DSSSB TGT Hindi के सभी वर्षों के प्रश्न-पत्र देखें
DSSSB TGT हिंदी 2018 (शिफ्ट 3) प्रश्न पत्र उन अभ्यर्थियों के लिए बेहद उपयोगी है जो दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड की आगामी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। इस प्रश्न पत्र में पूछे गए प्रश्न न केवल परीक्षा पैटर्न को समझने में मदद करते हैं, बल्कि हिंदी भाषा और साहित्य के महत्वपूर्ण टॉपिक्स की झलक भी देते हैं। इस ब्लॉग में हम शिफ्ट 3 के प्रश्न पत्र को विस्तार से प्रस्तुत कर रहे हैं ताकि आप अपनी तैयारी को और मजबूत बना सकें।
इस क्विज के जरिए आप अपनी तैयारी का लेवल चेक कर पाएंगे, कमजोर टॉपिक पहचान सकेंगे और अगली रणनीति तय कर सकेंगे। पूरा क्विज हल करने के बाद अपना स्कोर कमेंट में जरूर लिखें और बताएं कि किस भाग में आपको सबसे ज्यादा चुनौती महसूस हुई।
1. पश्चिमी हिंदी का विकास हुआ है:
[A] मागधी अपभ्रंश से
[B] शौरसेनी अपभ्रंश से
[C] खस अपभ्रंश से
[D] महाराष्ट्री अपभ्रंश से
उत्तर देखें-
[B] पश्चिमी हिंदी का विकास ‘शौरसेनी अपभ्रंश’ से हुआ है।
2. कौन-सी बोली पूर्वी हिंदी की नहीं है?
[A] अवधी
[B] पहाड़ी
[C] छत्तीसगढी
[D] ब्रजभाषा
उत्तर देखें-
[D] ब्रजभाषा पश्चिम हिंदी की बोली है। पूर्वी हिंदी में तीन प्रमुख बोलियाँ हैं- अवधी(बैसवाड़ी), बघेली और छत्तीसगढ़ी।
3. देवनागरी लिपि के विकास में ‘ज, ग, क’ आदि ध्वनियाँ (वर्ण) आई हैं:
[A] संस्कृत से
[B] उर्दू से
[C] पंजाबी से
[D] अंग्रेजी से
उत्तर देखें-
[A] देवनागरी लिपि के विकास में ‘ज, ग, क’ आदि ध्वनियाँ (वर्ण) संस्कृत से आई हैं।
4. कौन-से वर्ग में तालव्य वर्ण हैं?
[A] इ, य, श, च
[B] ट, क, त, प
[C] ह, स, ल, द
[D] प, र, थ, ह
उत्तर देखें-
[A] इ, य, श, च तालव्य वर्ण हैं। तालव्य वर्ण- इ, ई, च, छ, ज्, झ, ञ, य, श।
5. कौन-सा शब्द अशुद्ध है?
[A] निरपराध
[B] आकाश
[C] सौख्य
[D] माधुर्यता
उत्तर देखें-
[D] माधुर्यता अशुद्ध शब्द है, इसका शुद्ध रूप ‘माधुर्य’ है।
[A] ‘अन्वय’ शब्द का संधि विच्छेद ‘अनु + अय’ है। इसमें यण संधि है।
7. ‘न रहेगा बाँस न बजेगी बाँसुरी’ लोकोक्ति का अर्थ है:
[A] न कारण होगा न कार्य
[B] काम न करना बहाना करना
[C] न इधर का होना न उधर का
[D] न बांसुरी बजाना न बाँस बेचना
उत्तर देखें-
[A] ‘न रहेगा बाँस न बजेगी बाँसुरी’ लोकोक्ति का अर्थ है: न कारण होगा न कार्य।
8. कौन-सा शब्द अश्व का पर्यायवाची नहीं है?
[A] कुरंग
[B] सैंधव
[C] घोटक
[D] हय
उत्तर देखें-
[A] कुरंग शब्द हिरण का पर्यायवाची है।
9. ‘विवाद’ शब्द का विलोम होता है:
[A] कलह
[B] वैमनस्य
[C] संवाद
[D] निर्विवाद
उत्तर देखें-
[D] ‘विवाद’ शब्द का विलोम ‘निर्विवाद’ है। वहीं-
‘कलह, वैमनस्य, संवाद’ के विलोम क्रमशः ‘सुलह, सौमनस्य, विवाद’ है।
10. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द अनेकार्थी नहीं है?
[A] पत्र
[B] मान
[C] अंक
[D] आयु
उत्तर देखें-
[D] ‘आयु’ एकार्थी शब्द है, जिसका प्रयोग उम्र बताने के लिए किया जाता है। वहीं अनेकार्थी शब्द का अर्थ:
पत्र: पत्ता, चिट्ठी, कागज़, पंख और पत्रिका
मान: इज्जत, अभिमान, नाप-तौल, भाग्य
अंक: गोद, चिह्न, संख्या
11. कौन-से शब्द-युग्म का अर्थ संगत नहीं है?
[A] अंश-अंस= हिस्सा-कंधा
[B] अथक-अकथ= बिना थके-जो कहा न जा सके
[C] टुक-टूक= टुकड़ा-फटा हुआ
[D] दंश-दश= डंक-दस
उत्तर देखें-
[C] ‘टुक-टूक’ शब्द युग्म का अर्थ ‘थोड़ा-टुकड़ा’ होता है।
12. सुश्री ‘हिमा दास’ दौड़ में प्रथम स्थान पर आई हैं। वाक्य में भाववाचक संज्ञा शब्द है:
[A] सुश्री
[B] हिमादास
[C] दौड़
[D] प्रथम
उत्तर देखें-
[C] उक्त वाक्य में ‘दौड़’ भाववाचक संज्ञा शब्द है। जिन शब्दों से किसी वस्तु या पदार्थ की अवस्था, दशा या भाव का बोध हो, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
13. ‘संबंधवाचक सर्वनाम’ वाला वाक्य कौन-सा है?
[A] यह कोई काम नहीं है।
[B] ऐसा न हो कोई आ जाए।
[C] वह कौन है जो पड़ा रो रहा है।
[D] तुम क्या खरीद रहे हो।
उत्तर देखें-
[C] ‘वह कौन है जो पड़ा रो रहा है।‘ वाक्य में ‘संबंधवाचक सर्वनाम’ का प्रयोग हुआ है। जो सर्वनाम किसी दूसरी संज्ञा या सर्वनाम से संबंध दिखाने के लिए प्रयुक्त हो, उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं।
14. निम्नलिखित में से विशेषण शब्द छाँटिए:
[A] आचरण
[B] जनपद
[C] कविन्त
[D] गंभीर
उत्तर देखें-
[D] ‘गंभीर’ विशेषण शब्द है। संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता बतलाने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं, जैसे-
मनोज गंभीर स्वभाव का है। इस वाक्य में ‘गंभीर’ मनोज के स्वभाव की विशेषता बतला रहा है।
15. वह इधर-उधर घूमती रहती है। वाक्य में अव्यय पद है:
[A] वह
[B] इधर-उधर
[C] घूमती
[D] रहती है
उत्तर देखें-
[B] उक्त वाक्य में ‘इधर-उधर’ अव्यय पद है। अव्यय के रूप में लिंग, वचन, कारक आदि के कारण कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
[D] उक्त वाक्य में आज्ञा देने का बोध हो रहा है, इसलिए यह ‘आज्ञा वाचक’
18. विशेषण पद का परिचय देते समय क्या बताना आवश्यक नहीं होता?
[A] लिंग
[B] वचन
[C] विशेष्य
[D] क्रिया
उत्तर देखें-
[D] विशेषण पद का परिचय देते समय विशेषण, विशेषण के भेद, अवस्था, लिंग, वचन और विशेष्य और उसके साथ संबंध आदि को बताने की आवश्यकता होती है; ‘क्रिया’ को बताना आवश्यक नहीं होता।
19. ‘सजल नीरद सी कलाकांति थी’ पंक्ति के रेखांकित अंश (सजल नीरद सी) में अलंकार है:
[A] रूपक
[B] उपमा
[C] यमक
[D] उत्प्रेक्षा
उत्तर देखें-
[B] ‘सजल नीरद सी’ में ‘उपमा’ अलंकार है। जहाँ एक वस्तु या प्राणी की तुलना अत्यंत सादृश्य के कारण प्रसिद्ध वस्तु या प्राणी से की जाए, वहाँ उपमा अलंकार होता है।
20. साक्षात् संकेतित अर्थ का बोध करने वाली शब्द शक्ति को क्या कहते हैं?
[A] अभिधा
[B] लक्षणा
[C] व्यंजना
[D] रूढा लक्षणा
उत्तर देखें-
[A] साक्षात् संकेतित अर्थ का बोध करने वाली शब्द शक्ति को ‘अभिधा’ कहते हैं।
21. कौन-से शब्द की वर्तनी मानक है?
[A] सम्बन्ध
[B] संबन्ध
[C] संबंध
[D] सम्बंध
उत्तर देखें-
[C] ‘संबंध’ शब्द की वर्तनी मानक है।
22. संविधान की अष्टम अनुसूची में कितनी भाषाओं का उल्लेख है?
[A] 15
[B] 17
[C] 10
[D] 22
उत्तर देखें-
[D] संविधान की अष्टम अनुसूची में 22 भाषाओं का उल्लेख है। मूल संविधान में 14 भाषाएं थीं। बाद में समय समय पर विभिन्न संविधान संशोधन के द्वारा बाकी भाषाओं को शामिल किया गया।
23. “उपर्युक्त संकल्प भारत के राजपत्र में प्रकाशित किया जाए”। यह वाक्य है:
[A] सामान्य भाषा का।
[B] संपर्क भाषा का।
[C] कार्यालयीन भाषा का।
[D] सूचना-प्रौद्योगिकी का।
उत्तर देखें-
[C] यह वाक्य कार्यालयीन भाषा का है। कार्यलायी भाषा में प्रशासन से संबंधित शब्दावली और वाक्य का अधिक किया जाता है।
24. जो भाषा दो या दो से अधिक भाषा-भाषियों के बीच संपर्क का काम करती है, वह होती है:
[A] राजभाषा
[B] राष्ट्रभाषा
[C] जनभाषा
[D] संपर्क भाषा
उत्तर देखें-
[D] जो भाषा दो या दो से अधिक भाषा-भाषियों के बीच संपर्क का काम करती है, वह ‘संपर्क भाषा’ होती है। संपर्क भाषा किसी देश की राष्ट्रभाषा, क्षेत्रीय भाषा या विदेशी भाषा हो सकती है।
25. ‘राजभाषा आयोग’ गठित करने के प्रावधान संविधान के कौन-से अनुच्छेद में है?
[A] 343
[B] 344
[C] 345
[D] 346
उत्तर देखें-
[B] ‘राजभाषा आयोग’ गठित करने के प्रावधान संविधान के 344 अनुच्छेद में है। संविधान के भाग 17 में, अनुच्छेद 343 से 351 तक राजभाषा का प्रावधान किया गया है।
26. ‘महाप्राण व्यंजन’ होता है, प्रत्येक वर्ग का:
[A] पहला और दूसरा
[B] दूसरा और तीसरा
[C] तीसरा और पाँचवाँ
[D] दूसरा और चौथा
उत्तर देखें-
[D] प्रत्येक वर्ग का दूसरा (ख, छ, ठ, थ, फ) और चौथा व्यंजन (घ, झ, ढ, ध, भ) ‘महाप्राण व्यंजन’ होता है।
27. ऋ स्वर की मात्रा का प्रयोग कौन से शब्द में है?
[A] आम्र
[B] मातृभूमि
[C] रात्रि
[D] क्रिया
उत्तर देखें-
[B] ऋ स्वर की मात्रा का प्रयोग ‘मातृभूमि’ शब्द में है।
28. ‘नूतन ब्रह्मचारी’ उपन्यास के लेखक हैं:
[A] किशोरी लाल गोस्वामी
[B] महावीर प्रसाद दविवेदी
[C] बालकृष्ण भट्ट
[D] बालमुकुंद गुप्त
उत्तर देखें-
[C] ‘नूतन ब्रह्मचारी’ (1886 ई.) उपन्यास के लेखक बालकृष्ण भट्ट हैं। रहस्य कथा और सौ अजान एक सुजान इनके अन्य उपन्यास हैं।
[D] ‘परख’ (1929 ई.) और ‘त्यागपत्र’ (1937 ई.) उपन्यासों के लेखक जैनेंद्र कुमार हैं। सुनीता, कल्याणी, सुखदा, विवर्त उनके अन्य उपन्यास हैं। जैनेन्द्र के उपन्यासों का मूल विषय काम पीड़ा एवं अहं का समर्पण हैं।
30. ‘प्रेमचंद्रयुग’ को युग कहने का आधार है:
[A] उपन्यास
[B] कहानी
[C] नाटक
[D] लघुकथा
उत्तर देखें-
[A] ‘प्रेमचंद्रयुग’ को युग कहने का आधार ‘उपन्यास’ है। हालाँकि कहानी को भी आधार बनाकर प्रेमचंद युग कहा जाता है।
[C] ‘रेशमी टाई’ एकांकी के रचनाकार ‘डॉ. रामकुमार वर्मा’ हैं।
37. ‘लबड़ घों घों’ एकांकी संग्रह है:
[A] बद्रीनाथ भट्ट का
[B] जगदीश चंद्र माथुर का
[C] रामकुमार वर्मा का
[D] पांडेय बेचन शर्मा उग्र
उत्तर देखें-
[A] ‘लबड़ घों घों’ एकांकी संग्रह ‘बद्रीनाथ भट्ट’ का है।
38. नाटक में पर्दे के पीछे से दी जाने वाली सूचना कहलाती है:
[A] अंकास्य
[B] प्रवेशक
[C] चूलिका
[D] विषकंभक
उत्तर देखें-
[C] नाटक में पर्दे के पीछे (नेपथ्य) से दी जाने वाली सूचना ‘चूलिका’ कहलाती है।
39. विचारात्मक निबंधों की शैली होती है:
[A] व्यास शैली
[B] धारा शैली
[C] समास शैली
[D] तरंग शैली
उत्तर देखें-
[B] विचारात्मक निबंधों की ‘धारा शैली’ होती है। इसमें लेखक विचारों को एक प्रवाह में व्यक्त करता है। इसमें कल्पना और चिंतनशक्ति का विशेष महत्त्व होता है।
40. ‘सरदारपूर्णसिंह’ का निबंध है:
[A] मजदूरी और प्रेम
[B] कछुआ धर्म
[C] पुष्पांजलि
[D] शिव शंभु के चिट्ठे
उत्तर देखें-
[A] मजदूरी और प्रेम ‘सरदार पूर्णसिंह’ का निबंध है। आचरण की सभ्यता, सच्ची वीरता, पवित्रता, कन्यादान, अमरीका का मस्त कवि वाल्टरव्हिट मैन आदि हैं।
41. लार्ड कर्जन और उसकी नौकरशाही पर चुभते व्यंग्य निबंध लिखे:
[A] प्रताप नारायण मिश्र
[B] बाल मुकुंद गुप्त
[C] भारतेंदु हरिश्चंद्र
[D] चंद्रधर शर्मा गुलेरी
उत्तर देखें-
[B] बाल मुकुंद गुप्त ने लार्ड कर्जन और उसकी नौकरशाही पर चुभते व्यंग्य ‘शिव शंभु के चिट्ठा’ (1904-1905 ई.) निबंध लिखे हैं।
42. ‘अर्थार्जन’ की अपेक्षा श्रम को महत्व देने वाले निबंधकार है:
[A] अध्यापक पूर्णसिंह
[B] संपूर्णानंद
[C] माधव प्रसाद मिश्र
[D] डॉ. श्याम सुंदर दास
उत्तर देखें-
[A] ‘अर्थार्जन’ की अपेक्षा श्रम को महत्व देने वाले निबंधकार ‘अध्यापक पूर्णसिंह’ हैं। इन्होंने कुल 6 निबंध लिखे हैं जो सरस्वती पत्रिका में प्रकाशित हुए थे।
43. महादेवी वर्मा कृत संस्मरण नहीं है:
[A] स्मृति की रेखाएँ
[B] अतीत के चलचित्र
[C] पथ के साथी
[D] हमारे आराध्य
उत्तर देखें-
[D] हमारे आराध्य (1952 ई.) बनरसीदास चतुर्वेदी का संस्मरण है।
44. निराला के जीवन पर तीन खंडों में जीवनी लिखने वाले रचनाकार हैं:
[A] रामविलास शर्मा
[B] दूधनाथ सिंह
[C] डॉ नगेन्द्र
[D] जगदीशचंद्र माथुर
उत्तर देखें-
[A] निराला के जीवन पर तीन खंडों में ‘निराला की साहित्य साधना’ (1969 ई.) जीवनी लिखने वाले रचनाकार ‘रामविलास शर्मा’ हैं।
45. ‘क्या भूलू क्या याद करूँ’ आत्मकथा किसकी है?
[A] मैथिलीशरण गुप्त
[B] विष्णु प्रभाकर
[C] हरिवंशराय बच्चन
[D] चतुरसेन शास्त्री
उत्तर देखें-
[C] ‘क्या भूलू क्या याद करूँ’ आत्मकथा हालावाद के प्रवर्तक हरिवंशराय ‘बच्चन’ की है। नीड़ का निर्माण फिर, बसेरे से दूर, दस द्वार से सोपं तक इनकी अन्य आत्मकथाएं हैं।
[D] ‘यात्रिक’ (1980 ई.) शीर्षक यात्रावृत की लेखिका ‘शिवानी’ हैं। यात्रावृत्त लिखने की परंपरा की सूत्रपात भरतेंदु ने किया था।
47. हिंदी साहित्य का पहला ‘रिपोर्ताज’ माना जाता है:
[A] लक्ष्मीपुरा
[B] नेपाली क्रांति कथा
[C] श्रुत अश्रुत पूर्व
[D] प्लाट का मोर्चा
उत्तर देखें-
[A] हिंदी साहित्य का पहला रिपोर्ताज शिवदान सिंह चौहान का ‘लक्ष्मीपुरा’ को माना जाता है। यह रुपाभ पत्रिका में वर्ष 1938 ई. में प्रकाशित हुआ था। वहीं-
प्लाट का मोर्चा- शमशेर बहादुर सिंह का और नेपाली क्रांति कथा तथा श्रुत अश्रुत पूर्व फणीश्वरनाथ रेणु का रिपोर्ताज है।
[A] ‘छितवन की छाँह’ (1953 ई.) निबंध के रचनाकार ‘विद्यानिवास मिश्र’ हैं। यह उनका प्रथम निबंध है। हल्दी डूब, तुम चंदन हम पानी, मेरे राम का मुकुट भीग रहा है, अंगद की नियति आदि इनके अन्य निबंध हैं।
49. निम्नलिखित में से जीवनी लेखक नहीं है:
[A] हरिशंकर परसाई
[B] विष्णु चंद्र शर्मा
[C] शिवप्रसाद सिंह
[D] गंगा प्रसाद पांडेय
उत्तर देखें-
[A] हरिशंकर परसाई जीवनी लेखक नहीं हैं। वहीं विष्णु चंद्र शर्मा ने ‘समय साम्यवादी’ (1997 ई.) नाम से राहुल सांकृत्यायन की जीवनी लिखी है। शिवप्रसाद सिंह ने श्री अरविन्द की जीवनी लिखी है।
50. जो प्रगतिवादी चिंतकों को में नहीं हैं, वह हैं:
[A] भोलाशंकर व्यास
[B] नामवर सिंह
[C] त्रिलोचन
[D] रामस्वरूप चतुर्वेदी
उत्तर देखें-
[A] भोलाशंकर व्यास प्रगतिवादी चिंतकों को में नहीं हैं।
51. ‘सभा की सभ्यता’ शीर्षक संस्मरण के लेखक हैं:
[A] भारतेंदु हरिश्चन्द
[B] महावीर प्रसाद द्विवेदी
[C] कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर
[D] रामवृक्ष बेनी पूरी
उत्तर देखें-
[B] ‘सभा की सभ्यता’ (1907 ई.) शीर्षक संस्मरण के लेखक ‘महावीर प्रसाद द्विवेदी’ हैं।
52. ‘अरे यायावर! याद रहेगा’ के रचनाकार हैं:
[A] अज्ञेय
[B] मुक्तिबोध
[C] नगेन्द्र
[D] निराला
उत्तर देखें-
[A] ‘अरे यायावर! याद रहेगा’ के रचनाकार सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ हैं। यह एक यात्रा साहित्य है जो अज्ञेय की ‘स्वदेश यात्रा’ पर आधारित है।
53. आदिकाल के साहित्य में उपेक्षित रहा है:
[A] सामाजिक चेतना
[B] राष्ट्रीय चेतना
[C] आश्रयदाता प्रशंसा
[D] धार्मिक चेतना
उत्तर देखें-
[B] आदिकाल के साहित्य में ‘राष्ट्रीय चेतना’ उपेक्षित रहा है। यह प्रवृत्ति आधुनिक काल में भरतेंदु युग में दिखाई देती है।
54. आदिकाल के काव्यों की प्रधान भाषा थी:
[A] पालि
[B] प्राकृत
[C] डिंगल-पिंगल (मिश्रित)
[D] खड़ीबोली
उत्तर देखें-
[C] आदिकाल के काव्यों की प्रधान भाषा डिंगल-पिंगल (मिश्रित) थी।
55. ‘पुस्तक जल्हण हाथ दै चलि गज्जन नृप काज’ यह पंक्ति किस कवि से संबंधित है?
[A] यह पंक्ति कवि ‘चंद्रवरदाई’ से संबंधित है। चंद्रवरदाई कृत पृथ्वीराज रासो को उनके पुत्र जल्हण ने पूरा किया था। इसमें 69 समय (सर्ग) है।
56. हिंदी साहित्य के किस युग को स्वर्णयुग कहा जाता है?
[A] आधुनिक काल को
[B] भक्ति काल को
[C] रीतिकाल को
[D] आदिकाल को
उत्तर देखें-
[B] हिंदी साहित्य के ‘भक्ति काल’ युग को जार्ज ग्रियर्सन ने स्वर्णयुग कहा है।
57. ‘लाज न आवत आपको दौरे आयहु साथ’ पंक्ति का संबंध है:
[A] सूरदास से
[B] मीराबाई से
[C] तुलसीदास से
[D] कबीर दास से
उत्तर देखें-
[C] उक्त पंक्ति का संबंध ‘तुलसीदास’ से है। जनश्रुति है की यह दोहा उनकी पत्नी ने सुनाया था।
58. ‘ज्ञानाश्रयी’ शाखा से संबंधित हैं:
[A] तुलसीदास
[B] कबीरदास
[C] सूरदास
[D] मीराबाई
उत्तर देखें-
[B] भक्तिकाल की निर्गुण शाखा को दो भागों में विभाजित किया गया है- ज्ञानश्रयी और प्रेमाश्रयी शाखा। कबीरदास ‘ज्ञानाश्रयी’ शाखा से संबंधित हैं।
59. कबीरदास की भाषा को कहा गया है:
[A] पूर्वी भाषा
[B] भोजपुरी
[C] अवधी
[D] सधुक्कड़ी
उत्तर देखें-
[D] कबीरदास की भाषा को ‘सधुक्कड़ी’ कहा गया है। इनकी भाषा में ब्रजभाषा, पूर्वीबोली, राजस्थानी तथा पंजाबी का मिलाजुला रूप मिलता है। हजारी प्रसाद द्विवेदी ने कबीर को ‘भाषा का डिक्टेटर’ कहा है। वहीं रामचंद्र शुक्ल ने ‘पंचमेल खिचड़ी’ कहा है।
60. रीतिमुक्तधारा में प्रमुख रहा है:
[A] श्रृंगार चित्रण
[B] आश्रयदाता का गुणगान
[C] नीति कथन
[D] भक्ति भावना
उत्तर देखें-
[A] रीतिमुक्तधारा में ‘श्रृंगार चित्रण’ प्रमुख रहा है। आलम, बोधा, घनानंद, ठाकुर और द्विजदेव प्रमुख रीतिमुक्त कवि हैं।
61. ‘जगदविनोद’ किस कवि की रचना है?
[A] बिहारी लाल
[B] मतिराम
[C] पदमाकर
[D] घनानंद
उत्तर देखें-
[C] ‘जगदविनोद’ कवि ‘पदमाकर’ कवि की रचना है। इस ग्रंथ में 6 प्रकाश एवं 731 छंदों में नव रसों का विवेचन किया गया है। पद्माभरण, प्रबोध पचासा, गंगालहरी, राम रसायन आदि इनके अन्य ग्रंथ हैं।
62. ‘इंद्र जिमि जंभ पर, बाड़व सुअंभ पर, रावण सदंभ पर रघुकुल राज है’- ये पंक्ति है:
[A] कवि देव की
[B] भूषण की
[C] बिहारी की
[D] आलम की
उत्तर देखें-
[B] ये पंक्ति कवि ‘भूषण’ की है। भूषण रीतिकाल की रीतिबद्ध काव्यधारा के कवि हैं, इन्होंने वीर रस की रचनाएं की हैं। रामचंद्र शुक्ल ने भूषण को ‘हिन्दू जाति का प्रतिनिधि कवि’ कहा है।
63. आधुनिक काल को ‘गद्यकाल’ कहा है:
[A] प्रताप नारायण मिश्र ने
[B] हजारी प्रसाद दविवेदी ने
[C] बाबू गुलाब राय ने
[D] रामचन्द्र शुक्ल ने
उत्तर देखें-
[D] रामचन्द्र शुक्ल ने ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ में आधुनिक काल को ‘गद्यकाल’ कहा है।
64. ‘जयद्रथवध’ रचना है:
[A] दिनकर की
[B] मैथिलीशरण गुप्त की
[C] प्रसाद की
[D] निराला जी की
उत्तर देखें-
[B] ‘जयद्रथवध’ (1910 ई.) रचना मैथिलीशरण गुप्त की है। गुप्त जी को ‘आधुनिक युग का तुलसी’ स्वीकार किया जाता है। इनकी रचना साकेत (1931 ई.) को रामचरित के बाद रामकाव्य का दूसरा स्तम्भ माना जाता है।
65. ‘दिवस का अवसान समीप था, गगन था कुछ लोहित हो चला’- पंक्तियाँ किसकी है?
[A] श्रीधर पाठक
[B] अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध
[C] मैथिली शरण गुप्त
[D] श्याम नारायण पांडेय
उत्तर देखें-
[B] उक्त पंक्ति अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ के प्रियप्रवास की है। प्रियप्रवास (1914 ई.) को खड़ीबोली हिंदी का प्रथम महाकाव्य माना जाता है। पारिजात और वैदेही बनवास इनकी अन्य काव्य ग्रंथ हैं।
66. द्विवेदी युग का वह कौन सा कवि है जिसने सारी रचनाएँ ब्रजभाषा में की है?
[A] जगन्नाथ दास रत्नाकर
[B] गया प्रसाद शुक्ल सनेही
[C] माखनलाल चुतर्वेदी
[D] बालकृष्ण शर्मा नविन
उत्तर देखें-
[A] द्विवेदी युग के कवि जगन्नाथ दास ‘रत्नाकर’ ने सारी रचनाएँ ब्रजभाषा में की हैं। गंगावतरण, उद्धवशतक, हिंडोला, शृंगार लहरी आदि इनकी प्रमुख रचनाएं हैं।
67. छायावाद को ‘मधुचर्या’ कहने वाले हैं:
[A] डॉ नगेन्द्र
[B] रामचन्द्र शुक्ल
[C] बाबू गुलाब राय
[D] हज़ारी प्रसाद दद्विवेदी
उत्तर देखें-
[B] छायावाद (1918-1936 ई.) को ‘मधुचर्या’ कहने वाले आचार्य रामचन्द्र शुक्ल हैं। वहीं डॉ. देवराज ने छायावाद को ‘प्रकृति काव्य’ कहा है।
68. निम्नलिखित में से कौन-से कवि छायावाद के चार स्तंभों में नहीं हैं?
[A] प्रसाद
[B] पंत
[C] महादेवी
[D] मैथिली शरण गुप्त
उत्तर देखें-
[D] मैथिली शरण गुप्त
69. हिंदी में प्रगतिवाद का आरंभ हुआ है:
[A] 1917 से
[B] 1906 से
[C] 1936 से
[D] 1926 से
उत्तर देखें-
[C] हिंदी में प्रगतिवाद का आरंभ 1936 ई. से हुआ है। प्रगतिशील लेखक संघ की स्थापना लखनऊ में अप्रैल, 1936 ई. में हुआ था, इस अधिवेशन की अध्यक्षता प्रेमचंद ने किया था।
70. ‘प्रगतिवाद’ को ‘वर्ग संघर्ष’ की प्रेरणा मिली है:
[A] कार्ल मार्क्स से
[B] लोंजाइन से
[C] स्तालिन से
[D] माओत्से तुंग से
उत्तर देखें-
[A] प्रगतिवाद को ‘वर्ग संघर्ष’ की प्रेरणा ‘कार्ल मार्क्स’ से मिली है। प्रगतिवाद का सैद्धांतिक आधार कार्ल मार्क्स का द्वंद्वात्मक भौतिकवाद है। बच्चन सिंह ने सुमित्रानंदन पंत कृत ‘युगवाणी’ को खड़ी बोली का प्रथम प्रगतिवादी काव्य माना है।
71. ‘प्रयोगवाद इष्ट नहीं वरन वह साधन है’- यह कथन है:
[A] अज्ञेय का
[B] रामविलास शर्मा का
[C] डॉ नगेन्द्र का
[D] विजयेन्द्र स्नातक का
उत्तर देखें-
[A] अज्ञेय ने दूसरा सप्तक (1951 ई.) की भूमिका में लिखा है, ‘प्रयोगवाद अपने-आप में इष्ट नहीं है, वरन साधन है और दुहरा साधन है’।
72. ‘तारसप्तक’ के कवियों को ‘राहों के अन्वेषी’ किसने कहा है?
[C] ‘तारसप्तक’ (1943 ई.) के कवियों को ‘राहों के अन्वेषी’ अज्ञेय ने कहा है।
73. प्रयोगवाद की सबसे बड़ी विशेषता है:
[A] अभिव्यंजना पर बल
[B] काव्य की गतिशीलता
[C] दर्शन से मुक्ति
[D] अनगढ़ता की प्रतिष्ठा
उत्तर देखें-
[C] प्रयोगवाद की सबसे बड़ी विशेषता ‘दर्शन से मुक्ति’ है। इसमें बौद्धिकता की प्रधानता और उपमानों में नवीनता देखने को मिलती है। डॉ. नगेन्द्र के अनुसार, ‘प्रयोगवाद शैलीगत विद्रोह है’।
74. ‘दुःख सबको माँजता है’- प्रसिद्ध पंक्ति है:
[A] अज्ञेय की
[B] मुक्तिबोध की
[C] सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की
[D] धर्मवीर भारती की
उत्तर देखें-
[A] ‘दुःख सबको माँजता है’ पंक्ति प्रयोगवाद के प्रवर्तक कवि ‘अज्ञेय’ की है। भग्नदूत, इत्यलम्, हरी घास पर क्षणभर, आँगन के पार द्वार आदि इनके काव्य हैं।
75. महाभारत के पात्रों पर आधारित रचना है:
[A] आधे-अधूरे
[B] अंधा युग
[C] संशय की रात
[D] सीढ़ियों पर धुप
उत्तर देखें-
[B] महाभारत के पात्रों पर आधारित रचना धर्मवीर भारती का ‘अंधा युग’ (1958 ई.) गीतनाट्य है। इस काव्य नाटक का कथानक महाभारत के अंतिम दिन पर आधारित है। वहीं संशय की एक रात’ नरेश मेहता का खंडकाव्य है जो रामकथा पर आधारित है।
76. ‘मुझे चाँद चाहिए’ विधा है:
[A] उपन्यास
[B] कहानी
[C] नाटक
[D] कविता
उत्तर देखें-
[A] ‘मुझे चाँद चाहिए’ (1993 ई.) सुरेन्द्र वर्मा का उपन्यास है।
77. ‘साये में धूप’ कृति है:
[A] नाटक
[B] उपन्यास
[C] ग़ज़ल संग्रह
[D] कथा-साहित्य
उत्तर देखें-
[C] ‘साये में धूप’ (1975 ई.) दुष्यंत कुमार का ग़ज़ल संग्रह है। सूर्य का स्वागत, आवाजों के घेरे तथा जलते हुए वन का वसंत इनके अन्य काव्य संग्रह हैं।
78. ‘संसद से सड़क तक’ किसकी रचना है?
[A] मुक्तिबोध की
[B] धूमिल की
[C] अज्ञेय की
[D] निराला की
उत्तर देखें-
[B] ‘संसद से सड़क तक’ (1972 ई.), सुदामा पांडेय ‘धूमिल’ की रचना है। कल सुनना मुझे (1976 ई.) और सुदामा पांडेय का प्रजातंत्र (1984 ई.) इनके अन्य काव्य ग्रंथ हैं।
79. हिंदी का कौन-सा कवि मैथिली में ‘यात्री’ नाम से लिखता था?
[A] नागार्जुन
[B] त्रिलोचन
[C] शिवमंगलसिंह सुमन
[D] नरेन्द्र शर्मा
उत्तर देखें-
[A] हिंदी के कवि बाबा नागार्जुन मैथिली में ‘यात्री’ उपनाम से कविता लिखते थे। इनका मूल नाम ‘वैद्यनाथ मिश्र’ था। मैथिल भाषा में ‘पत्रहीन नग्न गाछ’ काव्य पर 1968 ई. में इन्हें साहित्य अकादेमी पुरस्कार मिला था।
[A] सुमित्रा नंदन पंत
[B] नागार्जुन
[C] दुष्यन्त कुमार
[D] श्याम नारायण पांडेय
उत्तर देखें-
[A] ‘गा कोकिल बरसा पावक कण’ पंक्ति ‘सुमित्रा नंदन पंत’ की है। पंत जी को प्रकृति का सुकुमार कवि कहा जाता है। युगांत (1936 ई.), युगवाणी (1936 ई.), ग्राम्या (1940 ई.) पंत की प्रगतिवादी चेतन की रचनाएं हैं।
81. ‘एक भारतीय आत्मा’ किस कवि का उपनाम है?
[A] माखनलाल चतुर्वेदी
[B] सियारामशरण गुप्त
[C] हरिवंशराय बच्चन
[D] गया प्रसाद शुक्ल
उत्तर देखें-
[A] ‘एक भारतीय आत्मा’ कवि माखनलाल चतुर्वेदी का उपनाम है। ये राष्ट्रीय सांस्कृतिक काव्यधारा के कवि हैं। हिमकिरीटिनी तथा हिमतरंगिनी इनकी रचनाएं हैं।
82. हिंदी जिस लिपि में लिखी जाती है, वह है:
[A] देवनागरी
[B] फारसी
[C] खरोष्ठी
[D] गुरुमुखी
उत्तर देखें-
[A] हिंदी जिस लिपि में लिखी जाती है, वह देवनागरी है। ब्राह्मी की उत्तरी शैली से 4-5वीं सदी में गुप्त लिपि, फिर कुटिल लिपि विकसित हुई है, कुटिल लिपि से लाभग 9वीं सदी में नागरी के प्राचीन रूप का विकास हुआ।
83. हिंदी भाषा के विकास क्रम में पहली ईस्वी से 500 ई. तक की भाषा को कहा जाता है:
[A] वैदिक संस्कृत
[B] पालि
[C] प्राकृत
[D] लौकिक संस्कृत
उत्तर देखें-
[C] हिंदी भाषा के विकास क्रम में पहली ईस्वी से 500 ई. तक की भाषा को ‘प्राकृत’ कहा जाता है। हेमचंद्र ने ‘प्राकृत व्याकरण’ ग्रंथ लिखा है। हेमचंद्र को ‘प्राकृत का पाणिनी’ माना जाता है।
84. जो शब्द संस्कृत से सीधे हिंदी में प्रयुक्त होते हैं, वे कहलाते हैं:
[A] तत्सम
[B] तद्भव
[C] देशज
[D] विदेशी
उत्तर देखें-
[A] जो शब्द संस्कृत से सीधे हिंदी में प्रयुक्त होते हैं, वे तत्सम शब्द कहलाते हैं। तत् का अर्थ है उसके (संस्कृत) तथा सम् का अर्थ है समान।
85. आधुनिक भारतीय भाषाओं का विकास हुआ है:
[A] अपभ्रंश से
[B] संस्कृत से
[C] पाली से
[D] प्राकृत से
उत्तर देखें-
[A] आधुनिक भारतीय भाषाओं का विकास ‘अपभ्रंश’ से हुआ है।
नीचे लिखे गद्यांश को पढ़िये और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये।
अंततः इस संस्कृति के फैलाव का परिणाम क्या होगा? यह गंभीर चिंता का विषय है। हमारे सीमित संसाधनों का घोर अपव्यय हो रहा है। जीवन की गुणवत्ता आलू के चिप्स से नहीं सुधरती। न बहुविज्ञापित शीतल पेयों से। भले ही वे अंतर्राष्ट्रीय हों। पीज़ा और बर्गर कितने ही आधुनिक हों, हैं वे कूड़ा खाद्य। समाज में वर्गों की दूरी बढ़ रही है, सामाजिक सरोकारों में कमी आ रही है। जीवन स्तर का यह बढ़ता अंतर आक्रोश और अशांति को जन्म दे रहा है। जैसे-जैसे दिखावे की यह संस्कृति फैलेगी, सामाजिक अशांति भी बढ़ेगी। हमारी सांस्कृतिक अस्मिता का ह्रास तो हो ही रहा है, हम लक्ष्य-भ्रम से भी पीड़ित हैं। विकास के विराट उद्देश्य पीछे हट रहे हैं, हम झूठी तुष्टि के तात्कालिक लक्ष्यों का पीछा कर रहे हैं। मर्यादाएँ टूट रही हैं, नैतिक मानदंड ढीले पड़ रहे हैं। व्यक्ति-केंद्रिकता बढ़ रही है, स्वार्थ परमार्थ पर हावी हो रहा है। भोग की आकांक्षाएँ आसमान को छू रही हैं। किस बिंदु पर रुकेगी यह दौड़?
गाँधी जी ने कहा था कि हम स्वस्थ सांस्कृतिक प्रभावों के लिए अपने दरवाज़े-खिड़की खुले रखें पर अपनी बुनियाद पर कायम रहें। उपभोक्ता संस्कृति हमारी सामाजिक नींव को ही हिला रही है। यह एक बड़ा खतरा है। भविष्य के लिए यह एक बड़ी चुनौती है।
86. इस संस्कृति के फैलाव का परिणाम क्या होगा? -में किस संस्कृति की बात है?
[A] आर्य संस्कृति की।
[B] अनार्य संस्कृति की।
[C] उपभोक्ता संस्कृति की।
[D] पाँचसितारा होटल संस्कृति की।
उत्तर देखें-
[C] इस संस्कृति के फैलाव का परिणाम ‘उपभोक्ता संस्कृति’ होगा।
87. शीतल पेय आदि को बताया है:
[A] लाभकारी
[B] हानिकारक
[C] बहुत अच्छा
[D] अखाद्य
उत्तर देखें-
[D] शीतल पेय आदि को ‘अखाद्य’ बताया है।
88. पर अपनी बुनियाद पर कायम रहें। -का आशय है:
[A] अपनी संस्कृति को न छोड़ें।
[B] घर की बुनियाद मजबूत बनाएँ
[C] बुनियादी शिक्षा शुरू करें
[D] बुनियाद हो अच्छी नींद आए अच्छी
उत्तर देखें-
[A] अपनी बुनियाद पर कायम रहें का आशय ‘अपनी संस्कृति को न छोड़ें’ है।
89. उपभोक्ता संस्कृति क्या नहीं कर रही?
[A] यह मर्यादा को तोड़ रही है
[B] नैतिकता को बढ़ा रही है
[C] परमार्थ को स्वार्थ पर हावी कर रही है
[D] व्यक्ति केंद्रिकता को बढ़ा रही
उत्तर देखें-
[B] उपभोक्ता संस्कृति नैतिकता को बढ़ा नहीं रही है।
[C] जीवन में अशांति पैदा होने का कारण ‘जीवनस्तर का अंतर’ है।
DSSSB TGT Hindi Question Paper 2018 (28 September, Shift 3) पर आधारित यह क्विज आपके रिविजन और सेल्फ‑इवैल्यूएशन के लिए एक बढ़िया टूल है। अगर पेपर हल करते समय कुछ प्रश्न मुश्किल लगे हैं, तो घबराने के बजाय उन टॉपिक्स की दुबारा पढ़ाई करें और नोट्स के साथ दो–तीन बार प्रैक्टिस करें।
याद रखें, प्रीवियस ईयर पेपर से नियमित अभ्यास करने पर ही वास्तविक परीक्षा में सवालों का पैटर्न आपको जाना‑पहचाना लगेगा और कॉन्फिडेंस बढ़ेगा। कमेंट में अपना स्कोर, डाउट्स या अगली शिफ्ट/अगले साल के पेपर की डिमांड जरूर लिखें, ताकि हम आपके लिए और भी उपयोगी DSSSB TGT Hindi क्विज और स्टडी मैटेरियल तैयार कर सकें।
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