DSSSB TGT Hindi Question Paper 2018 (15 September, Shift 3)

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dsssb tgt hindi question paper
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DSSSB TGT Hindi Question Paper 2018 यहाँ उपलब्ध है। यह परीक्षा 15 September 2018 को Shift 3 में आयोजित हुई थी। दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड ने इसे संचालित किया था। इस ब्लॉग पोस्ट में पेपर को क्विज़ फॉर्मेट में प्रस्तुत किया गया है। अभ्यर्थी अपनी तैयारी को परख सकते हैं। वे परीक्षा पैटर्न को भी समझ सकते हैं। यह अभ्यास आत्ममूल्यांकन में मदद करेगा। साथ ही आगामी DSSSB TGT Hindi परीक्षाओं के लिए मार्गदर्शक बनेगा

1. ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ में रामचंद्र शुक्ल ने कृष्ण भक्ति शाखा के कवियों को किस क्रम में प्रस्तुत किया?
[A] चतुर्भुज दास, छीत स्वामी, गोविन्द स्वामी, परमानंद दास
[B] परमानंद दास, चतुर्भुज दास, छीत स्वामी, गोविन्द स्वामी
[C] गोविन्द स्वामी, छीत स्वामी, चतुर्भुज दास, परमानंद दास
[D] गोविन्द स्वामी, चतुर्भुज दास, परमानंद दास, छीत स्वामी
उत्तर देखें-
[B] ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ में रामचंद्र शुक्ल ने कृष्ण भक्ति शाखा के कवियों को ‘परमानंद दास, चतुर्भुज दास, छीत स्वामी, गोविन्द स्वामी’ क्रम में प्रस्तुत किया है।
2. रचना काल के आधार पर निम्नलिखित कवियों का सही अनुक्रम है:
[A] ललित ललाम, भाव विलास, श्रृंगार निर्णय, जगत विनोद
[B] श्रृंगार निर्णय, ललित ललाम, जगत विनोद, भाव विलास
[C] जगत विनोद, भाव विलास, ललित ललाम, श्रृंगार निर्णय
[D] भाव विलास, ललित ललाम, जगत विनोद, श्रृंगार निर्णय
उत्तर देखें-
[A] रचना काल के आधार पर कवियों का अनुक्रम: ललित ललाम, भाव विलास, श्रृंगार निर्णय, जगत विनोद।
3. ‘दुःखिनी बाला’ नाटक के लेखक कौन हैं?
[A] श्रीधर पाठक
[B] किशोरीलाल गोस्वामी
[C] हरिवंश राय बच्चन
[D] राधाकृष्ण दास
उत्तर देखें-
[D] ‘दुःखिनी बाला’ नाटक के लेखक ‘राधाकृष्ण दास’ हैं। महाराणा का महत्त्व और पद्मावती इनके अन्य नाटक है।
4. “बीती विभावरी जाग री अम्बर पनघट में डूबो रही तारा-घट उषा नागरी।”
यह पंक्ति जयशंकर प्रसाद के किस काव्य संग्रह में संकलित है?
[A] प्रेम पथिक
[B] लहर
[C] झरना
[D] कानन कुसुम
उत्तर देखें-
[B] उपरोक्त पंक्ति जयशंकर प्रसाद के ‘लहर’ काव्य संग्रह में संकलित है।
5. फणीश्वरनाथ रेणु की कहानी ‘तीसरी कसम’ का एक और नाम क्या है?
[A] राजा निरबसिंया
[B] मिरदंगिया
[C] मारे गये गुलफाम
[D] पंचलैट
उत्तर देखें-
[C] फणीश्वरनाथ रेणु की कहानी ‘तीसरी कसम’ का एक और नाम ‘मारे गये गुलफाम’ है। वहीं रसप्रिया, आदिम रात्रि की महक, पहलवान की ढोलक, लालपान की वेगम, अक्ल और भैंस, अगनिखोर आदि इनकी अन्य कहानियाँ हैं।
6. महाराणा प्रताप नाटक के लेखक कौन है?
[A] प्रसाद
[B] रामकुमार वर्मा
[C] भारतेन्दु
[D] राधाकृष्ण दास
उत्तर देखें-
[D] महाराणा प्रताप नाटक के लेखक ‘राधाकृष्ण दास’ हैं। दुःखिनी बाला और पद्मावती इनके अन्य नाटक हैं, निस्सहाय हिन्दू इनका उपन्यास है। राधाकृष्ण दास’ भरतेंदु हरिश्चंद्र के फुफेरे भाई थे।
7. ‘मारेसि मोहि कुठाँव’ किसका निबंध है?
[A] चंद्रधर शर्मा गुलेरी
[B] मिश्रबंधु
[C] कुबेरनाथ
[D] रामचंद्र शुक्ल
उत्तर देखें-
[A] ‘मारेसि मोहि कुठाँव’ और कछुआ धर्म निबंध चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ का है। उसने कहा था, बुद्धू का कांटा और सुखमय जीवन इनकी कहानियाँ हैं।
8. कौन सा रांगेय राघव का रिपोर्ताज है?
[A] लक्ष्मीपुरा
[B] तूफानों के बीच
[C] युद्ध यात्रा
[D] प्लाट का मोर्चा
उत्तर देखें-
[B] ‘तूफानों के बीच’ रिपोर्ताज रांगेय राघव का है। इसमें बंगाल के अकाल का वर्णन किया गया है। वहीं लक्ष्मीपुरा- शिवदान सिंह चौहान, युद्ध यात्रा- धर्मवीर भारती और प्लाट का मोर्चा- शमशेर बहादुर सिंह का रिपोर्ताज है।
9. हिंदी को पुरानी हिंदी नाम किसने दिया?
[A] देवकी नंदन खत्री
[B] उदयशंकर भट्ट
[C] भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
[D] चंद्रधर शर्मा गुलेरी
उत्तर देखें-
[D] हिंदी को पुरानी हिंदी नाम चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ ने दिया।
10. “किन्तु पाऊँगा नहीं कर आज अपने पर नियंत्रण
तीर पर कैसे रुकूँ मैं आज लहरों में निमन्त्रण।”
प्रस्तुत पंक्तियाँ किसके द्वारा रचित हैं?
[A] दिनकर
[B] नरेन्द्र शर्मा
[C] माखनलाल चतुर्वेदी
[D] हरिवंशराय बच्चन
उत्तर देखें-
[D] प्रस्तुत पंक्तियाँ हरिवंशराय ‘बच्चन’ द्वारा रचित हैं। मधुशाला, मधुबाला, मिलन यामिनी, प्रणय पत्रिका, निशा निमंत्रण, दो चट्टानें आदि इनकी अन्य रचनाएं हैं।
11. हिंदी के प्रथम महाकाव्य का नाम है:
[A] कामायनी
[B] पद्मावत
[C] पृथ्वीराज रासो
[D] रामचरितमानस
उत्तर देखें-
[C] हिंदी के प्रथम महाकाव्य चंद्रबरदाई कृत ‘पृथ्वीराज रासो’ (12वीं सदी) है।
12. ‘नेफा की एक शाम’ किसकी नाट्यकृति है?
[A] ज्ञानदेव अग्निहोत्री
[B] भीष्म साहनी
[C] हबीब तनवीर
[D] नरेन्द्र कोहली
उत्तर देखें-
[A] ‘नेफा की एक शाम’ नाट्यकृति ज्ञानदेव अग्निहोत्री की है जो भारत-चीन संघर्ष पर आधारित है। वतन की आबरू, चिराग जल उठा, शुतुरमुर्ग, अनुष्ठान, दंगा, इतवार जिंदाबाद, माटी जागी रे आदि इनके अन्य नाटक हैं।
13. कौन सी कृति केदारनाथ अग्रवाल की नहीं है?
[A] माझी न बजाओ वंशी
[B] बसंती हवा
[C] फूल नहीं रंग बोलते हैं
[D] पांचाली
उत्तर देखें-
[D] ‘पांचाली’ बच्चन सिंह का उपन्यास है। इस उपन्यास में पांचाली दृढ़ इच्छा शक्ति और संघर्ष का प्रतीक है।
14. राहुल सांस्कृत्यान द्वारा रचित ‘यात्रा के पन्ने’ की रचना की विधा है:
[A] यात्रा साहित्य
[B] निबंध
[C] आलोचना
[D] संस्मरण
उत्तर देखें-
[A] राहुल सांस्कृत्यान द्वारा रचित ‘यात्रा के पन्ने’ की विधा ‘यात्रा साहित्य’ है। मेरी जीवन यात्रा, तिब्बत में सवा सौ वर्ष, चीन में क्या देखा, मेरी लद्दाख यात्रा, किन्नर देश में, घुमक्कड़ शास्त्र, रूस में 25 मास, यूरोप यात्रा आदि उनके अन्य यात्रा वृतांत है।
15. सूफी साधना के चार पड़ावों में शामिल नहीं है:
[A] शरीअत
[B] हकीकत
[C] शराफत
[D] मारिफत
उत्तर देखें-
[C] सूफी साधना के चार पड़ाव- शरीअत, तरीकत, हकीकत और मारफत
16. महावीर प्रसाद द्विवेदी ने सरस्वती का संपादन कब संभाला?
[A] 1900 ई. में
[B] 1901 ई. में
[C] 1902 ई. में
[D] 1903 ई. में
उत्तर देखें-
[D] महावीर प्रसाद द्विवेदी ने सरस्वती का संपादन 1903 ई. में संभाला था। श्यामसुंदरदास के बाद महावीर प्रसाद द्विवेदी, फिर पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी, देवीदत्त शुक्ल, श्रीनाथ सिंह और श्रीनारायण चतुर्वेदी इसके संपादक हुए।
17. ‘प्रिय नीलकंठी’ किसका निबंध संग्रह है?
[A] कुबेरनाथ राय
[B] उषा प्रियंवदा
[C] विद्यानिवास मिश्र
[D] रामकुमार वर्मा
उत्तर देखें-
[A] ‘प्रिय नीलकंठी’ निबंध संग्रह कुबेरनाथ राय का है। रस आखेटक, गंधमादन, निषाद बाँसुरी, विषाद योग, महाकवि की तर्जनी, पर्ण मुकुट आदि इनके अन्य निबंध संग्रह हैं।
18. “अँसुवन जल सिंचि सिंचि, प्रेम बोल बोई।” यह किसकी पंक्ति है?
[A] रसखान
[B] रहीम
[C] सूरदास
[D] मीरा
उत्तर देखें-
[D] यह पंक्ति ‘मीरा’ की है। नरसी जी का मायरा, गीत गोविंद की टीका, सोरठा के पद, मीराबाई का मलार और गरबा गीत आदि मीराबाई की रचनाएं हैं।
19. कौन सा रामचंद्र शुक्ल के चिंतामणि का सैद्धान्तिक समीक्षा संबंधी निबंध नहीं है?
[A] मानस की धर्मभूमि
[B] कविता क्या है
[C] साधारणीकरण और व्यक्ति वैचित्र्यवाद
[D] रसात्मक बोध के विविध रूप
उत्तर देखें-
[A] ‘मानस की धर्मभूमि’ रामचंद्र शुक्ल के चिंतामणि का ‘व्यावहारिक समीक्षा’ संबंधी निबंध है।
20. ‘कुकुरमत्ता’ किसकी कृति है?
[A] अज्ञेय
[B] जायसी
[C] निराला
[D] मुक्तिबोध
उत्तर देखें-
[C] ‘कुकुरमत्ता’ (1941 ई.) कृति सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की है। इस लंबी कविता में निराला ने पूंजीवादी सभ्यता पर कुकुरमुत्ता के माध्यम से करारा व्यंग किया है। अनामिका, परिमल, गीतिका, सांध्य कली, राम की शक्ति पूजा, बादल राग, तुलसीदास आदि इनकी अन्य रचनाएं हैं।
21. कौन मार्क्सवादी समीक्षक नहीं है?
[A] रामविलास शर्मा
[B] डॉ. विजयेन्द्र स्नातक
[C] शिवदान सिंह
[D] अमृत राय
उत्तर देखें-
[B] डॉ. विजयेन्द्र स्नातक मार्क्सवादी समीक्षक नहीं है।
22. जैनेन्द्र का प्रथम कहानी संग्रह है:
[A] फाँसी
[B] पाजेब
[C] ध्रुवयात्रा
[D] एक रात
उत्तर देखें-
[A] जैनेन्द्र का प्रथम कहानी संग्रह ‘फाँसी’ (1929 ई.) है। वातायन (1930), नीलम देश की राजकन्या (1933), एक रात (1934), दो चिड़ियाँ (1935), पाजेब (1942), जयसंधि (1949) आदि उनकी अन्य कहानी संग्रह हैं।
23. कौन रीतिबद्ध काव्यधारा का कवि नहीं है?
[A] केशवदास
[B] ग्वाल
[C] आलम
[D] मतिराम
उत्तर देखें-
[C] आलम, घननांद, ठाकुर, बोधा और द्विजदेव रीतिमुक्त काव्यधारा के कवि हैं।
रीतिबद्ध कवि- केशवदास, सेनापति, जसवंत सिंह, मतिराम, भिखरीदास, पद्माकर आदि।
रिटीसिद्ध कवि- बिहारीलाल
24. विरह प्रधान रासो काव्य कौन सा है?
[A] बीसलदेव रासो
[B] पृथ्वीराज रासो
[C] हम्मीर रासो
[D] परमाल रासो
उत्तर देखें-
[A] नरपति नाल्ह कृत ‘बीसलदेव रासो’ (12वीं सदी) विरह प्रधान रासो काव्य है। वहीं पृथ्वीराज रासो (12वीं सदी) और परमाल रासो (12वीं सदी) वीरगाथात्मक रासो काव्य है।
25. ‘मेरे राम का मुकुट भींग रहा है’ किसका निबंध संग्रह है?
[A] विद्यानिवास मिश्र
[B] रामविलास शर्मा
[C] कुबेरनाथ राय
[D] श्यामसुंदर दास
उत्तर देखें-
[A] ‘मेरे राम का मुकुट भींग रहा है’ निबंध संग्रह विद्यानिवास मिश्र का है। तुम चंदन हम पानी, परंपरा बंधन नहीं, कंटिलों तारों के आस पार, भ्रमरानंद के पत्र, अंगद की नियति, तमाल के झरोखे यदि इनके अन्य निबंध हैं।
26. जयशंकर प्रसाद रचित जन्मेजय का नागयज्ञ का रचना वर्ष है:
[A] 1926 ई. में
[B] 1937 ई. में
[C] 1927 ई. में
[D] 1928 ई. में
उत्तर देखें-
[A] जयशंकर प्रसाद रचित ‘जन्मेजय का नागयज्ञ’ का रचना वर्ष 1926 ई. है। कानन कुसुम (1913), आँसू (1925), लहर (1933), कामायनी (1935), स्कंदगुप्त (1928), चंद्रगुप्त (1931), ध्रुवस्वामिनी (1933) आदि इनकी प्रमुख रचनाएं हैं।
27. कवित्त रत्नाकर किसकी रचना है?
[A] पद्माकर
[B] सेनापति
[C] ग्वाल कवि
[D] देवकवि
उत्तर देखें-
[B] कवित्त रत्नाकर (1649 ई.) रचना ‘सेनापति’ की है। यह ग्रंथ 5 अध्यायों में विभाजित है, जिसे ‘तरंग’ की संज्ञा दी गयी है। सेनापति भक्तिकाल और रीतिकाल के ‘संधियुग’ के कवि हैं। इनकी दूसरी रचना ‘काव्य कल्पद्रुम’ है।
28. पद्मावत में सिंहल द्वीप किसका प्रतीक है?
[A] हृदय
[B] आत्मा
[C] मनीषा
[D] धन
उत्तर देखें-
[A] पद्मावत में सिंहल द्वीप ‘हृदय’ का प्रतीक है। वहीं तन- चित्तौड़, मन- राजा रतन सिंह, शैतान- राघवचेतन, बुद्धि- पद्मावती, माया- अलाउद्दीन, गुरु- हीरामन तोता, दुनियाँ धंधा- नागमती का प्रतीक हैं। पद्मावत प्रबंध काव्य 58 खंडों में विभाजित है।
29. आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने किसे वैज्ञानिक आधार दिया है?
[A] ध्वनि-विवेचन को
[B] रीति-विवेचन को
[C] सभी रसों को
[D] रस-विवेचन
उत्तर देखें-
[D] ‘रस-विवेचन’ को आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने किसे वैज्ञानिक आधार दिया है।
30. उसमान ने जहांगीर के शासन काल में कौन सी पुस्तक लिखी?
[A] कवितावली
[B] ज्ञानवली
[C] चित्रावली
[D] इन्द्रावली
उत्तर देखें-
[C] उसमान ने जहांगीर के शासन काल में ‘चित्रावली’ काव्य लिखा। इसमें नेपाल के राजकुमार सुजान और रूपनगर की राजकुमारी चित्रावली के प्रेम का वर्णन है।
31. ‘युग की गंगा’ नामक संग्रह में क्या वर्णन है?
[A] यथार्थवादी रचनाएँ और जनगीत
[B] धार्मिक रचनाएँ
[C] प्रकृति चित्रण
[D] बौद्धिक दृष्टिकोण
उत्तर देखें-
[A] ‘युग की गंगा’ (1947 ई.) केदारनाथ अग्रवाल का पहला काव्य संग्रह है। इसमें ‘यथार्थवादी रचनाएँ और जनगीत’ का वर्णन है। फूल नहीं रंग बोलते हैं, पंख और पतवार, गुलमेंहदी, ही मेरी तुम!, बोल बोल अबोल, जामुन जल तुम, अपूर्वा आदि उनकी प्रमुख रचनाएं हैं।
32. कृष्णदास किसके शिष्य थे?
[A] चतुर्भुज दास
[B] गोविन्द स्वामी
[C] बल्लाभाचार्य
[D] छीत स्वामी
उत्तर देखें-
[C] कृष्णदास बल्लाभाचार्य के शिष्य थे। बल्लाभाचार्य के पुत्र विट्ठलदास ने 1565 ई. में अष्टछाप की स्थापना की थी, जिसमें उनके और बल्लाभाचार्य के 4-4 शिष्य शामिल थे। कुंभनदास, सूरदास, परमानंद दास और नंददास बल्लाभाचार्य के शिष्य थे।
33. “जय जय शंकर जय त्रिपुरारि। जय अध पुरुष जयति अध नारी।
आध धवल तनु आधा गोरा। आध सहज कुच आधा कटोरा।”
ये पंक्तियाँ कहाँ से आई है?
[A] पृथ्वीराज रासो
[B] कवितावली
[C] विद्यापति पदावली
[D] नागमती वियोग
उत्तर देखें-
[C] ये पंक्तियाँ विद्यापति पदावली से से ली गई हैं।
34. “नैन बांक सरि पूज न कोऊ। मानस भेदक उलथाई दोउ।
राते कँवल करहिं अलि भवा। घूमहिं माति चहहिं अपसवाँ॥”
ये पंक्तियाँ किसकी है?
[A] घनानंद
[B] बिहारी
[C] जायसी
[D] तुलसीदास
उत्तर देखें-
[C] ये पंक्तियाँ जायसी के पद्मावत से हैं। पद्मावत, अखरावट, आखिरी कलाम, कहरनाम, कान्हवात आदि जायसी की रचनाएं हैं।
35. “गोरी गदकारी परै हंसत कपलनु गाड़।
कैसी लसति गंवारि यह सुनकिरबा की आड़।”
इन पंक्तियों में बिहारी ने किसका वर्णन किया?
[A] नायिका की मूर्खता का वर्णन
[B] विरह व्यथा का वर्णन
[C] नायक का सौन्दर्य वर्णन
[D] नायिका का सौन्दर्य वर्णन
उत्तर देखें-
[D] इन पंक्तियों में बिहारी ने नायिका का सौन्दर्य वर्णन किया है।
36. “विहसि लखनु बोले मृदु बानी। अहो मुनीसु महा भटमानी।
पुनि पुनि मोहि देखाव कुठारू। चहत उड़ावन फूँकि पहारू॥”
यह किस के बीच संवाद है?
[A] परशुराम – लक्ष्मण
[B] राम – लक्ष्मण
[C] तुलसी – परशुराम
[D] भरत – लक्ष्मण
उत्तर देखें-
[A] यह परशुराम और लक्ष्मण के बीच का संवाद है। यह पंक्ति तुलसीदास कृत रामचरित मानस के बालकांड से है।
37. “अधिकार सुख कितना मादक और सारहीन होता है”
यह किस नाटक की पंक्ति है?
[A] ध्रुवस्वामिनी
[B] अजातशत्रु
[C] स्कंदगुप्त
[D] चंद्र गुप्त
उत्तर देखें-
[C] यह जयशंकर प्रसाद के नाटक ‘स्कंद गुप्त’ की पंक्ति है। यह 5 अंकों का नाटक है।
38. “मधुर राग बन विश्व सुलाती
सौरभ बन कण-कण बस जाती।”
ये पंक्तियाँ किस कवि की है?
[A] भुवनेश्वर
[B] मुक्तिबोध
[C] अज्ञेय
[D] महादेवी वर्मा
उत्तर देखें-
[D] ये पंक्तियाँ छायावादी कवयित्री ‘महादेवी वर्मा’ की हैं जो नीरजा काव्यसंग्रह में संकलित है। निहार (1930), रश्मि (1932), नीरजा (1935), सांध्यगीत (1936), यामा (1940), सप्तपर्णा (1960), दीपशिखा (1942) उनकी महत्त्वपूर्ण काव्य कृतियाँ हैं।
39. “बालचंद बिज्जावइ भासा
दुहु नहिं लग्गइ दुज्जन-हासा।”
ये काव्य पंक्तियाँ किसकी हैं?
[A] स्वयंभू
[B] विद्यापति
[C] नरपति नाल्ह
[D] मधुकर कवि
उत्तर देखें-
[B] ये काव्य पंक्तियाँ मैथिल कोकिल ‘विद्यापति’ की कीर्तिपताका से है।
40. “अधर-मधुरता, कठिनता-कुच, तीक्षनता-त्यौर।
रस-कवित्त-परिपक्वता जाने रसिक न और।”
उक्त दोहे के द्वारा किस आचार्य कवि ने काव्य-रसिक को परिभाषित किया है?
[A] बेनी प्रवीन
[B] जसवंतसिंह
[C] भिखारी दास
[D] चिंतामणि
उत्तर देखें-
[C] उक्त दोहे के द्वारा आचार्य कवि ‘भिखारी दास’ ने काव्य-रसिक को परिभाषित किया है।
41. “कुसुम कानन अंचल में मंद पवन प्रेरित सौरभ साकार।” यह पंक्ति किस कवि की है?
[A] जयशंकर प्रसाद
[B] सुमित्रानंदन पंत
[C] अज्ञेय
[D] रामनरेश त्रिपाठी
उत्तर देखें-
[A] यह पंक्ति कवि जयशंकर प्रसाद की रचना ‘कामायनी’ के ‘श्रद्धा सर्ग’ से है।
42. “बह्मणेहि म जाणंत हि भेऊ। एवइ पिढ़अउ एच्चउबेऊ॥
माट्टी पाणीकुस लइ पढ़ंत। घरहि बड़सी अग्गि हुणंत।”
उपरोक्त काव्य पंक्तियाँ किस कवि की है?
[A] गोरखनाथ
[B] सरहपा
[C] रैदास
[D] कबीरदास
उत्तर देखें-
[B] उपरोक्त काव्य पंक्तियाँ ‘सरहपा’ की हैं। सिद्ध कवियों में सरहपा का प्रमुख स्थान है। इन्होंने 21 ग्रंथों की रचना की है। डोम्बि-गीतिका, योगचर्या और अक्षरद्विकोपदेश प्रमुख हैं।
43. राहुल सांकृत्यायन ने हम्मीर रासो को किस कवि की रचना माना है?
[A] रज्जब
[B] नल्ह
[C] हम्मीर
[D] जज्जल
उत्तर देखें-
[D] राहुल सांकृत्यायन ने हम्मीर रासो को कवि ‘जज्जल’ की रचना माना है। इस ग्रंथ में हम्मीर और अलाउद्दीन के युद्धों का वर्णन है। रामचंद्र शुक्ल जी ने हम्मीर रासो से अपभ्रंश की रचनाओं की परंपरा का अंत मानते हैं।
44. “अमिय हलाहल मद भरे स्याम श्वेत रतनार।
जिअत मरत झुक-झुकि परत जेहि चितवत इक बार।”
यह किस कवि के द्वारा लिखा गया है?
[A] बिहारी
[B] रसलीन
[C] मतिराम
[D] भिखारीदास
उत्तर देखें-
[B] यह कवि ‘रसलीन’ के द्वारा लिखा गया है। रसलीन का पूरा नाम सैय्यद गुलाम नवी था। अंग दर्पण (1737 ई.) और रस प्रबोध (1741 ई.) इनके महत्त्वपूर्ण ग्रंथ हैं।
45. इसमें से भूषण का लक्षण-ग्रंथ कौन सा है?
[A] रसिक प्रिया
[B] पद्माभरण
[C] शिवराज भूषण
[D] जगत-विनोद
उत्तर देखें-
[C] भूषण का लक्षण-ग्रंथ ‘शिवराज भूषण’ है। जो अलंकार ग्रंथ हैं। शिवबावनी, छत्रसालदशक, भूषण उल्लास, भूषण हजारा, दूषण उल्लास इनके अन्य ग्रंथ हैं। वहीं-
रसिक प्रिया- केशवदास, पद्माभरण तथा जगत-विनोद पद्माकर की रचना है।
46. कौन सा हरिऔध का नहीं है?
[A] प्रियप्रवास
[B] चोखेचौपदे
[C] रसकलश
[D] यशोधरा
उत्तर देखें-
[D] ‘यशोधरा’ मैथिलीशरण गुप्त का प्रबंध काव्य है। साकेत, जयद्रथ वध, भारत-भारती, पंचवटी, द्वापर, रंग में भंग, हिडिंबा आदि गुप्त के अन्य प्रमुख काव्य ग्रंथ हैं।
47. शिवराम पाण्डेय का संस्मरण कौन सा है?
[A] मेरी जीवन कथा के कुछ पृष्ठ
[B] मदनमोहन के संबंध में कुछ पुरानी स्मृतियाँ
[C] बोलती प्रतिमा
[D] झलक
उत्तर देखें-
[B] शिवराम पाण्डेय का संस्मरण ‘मदनमोहन के संबंध में कुछ पुरानी स्मृतियाँ’ है। वहीं-
बोलती प्रतिमा- श्रीराम शर्मा और झलक- शिवनारायण टंडन का संस्मरण है।
48. ‘समाज और धर्म के निबंधकार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद को सुशोभित किया था।’ वे कौन थे?
[A] सम्पूर्णानंद
[B] बजेन्द्र बाला
[C] बीरबहादुर सिंह
[D] नारायणदत्त तिवारी
उत्तर देखें-
[A] ‘समाज और धर्म’ के निबंधकार ‘डॉ. सम्पूर्णानंद’ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद को सुशोभित किया था। ‘समाजवाद’ ग्रंथ के लिए इन्हें ‘मंगला प्रसाद पुरस्कार मिला था। स्फुट विचार, चिद्विलास, जीवन और दर्शन, शिक्षा का उद्देश्य, भाषा की शक्ति, समाज और धर्म आदि इनके निबंध हैं।
49. निम्नलिखित में से राही मासूम रजा द्वारा लिखित उपन्यास कौन सा है?
[A] आधा गाँव
[B] कितने पाकिस्तान
[C] तमस
[D] कब तक पुकारूँ
उत्तर देखें-
[A] राही मासूम रजा द्वारा लिखित उपन्यास ‘आधा गाँव’ है। टोपी शुक्ला, हिम्मत जौनपुरी, ओस की बूँद, दिल एक सादा कागज, कटरा बी आरजू, मुहब्बत के शिवा, असंतोष के दिन, नीम का पेड़ इनके अन्य उपन्यास हैं। वहीं-
कितने पाकिस्तान- कमलेश्वर, तमस- भीष्म साहनी और कब तक पुकारूँ- रांगेय राघव का उपन्यास हैं।
50. ‘जानवर और जानवर’ किसका कहानी-संकलन है?
[A] राजेन्द्र यादव
[B] मोहन राकेश
[C] कमलेश्वर
[D] जैनेन्द्र
उत्तर देखें-
[B] ‘जानवर और जानवर’ कहानी-संकलन मोहन राकेश का है। इंसान के खंडहर, नये बादल, एक और जिंदगी, फौलाद का आकाश आदि इनके अन्य कहानी संग्रह हैं।
51. कौन सा उपेन्द्र नाथ ‘अश्क’ का नाटक नहीं है?
[A] अंजो दीदी
[B] कैद
[C] कोणार्क
[D] जय-पराजय
उत्तर देखें-
[C] कोणार्क जगदीश चंद्र माथुर की पहली नाट्य कृति है। भोर का तारा, ओ मेरे सपने, शारदीया, दस तस्वीरें, पहला राजा, जिन्होंने जीना जाना आदि इनके अन्य नाटक हैं।
52. ‘ठेले पर हिमालय’ किसके द्वारा रचित है?
[A] धर्मवीर भारती
[B] विवेकीराय
[C] जैनेन्द्र
[D] भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
उत्तर देखें-
[A] ‘ठेले पर हिमालय’ धर्मवीर भारती द्वारा रचित यात्रावृतांतमक और संस्मरणात्मक निबंध है। इसमें नैनीताल से कौसानी तक की यात्रा का वर्णन है।
53. ‘हरी घाटी’ किसका यात्रावृत्त है?
[A] डॉ. नगेन्द्र
[B] यशपाल
[C] डॉ. रघुवंश
[D] मोहन राकेश
उत्तर देखें-
[C] ‘हरी घाटी’ (1963 ई.) यात्रावृत्त डॉ. रघुवंश का है।
54. कौन सा उपन्यास भगवतीचरण वर्मा का है?
[A] सबहिं नचावत राम गोसाइ
[B] ममता
[C] अकेली
[D] यही सच है
उत्तर देखें-
[A] ‘सबहिं नचावत राम गोसाइ’ उपन्यास भगवतीचरण वर्मा का है। चित्रलेखा, टेढ़े मेढ़े रास्ते, भूले बिसरे चित्र आदि इनके अन्य महत्त्वपूर्ण उपन्यास हैं। वहीं-
‘ममता’- प्रसाद तथा ‘अकेली’ और ‘यही सच है’- मन्नू भण्डारी की कहानी है।
55. शेखर एक जीवनी के प्रथम भाग में कौन सा खंड नहीं है?
[A] उषा और ईश्वर
[B] बंधन और जिज्ञासा
[C] बीज और अंकुर
[D] प्रकृति और पुरुष
उत्तर देखें-
[B] अज्ञेय कृत शेखर एक जीवनी उपन्यास के प्रथम भाग में बंधन और जिज्ञासा खंड नहीं है। इसका पहला भाग 1941 ई. और दूसरा भाग 1944 ई. में प्रकाशित हुआ था। इस उपन्यास पर रोम्या रोला की पुस्तक ‘ज्यों क्रिस्टोफ’ का प्रभाव अज्ञेय ने स्वीकार किया है। नदी के द्वीप (1951) और अपने-अपने अजनबी (1961) इनके अन्य उपन्यास हैं।
56. सावित्री किस नाटक की नायिका है?
[A] कर्फ्यू
[B] लहरों के राजहंस
[C] आधे-अधूरे
[D] चंद्रगुप्त
उत्तर देखें-
[C] सावित्री मोहन राकेश के नाटक ‘आधे-अधूरे’ (1969 ई.) की नायिका है। महेंद्रनाथ, सिंघानिया, जगमोहन, अशोक, मनोज, बिन्नी, किन्नी इसके अन्य पात्र हैं।
57. ‘गोदान’ का प्रकाशन कब हुआ?
[A] 1930 ई. में
[B] 1935 ई. में
[C] 1932 ई. में
[D] 1936 ई. में
उत्तर देखें-
[D] प्रेमचंद के ‘गोदान’ उपन्यास का प्रकाशन 1936 ई. में हुआ था। इसे कृषक जीवन का महागाथा कहा जाता है। गोदान की तुलना टालस्टॉय के ‘वॉर एंड पीस’ तथा गोर्की के ‘मदर’ से होती है।
58. कन्नौजी किस उपभाषा वर्ग की बोली है?
[A] डोगरी की
[B] पश्चिमी हिंदी की
[C] मेवाती की
[D] पूर्वी हिंदी की
उत्तर देखें-
[B] कन्नौजी पश्चिमी हिंदी उपभाषा वर्ग की बोली है।
59. किस धारा में हिंदी को भारत की राजभाषा घोषित किया गया है?
[A] धारा 343
[B] धारा 345
[C] धारा 347
[D] धारा 349
उत्तर देखें-
[A] धारा 343 में हिंदी को भारत की राजभाषा घोषित किया गया है। 24 सितंबर 1949 ई. को संविधान सभा ने एक मत से निर्णय लिया कि हिंदी भारत की राजभाषा होगी और लिपि देवनागरी।
60. कौन सी पहाड़ी बोली नहीं है?
[A] गढ़वाली
[B] कुमायूँनी
[C] नेपाली
[D] बुन्देली
उत्तर देखें-
[D] बुन्देली, खड़ी बोली, ब्रज, हरियाणवी, कन्नौजी पश्चिमी हिंदी की बोली है। वहीं कुमाऊनी, गढ़वाली, नेपाली पहाड़ी हिंदी की बोली है।
61. कौन सी मागधी अपभ्रंश से विकसित आधुनिक भाषा है?
[A] लहंदा
[B] गुजराती
[C] असमिया
[D] मराठी
उत्तर देखें-
[C] ‘असमिया’ मागधी अपभ्रंश से विकसित आधुनिक भाषा है।
मागधी अपभ्रंश: बिहारी, बांग्ला, उड़िया, असमी
अर्द्ध मागधी अपभ्रंश: पूर्वी हिंदी
शौरसेनी अपभ्रंश: पश्चिमी हिंदी, राजस्थानी, गुजराती
महाराष्ट्री अपभ्रंश: मराठी
पैशाची अपभ्रंश: लहंदा
ब्राचड़ अपभ्रंश: सिंधी, पंजाबी
खस अपभ्रंश: पहाड़ी
62. उर्दू किस भाषा का शब्द है?
[A] फारसी
[B] तुर्की
[C] मराठी
[D] अरबी
उत्तर देखें-
[B] उर्दू ‘तुर्की’ भाषा का शब्द है। जिसका अर्थ राही, शिविर या खेमा है।
63. बालकृष्ण भट्ट किस पत्रिका के संपादक थे?
[A] हिंदी प्रदीप
[B] भाषा प्रदीप
[C] प्रेम प्रदीप
[D] राष्ट्र प्रदीप
उत्तर देखें-
[A] बालकृष्ण भट्ट ‘हिंदी प्रदीप’ पत्रिका के संपादक थे। यह एक मासिक पत्र था जो 7 सितंबर 1877 ई. को पहली बार प्रकाशित हुआ था। शुक्ल जी के अनुसार ‘हिंदी प्रदीप गद्य साहित्य का ढर्रा निकालने के लिए ही निकाला गया था।’
64. ‘भोजपुरी’ किस भाषा की बोली है?
[A] गुजराती
[B] डिंगल
[C] बिहारी
[D] डोगरी
उत्तर देखें-
[C] भोजपुरी, मगही और मैथिली बिहारी भाषा की बोली है।
65. संस्कृत से बहुत बड़ी विरासत किस भाषा ने ली?
[A] गुजराती
[B] मराठी
[C] उड़िया
[D] हिंदी
उत्तर देखें-
[D] संस्कृत से बहुत बड़ी विरासत ‘हिंदी’ भाषा ने ली।
66. माली आवत देखकर, कलियन करी पुकार
फूली फूली चुनि लई, काल्हि हमारी बार
इसमें अलंकार है:
[A] श्लेष
[B] सन्देह
[C] अन्योक्ति
[D] दृष्टान्त
उत्तर देखें-
[C] इसमें ‘अन्योक्ति’ अलंकार है। जहाँ उपमान के बहाने उपमेय का वर्णन किया जाए, या कोई बात सीधे न कहकर किसी के सहारे की जाए, वहाँ अन्योक्ति अलंकार होता है।
67. ‘इधर उधर, जिधर’ किस प्रकार के अव्यय है?
[A] स्थान वाचक
[B] दिशा वाचक
[C] काल वाचक
[D] स्थिति वाचक
उत्तर देखें-
[B] ‘इधर उधर, जिधर’ दिशा वाचक अव्यय है। ऐसे शब्द जिनमें लिंग, वचन, कारक आदि के कारण कोई परिवर्तन नहीं होता, उन्हें अव्यय या अविकारी शब्द कहते हैं। जैसे-
कालवाचक अव्यय- आज, कल, पीछे, अब, जब, तब, कभी-कभी, कब से आदि।
स्थानवाचक अव्यय- यहाँ, वहाँ, कहाँ, जहाँ, यहाँ से, वहाँ से, इधर-उधर आदि।
दिशावाचक अव्यय- इधर, उधर, जिधर, दूर, परे, अलग, दाहिने, आरपार आदि।
स्थितिवाचक अव्यय- नीचे, ऊपर, तले, सामने, बाहर, भीतर आदि।
68. मूर्द्धन्य, अल्पप्राण, सघोष और अनुनासिक वर्ण कौन सा है?
[A] ङ
[B] ञ
[C] ण
[D] न
उत्तर देखें-
[C] ‘ण’ मूर्द्धन्य, अल्पप्राण, सघोष और अनुनासिक वर्ण है।
मूर्द्धन्य- ऋ, ट वर्ग, र और ष
अल्पप्राण: प्रत्येक वर्ग का पहला, तीसरा और पाँचवाँ व्यंजन
सघोष- प्रत्येक वर्ग का पहला और दूसरा व्यंजन और श, ष, स
अनुनासिक: प्रत्येक वर्ग का पाँचवा वर्ण- ङ, ञ, ण, म, न
69. पितृण किस प्रकार की संधि है?
[A] दीर्घ
[B] गुण
[C] यण
[D] वृद्धि
उत्तर देखें-
[A] पितृण (पितृ + ऋण) में ‘दीर्घ स्वर संधि है। जब ‘ऋ’ के बाद ‘ऋ’ आता है, तो दोनों मिलकर दीर्घ ‘ऋ’ बनाते हैं।
70. शुद्ध शब्द छाँटिए।
[A] विभिषिका
[B] सुषुप्ति
[C] विसन्न
[D] शुद्धिकरण
उत्तर देखें-
[B] शुद्ध शब्द- सुषुप्ति। अन्य शब्दों के शुद्ध रूप-
विभिषिका- विभीषिका, शुद्धिकरण- शुद्धीकरण
71. इनमें से भाववाचक संज्ञा नहीं है?
[A] अपनापन
[B] निकट
[C] कठोरता
[D] वाहवाही
उत्तर देखें-
[B] निकट
72. तत्सम शब्द छाँटिए।
[A] उलझन
[B] झंझट
[C] ठिलिया
[D] अभिव्यक्ति
उत्तर देखें-
[D] अभिव्यक्ति तत्सम शब्द है। तत्सम का अर्थ है- उसके अर्थात संस्कृत के समान।
73. संज्ञा के जिस रूप से किसी वस्तु के अलग होने का भाव प्रकट होता है, उसे क्या कहते हैं?
[A] करण कारक
[B] संप्रदान कारक
[C] अपादान कारक
[D] संबंध कारक
उत्तर देखें-
[C] संज्ञा के जिस रूप से किसी वस्तु के अलग होने का भाव प्रकट होता है, उसे ‘अपादान कारक’ कहते हैं।
कारक और उसकी विभक्ति चिह्न-
कर्ता- ने कर्म- को; करण- से; संप्रदान- को, के लिए; अपादान- से; संबंध- का, के, की, रा, रे, री; अधिकरण- में, पर; संबोधन- हे, अजी, अहो, अरे।
74. मध्यम पुरुष, बहुवचन, सर्वनाम का संप्रदान कारक बहुवचन रूप होगा:
[A] तुझे
[B] तुम लोगों को
[C] तुझमें
[D] तुम में
उत्तर देखें-
[B] मध्यम पुरुष, बहुवचन, सर्वनाम का संप्रदान कारक का बहुवचन रूप ‘तुम लोगों को’ है।
75. बात का नामधातु क्रिया होगा:
[A] बतलाना
[B] बताना
[C] बातूनी
[D] बतियाना
उत्तर देखें-
[D] बात का नामधातु क्रिया ‘बतियाना’ होगा। संज्ञा या विशेषण के साथ क्रिया जोड़ने से जो संयुक्त क्रिया बनती है, उसे नामधातु क्रिया कहते हैं।
76. कौन सा वाच्य में प्रयोग का भेद नहीं है?
[A] कर्तरि
[B] सार्वनामिक
[C] भावे प्रयोग
[D] कर्मणी प्रयोग
उत्तर देखें-
[B] सार्वनामिक वाच्य में प्रयोग का भेद नहीं है। क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का बोध होता है कि वाक्य के अंतर्गत कर्त्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है। इसके 3 प्रकार हैं- कर्त्तवाच्य, कर्मवाच्य और भाववाच्य।
77. हेतुहेतुमद भविष्य का वाक्य है:
[A] संभवत: रमेश कल आएगा।
[B] मैं पढूँगा और वह भी पढ़ेगा।
[C] वह आए तो में जाऊँ।
[D] वह कल घर पर नहीं होगा।
उत्तर देखें-
[C] हेतुहेतुमद भविष्य का वाक्य है- वह आए तो में जाऊँ। हेतुहेतुमद भविष्य वहाँ होता है जहाँ पर भविष्य में एक क्रिया का होना दूसरी क्रिया पर निर्भर करता है।
78. अर्थ के आधार पर संयुक्त क्रिया के भेद हैं:
[A] 11
[B] 10
[C] 9
[D] 12
उत्तर देखें-
[A] अर्थ के आधार पर संयुक्त क्रिया के 11 भेद हैं- आरंभबोधक, समाप्तिबोधक, अवकाशबोधक, अनुमतिबोधक, नित्यताबोधक, आवश्यकताबोधक, निश्चयबोधक, इच्छाबोधक, शक्तिबोधक, पुनरुक्त संयुक्त किया।
79. राम कहता है कि, “मैं मोहन की पुस्तकें पढ़ सकता हूँ”। इसमें कौन सा पद-संज्ञा, जातिवाचक, स्त्रीलिंग, बहुवचन तथा कर्मकारक आदि पदान्वय में है?
[A] पुस्तकें
[B] राम
[C] मोहन
[D] पढ़ना
उत्तर देखें-
[A] उक्त वाक्य में ‘पुस्तकें’ पद-संज्ञा, जातिवाचक, स्त्रीलिंग, बहुवचन तथा कर्मकारक आदि पदान्वय में है।
80. जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय जीभ झटके से ऊपर जाती है, उसे क्या कहते हैं?
[A] पार्श्विक
[B] लुंठित
[C] स्पर्श
[D] उत्क्षिप्त
उत्तर देखें-
[D] जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय जीभ झटके से ऊपर जाती है, उत्क्षिप्त व्यंजन कहते हैं; जैसे- ड़ और ढ़
81. इनमें से दीर्घ स्वर संधि नहीं है?
[A] गिरीन्द्र
[B] पृथ्वीश
[C] महेन्द्र
[D] महीन्द्र
उत्तर देखें-
[C] महेन्द्र (महा + इन्द्र) शब्द में गुण स्वर संधि है। जब ‘अ’ या ‘आ’ के बाद ‘इ’ या ‘ई’ आता है, तो दोनों मिलकर ‘ए’ हो जाते हैं (आ + इ = ए)
82. कौन सा तत्सम शब्द नहीं है?
[A] विसर्जन
[B] रज्जु
[C] दातव्य
[D] प्यास
उत्तर देखें-
[D] ‘प्यास’ तद्भव शब्द है, इसका तत्सम शब्द ‘पियासा’ है।

निम्नलिखित कविता को पढ़िए और दिये गए प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए।

झुरमुट में दुपहरिया कुम्हलायी
खेतों पर अन्हियारी घिर आयी
पश्चिम की सुनहरियाँ धुँधरायी
टीलों पर, तालों पर
इक्के-दुक्के अपने घर पर जाने वालों पर
धीरे-धीरे उतरी शाम।

83. इन पंक्तियों में किस प्रकार के चित्र का वर्णन है?
[A] गाँव की संध्या
[B] गाँव के सवेरे
[C] शहर का कोलाहल
[D] शहर की व्यस्तता
उत्तर देखें-
[A] इन पंक्तियों में ‘गाँव की संध्या’ के चित्र का वर्णन है।
84. इसमें किस प्रकार की शब्दावली का प्रयोग हुआ है?
[A] तत्सम
[B] खिचड़ी
[C] विदेशी
[D] लोक
उत्तर देखें-
[D] इसमें ‘लोक शब्दावली’ का प्रयोग हुआ है।
85. इसका उपयुक्त शीर्षक है:
[A] खेतों की रात
[B] गाँव की शाम
[C] गाँव की रात
[D] शहर की रात
उत्तर देखें-
[B] इसका उपयुक्त शीर्षक ‘गाँव की शाम’ होगा।

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और दिये गए प्रश्नों (86-90 तक) के सही उत्तर दीजिए।

यूरोप के देशों की जो इतनी उन्नति है तथा अमेरिका, जापान आदि जो इस समय मनुष्य जाति के सिरताज हो रहे हैं, इसका यही कारण है कि उन देशों में लोग अपने भरोसे पर रहना या कोई काम करना जानते हैं। हिन्दुस्तान का जो सत्यानाश है, इसका यही कारण है कि यहाँ के लोग अपने भरोसे पर रहना भूल गये हैं। अपने भरोसे पर रहना जब हमारा गुण नहीं तब क्यों कर संभव है किसमें प्रमुख शक्ति का अवकाश मिलें।

86. कुछ पाश्चात्य देशों की उन्नति होने की वजह क्या है?
[A] अपने भरोसे रहना और दूसरों की चिंता न करना।
[B] अपने भरोसे पर रहना और काम करने की कला रखना।
[C] अपने भरोसे के अनुसार काम न करना।
[D] अपने पास अधिक धन होने के कारण।
उत्तर देखें-
[B] कुछ पाश्चात्य देशों की उन्नति होने की वजह ‘अपने भरोसे पर रहना और काम करने की कला रखना।’ है।
87. हिन्दुस्तान की उन्नति न होने का कारण है:
[A] ये लोग अपने भरोसे पर रहना भूल चुके हैं।
[B] ये लोग अपने बलबूते पर काम नहीं करते हैं।
[C] ये लोग काम को अच्छी तरह करते हैं।
[D] ये लोग यूरोप से भी ज्यादा ज्ञानी और परिश्रमी हैं।
उत्तर देखें-
[A] हिन्दुस्तान की उन्नति न होने का कारण है- ये लोग अपने भरोसे पर रहना भूल चुके हैं।
88. कौन मनुष्य जाति के सिरताज हैं?
[A] हिन्दुस्तान के लोग
[B] पाकिस्तान के लोग
[C] अमेरिका, जापान के लोग
[D] नेता लोग
उत्तर देखें-
[C] ‘अमेरिका, जापान के लोग’ मनुष्य जाति के सिरताज हैं।
89. मनुष्य जाति के सिरताज का तात्पर्य क्या है?
[A] समग्र मनुष्य जाति के न्यून
[B] समग्र मनुष्य जाति में विकसित
[C] देशों में ताज पहनने वाला
[D] जातियों में श्रेष्ठ कहने वाला
उत्तर देखें-
[B] मनुष्य जाति के सिरताज का तात्पर्य ‘समग्र मनुष्य जाति में विकसित’ है।
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