आकाशदीप कहानी- जयशंकर प्रसाद | akashdeep- prasad
"बंदी!”“क्या है? सोने दो।”“मुक्त होना चाहते हो?”“अभी नहीं, निद्रा खुलने पर, चुप रहो।”“फिर अवसर न मिलेगा।”“बडा शीत है, कहीं से एक कंबल डालकर कोई शीत से मुक्त करता।”“आंधी...
चंद्रदेव से मेरी बातें– राजेन्द्र बाला घोष (बंग महिला)
भगवान चन्द्रदेव! आपके कमलवत् कोमल चरणों में इस दासी का अनेक बार प्रणाम। आज मैं आपसे दो चार बातें करने की इच्छा रखती हूँ।...
एक टोकरी भर मिट्टी कहानी- माधवराव सप्रे
किसी श्रीमान् जमींदार के महल के पास एक गरीब अनाथ विधवा की झोंपड़ी थी। जमींदार साहब को अपने महल का हाता उस झोंपड़ी तक...
ईदगाह कहानी- प्रेमचंद | idgah kahani by premchand
रमजान के पूरे तीस रोजों के बाद ईद आयी है। कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभाव है। वृक्षों पर अजीब हरियाली है, खेतों में कुछ अजीब रौनक...
दुनिया का सबसे अनमोल रत्न कहानी- प्रेमचंद
दिलफ़िगार एक कँटीले पेड़ के नीचे दामन चाक किये बैठा हुआ खून के आँसू बहा रहा था। वह सौन्दर्य की देवी यानी मलका दिलफ़रेब...
राही कहानी- सुभद्रा कुमारी चौहान | rahi kahani
तेरा नाम क्या है?राही।तुझे किस अपराध में सज़ा हुई?चोरी की थी, सरकार।चोरी? क्या चुराया थानाज की गठरी।कितना अनाज था?होगा पाँच-छः सेर।और सज़ा कितने दिन की है?साल...
दुलाईवाली कहानी- राजेन्द्र बाला घोष (बंग महिला)
दुलाई वाली कहानी की लेखिका राजेंद्र बाला घोष हैं, जो बंग महिला के नाम से हिंदी साहित्य के इतिहास में चर्चित हैं। दुलाईवाली कहानी का...