किसका उपन्यास है-
जैनेद्र कुमार
अमृतलाल नागर
‘नाच्यो बहुत गोपाल’ (1978 ई.) अमृतलाल नागर का उपन्यास है।
यशपाल
भगवती चरण वर्मा
68. ‘शतरंज के खिलाड़ी’ किसकी रचना है-
हरिशंकर परसाई
शरद जोशी
श्रीलाल शुक्ल
प्रेमचंद
‘शतरंज के खिलाड़ी’ प्रेमचंद की कहानी है, यह कहानी अक्टूबर 1924 ई. में माधुरी पत्रिका में छपी थी। इस कहानी पर सत्यजीत राय ने 1977 ई. में इसी नाम से एक फिल्म भी बनाई थी।
69. ‘प्रेमचंद’ का अपूर्ण उपन्यास है-
कायाकल्प
रंगभूमि
गबन
मंगलसूत्र
‘प्रेमचंद’ का अपूर्ण उपन्यास ‘मंगलसूत्र’ है जिसे उनके पुत्र अमृतराय ने पूरा किया (1948 ई.) था।
70. किस साहित्यकार का संबंध मध्यप्रदेश से है-
धूमिल
हरिवंशराय बच्चन
मोहन राकेश
भवानी प्रसाद मिश्र
भवानी प्रसाद मिश्र का जन्म गाँव टिगरिया, तहसील सिवनी मालवा, जिला होशंगाबाद, मध्यप्रदेश में हुआ था।
71. दूसरा सप्तक किस वर्ष प्रकाशित हुआ-
1959
1975
1951
दूसरा सप्तक वर्ष 1951 में प्रकाशित हुआ था, इसके संपादक अज्ञेय थे, इसमें भवानी प्रसाद मिश्र, शकुंतला माथुर, हरिनारायण व्यास, शमशेर बहादुर सिंह, नरेश मेहता, रघुवीर सहाय और धर्मवीर भारती की रचनाएँ संकलित हैं।
1970
72. ‘परमात्मा का कुत्ता’ किसकी रचना है-
निर्मल वर्मा
मोहन राकेश
‘परमात्मा का कुत्ता’ मोहन राकेश की रचना है।
विष्णु प्रभाकर
राजेन्द्र यादव
73. ब्राह्मण न तो किसी के राज्य में रहता है और न ही किसी के अन्न पर पलता है- यह कथन जयशंकर प्रसाद के किस नाटक से लिया गया है-
स्कंदगुप्त
चंद्रगुप्त
यह कथन जयशंकर प्रसाद के ‘चंद्रगुप्त’ (1931) नाटक से लिया गया है।
अजातशत्रु
ध्रुवस्वामिनी
74. ‘रसिकप्रिया’ किसकी रचना है-
केशवदास
‘रसिकप्रिया’ आचार्य केशवदास की प्रसिद्ध रचना है, इसमें कुल 16 प्रकाश हैं।
पद्माकर
देव
भूषण
75. ‘जूठन’ के लेखक कौन हैं-
ओमप्रकाश वाल्मीकि
‘जूठन’ आत्मकथा के लेखक ‘ओमप्रकाश वाल्मीकि’ हैं।
सूरजपाल चौहान
डॉ. श्यामलाल
माता प्रसाद
76. ‘चाक’ उपन्यास की लेखिका कौन हैं-
मृदुला गर्ग
रमणिका गुप्त
प्रभा खेतान
मैत्रेयी पुष्पा
‘चाक’ उपन्यास (1997 ई.) की लेखिका मैत्रेयी पुष्पा हैं।
77. ‘कही ईसुरी फाग’ किसकी रचना है-
सुरेश आचार्य
रोहिणी अग्रवाल
मैत्रेयी पुष्पा
‘कही ईसुरी फाग’ (2004 ई.) मैत्रेयी पुष्पा का स्त्री विमर्श से संबंधित उपन्यास है।
डॉ. कामिनी
78. ‘नाखून क्यों बढ़ते हैं’- निबंध के लेखक कौन हैं-
डॉ. नगेन्द्र
हजारीप्रसाद द्विवेदी
‘नाखून क्यों बढ़ते हैं’ निबंध के लेखक ‘हजारीप्रसाद द्विवेदी’ हैं।
रामविलास शर्मा
प्रतापनारायण मिश्र
79. ‘आठवां सर्ग’ किसका नाटक है
जयशंकर प्रसाद
भारतेंदु हरिश्चंद्र
सुरेंद्र वर्मा
‘आठवां सर्ग’ ‘सुरेंद्र वर्मा’ का नाटक है।
हरिकृष्ण प्रेमी
80. ‘साक्षात्कार’ पत्रिका कहाँ से निकलती है-
जबलपुर
इंदौर
भोपाल
‘साक्षात्कार’ पत्रिका एक मासिक पत्रिका है जो भोपाल, मध्यप्रदेश से निकलती है।
ग्वालियर
81. ‘सरस्वती’ पत्रिका के संपादक कौन थे-
बालकृष्ण भट्ट
निराला
दिनकर
महावीर प्रसाद द्विवेदी
‘सरस्वती’ पत्रिका के संपादक ‘महावीर प्रसाद द्विवेदी’ (1903-1920 ई. तक) थे।
82. सर्वप्रथम ‘मिथक’ शब्द का प्रयोग किस आचार्य ने किया-
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
आचार्य नंददुलारे वाजपेयी
डॉ. नगेंद्र
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
सर्वप्रथम ‘मिथक’ शब्द का प्रयोग ‘आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी’ ने किया।
83. ‘ठिठुरता हुआ गणतंत्र’ किसकी रचना है-
भगवतीचरण वर्मा
शरद जोशी
हरिशंकर परसाई
‘ठिठुरता हुआ गणतंत्र’ व्यंग के लेखक हरिशंकर परसाई हैं।
हजारीप्रसाद द्विवेदी
84. ‘निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल’ किसकी काव्य पंक्ति है-
भवानीप्रसाद मिश्र
भारतेंदु हरिशचंद्र
उपरोक्त काव्य पंक्ति ‘भारतेंदु हरिशचंद्र’ की है।
मैथिलीशरण गुप्त
महावीरप्रसाद द्विवेदी
85. कलम का सिपाही किसकी रचना है-
श्रीपत राय
शिवरानी देवी
महादेवी वर्मा
अमृत राय
‘कलम का सिपाही’ प्रेमचंद की जीवनी है जिसकी रचनाकार उनके पुत्र अमृत राय हैं।
86. क्या भूलूँ क्या याद करूँ- में किस रचनाकार की आत्मकथा है-
हरिवंशराय बच्चन
‘क्या भूलूँ क्या याद करूँ’ (1949 ई.) हरिवंशराय ‘बच्चन’ की आत्मकथा है।
आचार्य चतुरसेन शास्त्री
गणेश शंकर विद्यार्थी
माखनलाल चतुर्वेदी
87. ‘कवि वचन सुधा पत्रिका’ का प्रकाशन किसने शुरू किया-
बालकृष्ण भट्ट
बालमुकुंद गुप्त
भारतेंदु हरिशचंद्र
‘कवि वचन सुधा पत्रिका’ का प्रकाशन 15 अगस्त 1867 ई. को भारतेंदु हरिशचंद्र ने शुरू किया था।
जुगल किशोर
88. हिंदी प्रदीप के संपादक कौन थे-
बालमुकुंद गुप्त
श्यामसुंदर दास
प्रतापनारायण मिश्र
बालकृष्ण भट्ट
हिंदी प्रदीप के संपादक बालकृष्ण भट्ट थे, यह एक मासिक पत्रिका थी जिसका प्रथम अंक 1877 ई. में प्रकाशित हुआ था। इसका विमोचन भारतेंदु हरिश्चंद्र ने किया था और यह पत्रिका प्रयाग से निकलती थी।
89. ‘तद्दोषौ शब्दार्थों सगुणावनलंकृतिः पुनः क्वापि’, किसका कथन है-
अभिनव गुप्त
आनंद वर्धन
कुंतक
मम्मट
उपरोक्त कथन आचार्य मम्मट का है।
90. काव्यहेतु कितने प्रकार के हैं-
पाँच
तीन
मुख्यतः काव्य के तीन हेतु माने जाते हैं- प्रतिभा, व्युत्पत्ति (निपुणता) और अभ्यास।
आठ
दो
91. ‘चित्रतुरंग न्याय’ पर किस आचार्य का सिद्धांत आधारित है-
अभिनव गुप्त
शंकुक
‘चित्रतुरंग न्याय’ पर आचार्य ‘शंकुक’ का सिद्धांत आधारित है, इसमें सामाजिक नट में रस की अवस्थिती मान कर रस का अनुमान करते हैं।
वामन
भट्ट नायक
92. अनुभाव के कितने रूप माने गए हैं-
चार
अनुभाव के चार रूप माने गए हैं- कायिक, मानसिक, आहार्य और सात्विक। मनोगत भाव को व्यक्त करने वाले शारीरिक व मानसिक चेष्टाएँ अनुभाव कहलाती हैं।
‘उत्पत्तिवाद’ आचार्य ‘भट्ट लोल्लट’ का सिद्धांत है, ये रस की स्थिति रामादि अनुकार्य पत्रों में मानते हैं, नटों या सहृदय में नहीं मानते।
अभिनव गुप्त
शंकुक
115. आचार्य आनंदवर्धन किस संप्रदाय के आचार्य माने जाते हैं-
अलंकार
वक्रोक्ति
ध्वनि
आचार्य आनंदवर्धन ‘ध्वनि’ संप्रदाय के आचार्य माने जाते हैं।
औचित्य
116. आचार्य शंकुक किस मत के प्रवर्तक माने जाते हैं-
अभिव्यक्तिवाद
अनुमितिवाद
आचार्य शंकुक ‘अनुमितिवाद’ के प्रवर्तक माने जाते हैं, ‘चित्र तुरगादि न्याय’ आधार पर इन्होने रस की स्थिति सहृदयों या सामाजिकों में मानी है।
भुक्तिवाद
उत्पत्तिवाद
117. ‘अभिव्यंजनावाद’ के प्रवर्तक हैं-
प्लेटो
अरस्तु
मार्क्स
क्रोचे
‘अभिव्यंजनावाद’ के प्रवर्तक बेनेदितो क्रोचे हैं, इनके अनुसार अंतः प्रज्ञा के क्षणों में आत्मा की अनुभूति ही अभिव्यंजना है।
118. किस पाश्चात्य आलोचक ने हमारी मूल्यांकन संबंधी धारणाओं का संबंध मानसिक उद्वेगों से माना है-
इलियट
अरस्तु
आई.ए.रिचर्डस
क्रोचे
क्रोचे हमारी मूल्यांकन संबंधी धारणाओं का संबंध मानसिक उद्वेगों से माना है।
119. ‘नई कविता और अस्तित्ववाद’ के लेखक कौन हैं-
हजारी प्रसाद द्विवेदी
रामविलास शर्मा
‘नई कविता और अस्तित्ववाद’ के लेखक ‘रामविलास शर्मा’ हैं।
डॉ. नामवर सिंह
अज्ञेय
120. पश्चिमी हिंदी की उत्पत्ति किस अपभ्रंश से हुई?
पैशाची
मागधी
शौरसेनी
पश्चिमी हिंदी की उत्पत्ति ‘शौरसेनी’ अपभ्रंश से हुई, इसके अंतर्गत 5 बोलियाँ हैं- खड़ी बोली, हरियाणी, ब्रज, कन्नौजी और बुंदेली।
अर्धमागधी
121. राधाकृष्ण के प्रेम को लेकर कृष्ण भक्ति की जो काव्य धारा चली उसमें लीलापक्ष अर्थात् बाह्यार्थ विधान की प्रधानता रही है। यह कथन हिंदी साहित्य के किस इतिहासकार का है-
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
डॉ. गणपति चंद गुप्त
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
यह कथन हिंदी साहित्य के इतिहासकार ‘आचार्य रामचंद्र शुक्ल’ का है।
आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
122. ‘मेरी भव बाधा हरौ’ दोहा निम्न में से किस कवि का है-
बिहारी
यह प्रसिद्ध दोहा कवि ‘बिहारी’ का है।
रहीम
कबीर
रसखान
123. ‘मेरे तो गिरिधर गोपाल, दूसरो न कोई’ किसका पद है-
सूरदास
मीराबाई
यह पद कृष्ण भक्त ‘मीराबाई’ का है।
बिहारी
जायसी
124. कौन सी विद्यापति की रचना नहीं है-
कीर्तिपताका
कीर्तिलता
पदावली
गीत गोविंद
गीत गोविंद जयदेव की काव्य रचना है।
125. निम्नलिखित में से कौन संत कवि नहीं है-
दादू
सुंदर दास
कबीरदास
श्रीधर पाठक
श्रीधर पाठक प्राकृतिक सौंदर्य, स्वदेश प्रेम तथा समाज सुधार की भावनाओं के हिंदी कवि थे।
126. निम्नलिखित कवियों में से अष्टछाप का कवि कौन नहीं है?
रैदास
रैदास संत काव्य धारा के कवि हैं।
नंददास
चतुर्भुजदास
कुंभनदास
127. बीसलदेव रासो के रचनाकार कौन थे-
दलपति विजय
जगनिक
नरपति नाल्ह
पुरानी पच्छिमी राजस्थानी की सुप्रसिद्ध रचना बीसलदेव रासो (चौदहवीं शती) के रचनाकार ‘नरपति नाल्ह’ हैं।
भट्ट केदार
128. ‘पद्मावत’ में उल्लिखित राजा रतनसेन कहाँ के राजा थे-
चित्तौड़गढ़
‘पद्मावत’ में उल्लिखित राजा रतनसेन ‘चित्तौड़गढ़’ के राजा थे।
बीकानेर
कुंभलगढ़
रणथंभौर
129. आचार्य शुक्ल के अनुसार निम्नांकित में से कौन सी रचना तुलसीदास की है-
छप्पय रामायण
कड़खा रामायण
रोला रामायण
बरवै रामायण
आचार्य शुक्ल के अनुसार ‘बरवै रामायण’ रचना तुलसीदास की है।
130. सूरदास कृष्णभक्ति के किस संप्रदाय में दीक्षित थे-
चैतन्य संप्रदाय
राधावल्लभ संप्रदाय
वल्लभ संप्रदाय
सूरदास कृष्णभक्ति के ‘वल्लभ’ संप्रदाय में दीक्षित थे।
सखी संप्रदाय
131. सुजानहित, कृपाकन्द, वियोग बेलि किस कवि की रचनाएं हैं?
भूषण
भिखारीदास
घनानंद
सुजानहित, कृपाकन्द, वियोग बेलि आदि कवि ‘घनानंद’ की रचनाएं हैं।
आलम
132. मध्वाचार्य का मत कौन सा है
विशिष्टा द्वैतवाद
द्वैतवाद
मध्वाचार्य का मत ‘द्वैतवाद’ है।
द्वैताद्वैतवाद
शुद्धाद्वैतवाद
133. किसका कथन है-
‘संतन को कहा सीकरी सों काम।
आवत जात पनहियाँ टूटी, बिसरि गयो हरिनाम’
परमानंद दास
कुंभन दास
यह कथन ‘कुंभन दास’ है।
सूरदास
कृष्णदास
134. राजा जयसिंह के दरबारी कवि कौन थे-
भूषण
बिहारी
राजा जयसिंह के दरबारी कवि बिहारी थे।
मतिराम
सेनापति
135. आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने छायावाद के किस कवि मधुमयी प्रतिभा और जागरूक भावुकता का कवि कहा है-
पंत
निराला
प्रसाद
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने ‘जयशंकर प्रसाद’ को मधुमयी प्रतिभा और जागरूक भावुकता का कवि कहा है।
महादेवी
136. ‘चाह नहीं मैं सुरबाला के गहनों में गूंथा जाऊँ’ नामक ‘पुष्प की अभिलाषा’ कविता किस कवि की रचना है-
बालकृष्ण शर्मा
सियाराम शरण गुप्त
सुभद्राकुमारी चौहान
माखनलाल चतुर्वेदी
‘पुष्प की अभिलाषा’ कविता कवि ‘माखनलाल चतुर्वेदी’ की रचना है।
137. ‘कवि वचन सुधा’ और ‘बाला बोधिनी’ के संपादक कौन थे-
पं. बालकृष्ण भट्ट
बदरी नारायण चौधरी ‘प्रेमघन’
प्रताप नारायण मिश्र
भारतेंदु हरिश्चंद्र
‘कवि वचन सुधा’ और ‘बाला बोधिनी’ के संपादक ‘भारतेंदु हरिश्चंद्र’ हैं।
138. ‘परिमल’ किसकी रचना है-
रामकुमार वर्मा
शिव मंगल सिंह ‘सुमन’
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
‘परिमल’ (1921 ई.) काव्य संग्रह सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की रचना है।
महादेवी वर्मा
139. केदारनाथ अग्रवाल किस काव्यधारा के कवि हैं-
छायावाद
प्रयोगवाद
आधुनिकतावाद
प्रगतिवाद
केदारनाथ अग्रवाल ‘प्रगतिवाद’ काव्यधारा के कवि हैं।
140. आत्मजयी किसकी कृति है-
कुँवर नारायण
आत्मजयी (1965 ई.) खंड काव्य ‘कुँवर नारायण’ की कृति है।
रघुवीर सहाय
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
विजयदेवनारायण साही
141. कौन सा काव्य संग्रह सुमित्रानंदन पंत का नहीं है-
पल्लव
ग्रंथि
गुंजन
अनामिका
अनामिका (1923 ई.) निराला का काव्य संग्रह है।
142. निम्नलिखित में से कौन विशुद्ध राष्ट्रीय भावधारा का कवि नहीं हैं-
सोहनलाल द्विवेदी
माखनलाल चतुर्वेदी
नागार्जुन
नागार्जुन प्रगतिवादी काव्यधारा के कवि हैं, इन्होने हिंदी के साथ मैथिली, संस्कृत और बांग्ला में भी रचनाएँ लिखी हैं।
दिनकर
143. ‘दिवस का अवसान समीप था गगन था कुछ लोहित हो चला।’ किस कवि की पंक्तियाँ हैं-
हरिऔध
उपर्युक्त काव्य पंक्तियाँ अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ द्वारा रचित ‘प्रिय प्रवास’ की हैं।
प्रसाद
पंत
मैथिलीशरण गुप्त
144. ‘प्रथम रश्मि का आना रंगिणि, तूने कैसे पहचाना’ किस कवि की पंक्ति है-
रामधारी सिंह दिनकर
महादेवी वर्मा
शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
सुमित्रानंदन पंत
उपर्युक्त पंक्ति सुमित्रानंदन पंत की कविता ‘प्रथम रश्मि’ की हैं।
145. ‘राग दरबारी’ किस विधा की रचना है-
काव्य
निबंध
रिपोर्ताज
उपन्यास
श्रीलाल शुक्ल कृत ‘राग दरबारी’ उपन्यास विधा की रचना है, जिस पर उन्हें वर्ष 1970 में साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
146. ‘एक घूंट’ किसका लिखा हुआ एकांकी है-
रामकुमार वर्मा
सेठगोविंददास
जयशंकर प्रसाद
‘एक घूंट’ एकांकी जयशंकर प्रसाद की लिखी हुई है।
जगदीशचंद्र माथुर
147. ‘साहित्यालोचन’ किसका लिखा हुआ समीक्षात्मक ग्रंथ है-
रामचंद्र शुक्ल
श्यामसुंदर दास
‘साहित्यालोचन’ ‘श्यामसुंदर दास’ का लिखा हुआ समीक्षात्मक ग्रंथ है।
गुलाबराय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
148. ‘जीप पर सवार इल्लियाँ’ किसकी हास्य व्यंग्य रचना है-
रवींद्रनाथ त्यागी
शरद जोशी
‘जीप पर सवार इल्लियाँ’ शरद जोशी की हास्य व्यंग्य रचना है।
सुदर्शन मजीठिया
नरेंद्र कोहली
149. ‘ठेठ हिंदी का ठाठ’ किस विधा की कृति है?
निबंध
समीक्षा
उपन्यास
‘ठेठ हिंदी का ठाठ’ उपन्यास विधा की कृति है।
रिपोर्ताज
150. ‘शेखर, एक जीवनी’ कैसा उपन्यास है-
जीवनीपरक
सामाजिक
मनोविश्लेषणवादी
अज्ञेय कृत ‘शेखर, एक जीवनी’ (1942 ई.) मनोविश्लेषणवादी उपन्यास है।
व्यक्तिवादी
151. उषा प्रियंवदा की ‘वापसी’ किस विधा की रचना है-
उपन्यास
संस्मरण
नाटक
कहानी
उषा प्रियंवदा की ‘वापसी’ कहानी विधा की रचना है।
152. ‘अरे यायावर रहेगा याद’ अज्ञेय की किस विधा की रचना है?
डायरी
संस्मरण
रेखाचित्र
यात्रावृतांत
‘अरे यायावर रहेगा याद’ अज्ञेय का ‘यात्रावृतांत’ है।
153. कौन सा उपन्यास नरेश मेहता का नहीं है-
अनदेखे अनजान पुल
‘अनदेखे अनजान पुल’ राजेंद्र यादव द्वारा लिखा गया उपन्यास है।
दो एकांत
डूबते मस्तूल
प्रथम फाल्गुन
154. ‘काव्यादर्श’ का रचनाकार कौन है-
दंडी
‘काव्यादर्श’ का रचनाकार ‘दंडी’ हैं।
आचार्य विश्वेश्वर
वामन
भरत
155. ‘प्राकृतपैंगलम्’ किस शास्त्र का ग्रंथ है-
अलंकार शास्त्र
ध्वनि शास्त्र
छंदशास्त्र
‘प्राकृतपैंगलम्’ छंद शास्त्र शास्त्र का ग्रंथ है, सुनीत कुमार चटर्जी के अनुसार इसमें संकलित पदों का रचनाकाल 900 ई. से लेकर 1400 ई. तक का है।
भाषा शास्त्र
156. कीर्तिलता की भाषा क्या है-
साहित्यिक अपभ्रंश
प्राकृत
लोकभाषा
अवहट्ट
विद्यापति कृत कीर्तिलता और कीर्ति पताका की भाषा ‘अवहट्ट’ है।
157. उलट बाँसियाँ किसने लिखी हैं-
कबीर
उलट बाँसियाँ ‘कबीर दास’ ने लिखी हैं।
तुलसीदास
सूरदास
रहीम
158. ग्वाल कवि किस काल के कवि हैं-
आदिकाल
भक्तिकाल
रीतिकाल
ग्वाल कवि ‘रीतिकाल’ काल के कवि हैं, ये रीतिकाल के अंतिम आचार्य हैं।
आधुनिक काल
159. आलम, घनानंद, बोधा, ठाकुर किस काव्य धारा के कवि हैं-
रीतिबद्ध
रीतिसिद्ध
रीतिप्रिय
रीतिमुक्त
आलम, घनानंद, बोधा, ठाकुर ‘रीतिमुक्त’ काव्य धारा के कवि हैं, जिन्होंने ण तो लक्षण ग्रंथों की रचना की है न ही लक्षण ग्रंथों की रीति से बंधकर अपनी रचनाएँ की हैं।
160. “ऐसो जो मैं जानतो कि जै हैं तू विषय के संग। ऐ रे मन मोरे, हाथ-पाँय तेरे तोरतो।” किसका कथन है-
भूषण
मतिराम
चिंतामणि
देव
यह कथन देव का है, इनका पूरा नाम देवदत्त था। ब्रजभाषा काव्य में इन्हें महाकवि का गौरव प्राप्त है।
161. हिंदी साहित्य के संदर्भ में ‘गार्सा द तासी’ का किस रुप में उल्लेख किया जाता है-
काव्यकार
निबंधकार
समालोचक
इतिहासकार
हिंदी साहित्य के संदर्भ में ‘गार्सा द तासी’ का ‘इतिहासकार’ के रुप में उल्लेख किया जाता है। इनके इतिहास ग्रंथ का नाम ‘इस्त्वार द ल लितरेत्यूर ऐंदुई ऐ ऐंदुस्तानी’ है जो फ्रेंच भाषा में है।
162. लोकनायक वही हो सकता है, जो समन्वय करने का अपार धैर्य लेकर आया हो। उनका सारा काव्य समन्वय की विराट चेष्टा है। इन पंक्तियों के लेखक हैं-
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
इन पंक्तियों के लेखक ‘आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी’ हैं।
गणपति चंद्र गुप्त
डॉ. रामकुमार वर्मा
163. किसकी रचना है-
“न कोई छोटा है, न कोई बड़ा है मेरे लिए,
हर आदमी एक जोड़ी जूता है।”
धूमिल
उपर्युक्त पंक्तियाँ सुदामा पांडेय ‘धूमिल’ की हैं।
त्रिलोचन
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
मुक्तिबोध
164. जी हाँ, हुजूर, मैं गीत बेचता हूँ किसकी पंक्तियाँ हैं
अज्ञेय
गिरिजा कुमार माथुर
भवानी प्रसाद मिश्र
उपर्युक्त पंक्तियाँ भवानी प्रसाद मिश्र की हैं ये दूसरे सप्तक के प्रथम कवि हैं।
शमशेर बहादुर सिंह
165. आदि काल और भक्ति काल के बीच एक स्वर्णिम कड़ी किसे कहा गया है-
जयदेव
विद्यापति
आदि काल और भक्ति काल के बीच एक स्वर्णिम कड़ी ‘विद्यापति’ को कहा गया है।
जायसी
जगनिक
166. साहित्य में नव जागरण का सूर्योदय करने वाले साहित्यकार कौन हैं-
लल्लू लाल
भारतेंदु हरिश्चंद्र
साहित्य में नव जागरण का सूर्योदय करने वाले साहित्यकार ‘भारतेंदु हरिश्चंद्र’ हैं।
बाल कृष्ण भट्ट
राजा शिव प्रसाद
167. ‘भाषा’ पत्रिका कहाँ से प्रकाशित होती है-
केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी
दक्षिण भारत प्रचार सभा, मद्रास
केंद्रीय हिंदी निदेशालय, नई दिल्ली
‘भाषा’ पत्रिका ‘केंद्रीय हिंदी निदेशालय, नई दिल्ली’ से प्रकाशित होती है।
168. इनमें से कौन छायावाद का कवि नहीं है-
जयशंकर प्रसाद
सुमित्रानंदन पंत
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
मैथिली शरण गुप्त
मैथिली शरण गुप्त द्विवेदी युग के कवि हैं, महात्मा गाँधी ने उन्हें ‘राष्ट्रकवि’ की उपाधि प्रदान की थी।
169. कौन सी रचना महादेवी वर्मा की नहीं है-
नीहार
युगान्त
युगांत (1936 ई.) सुमित्रानंदन पन्त का चौथा काव्य संग्रह है।
रश्मि
सांध्यगीत
170. ‘सूरज का सातवाँ घोड़ा’ किसकी रचना है-
जगदीश चंद्र माथूर
मोहन राकेश
धर्मवीर भारती
‘सूरज का सातवाँ घोड़ा’ धर्मवीर भारती का उपन्यास है।
नरेश मेहता
171. आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार रामचरितमानस की रचना कितने समय में पूरी की-
तीन वर्ष चार महीने
दो वर्ष सात माह
आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार तुलसीदास ने रामचरितमानस (1557 ई.) की रचना ‘दो वर्ष सात माह में’ पूरी की थी।
दो वर्ष चार माह
दो वर्ष नौ माह
172. निराला की किस रचना में प्रबन्धात्मकता है-
तुलसीदास
निराला की ‘तुलसीदास’ रचना में प्रबन्धात्मकता है।
सरोजस्मृति
कुकुरमुत्ता
नए पत्ते
173. निम्न पंक्तियों की गणना किस काव्य धारा में होती है? ‘मेरे प्रियतम को भाता है तम के परदे में आना’
नयी कविता
प्रगतिवाद
रहस्यवाद
महदेवी वर्मा की उपरोक्त पंक्ति रहस्यवादी काव्यधारा की है।
प्रयोगवाद
174. ‘न जाने ढुलक ओस में कौन, खींच लेता मेरे दृग मौन’ पंत की किस कविता की पंक्ति है-
निशा निमंत्रण
मौन निमंत्रण
उपरोक्त पंक्ति सुमित्रानंदन पंत की मौन निमंत्रण कविता की पंक्ति है।
नौका विहार
ज्योत्सना
175. नरोत्तमदास की प्रसिद्ध रचना का नाम क्या है-
काव्य कल्पद्रुम
हनुमान बाहुक
बरवै रामायण
सुदामा चरित
नरोत्तमदास की प्रसिद्ध रचना का नाम ‘सुदामा चरित’ है।
176. प्रेमचंद का कौन सा उपन्यास किसान जीवन से संबंधित नहीं है-
गोदान
प्रेमाश्रम
कायाकल्प
प्रेमचंद का ‘कायाकल्प’ उपन्यास में वासना और प्रेम का संघर्ष आध्यात्मिक फलक पर चित्रित किया गया है।
कर्मभूमि
177. निम्नलिखित में से प्रेमचंद की परम्परा का उपन्यासकार कौन है-
यशपाल
‘यशपाल’ प्रेमचंद की परम्परा का उपन्यासकार है।
राहुल सांकृत्यायन
अज्ञेय
जैनेंद्र
178. अमृतलाल नागर के निम्न उपन्यासों में से कौन सा जीवनी आधारित नहीं है-
मानस का हंस
एकदा नैमिषारण्ये
नाच्यो बहुत गोपाल
सुहाग के नूपुर
अमृतलाल नागर का ‘सुहाग के नूपुर’ उपन्यास तमिल महाकाव्य शिलप्पदिकारम की कथावस्तु पर आधारित दक्षिण भारत के ऐतिहासिक जीवन का अंकन किया गया है।
179. ‘आपका बंटी’ उपन्यास की लेखिका कौन हैं-
ममता कालिया
मन्नू भंडारी
‘आपका बंटी’ (1970 ई.) उपन्यास की लेखिका ‘मन्नू भंडारी’ हैं।
उषा प्रियंवदा
मृणाल पाण्डे
180. कौन सा रचनाकर नई कहानी आंदोलन में शामिल नहीं है-
कमलेश्वर
राजेन्द्र यादव
मार्कण्डेय
मार्कंडेय ग्रामीण कथाकार हैं क्योंकि इनकी कहानियाँ गाँव की पृष्ठिभूमि और समस्यायों पर आधारित हैं।
मोहन राकेश
181. महत्वाकांक्षा का मोती निष्ठुरता की सीपी में पलता है- यह प्रसाद के किस नाटक का कथन है-
स्कंदगुप्त
चंद्रगुप्त
यह पंक्ति जयशंकर प्रसाद के ‘चंद्रगुप्त’ (1931 ई.) नाटक का कथन है।
अजातशत्रु
जनमेजय का नागयज्ञ
182. कौन रसवादी आलोचक कहे जाते हैं-
रामविलास शर्मा
नगेन्द्र
डॉ. नगेंद्र रसवादी आलोचक माने जाते हैं।
हजारी प्रसाद द्विवेदी
नंददुलारे वाजपेई
183. ‘विचार और वितर्क’ किसका निबंध संग्रह है-
कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर
पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी
‘विचार और वितर्क’ आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का निबंध संग्रह है।
राजनाथ पाण्डे
प्रभाकर माचवे
184. कौन सा निबंध संग्रह डॉ. नगेन्द्र का नहीं है-
विचार और अनुभूति
विचार विश्लेषण
विचार और विवेचन
विचार के क्षण
‘विचार के क्षण’ निबंध संग्रह विजयेन्द्र स्नातक का है।
185. डॉ. राम विलास शर्मा किस विचारधारा के आलोचक हैं-
स्वछंदतावादी
अन्तश्चेतनावादी
ऐतिहासिक
मार्क्सवादी
डॉ. राम विलास शर्मा ‘मार्क्सवादी’ विचारधारा के आलोचक हैं।
186. कौन सा उपन्यास पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी का नहीं है-
बाणभट्ट की आत्मकथा
चारु चंद्रलेख
अनामदास का पोथा
वयं रक्षामः
‘वयं रक्षामः’ आचार्य चतुरसेन का उपन्यास है।
187. ‘महाभोज’ मन्नूभंडारी का कैसा उपन्यास है-
ऐतिहासिक
राजनीतिक
‘महाभोज’ मन्नू भंडारी का ‘राजनीतिक’ उपन्यास है जिसमें अपराध और राजनीति के गठजोर का यथार्थवादी चित्रण किया गया है।
धार्मिक
आंचालिक
188. ‘रुकोगी नहीं राधिका’ की उपन्यासकार कौन है-
दीप्ति खण्डेलवाल
राजी सेठ
मंजुल भगत
उषा प्रियंवदा
‘रुकोगी नहीं राधिका’ की उपन्यासकार ‘उषा प्रियंवदा’ है।
189. ‘सिक्का बदल गया’ किसकी कहानी है-
शिवानी
कृष्णा सोबती
‘सिक्का बदल गया’ (1948 ई.) ‘कृष्णा सोबती’ की भारत विभाजन और साम्प्रदायिकता पर आधारित कहानी है।
ममता कालिया
मृदुला गर्ग
190. ऐतिहासिक नाटककार के रुप में कौन सर्वाधिक प्रसिद्ध है-
आचार्य चतुरसेन शास्त्री
वृंदावनलाल वर्मा
जयशंकर प्रसाद
ऐतिहासिक नाटककार के रुप में ‘जयशंकर प्रसाद’ सर्वाधिक प्रसिद्ध हैं।
भारतेंदु हरिश्चंद्र
191. ‘लहरों के राजहंस’ किसका नाटक है-
मोहन राकेश
‘लहरों के राजहंस’ (1963 ई.) मोहन राकेश का नाटक है।
विष्णु प्रभाकर
भीष्म साहनी
लक्ष्मीकांत वर्मा
192. कौन सी आत्मकथा हरिवंशराय बच्चन की नहीं है-
नीड़ का निर्माण फिर
सहचर है समय
‘सहचर है समय’ रामदरश मिश्र की आत्मकथा है।
बसेरे से दूर
दश द्वार से सोपान तक
193. ‘भक्तमाल’ के रचयिता हैं-
सुंदरदास
अग्रदास
नाभादास
‘भक्तमाल’ के रचयिता ‘नाभादास’ हैं।
कृष्णदास
194. ‘काव्य को जीवन की आलोचना’ किसने कहा है-
प्लेटो
अरस्तू
मैथ्यू अर्नाल्ड
‘काव्य को जीवन की आलोचना’ मैथ्यू अर्नाल्ड ने कहा है।
वस्वर्थ
195. ‘कला-कला के लिए’ सिद्धांत के प्रतिपादक कौन हैं-
कालरिज
क्रोचे
‘कला-कला के लिए’ सिद्धांत के प्रतिपादक ‘क्रोचे’ हैं।
लौंजाइनस
वर्ड्सवर्थ
196. किसके अनुसार काव्य का प्रमुख प्रयोजन ‘आनंद प्रदान करना’ है-
अरस्तू
वर्ड्सवर्थ
इलियट
‘इलियट’ के अनुसार काव्य का प्रमुख प्रयोजन ‘आनंद प्रदान करना’ है।
रिचर्ड्स
197. किस आचार्य ने वर्ण-सौंदर्य को सभी अलंकारों से बढ़कर माना है-
भामह
आचार्य ‘भामह’ ने वर्ण-सौंदर्य को सभी अलंकारों से बढ़कर माना है।
दंडी
रुद्रट
आनंदवर्धन
198. सूरदास ने अपनी किस कृति के अंत के पद में अपनी वंश परंपरा का परिचय दिया है-
सूरसागर
सूरसारावली
साहित्यलहरी
सूरदास ने ‘साहित्यलहरी’ के अंतिम पद में अपनी वंश परंपरा का परिचय दिया है, 118 पदों की यह एक लघु रचना है।
इनमें से कोई नहीं
199. ‘सरस्वती कंठाभरण’ किस रचनाकार का ग्रंथ है-
भोज
‘सरस्वती कंठाभरण’ राजा भोज का ग्रंथ है।
भामह
वामन
पतंजलि
200. ‘रामकथा सुंदर करतारी, संसय विहग उड़ावन हारी’ इस पंक्ति में कौन सा छंद है-
दोहा
सोरठा
चौपाई
इस पंक्ति में ‘चौपाई’ छंद है, चौपाई में चार चरण होते हैं, प्रत्येक चरण में 16-16 मात्राएँ होती हैं तथा अंत में गुरु होता है।